चंडीगढ़/जालंधर : पंजाब में किसानों ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ दोपहर 12 बजे से लेकर तीन बजे तक नेशनल और स्टेट हाईवे जाम किए। इस दौरान पूरे राज्य में यातायात ठप हो गया और वाहन व यात्री जहां-तहां फंसे रहे। तीन बजे के बाद किसानों ने विभिन्न जगहों से धरना खत्म कर दिया। इसके बाद यातायात सामान्य हुआ। आंदोलन के बीच भारतीय किसान यूनियन की अपील पर किसानों ने राज्यभर में चक्का जाम किया। किसानों ने राज्यभर में नेशनल और स्टेट हाईवे पर धरना दिया। राज्य में करीब 70 से ज्यादा स्थानों पर किसानाें ने तीन घंटे के लिए हाईवे पर यातायात रोका। किसानों ने विभिन्न स्थानों पर 12 बजे से जाम लगाना शुरू कर दिया था।
राज्य के अमृतसर, मोहाली, पटियाला सहित सभी जिलों में किसानों ने सड़कों पर धरना दिया। अधिकतर जगहों पर टोल प्लाजा को जाम कर दिया। पटियाला के धरेडी जट्टा टोल प्लाजा पर किसानों ने धरना दिया। 12 बजते ही किसानों द्वारा दोनों सड़कों को जाम कर दिया गया। शंभू बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान जमा हुए और धरना दिया। इस दौरान किसानों ने प्रदर्शन किया।
तरनतारन में भी जम्मू कश्मीर- राजस्थान राष्ट्रीय मार्ग स्थित गांव रसूलपुर में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ओर से धरना दिया। किसान नेता हरप्रीत सिंह सिधवा ने बताया कि जिले भर में यह आंदोलन पूरी तरह से सफल रहा। नवांशहर में भी दोपहर 12 बजे से लंगड़ोया बाइपास, बछुआं टोल प्लाजा व बहराम टोल प्लाजा पर किसानों का धरना चला। इसके अलावा शहर के आंबेडकर चौक पर कुछ सिकान संगठनों की ओर से धरना लगाया गया। किसानों के धरने के आह्वान के बाद भी सुबह से बसें चल रही थीं। 12 बजे धरने के बाद किसानों ने सभी रास्तों को जाम कर दिया। इसके बाद से रोपड़ की ओर से आने वाले बसों को बछुआं टोल प्लाजा पर ही रोक दिया गया। इससे बसों में सवार लोंगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
वहीं पुलिस की ओर से रूटों को बेशक डायवर्ट किया गया था, लेकिन जिले के मुख्य प्वाइंटों पर लगे धरने के कारण इसका कोई फायदा नही हुआ। काठगढ़ में किसानों का धरना हटने के बाद ही बसों को गुजारा गया। वहीं नवांशहर के बस स्टैंड पर यात्री बसों का इंतजार करते नजर आए।
नवांशहर में बस स्टैंड पर इंतजार कर रहे सन्नी ने बताया कि उसने गढ़शंकर जाना था लेकिन कोई बस नहीं जा रही है। दिनेश ने बताया कि उसे पता था कि आज किसानों का धरना है पर उसके कोई जरूरी काम था। वीरू,प्रेम लता ने बताया कि चंडीगढ़ जाना है पर रोडवेज कर्मी बोल रहे हैं कि किसानों के धरने के खत्म होने के बाद ही वो जा पाएंगे। रूपनगर में पुलिस लाइन के पास रोपड़ चंडीगढ़ मार्ग और नवा शहर की तरफ जाने वाले बाईपास पर किसानों ने चक्का जाम कर रहे हैं। अमृतसर से 20 किलोमीटर दूर जंडियाला गुरु के समीप निज्जर पुरा टोल प्लाजा पर किसान संगठनों द्वारा जाम लगाया जा रहा है। इस दौरान टोल प्लाजा पर वाहनों की कतार लगी हुई हैं।
बठिंडा, अमृतसर, मोगा, संगरूर में भी किसान विभिन्न मार्गों पर धरना दिया। किसान सड़कों पर ही सभा की। बठिंडा के तलवंडी साबो में किसान यूनियन के सदस्य धरना लगा कर चक्का जाम लगाया। बरनाला में भी कृषि कानूनों के विरोध में सरकारी सभाओं के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। अमृतसर के गोल्डन गेट के समीप केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किसान संगठनों के सदस्यों ने जाम लगाया। पुलिस ने चक्का जाम को देखते हुए रूट डायवर्ट कर दिया । अमृतसर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मोर्चा के साथ संबंधित अलग-अलग किसान संगठनों की ओर से बाद दोपहर करीब 12 बजे किसानों ने अलग-अलग जगह पर रोष धरना शुरू कर दिया।