बठिंडा। पंजाब सरकार के नशा खत्म करने के लाख दावों के बावजूद यह कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा। बठिंडा में हेरोइन की तस्करी सरेआम होती है और आरोप है कि पुलिस यह गलत धंधा करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं करती। सोमवार को एक और युवक इसी कंडीशन में मिला है। समाजसेवी संस्था ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। वहीं इससे तीन दिन पहले एक पुलिस मुलाजिम सार्वजनिक शौचालय में बदहवास मिला था, जो वेंटीलेटर पर है।
प्रताप नगर में रहने वाली एक ऑर्केस्ट्रा डांसर ने बताया कि उसका पति सोमवार को हेरोइन के नशे में सड़क पर पड़ा मिला। उसे सहारा जनसेवा के वर्करों ने तुरंत सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया। पता चलने के बाद वह भी दौड़ी हुई यहां आई। फिलहाल उसके पति की हालत गंभीर बनी हुई है।
महिला ने कहा-ईमानदारी बरते पुलिस
महिला का आरोप है कि उसने एक दिन पहले ही सिरसा वाली आंटी के नाम से मशहूर एक महिला को पकड़वाया था, जो इलाके में हेरोइन की सप्लाई करती है, लेकिन पुलिस ने उसे छोड़ दिया। समाज को खराब करने वाले ऐसे लोगों को क्यों छोड़ दिया जाता है, इसका पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है। पुलिस नशे के काले धंधे पर नकेल कसने में अपने हिस्से की ईमानदारी निभानी चाहिए, ताकि और कोई नशे लत में आकर बर्बाद न हो। उधर थाना कैनाल पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि इससे पहले शनिवार को शहर का जसप्रीत सिंह नामक पुलिस कर्मचारी परशुराम नगर के शौचालय में बेहोशी की अवस्था में पड़ा मिला था। उसके गुप्तांग के पास इंजेक्शन लगा हुआ था। उसके पास से नशे का इंजेक्शन और जेब से सिगरेट की डिब्बी भी मिली थी।
थाना प्रभारी बोले-कार्रवाई जारी
इस बारे में थाना कैनाल के प्रभारी गणेश्वर शर्मा ने ऑर्केस्ट्रा डांसर के आरोप को नकार दिया है। उनका कहना है कि जिस सिरसा वाली आंटी की बात कही जा रही है, पुलिस को उसके बारे में सब पता है, लेकिन अभी तक वह हाथ नहीं आई है। सात दिन से पुलिस उसे गिरफ्तार करने की कोशिश में छापे मार रही है, मगर वह न जाने कहां भूमिगत है। उसके घर पर ताला लगा हुआ है। साथ ही उन्होंने कॉन्स्टेबल जसप्रीत के मामले में बताया कि पुलिस ने उसके खिलाफ NDPS एक्ट में केस दर्ज कर लिया। फिलहाल जसप्रीत वेंटीलेटर पर है। जैसे ही उसकी हालत ठीक होगी, उसे गिरफ्तार करके जेल भेजने के साथ ही इस धंधे से जुड़े और लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी।