सोमवार, 31 मई 2021

हिदायतों की अवहेलना करने पर ग्लोबल अस्पताल पाया गया आरोपी 1 जून से 31 जुलाई तक कोविड के नए मरीजों को दाखिल करने पर लगी रोक

 

-पहले से दाखिल मरीजों का अस्पताल प्रबंधन की तरफ से पहले की तरह किया जा सकेगा इलाज  

बठिंडा: डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने जारी आदेश में शहर के निजी ग्लोबल अस्पताल को कोरोना सम्बन्धित जारी हिदायतों का उल्लंघन करने का दोषी पाया है। इस अस्पताल की तरफ से लेबल 3 के मरीजों सम्बन्धित 7 बैंडों के लिए इंमपैंनलड होने के बावजूद 33 मरीजों को दाख़िल किया गया था। जारी आदेश अनुसार सिविल सर्जन बठिंडा की तरफ से मामले में की गई पड़ताल के दौरान मौके पर मिली कमियों को ध्यान में रखते हुए ग्लोबल अस्पताल को 1 जून 2021 से 31 जुलाई 2021 तक कोविड -19 के नए मरीजों को दाखिल करने पर मुकम्मल तौर पर रोक लगाई गई है। यहां उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि इस अस्पताल में अब तक दाखिल मरीजों का अस्पताल प्रबंधन की तरफ से पहले की तरह ही इलाज किया जा सकेगा।

सिविल सर्जन की तरफ से प्राईवेट अस्पतालों द्वारा करोना प्रभावित मरीजों के पास से आ रही ओवर चार्जिंग की शिकायतों का रिव्यू करते हुए ग्लोबल हस्पताल में कुछ कमियों होने के बारे में डिप्टी कमिश्नर दफ़्तर को रिपोर्ट दी गई थी। इसके उपरांत सिविल सर्जन की रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए दफ़्तर डिप्टी कमिश्नर की तरफ से मैनेजिंग डायरेक्टर, ग्लोबल हैल्थ केयर अस्पताल, बठिंडा को शो-काज नोटिस जारी किया गया था। जिस उपरांत सिविल सर्जन, बठिंडा को ग्लोबल अस्पताल के आधिकारियों की तरफ से दिए गए जवाब को जांच पड़ताल कर रिपोर्ट करने की हिदायत की गई थी।

इस उपरांत सिविल सर्जन की तरफ से दी गई पड़ताल रिपोर्ट अनुसार ग्लोबल अस्पताल की तरफ से 18 मई 2021 की चैकिंग उपरांत कोविड ऐप्रोप्रीएट बेहेवियर और सोशल डिस्टैसिंग के नियमों की पालना की जा रही है और रेट भी डिस्पले कर दिए गए हैं भाव उनकी तरफ से पहले इन नियमों की पालना नहीं की जा रही थी और रेट भी डिस्पले नहीं किए गए थे। इसके अलावा ग्लोबल अस्पताल की तरफ से उनके हस्पताल को लेबल 3 के मरीजों सम्बन्धित 7 बैंडों के लिए इंमपैंनलड होने के बावजूद 33 मरीजों को दाखिल किया गया था। इस सम्बन्धित सिविल सर्जन की तरफ से उक्त अस्पताल को करोना सम्बन्धित जारी हिदायतों का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया। हुक्मों का उल्लंघन करने की सूरत में डिज़ास्टर मैनेजमेंट एक्ट, 2005 की धारा 51 से 60 और इंडियन पैनल कोड की धारा 188 अधीन कार्यवाही अमल में लाई जा रही है।

यहां बताते चले कि सेहत विभाग की तरफ से पिछले दिनों शहर के चार प्राइवेट अस्पतालों की जांच की गई थी। इन अस्पतालों में ग्लोबल अस्पताल, मैक्स अस्पताल, दिल्ली हार्ट व एमजी अस्पताल शामिल था। इन अस्पतालों के खिलाफ मरीजों से ओवरचार्जिंग करने, सरकार की तरफ से तय रेट की लिस्ट डिस्पले नहीं करने, क्षमता से ज्यादा मरीजों को दाखिल करने जैसे शिकायतों की जांच की गई थी। सेहत विभाग व जिला प्रशासन की तरफ से एमजी अस्पताल में रुटीन जांच की बात कही थी जबकि अन्य दूसरे बड़े अस्पतालों के खिलाफ अभी कारर्वाई पेंडिग पड़ी है।


ਹਦਾਇਤਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਤੇ ਗਲੋਬਲ ਹਸਪਤਾਲ ਪਾਇਆ ਗਿਆ ਦੋਸ਼ੀ, 1 ਜੂਨ ਤੋਂ 31 ਜੁਲਾਈ ਤੱਕ ਕੋਵਿਡ ਦੇ ਨਵੇਂ ਮਰੀਜਾਂ ਨੂੰ ਦਾਖਲ ਕਰਨ ਤੇ ਮੁਕੰਮਲ ਰੋਕ : ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ


             ਦਾਖਲ ਮਰੀਜਾਂ ਦਾ ਹਸਪਤਾਲ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਵੱਲੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਦੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕੇਗਾ ਇਲਾਜ
ਬਠਿੰਡਾ : ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਬੀ.ਸ਼੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਨੇ ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਇਥੋਂ ਦੇ ਨਿੱਜੀ ਗਲੋਬਲ ਹਸਪਤਾਲ ਨੂੰ ਕਰੋਨਾ ਸਬੰਧੀ ਜਾਰੀ ਹਦਾਇਤਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਤੇ ਦੋਸ਼ੀ ਪਾਇਆ ਗਿਆ। ਇਸ ਹਸਪਤਾਲ ਵਲੋਂ ਲੈਵਲ 3 ਦੇ ਮਰੀਜ਼ਾਂ ਸਬੰਧੀ 7 ਬੈੱਡਾਂ ਲਈ ਇੰਮਪੈਂਨਲਡ ਹੋਣ ਦੇ ਬਾਵਜੂਦ 33 ਮਰੀਜਾਂ ਨੂੰ ਦਾਖਲ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਸੀ।    ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਬਠਿੰਡਾ ਵਲੋਂ ਕੀਤੀ ਗਈ ਪੜ੍ਹਤਾਲ ਦੌਰਾਨ ਪਾਈਆਂ ਗਈਆਂ ਕਮੀਆਂ ਨੂੰ ਧਿਆਨ ਵਿੱਚ ਰੱਖਦੇ ਹੋਏ ਗਲੋਬਲ ਹਸਪਤਾਲ ਨੂੰ 1 ਜੂਨ 2021 ਤੋਂ 31 ਜੁਲਾਈ 2021 ਤੱਕ ਕੋਵਿਡ-19 ਦੇ ਨਵੇਂ ਮਰੀਜਾਂ ਨੂੰ ਦਾਖਲ ਕਰਨ ਤੇ ਮੁਕੰਮਲ ਰੋਕ ਲਗਾਈ ਗਈ ਹੈ। ਇੱਥੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਇਹ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕੀਤਾ ਹੈ ਕਿ ਇਸ ਹਸਪਤਾਲ ਵਿੱਚ ਹੁਣ ਤੱਕ ਦਾਖਲ ਮਰੀਜਾਂ ਦਾ ਹਸਪਤਾਲ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਵੱਲੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਦੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹੀ ਇਲਾਜ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕੇਗਾ।

          ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਵਲੋ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਦੁਆਰਾ ਕਰੋਨਾ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਮਰੀਜਾਂ ਕੋਲੋਂ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਓਵਰ ਚਾਰਜਿੰਗ ਨੂੰ ਰੀਵਿਊ ਕਰਦੇ ਹੋਏ ਗਲੋਬਲ ਹਸਪਤਾਲ ਵਿੱਚ ਕੁਝ ਕਮੀਆਂ ਹੋਣ ਬਾਰੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਦਫ਼ਤਰ ਨੂੰ ਰਿਪੋਰਟ ਕੀਤੀ ਸੀ। ਜਿਸ ਉਪਰੰਤ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਦੀ ਰਿਪੋਰਟ ਨੂੰ ਧਿਆਨ ਵਿਚ ਰੱਖਦੇ ਹੋਏ ਦਫ਼ਤਰ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਵਲੋਂ ਮੈਨੇਜਿੰਗ ਡਾਇਰੈਕਟਰ, ਗਲੋਬਲ ਹੈਲਥ ਕੇਅਰ ਹਸਪਤਾਲ, ਬਠਿੰਡਾ ਨੂੰ ਸ਼ੋ-ਕਾਜ ਨੋਟਿਸ ਜਾਰੀ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਸੀ। ਜਿਸ ਉਪਰੰਤ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ, ਬਠਿੰਡਾ ਨੂੰ ਗਲੋਬਲ ਹਸਪਤਾਲ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਵੱਲੋਂ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਜਵਾਬ ਨੂੰ ਘੋਖ ਕੇ ਰਿਪੋਰਟ ਕਰਨ ਦੀ ਹਦਾਇਤ ਕੀਤੀ ਗਈ।

          ਇਸ ਉਪਰੰਤ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਵਲੋਂ ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਪੜ੍ਹਤਾਲ ਰਿਪੋਰਟ ਅਨੁਸਾਰ ਗਲੋਬਲ ਹਸਪਤਾਲ ਵਲੋਂ 18 ਮਈ 2021 ਦੀ ਚੈਕਿੰਗ ਉਪਰੰਤ ਕੋਵਿਡ ਐਪ੍ਰੋਪ੍ਰੀਏਟ ਬਿਹੇਵੀਅਰ ਤੇ ਸੋਸ਼ਲ ਡਿਸਟੈਸਿੰਗ ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਦੀ ਪਾਲਣਾ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ ਤੇ ਰੇਟ ਵੀ ਡਿਸਪਲੇ ਕਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਹਨ ਭਾਵ ਉਹਨਾਂ ਵੱਲੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਇਨਾਂ ਨਿਯਮਾਂ ਦੀ ਪਾਲਣਾ ਨਹੀਂ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਸੀ ਤੇ ਰੇਟ ਵੀ ਡਿਸਪਲੇ ਨਹੀਂ ਕੀਤੇ ਗਏ ਸਨ। ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਗਲੋਬਲ ਹਸਪਤਾਲ ਵਲੋਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਹਸਪਤਾਲ ਨੂੰ ਲੈਵਲ 3 ਦੇ ਮਰੀਜ਼ਾਂ ਸਬੰਧੀ 7 ਬੈੱਡਾਂ ਲਈ ਇੰਮਪੈਂਨਲਡ ਹੋਣ ਦੇ ਬਾਵਜੂਦ 33 ਮਰੀਜਾਂ ਨੂੰ ਦਾਖਲ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਸੀ ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਵਲੋਂ  ਉਕਤ ਹਸਪਤਾਲ ਕਰੋਨਾ ਸਬੰਧੀ ਜਾਰੀ ਹਦਾਇਤਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਤੇ ਦੋਸ਼ੀ ਪਾਇਆ ਗਿਆ।

          ਹੁਕਮਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਦੀ ਸੂਰਤ ਵਿੱਚ ਡਿਜ਼ਾਸਟਰ ਮੈਨੈਜ਼ਮੈਂਟ ਐਕਟ, 2005 ਦੀ ਧਾਰਾ 51 ਤੋਂ 60 ਅਤੇ ਇੰਡੀਅਨ ਪੈਨਲ ਕੋਡ ਦੀ ਧਾਰਾ 188 ਅਧੀਨ ਕਾਰਵਾਈ ਅਮਲ ਵਿੱਚ ਲਿਆਂਦੀ ਜਾਵੇਗੀ।



विश्व तम्बाकू निरोधक दिवस पर बालियावाली सिविल अस्पताल के समागम में माहिर बोले तम्बाकूनोशी के साथ कोविड 19 का प्रभाव हो सकता है गंभीर


बठिंडा:
पंजाब सरकार और सेहत विभाग पंजाब की हिदायतों पर सिविल सर्जन बठिंडा के दिशा निर्देशों पर सीनियर मेडीकल अफ़सर डा. अश्वनी कुमार की रहनुमाई में सिविल अस्पताल बालियावाली में ‘कुमिट टू कुइट ’ सलोगन के अंतर्गत विश्व तम्बाकू निरोधक दिवस मनाया गया। इस मौके डा. कमलजीत सिंह ने मौजूद मरीजों और उनके रिश्तेदारों को तम्बाकूनोशी के बुरे प्रभावों के बारे विस्तार सहित जानकारी दी।

डा. अश्वनी कुमार सीनियर मैडीकल अफसर बालियावाली ने बताया कि तम्बाकूनोशी व्यक्ति के फेफड़ों, दिल और शरीर के दूसरे अंगों को नुकसान पहुंचाता है, जिसके साथ कोवड 19 का प्रभाव ज़्यादा गंभीर हो सकता है। उन्होंने कहा कि हुक्के की सामुहिक प्रयोग के साथ भी कोविड फैलने का ख़तरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि पंजाब देश का पहला ऐसा सूबा है जिसने ई सिगरेट पर सबसे पहले रोक लगाई है। इसके साथ ही जर्दा, गुटखा, खैनी और पान मसाले के साथ मुंह का कैंसर होने का ख़तरा काफी ज्यादा हो जाता है।  

लखविन्दर सिंह कैंथ और जगतार सिंह बीईओ ने तबाकूनोशी की कानूनी पक्ष से जानकारी देते कहा कि तम्बाकू कंट्रोल एक्ट के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति पब्लिक जगह जैसे पार्क, सिनेमा घर, होटल, बस, रेल गाड़ी आदि में खुले आम सिगरेटनोशी नहीं कर सकता क्योंकि इसके साथ बैठे व्यक्ति सिगरेट के धुए के साथ पैसिव समोकर बनते हैं। इसका उलंघण करने पर दो सौ रुपए तक का चालान काटा जा सकता है। इसी तरह शैक्षिक संस्थायों के सौ मीटर के घेरे में तम्बाकू पदार्थ बेचने, 18 साल से कम नाबालिग को और 18 साल से कम नाबालिग की तरफ से तम्बाकू बेचे जाने पर भी जुर्माना और सजा का कानून है। इसी तरह खुली सिगरेट बेचने, इश्तहारबाजी करने, साईन बोर्ड का पालन न करने पर भी जुर्माना और सजा हो सकती है।

पवन कुमार एस.आई. ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपने पुरे आत्मविश्वाश के साथ तम्बाकूनोशी छोड़ना चाह तो सहज ही छोड़ सकता है। उन्होंने माँ बाप से अपील करते कहा कि उन्हें अपने किशोर बच्चों का ध्यान व निगरानी रखनी चाहिए जिससे वह तम्बाकू जैसी बुरी बीमारी से बच सकें। साधू राम एस.आई. ने मौके पर मौजूद आम जनता और सेहत स्टाफ सदस्यों को तम्बाकूनोशी न करने और इसको रोकने के उपराले करने की शपथ दिलाई। इस मौके गुरमीत कौर एल.एच.वी., जसविन्दरपाल कौर ए.एन.एम., अवतार सिंह सेहत कर्मी और आशा वर्कर मौजूद थे। 

पंजाब में होटल इंडस्ट्री नहीं खोलने को लेकर होटल एसो. ने केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जताया रोष, प्रधान सतीश अरोड़ा ने कहा सरकार इंडस्ट्री को बचाने के लिए उठाए सार्थक कदम वर्ना होगा आंदोलन


बठिंडा.
होटल एसोसिएशन ने शुरू किए गए मिशन रोजी रोटी संघर्ष के तहत रविवार को रोष रैली करके केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष जताया। हाथ में अनेक तरह के स्लोगन लिखी तख्तियां उठाकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं एक सप्ताह का अल्टीमेटम पूरा होने पर 1 जून से पूर्ण तौर पर होटल इंडस्ट्री खोलने का एलान किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात पर टिप्पणी करते हुए प्रधान सतीश अरोड़ा ने कहा कि वे 7 साल से मन की बात सुन रहे हैं, पिछले टर्न ओवर में 274 बार और आज 77वीं बार मन की बात सुनी, लेकिन अब प्रधानमंत्री को उनके भी मन की बात सुननी चाहिए। फ्रांस दौरे में प्रधानमंत्री ने भारत की टूरिज्म इंडस्ट्री को नंबर वन बनाने का दावा किया था।

उस वक्त देश की टूरिज्म 5वें स्थान पर था, लेकिन अब बंदी की कगार पर है। अकेले होटल इंडस्ट्री ही जीएसटी व सीजीएसटी के रूप में 900 करोड़ हर महीने जमा करवाती है। अगर सरकार सिर्फ 1 महीने की राशि का ही फायदा दे तो दम तोड़ती इंडस्ट्री के लिए बड़ी राहत होती। सतीश अरोड़ा ने कहा कि लॉकडाउन में टूरिज्म व होटल इंडस्ट्रीज के साथ बैठकर टूरिज्म फ्रेंडली पॉलिसी बनानी चाहिए।


कोरोना काल में तंबाकू का सेवन हो सकता है ज्यादा घातक. छोड़ने के लिए सेहत केंद्र में करे संपर्क-सिविल सर्जन तेजवंत सिंह ढिल्लो


बठिंडा.
सेहत विभाग बठिंडा की तरफ से आज सिविल सर्जन बठिंडा डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों की देख रेख में दफ्तर सिविल सर्जन बठिंडा में विश्व तम्बाकू रहित दिवस मनाया गया। इस मौके सहायक सिविल सर्जन बठिंडा डा. अनुपमा शर्मा, जिला परिवार भलाई अफसर डा. गुरदीप सिंह, जिला सेहत अफसर डा. उषा गोयल, जिला मांस मीडिया अफसर जगतार सिंह बराड़, नोडल अफसर अर्बन डा. पामिल बांसल, जिला मलेरिया अफसर डा. सुमित जिन्दल और ए.आर.टी. सैंटर के एस.एम.ओ. डा. एच.एस. हेयर की तरफ से शिरक्त की गई। विश्व तम्बाकू दिवस के मौके पर सिविल सर्जन बठिंडा डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने कहा कि कोविड-19 दौरान तम्बाकू का सेवन हानिकारक है। उन्होंने कहा कि सिगरेटनोशी फेफड़े, दिल और शरीर के दूसरे अंगों को नुकसान पहुंचाता है, और कोविड बीमारी के समय के दौरान तम्बाकू का प्रयोग ओर भी ज्याद गंभीर हो सकता है।

उन्होंने कहा कि हुक्के आदि की समूह रूप में प्रयोग के साथ कोविड-19 ज़्यादा फैल सकता है। उन्होंने कहा कि सेहत, तम्बाकू, खैनी और पान मसाला आदि का प्रयोग करने वाले व्यक्ति बार-बार थूकने के आदी होते हैं जिस कारण कोविड 19 के फैलने का ख़तरा ओर भी अधिक जाता है। इसलिए इस महामारी के समय दौरान इन बातों का ध्यान रखा जाए और तम्बाकू का प्रयोग न किया जाए। उन्होंने कहा कि तम्बाकू छोड़ने के लिए अपने नजदीकी सेहत संस्था के साथ संपर्क किया जा सकता है। इस मौके जिला नोडल अफसर डा. अनुपमा शर्मा ने बताया कि इस साल का तम्बाकू का विषय कुमिट टू कूइट है, जिस का मतलब है छोड़ने के लिए वच्चनबद्ध होना। इस लिए जो व्यक्ति तम्बाकू का सेवन करता हैं उनको इस बुरी आदत से जल्दी छुटकारा पाने की ज़रूरत है जिससे हम अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा कर सकें। यदि कोई भी व्यक्ति सिगरेट बीड़ी जैसी आदत को छोड़ना चाहता है तो दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ सिविल अस्पताल में माहिर डाक्टरों के साथ तालमेल करके सिगरेटनोशी से छुटकारा डाल सकता है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू का इलाज सरकारी अस्पताल में मुफ्त में किया जाता है।

फोटो सहित-बीटीडी-1,2-विश्व तंबाकू निरोधक दिवस पर आयोजित समागम में तंबाकू के खिलाफ मुहिम चलाने का संकल्प लेते सिविल अस्पताल के डाक्टर व कर्मी। 


आबादी के अनुसार गांव में 20 फीसदी कोरोना टेस्टिंग कर बठिंडा जिला रहा प्रदेश भर में अव्वल -डिप्टी कमिश्नर बी श्रीनिवासन

बठिंडा: डिप्टी कमिशनर श्री बी.श्रीनिवासन ने बताया कि सूबा सरकार की तरफ से करोना महामारी के साथ लड़ने के लिए शुरू की गई कोरोना गांव मुक्त अभियान मुहिम को जिले के गांवों में भारी समर्थन मिल रहा है। 30 मई तक जिले के 315 गांवों में से 108 गांवों में कोरोना के ख़ात्मे के लिए कोरोना टेस्टिंग कैंप लगाए जा चुके हैं। इन कैंपों में 19461 लोगों की कोरोना टेस्टिंग की गई जिसमें से 17907 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव और 970 केस पॉजिटिव मिले। इस दौरान गांवों के साथ सम्बन्धित 43 कोरोना प्रभावित व्यक्तियों की मौत हुई है।

डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि बठिंडा जिले की आबादी के हिसाब से गांवों में सबसे अधिक 20 प्रतिशत कोरोना टेस्टिंग करके प्रदेश भर में आगे रहा है। कोरोना गांव मुक्त अभियान के अंतर्गत सेहत विभाग की अलग-अलग टीमें की तरफ से ग्रामीण क्षेत्र के साथ सम्बन्धित 124062 घरों तक पहुंच कर 654835 लोगों की स्क्रीनिंग भी की गई और इस दौरान सिर्फ़ 5 प्रतिशत कोरोना पॉजिटिव दर पाई गई।

उन्होंने जिला निवासियों से अपील करते कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए सरकार की तरफ से जारी हिदायतों की पालना करे, यदि उनको खांसी, बुख़ार, जुकाम आदि लक्षण दिखाई देने तो वह तुरंत अपने टैस्ट करवाना लाजिमी बनाए जिससे महामारी को हराया जा सके। वही यदि कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आता है तो उसको घबराने की नहीं बल्कि हौसलो के साथ इलाज की ज़रूरत है। इसके साथ जहाँ वह मूलभूत पड़ाव पर ही इस बीमारी पर काबू पा सकते हैं, वहीं अपने परिवार और समाज को भी इस भयानक बीमारी से बचा सकेंगे। डीसी ने नौजवानों से अपील की कि वह कोरोना महामारी के ख़ात्मे के लिए कोरोना टीकाकरन और टेस्टिंग में अपना कीमती योगदान डाले। इस घड़ी में पूरा सहयोग दे जिससे हम मिल कर करोना पर फतेह हासिल कर सकें।



पूर्व केंद्रीय मंत्री के प्रयासों से 2 ऑक्सीजन प्लांट के लिए एमपी कोटे से डेढ़ करोड़ मंजूर, अकाली दल की लीडरशिप ने 2 ऑक्सीजन प्लांट लाने के लिए डिप्टी कमिशनर को सौंपा मंजूरी पत्र


-सिविल अस्पताल तलवंडी साबो और गोनियाना मंडी के अस्पताल में लगेंगे प्लांट: अकाली नेता 

बठिंडा. पूर्व विधायक व अकाली दल के हलका इंचार्ज सरुपचंद सिंगला ने कहा कि कोरोना महामारी के काले दौर में ऑक्सीजन की कमी के कारण कीमती जानें गई, पंजाब सरकार की तरफ से ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए, परंतु पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और शिरोमणी अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने इस संतट की घड़ी में लोगों के साथ खड़े होकर कोविड से लड़ने के लिए हर सुविधा प्रदान की। उन्होंने अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए बड़े यत्न किए और अब पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल की तरफ से जिला बठिंडा के दो सिविल अस्पतालों तलवंडी साबो और गोनियाना मंडी में दो ऑक्सीजन प्लांट लाने के लिए एमपी कोटे से डेढ़ करोड़ रुपए मंज़ूर किए हैं। दो ऑक्सीजन प्लांट लाने का मंजूरी पत्र आज शिरोमणी अकाली दल जिला बठिंडा की लीडरशिप की तरफ से डिप्टी कमिशनर बठिंडा बी श्रीनिवासन को सौंपा गया। शिरोमणी अकाली दल जिला बठिंडा के प्रधान बलकार सिंह बराड़, पूर्व विधायक और पार्टी के महासचिव सरूप चंद सिंगला, दर्शन सिंह कोटफत्ता पूर्व विधायक, जगसीर सिंह जग्गा कल्याण, हरपाल ढिल्लों और अवतार सिंह मैनूआणा की तरफ से आज सांझे तौर पर यह मंजूरी पत्र डिप्टी कमिशनर को सौंपा गया। इस मौके प्रैस बयान जारी करते हुए अकाली नेताओं ने पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के प्रयासों की सराहना करते हुए उनका धन्यवाद किया और बताया कि सिविल अस्पताल तलवंडी साबो और गोनियाना मंडी के सिविल अस्पतालों में दो ऑक्सीजन के पक्के प्लांट मंजूर किए गए हैं। जिसके लिए 75 -75 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इन प्लांटों के स्थापित होने से ऑक्सीजन की समस्या दूर होगी।

फोटो - अकाली दल की लीडरशिप ने 2 ऑक्सीजन प्लांट लाने के लिए डिप्टी कमिशनर को सौंपा मंजूरी पत्र 


मोदी सरकार के सात साल पूरे होने पर भाजयुमो बठिंडा ने ब्लड बैंक में रक्तदान मुहिम की शुरूआत की, शहर के विभिन्न मंडलों में चलाए सेवा प्रोजेक्ट


बठिंडा.
देशहित के लिए कड़े फैसले लेने वाली केंद्र सरकार के 7 साल पूरे होने पर भाजपा की और से मनाए जा रहे सेवा ही संगठन मुहिम के तहत प्रदेशाध्यक्ष अश्वनी शर्मा व भानू प्रताप राणा के दिशा निर्देशों के तहत युवा मोर्चा की और से विभिन्न सेवा प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में जिलाध्यक्ष सन्दीप अग्रवाल की अगुवाई में युवा मोर्चा के प्रदेश सचिव अशुतोष तिवाडी ने सोमवार को ब्लड बैंक में रक्तदान मुहिम शुरू की। इसमें युवा मोर्चा के सभी वर्करों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। युवा मोर्चा के महामंत्री गगन गोपालिया ने बताया कि भाजयुमो द्वारा रविवार को कांग्रेस के दबाव में पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद सोमवार को कार्यकर्ताओं ने ब्लड बैंक में जाकर रक्तदान किया। सेवा ही संगठन के क्रम को आगे बढ़ाते हुए जिला सचिव सरीना गोयल द्वारा उड़िया कालोनी के घरों को सेनेटाइज किया गया। वही महामंत्री संजीव डगर ने बताया कि युवा मोर्चा की पूरी टीम द्वारा पूरे दिन सेवा करते हुए पूर्वी मण्डल प्रधान तुलसी कुमार की तरफ से 7 साल पूरे होने पर धोबियाना बस्ती में लड्डू बांटे गए।

 सेवा को समर्पित कार्यकर्ताओ का आभार जताते हुए सन्दीप अग्रवाल ने कहा कि युवा मोर्चा हमेशा संघर्षों व विरोध के बावजूद आगे बढ़ता रहा है व केंद्र की जन कल्याण नीतियों को  लोगों तक पहुंचाने के लिए कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश को विश्व स्तर पर आगे  बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा मेहनत व लग्न से कार्य किए गए व सबका साथ सबका विकास नीति को लेकर देश हित मे बड़े फैंसले लिए। वही हर स्थिति से निपटने के लिए भारत को आंतरिक रूप से मजबूत किया। अग्रवाल ने कहा कि गरीब, किसान, व्यापारी हितैषी केंद्र सरकार द्वारा हर जन कल्याण की योजनाएं लागू की गई, और हर प्रदेश के लोगो की सेवा बिना भेदभाव की। कोरोना जैसी भयंकर बीमारी में अपने परिवारों को खो चुके बच्चो की आर्थिक सहायता के लिए केंद्र द्वारा पहलकदमी की गई, नौजवानों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिये प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्किल डिवेलपमेंट के कोर्सों से अनेक रोजगार पैदा हुए, जिसके चलते लोगो का  केन्द्र की सरकार में विश्वास बढ़ा। युवा मोर्चा के प्रदेश सचिव आशुतोष तिवाडी ने कहा कि कांग्रेस की गुंडागर्दी के आगे भाजपा कभी नहीं झुकेगी व लोग आगामी विधानसभा में ऐसे गुंडों को मुंहतोड़ जबाब देगी। तिवाडी ने कहा  केंद्र सरकार द्वारा लिए गए जन हितैषी फैसलो से हर देश वासी खुश है । इस मौके पर भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गुलशन वधवा, कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप कुमार, समाजसेवी परमवीर गोयल, भूषण जिंदल, हरबंस सिंह, गौरीश वधवा, अरमान व अन्य कार्यकर्ताओं ने सहयोग दिया।

फोटो सहित-बीटीडी-3,4-बठिंडा में ब्लड बैंक में रक्तदान करते भाजयुमों के वर्कर व पदाधिकारी। फोटो-सुनील 



बठिंडा एम्स ने ब्लैक फंगस के इलाज को बनाई टास्क फोर्स, चार मरीजों का इलाज शुरू किया


बठिंडा.
जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या जहां पहले से कम होने लगी है, वहीं ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या ने सरकार व सिस्टम की चिंता जरूर बढ़ा दी है। बठिंडा में ब्लैक फंगस के कुल 45 मरीजों में 25 मरीज जहां बठिंडा जिले से संबंधित हैं, वहीं 20 मरीज नजदीकी जिलों मानसा व मुक्तसर जिले से संबंधित हैं।

जिनमें अधिकांश का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा है तथा इसमें 8 मरीजों की सर्जरी व इलाज हो चुका है, लेकिन सबसे अहम सवाल यह है कि इनके इलाज को सिविल अस्पताल सिस्टम को कोई विशेष गाइडलाइन जारी नहीं हुई हैं जिससे आगे क्या होग, कहना संभव नहीं है, लेकिन मरीजों के लिए एक अच्छी खबर यह है कि एम्स ने ब्लैक फंगस के इलाज को लेकर टॉस्क फोर्स का गठन कर दिया है जिसमें सीनियर डाक्टर्स के अलावा ईएनटी व अन्य टीम सदस्य शामिल हैं तथा अभी तक चार मरीजों को एम्स में इलाज शुरू किया गया है।

रविवार को जिले में हालांकि ब्लैक फंगस का कोई नया केस सामने नहीं आया है, लेकिन निजी अस्पताल के पोस्ट कोविड ओपीडी में ब्लैक फंगस के प्रतिदिन 1 से 2 नए मरीज चेकअप करवाने आ रहे हैं। पिछले दिनों ओपीडी में ब्लैक फंगस का संदिग्ध एक 4 वर्षीय बच्चा भी इलाज के लिए आया था। माहिर टीम द्वारा बच्चे के सैंपल लिए गए, जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर नार्मल ट्रीटमेंट देकर घर भेज दिया गया। फिलहाल बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है।

दो मरीजों का दूरबीन के साथ किया आपरेशन, कोरोना संक्रमित भी थे मरीज

ब्लैक फंगस के उपचार एम्स अस्पताल के डायरेक्टर प्रो. डीके सिंह व मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो. सतीश गुप्ता की देखरेख में इलाज संबंधी विशेष टास्क फोर्स बनाई गई है। जिसमें ईएनटी विभाग के डा. वैभव सैनी की टीम शामिल है। डा. वैभव सैनी के अनुसार एम्स में ब्लैक फंगस के 4 मरीज दाखिल है। जिसमें एक मरीज पीजीआई चंडीगढ़ से रैफर होकर आया है। जबकि तीन मरीजों का इलाज जारी है। टीम द्वारा दो फंगस मरीजों का दूरबीन द्वारा सफल ऑपरेशन किया गया, दोनों मरीजों का आंख व नाक पूरी तरह सुरक्षित है। दोनों मरीज ब्लैक फंगस के साथ कोरोना पॉजिटिव भी थे। वहीं एक मरीज का ऑपरेशन अभी पेंडिंग है। फिलहाल टास्क फोर्स टीम द्वारा मरीजों के इलाज में पूरा प्रयास किया जा रहा है।

डा. वैभव सैनी ने बताया कि ब्लैक फंगस ऐसा रोग है, जो कि कोरोना संक्रमितों को अत्यधिक स्टेरायड लेने के बाद पनप रहा है। कोरोना मरीजों के फेफड़ों में इंफ्लामेशन यानी सूजन को कम करने के लिए स्टेरायड दिया जाता है। स्टेरायड से ब्लैक फंगस की संभावना बढ़ जाती है। कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाले स्टेरायड के कारण मरीज का शुगर लेवल बढ़ जाता है। ऐसे हालात में मरीज को आसानी से यह फंगस इंफेक्शन हो जाती है। ये संक्रमित व्यक्ति के दिमाग तक पहुंच जाता है जिससे मरीज की मौत हो जाती है।

ब्लैक फंगस के इलाज को दवाओं की कमी

ब्लैक फंगस के इलाज में उपयोग होने वाला (एम्फोटेरिसिन-बी) एम्फो-बी इंजेक्शन उपलब्ध न होने की वजह से मरीजों के परिजनों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। ब्लैक फंगस मरीजों के इलाज में उपयोग होने वाली प्रमुख दवाइयों की कमी है, जिसके चलते समस्या आ रही है। इस संबंध में टीम अस्पताल प्रबंधन को अवगत करवा चुकी है। वहीं अस्पताल प्रबंधन द्वारा इलाज में उपयोग होने वाली की डिमांड केंद्र सरकार, राज्य सरकार व जिला प्रशासन को भेजी गई है। पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध होने पर संपूर्ण इलाज संभव है।

इलाज को पहले 9 दिन बेहद महत्वपूर्ण

कोरोना संक्रमण के पहले 9 दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसे में प्रतिरोधक क्षमता कम होने के चलते काले फंगस की चपेट में आ सकते हैं। माहिर डॉक्टर के अनुसार आंखों के साथ फंगस का उपचार नाक से फेफड़ों और मस्तिष्क के लिए बहुत खतरनाक होता है। कोरोना मरीजों को स्टेरॉयड, एंटीबायोटिक और एंटी फंगल दवाई दी जाती है। इनके लंबे समय तक इस्तेमाल से ब्लैक फंगस की गिरफ्त में आने की संभावना बढ़ जाती है। अगर संक्रमण नाक के रास्ते से फेफड़ों और मस्तिष्क तक पहुंच जाता है तो यह जानलेवा साबित हो सकता है।

25 हजार का इंजेक्शन, सरकार 6 हजार में दे रही

डाक्टर डा. ग्रेस ने बताया कि नाक, कान व गले के रोगों से पीड़ित होकर आने वाले मरीजों में प्राइमरी स्टेज पर ही म्यूकरमाइकोसिस ब्लैक फंगस के मरीज चिह्नित कर तुरंत इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। अधिकतर मरीज मई माह में ब्लैक फंगस की पहचान करके सर्जरी की गई है। एंटी फंगल मेडिसिन के जरिए इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। ब्लैक फंगस के इलाज में जिला प्रशासन पूरा सहयोग रहा है, इलाज में उपयोग होने वाले कई इंजेक्शन 25 हजार रुपए का है, बाजार में उपलब्ध नहीं था, लेकिन प्रशासन द्वारा कंट्रोल रेट मात्र 6 हजार रुपए में इंजेक्शन उपलब्ध करवाया जा रहा है। वह एक माह में ब्लैक फंगस के प्राइमरी व गंभीर स्टेज के करीब 20 से 22 मरीजों का इलाज व ऑपरेशन कर चुकी हैं। 

रविवार, 30 मई 2021

ਬਠਿੰਡਾ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੈਜਿਸਟ੍ਰੇਟ ਨੇ 10 ਜੂਨ ਤੱਕ ਜਾਰੀ ਕੀਤੇ ਨਵੇਂ ਹੁਕਮ/ ਹੁਣ ਸੋਮਵਾਰ ਤੋਂ ਸ਼ੁੱਕਰਵਾਰ ਸਵੇਰੇ 6 ਵਜੇ ਤੋਂ ਸ਼ਾਮ 5 ਵਜੇ ਤੱਕ ਖੁੱਲ ਸਕਣਗੀਆਂ ਦੁਕਾਨਾਂ


ਬਠਿੰਡਾ :
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੈਜਿਸਟ੍ਰੇਟ-ਕਮ-ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਬੀ. ਸ਼੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਹਦਾਇਤਾਂ ਮੁਤਾਬਿਕ ਪਹਿਲਾਂ ਤੋਂ ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਦੀ ਲਗਾਤਾਰਤਾ ਵਿੱਚ ਜਿੱਥੇ ਬਾਕੀ ਪਾਬੰਦੀਆਂ ਲਾਗੂ ਰਹਿਣਗੀਆਂ, ਉਥੇ ਹੀ ਦੁਕਾਨਾਂ ਖੋਲ੍ਹਣ ਦੇ ਸਮੇਂ ਵਿੱਚ ਤੇ ਗੱਡੀਆਂ ਵਿੱਚ ਸਵਾਰੀਆਂ ਦੀ ਬੈਠਣ ਸਮਰੱਥਾ ਚ ਕੁਝ ਛੋਟਾਂ ਦਿੱਤੀਆਂ ਗਈਆਂ ਹਨ, ਜਿਹੜੀਆਂ ਕਿ 10 ਜੂਨ ਤੱਕ ਲਾਗੂ ਰਹਿਣਗੀਆਂ।

 ਹੁਕਮਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਭਰ ਚ ਰੋਜ਼ਾਨਾਂ ਕਰਫ਼ਿਊ ਸ਼ਾਮ 6 ਤੋਂ ਸਵੇਰੇ 5 ਵਜੇ ਤੱਕ ਅਤੇ ਹਫ਼ਤੇ ਦੇ ਅਖ਼ਰੀਲੇ ਦਿਨ (ਸ਼ਨੀਵਾਰ ਤੇ ਐਤਵਾਰ) ਸ਼ੁਕਰਵਾਰ ਸ਼ਾਮ 6 ਤੋਂ ਸੋਮਵਾਰ ਸਵੇਰੇ 5 ਵਜੇ ਤੱਕ ਲਾਗੂ ਰਹੇਗਾ। ਹਫ਼ਤੇ ਦੇ ਸਾਰੇ 24 ਘੰਟੇ ਦਵਾਈਆਂ ਦੀਆਂ ਦੁਕਾਨਾਂ ਤੇ ਪੈਟਰੋਲ ਪੰਪ ਖੁੱਲੇ ਰਹਿਣਗੇ।    ਹੁਕਮ ਚ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੈਜਿਸਟ੍ਰੇਟ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਬਠਿੰਡਾ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਦੁਕਾਨਾਂ ਸੋਮਵਾਰ ਤੋਂ ਸ਼ੁੱਕਰਵਾਰ ਤੱਕ ਸਵੇਰੇ 6 ਵਜੇ ਤੋਂ ਸ਼ਾਮ ਦੇ 5 ਵਜੇ ਤੱਕ ਖੋਲ੍ਹੀਆਂ ਜਾ ਸਕਦੀਆਂ ਹਨ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸਾਰੇ ਰੈਸਟੋਰੈਂਟ (ਸਮੇਤ ਹੋਟਲ), ਕੈਫੇ, ਕਾਫ਼ੀ ਦੀਆਂ ਦੁਕਾਨਾਂ, ਫਾਸਟ ਫੂਡ ਆਊਟਲੈਟ, ਢਾਬੇ ਆਦਿ ਨਾ ਤਾਂ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਉਥੇ ਬੈਠਾ ਕੇ ਖੁਆ ਸਕਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਨਾ ਹੀ ਉਥੇ ਪੈਕ ਕਰਕੇ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹਨ ਬਲਕਿ ਰਾਤ ਦੇ 9 ਵਜੇ ਤੱਕ ਹੋਮ ਡਿਲੀਵਰੀ ਕਰਨ ਦੀ ਆਗਿਆ ਹੋਵੇਗੀ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਰੈਸਟੋਰੈਂਟਾਂ, ਫਾਸਟ ਫੂਡ ਜੁਆਇੰਟ, ਕਾਫ਼ੀ ਸ਼ੋਪ ਆਦਿ ਨੂੰ ਗ੍ਰਾਹਕਾਂ ਨੂੰ ਅੰਦਰ ਬਿਠਾਉਣ ਦੀ ਅਨੁਮਤੀ ਨਹੀਂ ਹੋਵੇਗੀ। ਪੇਂਡੂ ਤੇ ਸ਼ਹਿਰੀ ਖੇਤਰ ਵਿਚ ਉਸਾਰੀ ਗਤੀਵਿਧੀਆਂ ਅਤੇ ਉਦਯੋਗਿਕ ਇਕਾਈਆਂ ਨੂੰ ਖੁੱਲਣ ਦੀ ਆਗਿਆ ਰਹੇਗੀ।

ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੈਜਿਸਟ੍ਰੇਟ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਜੇਕਰ ਬਾਹਰਲੀ ਸਟੇਟ ਤੋਂ ਕੋਈ ਵੀ ਵਿਅਕਤੀ ਚਾਹੇ ਉਹ ਹਵਾਈ, ਰੇਲ ਜਾਂ ਸੜਕ ਯਾਤਰਾ ਰਾਹੀਂ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਬਠਿੰਡਾ ਵਿੱਚ ਆਵੇਗਾ, ਉਸ ਕੋਲ ਕੋਰੋਨਾ ਦੀ ਨੈਗੇਟਿਵ ਰਿਪੋਰਟ ਜੋ 72 ਘੰਟਿਆਂ ਤੋਂ ਪੁਰਾਣੀ ਨਾ ਹੋਵੇ ਜਾਂ ਵੈਕਸੀਨੇਸ਼ਨ ਸਰਟੀਫਿਕੇਟ (ਘੱਟੋ-ਘੱਟ ਇੱਕ ਡੋਜ਼) 2 ਹਫ਼ਤੇ ਪੁਰਾਣੀ ਜ਼ਰੂਰ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ। ਮਹਿਮਾਨ ਹੋਟਲ ਵਿੱਚ ਠਹਿਰ ਸਕਦੇ ਹਨ, ਪਰ ਹੋਟਲ ਅਧਿਕਾਰੀ ਇਹ ਸੁਨਿਸ਼ਚਿਤ ਕਰਨਗੇ ਕਿ ਉਸ ਕੋਲ ਕੋਰੋਨਾ ਦੀ ਨੈਗੇਟਿਵ ਰਿਪੋਰਟ ਜੋ 72 ਘੰਟਿਆਂ ਤੋਂ ਪੁਰਾਣੀ ਨਾ ਹੋਵੇ ਜਾਂ ਵੈਕਸੀਨੇਸ਼ਨ ਸਰਟੀਫਿਕੇਟ (ਘੱਟੋ-ਘੱਟ ਇੱਕ ਡੋਜ਼) 2 ਹਫ਼ਤੇ ਪੁਰਾਣੀ ਜ਼ਰੂਰ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ।

 ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪਬਲਿਕ ਟਰਾਂਸਪੋਰਟ (ਬੱਸ, ਟੈਕਸੀ, ਆਟੋ) ਵਿੱਚ 50 ਫੀਸਦੀ ਸਵਾਰੀਆਂ ਹੀ ਹੋਣੀਆਂ ਚਾਹੀਦੀਆਂ ਹਨ। ਸਾਰੇ ਬਾਰ, ਸਿਨੇਮਾ ਹਾਲ, ਪੀ.ਜ਼ੀਜ਼, ਜਿਮ, ਸਪਾਸ, ਸਵੀਮਿੰਗ ਪੂਲਜ਼, ਕੋਚਿੰਗ ਸੈਂਟਰ, ਸਪੋਰਟਸ ਕੰਪਲੈਕਸ ਅਤੇ ਮੰਨੋਰੰਜ਼ਨ ਪਾਰਕ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਸਾਰੇ ਹਫ਼ਤਾਵਰੀ ਬਜ਼ਾਰ (ਆਪਣੀ ਮੰਡੀ ਆਦਿ) ਬੰਦ ਰਹਿਣਗੇ। ਈ-ਕਮਰਸ ਹੋਮ ਡਿਲਵਰੀ ਸਵੇਰੇ 9 ਵਜੇ ਤੋਂ ਸ਼ਾਮ 5 ਵਜੇ ਤੱਕ ਹੋਵੇਗੀ।

ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਹਰ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਸਮਾਜਿਕ, ਸਭਿਆਚਾਰਕ ਅਤੇ ਖੇਡ ਇੱਕਠਾਂ ਅਤੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਸਬੰਧਤ ਸਰਕਾਰੀ ਸਮਾਗਮਾਂ, ਉਦਘਾਟਨਾਂ ਆਦਿ ਤੇ ਮੁਕੰਮਲ ਰੋਕ ਲਗਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ।

ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਭਰ ਵਿੱਚ ਸਾਰੀਆਂ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਇਕੱਠਾਂ ਤੇ ਪੂਰਨ ਪਾਬੰਦੀ ਹੋਵੇਗੀ। ਇਨ੍ਹਾਂ ਆਦੇਸ਼ਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਕਿਸੇ ਵੀ ਇਕੱਠ ਲਈ ਪ੍ਰਬੰਧਕਾਂ ਅਤੇ ਟੈਂਟ ਹਾਊਸ ਦੇ ਮਾਲਕਾਂ ਦੇ ਵਿਰੁੱਧ ਆਪਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਐਕਟ ਅਤੇ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਬਿਮਾਰੀ ਐਕਟ ਤਹਿਤ ਐਫਆਈਆਰ ਦਰਜ ਕੀਤੀ ਜਾਏਗੀ। ਅਜਿਹੇ ਸਥਾਨ ਭਵਿੱਖ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਲਈ ਵੀ ਸੀਲ ਕਰ ਦਿੱਤੇ ਜਾਣਗੇ।

ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੈਜਿਸਟ੍ਰੇਟ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਜੋ ਵਿਅਕਤੀ ਕਿਸੇ ਵੀ ਇੱਕਠ ਵਾਲੀਆਂ ਥਾਵਾਂ (ਧਾਰਮਿਕ, ਰਾਜਨੀਤਿਕ, ਸਮਾਜਿਕ) ਤੇ ਜਾਵੇਗਾ ਉਸਨੂੰ 5 ਦਿਨਾਂ ਲਈ ਘਰ ਵਿੱਚ ਇਕਾਂਤਵਾਸ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ ਅਤੇ ਪ੍ਰੋਟੋਕਾਲ ਮੁਤਾਬਕ ਉਸਦਾ ਟੈਸਟ ਕਰਵਾਇਆ ਜਾਵੇਗਾ।

ਸਾਰੇ ਸਰਕਾਰੀ ਦਫਤਰ ਬੋਰਡ ਕਾਰਪੋਰੇਸਨ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਬੈਂਕ ਉਨ੍ਹਾਂ 50 ਫ਼ੀਸਦੀ ਦੀ ਥਾਂ 'ਤੇ ਕੰਮ ਕਰਨਗੇ ਜਿਥੇ ਅਧਿਕਾਰੀ ਕੋਵਿਡ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਵਿਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹਨ। ਸਰਕਾਰੀ ਬੋਰਡ ਕਾਰਪੋਰੇਸਨ ਬੈਂਕ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਦਾ ਪਛਾਣ ਪੱਤਰ ਕਰਫ਼ਿਊ ਪਾਸ ਵਜੋਂ ਕੰਮ ਕਰੇਗਾ। ਵਿਆਹ-ਸ਼ਾਦੀ, ਸਸਕਾਰ ਅਤੇ ਭੋਗ ਸਮੇਂ 10 ਤੋਂ ਵਧੇਰੇ ਵਿਅਕਤੀ ਨਹੀਂ ਹੋਣੇ ਚਾਹੀਦੇ। ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਨਾਈਟ ਕਰਫਿਊ ਅਤੇ ਵੀਕੈਂਡ ਕਰਫਿਊ ਦੀ ਪਾਲਣਾ ਹਿੱਤ ਠੀਕਰੀ ਪਹਿਰੇ ਲਗਾਏ ਜਾਣ। 

ਸਬਜ਼ੀ ਮੰਡੀਆਂ ਵਿੱਚ ਸਮਾਜਿਕ ਦੂਰੀ ਬਣਾਈ ਰੱਖੀ ਜਾਵੇ, ਜੋ ਸਿਰਫ ਫਲਾਂ ਅਤੇ ਸਬਜ਼ੀਆਂ ਦੇ ਥੋਕ ਵਿਕਰੇਤਾਵਾਂ ਲਈ ਖੁੱਲੀ ਹੋਵੇਗੀ। ਥੋਕ ਸਬਜ਼ੀ ਮੰਡੀ ਵਿਚ ਕਿਸੇ ਵੀ ਪ੍ਰਚੂਨ ਵੇਚਣ ਦੀ ਆਗਿਆ ਨਹੀਂ, ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਥੋਕ ਬਾਜ਼ਾਰ ਵਿਚ ਪ੍ਰਚੂਨ ਵੇਚਦਾ ਪਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੰਡੀ ਅਧਿਕਾਰੀ ਦੁਆਰਾ ਲਾਇਸੈਂਸ ਰੱਦ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇਗਾ।

ਯੂਨੀਅਨ ਅਤੇ ਧਾਰਮਿਕ ਆਗੂ ਕਿਸੇ ਵੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦਾ ਇੱਕਠ ਨਹੀਂ ਕਰਨਗੇ ਅਤੇ ਪੈਟਰੋਲ ਪੰਪ ਅਤੇ ਮਾਲਜ਼ (ਸੁਪਰਮਾਰਕਿਟ) ਤੇ ਹਦਾਇਤਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਸੀਮਤ ਗਿਣਤੀ ਵਿੱਚ ਹੀ ਹਾਜ਼ਰ ਰਹਿ ਸਕਣਗੇ। ਆਕਸੀਜਨ ਸਿਲੰਡਰਾਂ ਦਾ ਭੰਡਾਰ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆਂ ਖਿ਼ਲਾਫ਼ ਸਖ਼ਤ ਕਾਰਵਾਈ ਅਮਲ ਵਿੱਚ ਲਿਆਂਦੀ ਜਾਵੇਗੀ।

 ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਸੜਕਾਂ ਅਤੇ ਗਲੀਆਂ ਵਿੱਚ ਵਸਤਾਂ ਵੇਚਣ ਵਾਲਿਆਂ ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਰੇਹੜੀ ਵਾਲਿਆਂ ਦੇ ਆਰ.ਟੀ.-ਪੀ.ਸੀ.ਆਰ. ਟੈਸਟ ਕਰਵਾਉਣੇ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਏ ਜਾਣ ਅਤੇ ਟੈਸਟਿੰਗ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਲਈ ਟੈ੍ਰਫਿਕ ਪੁਲਿਸ ਅਤੇ ਸਿਹਤ ਟੀਮਾਂ ਆਪਸੀ ਤਾਲਮੇਲ ਰੱਖਣ।

ਪਬਲਿਕ ਟ੍ਰਾਂਸਪੋਰਟ ਬੱਸਾਂ ਟੈਕਸੀਆਂ ਦੀ ਆਟੋ ਵਿਚ ਸਮਰੱਥਾ ਦੇ 50 ਫ਼ੀਸਦੀ ਤੱਕ ਸੀਮਿਤ ਰਹਿਣ ਦੀ ਆਗਿਆ ਹੈ। ਟ੍ਰਾਂਸਪੋਰਟ ਅਤੇ ਸਿਵਲ ਅਧਿਕਾਰੀ ਪੁਲਿਸ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਲਾਗੂ ਕਰਨ ਲਈ ਉਡਾਣ ਦਸਤੇ ਗਠਿਤ ਕਰਨ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸਾਰੇ ਮੈਡੀਕਲ ਅਤੇ ਨਰਸਿੰਗ ਕਾਲਜ ਖੁਲ੍ਹੇ ਰਹਿਣਗੇ। ਸਾਰੀਆਂ ਭਰਤੀ ਪ੍ਰੀਖਿਆਵਾਂ ਉਦੋਂ ਤੱਕ ਮੁਲਤਵੀ ਕੀਤੀਆਂ ਜਾਣਗੀਆਂ ਜਦੋਂ ਤੱਕ ਇਹ ਕੋਵਿਡ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਨਾਲ ਮਨੁੱਖੀ ਸ਼ਕਤੀ ਦੀ ਭਰਤੀ ਨਾਲ ਸਬੰਧਤ ਨਾ ਹੋਵੇ। ਸਾਰੇ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਆਫਿਸ ਸੋਮਵਾਰ ਤੋਂ ਸ਼ੁਕਰਵਾਰ ਤੱਕ ਸਵੇਰੇ 9 ਤੋਂ ਸ਼ਾਮ 5 ਵਜੇ ਤੱਕ ਖੁੱਲੇ ਰਹਿਣਗੇ। 

ਉਨਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸਾਰੇ ਸਰਕਾਰੀ ਦਫ਼ਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਕੰਮ ਕਰ ਰਹੇ ਜਿਨਾਂ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਦੀ ਉਮਰ 45 ਸਾਲ ਤੋਂ ਵੱਧ ਹੈ ਅਤੇ ਉਨਾਂ ਪਿਛਲੇ 15 ਦਿਨਾਂ ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਵੱਧ ਦਿਨਾਂ ਵਿੱਚ ਵੈਕਸੀਨ ਦੀ ਕੋਈ ਡੋਜ਼ ਨਹੀਂ ਲਗਵਾਈ ਹੈ, ਉਨਾਂ ਨੂੰ ਛੁੱਟੀ ਲੈ ਕੇ ਘਰ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਲਈ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ, ਜਿੰਨੀ ਦੇਰ ਤੱਕ ਉਹ ਵੈਕਸੀਨ ਨਹੀਂ ਲਗਵਾਉਂਦੇ। ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਜਿਨਾਂ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਦੀ ਉਮਰ 45 ਸਾਲ ਤੋਂ ਘੱਟ ਹੈ ਅਤੇ ਆਰ.ਟੀ.-ਪੀ.ਸੀ.ਆਰ. ਦੀ ਰਿਪੋਰਟ (ਪੰਜ ਦਿਨਾਂ ਤੋਂ ਜ਼ਿਆਦਾ ਪੁਰਾਣੀ ਨਾ ਹੋਵੇ) ਨੈਗੇਟਿਵ ਹੈ, ਉਨਾਂ ਨੂੰ ਹੀ ਦਫ਼ਤਰ ਵਿੱਚ ਆਉਣ ਦੀ ਆਗਿਆ ਹੋਵੇਗੀ। ਸਾਰੇ ਸਰਕਾਰੀ ਦਫ਼ਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਵਿਅਕਤੀਗਤ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਲੋਕਾਂ ਦੀਆਂ ਸ਼ਿਕਾਇਤਾਂ ਦੇ ਨਿਪਟਾਰੇ ‘ਤੇ ਪਾਬੰਦੀ ਲਗਾਉਂਦੇ ਹੋਏ ਇਸ ਮਕਸਦ ਲਈ ਆਨਲਾਈਨ ਤੇ ਵਰਚੂਅਲ ਤਰੀਕੇ ਅਪਨਾਉਣ ਲਈ ਕਿਹਾ ਗਿਆ ਹੈ। ਮਾਈਕਰੋ ਕੰਟੇਨਮੈਂਟ ਜ਼ੋਨ ਜਿੱਥੇ ਕੋਰੋਨਾ ਪਾਜੀਟਿਵ ਮਰੀਜ਼ਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਵਧੇਰੇ ਹੈ ਸਖ਼ਤੀ ਨਾਲ ਮਨੀਟਰ ਕੀਤੇ ਜਾਣ। ਸਾਰੇ ਸਰਕਾਰੀ ਦਫਤਰਾਂ ਦੁਆਰਾ ਸ਼ਿਕਾਇਤਾਂ ਦੇ ਨਿਪਟਾਰੇ ਨੂੰ ਵਰਚੁਅਲ/ਆਨ-ਲਾਈਨ ਢੰਗਾਂ ਦੁਆਰਾ ਤਰਜੀਹ ਦਿੱਤੀ ਜਾਏਗੀ ਅਤੇ ਜਨਤਕ ਲੈਣ-ਦੇਣ ਨੂੰ ਜਿਥੋਂ ਤੱਕ ਹੋ ਸਕੇ ਘਟਾਇਆ ਜਾਵੇਗਾ ਅਤੇ ਸਿਰਫ ਉਸ ਨੂੰ ਹੀ ਆਗਿਆ ਦਿੱਤੀ ਜਾਏਗੀ ਜਿਥੇ ਅਤਿ-ਜ਼ਰੂਰੀ ਸਮਝਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ। ਇਸੇ ਤਰਾਂ ਮਾਲ ਵਿਭਾਗ ਜਾਇਦਾਦ ਦੀ ਵਿਕਰੀ ਅਤੇ ਖਰੀਦ ਲਈ ਕਨਵੇਐਂਸ ਡੀਡਾਂ ਨੂੰ ਲਾਗੂ ਕਰਨ ਲਈ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਨੂੰ ਸੀਮਿਤ ਕਰੇਗਾ। ਬੈਂਕ ਅਤੇ ਇੰਸੋਰੈਂਸ਼ ਕੰਪਨੀਆਂ ਸੋਮਵਾਰ ਤੋਂ ਸ਼ੁੱਕਰਵਾਰ ਤੱਕ 50 ਫ਼ੀਸਦੀ ਸਟਾਫ਼ ਨਾਲ ਖੁੱਲ੍ਹੇ ਰਹਿ ਸਕਣਗੇ। ਸਾਰੇ ਸਕੂਲ, ਕਾਲਜ ਤੇ ਇਸਟੀਚਿਊਟ ਬੰਦ ਰਹਿਣਗੇ। 

 ਸ਼੍ਰੀ ਬੀ. ਸ਼੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਕੋਵਿਡ-19 ਸਬੰਧੀ ਹਦਾਇਤਾਂ ਜਿਵੇਂ 6 ਫੁੱਟ ਦੀ ਸਮਾਜਿਕ ਦੂਰੀ (ਦੋ ਗਜ਼ ਦੀ ਦੂਰੀ) , ਬਜ਼ਾਰਾਂ ਅਤੇ ਪਬਲਿਕ ਟਰਾਂਸਪੋਰਟ ਵਿੱਚ ਇੱਕਠ ਨਾ ਹੋਣ ਦੇਣਾ ਨੂੰ ਸਖ਼ਤੀ ਨਾਲ ਜਿ਼ਲ੍ਹੇ ਅੰਦਰ ਲਾਗੂ ਕਰਵਾਇਆ ਜਾਵੇ ਅਤੇ ਮਾਸਕ ਨਾ ਪਹਿਣਨ ਅਤੇ ਜਨਤਕ ਥਾਵਾਂ `ਤੇ ਥੁੱਕ ਸੁੱਟਣ ਵਾਲਿਆਂ ਖਿ਼ਲਾਫ਼ ਸਖ਼ਤ ਕਾਰਵਾਈ ਅਮਲ ਵਿੱਚ ਲਿਆਂਦੀ ਜਾਵੇ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਹੁਕਮਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆ ਖਿਲਾਫ਼ ਡਿਜਾਸਟਰ ਮੈਨੇਜਮੈਂਟ ਐਕਟ 2005 ਦੇ ਸੈਕਸ਼ਨ 51 ਤੋਂ 60 ਅਤੇ ਇੰਡੀਅਨ ਪੈਨਲ ਕੋਡ ਦੀ ਧਾਰਾ 188  ਤਹਿਤ ਕਾਨੂੰਨੀ ਕਾਰਵਾਈ ਅਮਲ ’ਚ ਲਿਆਂਦੀ ਜਾਵੇਗੀ।

बठिंडा के गांव में शादी करने का झांसा महिला से किया दुष्कर्म, केस दर्ज, पीड़िता का आरोप- पुलिस आरोपी को नहीं कर रही गिरफ्तार


बठिंडा.
कैनाल थाना पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर गांव त्योणा वासी एक युवक पर दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है। महिला का आरोप है कि आरोपी युवक ने उसके साथ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया और जब शादी करने की बात कही तो अब मुकर गया। पुलिस ने पीिड़ता के बयानों के आधार पर आरोपी सुखजिंदर सिंह उर्फ सुक्खी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पीिड़ता का आरोप है कि पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया है लेकिन आज 12 दिन बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। कैनाल पुलिस को दिए बयान में पीिड़ता ने बताया कि वो प्राइवेट तौर पर नौकरी करती है उसकी 2010 में भुच्चो मंडी वासी से शादी हुई थी। 2017 में उसका पति के साथ अनबन के चलते तलाक हो गया। 2018 में उसकी जान पहचान सुखजिंदर सिंह उर्फ सुक्खी के साथ हुई जो एमएसडी स्कूल में वैन चलाता था,उसका बेटा उसकी वैन से स्कूल जाता था। मेरी और सुक्खी के बीच अच्छी जान पहचान हो गई। आरोपी ने उससे शादी करने की बात कही और शादी करने का झांसा देकर उससे शरीरिक संबंध बनाए। पिछले दो साल से वो उसके साथ शारीरिक संंबंध बना रहा था जब उसने शादी करने की बात कही तो आरोपी ने शादी करने से इंकार कर दिया और कहा कि जो करना है कर लें। पीड़िता ने आरोपी के खिलाफ थाना कैनाल में शिकायत दी। पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपी सुखजिंदर सिंह उर्फ सुक्खी पर केस दर्ज कर लिया है। पीिड़ता का कहना है कि आज केस दर्ज किए हुए 12 दिन हो गए हैं लेकिल आरोपी को पकड़ा नहीं गया। इस संबंध में एसएचओ कैनाल अमृतपाल सिंह का कहना था कि अारोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


ਬਠਿੰਡਾ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿੱਚ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਨੂੰ ਝਟਕਾ, ਸਾਬਕਾ ਕੌਂਸਲਰ ਮਨਦੀਪ ਕੌਰ ਤੇ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਸਰਕਲ ਪ੍ਰਧਾਨ ਕੁਲਦੀਪ ਸਿੰਘ ਨੰਬਰਦਾਰ ਕਾਂਗਰਸ ਚ ਸ਼ਾਮਲ


ਬਠਿੰਡਾ
ਬਠਿੰਡਾ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿੱਚ ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਨੂੰ ਉਸ ਸਮੇਂ ਵੱਡਾ ਝਟਕਾ ਲੱਗਾ ਜਦੋਂ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਦਾ ਸਰਕਲ ਪ੍ਰਧਾਨ ਅਤੇ ਸਾਬਕਾ ਕੌਂਸਲਰ ਕੁਲਦੀਪ ਸਿੰਘ ਨੰਬਰਦਾਰ ਤੇ ਉਹਨਾਂ ਦੀ ਪਤਨੀ ਸਾਬਕਾ ਕੌਂਸਲਰ ਮਨਦੀਪ ਕੌਰ ਨੇ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਵਿਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋਣ ਦਾ ਐਲਾਨ ਕਰ ਦਿੱਤਾ। ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਗੁਰਦੁਆਰਾ ਸਿੰਘ ਸਭਾ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਵਰਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਬੱਲਾ ਨੇ ਵੀ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਦਾ ਹੱਥ ਫੜ ਲਿਆ। 

ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਵਿੱਤ ਮੰਤਰੀ ਮਨਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਬਾਦਲ ਨੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਆਗੂਆਂ ਨੂੰ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਕਰਦਿਆਂ ਪੂਰਾ ਮਾਣ ਸਤਿਕਾਰ ਦੇਣ ਦਾ ਭਰੋਸਾ ਦਿੱਤਾ। ਅੱਜ ਵਿੱਤ ਮੰਤਰੀ ਮਨਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਬਾਦਲ ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਦੇ ਸਰਕਲ ਪ੍ਰਧਾਨ ਕੁਲਦੀਪ ਸਿੰਘ ਨੰਬਰਦਾਰ ਦੇ ਘਰ ਪੁੱਜੇ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਕਾਂਗਰਸ ਦੇ ਚਿੰਨ੍ਹ ਵਾਲਾ ਸਿਰੋਪਾ ਪਾ ਕੇ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਕੀਤਾ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸ਼ਹਿਰ ਦੇ ਲੋਕ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਦੀ ਨੀਤੀਆਂ ਤੋਂ ਖੁਸ਼ ਹੋ ਕੇ ਲਗਾਤਾਰ ਕਾਂਗਰਸ ਨਾਲ ਜੁੜ ਰਹੇ ਹਨ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੰਜਾਬ ਅਤੇ ਸ਼ਹਿਰ ਬਠਿੰਡਾ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਤਰੱਕੀ ਲਈ ਹੋਰਨਾਂ  ਆਗੂਆਂ ਨੂੰ ਵੀ ਕਾਂਗਰਸ ਦਾ ਸਹਿਯੋਗ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋਣ ਵਾਲੇ ਕੁਲਦੀਪ ਨੰਬਰਦਾਰ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਵਿੱਤ ਮੰਤਰੀ ਵੱਲੋਂ ਸ਼ਹਿਰ ਦੇ ਕਰਵਾਏ ਜਾ ਰਹੇ ਵਿਕਾਸ ਨੂੰ ਦੇਖਦਿਆਂ ਉਹ  ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਨਾਲ ਜੁੜੇ ਹਨ। ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹੀ ਗੁਰਦੁਆਰਾ ਸਿੰਘ ਸਭਾ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਵਰਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਬੱਲਾ ਵੀ ਅੱਜ ਵਿੱਤ ਮੰਤਰੀ ਦੀ ਹਾਜ਼ਰੀ ਵਿਚ ਕਾਂਗਰਸ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋ ਗਏ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਵਰਿੰਦਰ ਭੱਲਾ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਉਹ ਸ਼ਹਿਰ ਦੀ ਤਰੱਕੀ ਲਈ ਵਿੱਤ ਮੰਤਰੀ ਨਾਲ ਜੁੜੇ ਹਨ। ਵਿੱਤ ਮੰਤਰੀ ਮਨਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਬਾਦਲ ਨੇ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋਣ ਵਾਲੇ ਉਕਤ ਤਿੰਨਾਂ ਆਗੂਆਂ ਦਾ ਭਰਵਾਂ ਸਵਾਗਤ ਕੀਤਾ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਮਾਣ ਸਤਿਕਾਰ ਦੇਣ ਦਾ  ਭਰੋਸਾ ਦਿਵਾਇਆ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਅਰੁਣ ਵਧਾਵਨ, ਮਾਸਟਰ ਹਰਮੰਦਰ ਸਿੰਘ, ਪਵਨ ਮਾਨੀ ਆਦਿ ਹਾਜ਼ਰ ਸਨ।

बठिंडा के सुर्खपीर रोड गली नंबर 26 के पास आधा दर्जन के करीब युवकों ने एक युवक पर किया जानलेवा हमला , चार दिन बाद भी मामला दर्ज नहीं, पुलिस कर रही एक्सरे रिपोर्ट का इंतजार

बठिंडा। चार दिन पहले सुर्खपीर रोड गली नंबर 26 के पास आधा दर्जन के करीब युवकों ने एक युवक पर जानलेवा हमला कर दिया। हमलावरों ने राड से युवक का सिर फोड़ दिया और फरार हो गए। घायल को उसके साथियों ने सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया। यहां से युवक की हालत गंभीर होने पर उसे एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जाती है। युवक की पहचान जतिन कुमार वासी गली नंबर 6 सुर्खपीर रोड बठिंडा के तौर पर हुई है। निजी अस्पताल में दाखिल जतिन ने बताया कि 25 मई को रात 8 बजे के करीब उसका दोस्त से अपने साथ ले गया। उन्होंने हंस नगर मेन रोड पर शराब के ठेके पास शराब का सेवन किया। 

वह अपने दोस्त के साथ टहलते हुए गली नंबर 26 सुर्खपीर रोड के मौड़ पर चले गए। जतिन ने बताया कि वो गली के मौड़ पर जाकर खड़ा ही था कि उसके देखते ही देखते दो अन्य युवकों ने उससे मारपीट शुरू कर दी और इसके बाद चार-पांच युवकों ने उस पर हमला बोल दिया और एक युवक ने राड उसके सिर पर दे मारी और फरार हो गए। जतिन ने बताया कि उसका जो दोस्त उसे घर से बुलाकर लेकर गया था वो भी हमलावरों के साथ मिला हुआ है जिसने एक योजना के तहत उस पर हमला करवाया। जतिन ने बताया कि कैनाल पुलिस के एएसआई गुरसाहिब सिंह ने उसके बयान दर्ज कर लिए हैं। इस संबंध में जांच अधिकारी एएसआई गुरसाहिब सिंह का कहना था कि जतिन कुमार के बयान दर्ज कर लिए हैं। उसके एक्सरे रिपोर्ट लेनी बाकी हैं, रिपोर्ट मिलने के बाद आराेपियों पर केस दर्ज कर लिया जाएगा। घटना को चार दिन बीत चुके हैं लेकिन पुलिस भी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। 

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