Monday, November 30, 2020

ब्लड बैंक में Bathinda-संक्रमित रक्त चढाने की जांच-ब्लड डोनर करने वाले 15 लोगों के टेस्ट लेकिन रिपोर्ट का खुलासा नहीं



बठिंडा. बठिंडा के सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक से एक महिला और चार थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआईवी पॉजिटिव डोनरों का बिना जांच खून चढ़ने का खुलासा होने पर अस्पताल की तरफ से डोनरों की पहचान कर सैंपलिंग का काम शुरू किया है। लॉकडाउन के दौरान ब्लड बैंक व कैंपों में ब्लड डोनेट करने वाले रक्तदानियों को इसमें शामिल किया गया है।

अब तब 15 डोनरों को बुलाकर ब्लड टेस्ट करवाया गया है। इसमें आए दिन उठ रहे विवाद के चलते अस्पताल प्रबंधन उनकी रिपोर्ट जारी करने से गुरेज कर रहा है लेकिन अस्पताल प्रशासन की ओर से उक्त डोनरों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव व नेगेटिव तथा डोनर के संक्रमित आने पर एआरटी सेंटर में इलाज शुरू करवाने संबंधी कुछ भी बताने से इंकार किया है। उक्त मामले में 8 से 12 साल के मध्य बच्चों को एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाया गया जिसकी ब्लड बैंक में जांच नहीं हुई थी। बठिंडा ब्लड बैंक में थैलेसीमिया की बीमारी से पीड़ित 4 बच्चों के एचआईवी संक्रमित होने पर तहलका मच गया था तथा लगातार मामले सामने आने के बाद सेहत विभाग की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।

वहीं लगातार ब्लड बैंक में इस तरह की घटनाएं घटित होने को संयोग नहीं माना जा सकता। इसमें बाल अधिकार आयोग की सख्त टिप्पणी व मामले में बड़ी लापरवाही के साथ किसी घपले की आशंका के तहत जांच करवाने की हिदायत ने सेहत विभाग की किरकरी की है। इसमें आला अधिकारियों की कारगुजारी पर भी सामाजिक व राजनीतिक संगठनों की तरफ से सवाल उठाकर जांच की मांग कर दोषियों पर आपराधिक मामले दर्ज करने की मांग लगातार की जा रही है। वही ब्लड बैंक में बाहरी लोगों के हस्तक्षेप व जानबूझकर ब्लड बैंक कर्मियों को बदनाम करने के लिए साजिश करने की संभावना के बीच सेहत विभाग ने सुरक्षा के लिए एक सुरक्षा गार्ड के अलावा वार्ड अटेंडेट की तैनाती भी कर दी है।
वही आयोग की तरफ से आला अधिकारियों की तरफ से ब्लड़ बैंक में लापरवाही के मद्देनजर अपने स्तर पर गहराई से जांच नहीं करने की बात के बाद गत दिवस सिविल सर्जन डा. अमरीक सिंह संधू ने ब्लड बैंक का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने एक घंटा रिकार्ड जांचा। बता दें कि ब्लड बैंक में अक्टूबर व नवंबर के मध्य थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एड्स संक्रमित खून चढ़ाने के मामले में जांच के बाद सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू की तरफ से बठिंडा सरकारी ब्लड बैंक में तैनात चार कांट्रेक्ट लैब टेक्नीशियनों को जांच के बाद आरोपी पाए जाने पर नौकरी से डिसमिस कर दिया गया।

3 अक्टूबर को थैलासीमिया पीड़ित बच्चे को इश्यू किए गए एचआईवी संक्रमित ब्लड के मामले में आरोपी पाए जाने पर ब्लड बैंक में तैनात सीनियर एमएलटी बलदेव रोमाणा पर विभागीय कार्रवाई के बाद पुलिस कार्रवाई कर जेल भेजा गया। वहीं मामले में शामिल कांट्रेक्ट पर बीटीओ डा. करिश्मा व एलटी रिचा को सस्पेंड किया जा चुका है। ब्लड से अलग-अलग दिनों में इश्यू किए ब्लड के चढ़ाने से अब तक 4 थैलासीमिया पीड़ित बच्चे एचआईवी पॉजिटिव से ग्रस्त हो चुके हैं।

इस संबंध में हेल्थ सेक्रेटरी हुस्न लाल द्वारा सिविल सर्जन व डीएमसी को समय-समय पर ब्लड बैंक का निरीक्षण करने के आदेश जारी किए थे। सिविल सर्जन बठिंडा डा. अमरीक सिंह संधू ने रविवार को फिर टीम समेत ब्लड बैंक का निरीक्षण किया और ब्लड बैंक का पूरा रिकार्ड, ब्लड स्टाक समेत अन्य संसाधनों की चेकिंग की। इस दौरान जांच टीम द्वारा करीब एक घंटे तक रिकार्ड चेक करने के साथ ब्लड बैंक में तैनात एलटी से ब्लड डोनेशन से लेकर ब्लड सैंपलों की क्रास चेकिंग व इश्यू करने संबंधी जरूरी निर्देश दिए वहीं रिकार्ड में इंट्री करते समय कोई गलती होने पर ओवर राइटिंग न किया जए। गलती होने पर साथ में इंट्री की करें ताकि गलती का आसानी से पता चल सके। इस दौरान उन्होंने ब्लड बैंक की इमारत में चल रहे रैनोवेशन व निर्माण कार्य का भी जायजा लिया।
ब्लड बैंक में खून की कमी, नहीं आ रहे डोनर
जब से ब्लड बैंक की ओेर से थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआइवी पाजिटिव डोनर का खून चढ़ने के बाद ब्लड बैंक विवाद में आया है। उसके बाद से ब्लड बैंक में खून की कमी हो गइ है। ब्लड डोनर और खूनदानी संस्थाएं खूनदान करने के लिए आगे नहीं आ रही हैं। खून की कमी के चलते आए दिन मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समय ब्लड बैंक में 68 यूनिट ब्लड है। जिसमें इमरजेंसी के लिए एबी पाजिटिव का एक ही यूनिट बचा है जब कि प्रत्येक ग्रुप के इमरजेंसी के लिए कम से कम 15 यूनिट होने चाहिए। इससे पहले प्रतिदिन 25-30 यूनिट खून ब्लड बैंक से जारी होता था जो इन दिनों प्रतिदिन 4-5 यूनिट खून जारी हो रहा है।

https://www.punjabkasach.com/bathinda-in-blood-bank-blood-transfusion-test-blood-donor-test-of-15-people-but-report-not-revealed/

बठिंडा में ग्रीन सिटी परिवार हत्याकांड के पांच आरोपित डेढ़ माह बाद भी गिरफ्त से बाहर


 

बठिडा : सियासी पहुंच के कारण ग्रीन सिटी परिवार हत्याकांड में बठिडा पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। सिर्फ चार लोगों को ही पुलिस ने गिरफ्तार किया है। लेकिन बाकी के पांच आरोपित पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। कांग्रेस नेता संजय जिदल बाबी की लोकेशन पता चलने के बावजूद भी उसको पुलिस पकड़ नहीं पाई।

22 अक्टूबर, 2020 को बठिडा की ग्रीन सिटी फेज टू में ट्रेडिग बिजनेस में लाखों रुपये का घाटा होने से परेशान 41 वर्षीय व्यापारी दविदर गर्ग ने 38 वर्षीय पत्नी मीना गर्ग, 14 वर्षीय बेटे आरूष गर्ग व 10 वर्षीय बेटी मुस्कान गर्ग की गोली मारकर हत्या कर दी और उसके बाद ख्रुदकुशी कर ली थी। दविदर ने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने एक महिला समेत नौ लोगों को अपनी मौत का जिम्मेवार ठहराया था। जिन लोगों के नाम सुसाइड नोट में लिखे गए है, वह सभी उसके साथ ट्रेडिग बिजनेस में जुड़े हुए थे। थाना कैंट पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर एक महिला समेत कुल नौ लोगों पर खुदकुशी करने के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया था। इनमें से बठिडा पुलिस ने सिर्फ चार लोगों मनजिदर सिंह धालीवाल, प्रवीन बंसल, अशोक कुमार व मनी बंसल को ही गिरफ्तार किया। पांच आरोपित संजय जिदल बाबी, अभिषेक जोहरी, राजू कोहिनूर, अमन कोहेनूर, बब्बू कालड़ा अभी तक पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। पहले परिवार को पकड़ा, फिर छोड़ा कांग्रेस नेता संजय जिदल बाबी की लोकेशन शिमला की आ जाने के बाद पुलिस ने उसके स्वजनों को हिरासत में ले लिया था। इसके बाद बड़े कद के कांग्रेस नेता की सिफारिश पर उनको छोड़ दिया गया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि बाबी को पकड़ना है तो पकड़ लें लेकिन उनके परिवार को परेशान न करें।

हमारे लिए सिर्फ आरोपित हैं

हम लगातार प्रयास कर रहे हैं और छापेमारी जारी है। बहुत जल्द बाकी के सभी आरोपित पुलिस की पकड़ में होंगे। कोई नेता हो या न हो, इस से कोई फर्क नहीं पड़ता, हमारे लिए तो वह सिर्फ आरोपित ही हैं।

-भुपिद्रजीत सिंह विर्क, एसएसपी, बठिडा


बठिंडा में संस्थाओं ने बंद की सेवाएं तो प्रशासन ने दिया थेलेसीमिया पीड़ित एसो.के पदाधाकिरियों पर दर्ज केस रद्द करने का भरोसा



 बठिडा : सिविल अस्पताल प्रबंधन व पुलिस द्वारा थैलेसीमिया एसोसिएशन के प्रधान सुरेश पाल गर्ग पर दर्ज किए गए केस को रद करवाने की मांग को लेकर शनिवार को बठिडा की तमाम समाजसेवी व धार्मिक संस्थाओं ने अपनी सभी सेवाएं बंद कर नान गवर्नमेंट आर्गेनाइजेशन (एनजीओ) के बैनर तले स्थानीय फायर ब्रिगेड चौक के बाहर धरना दिया। इस मौके पर सिविल सर्जन बठिडा समेत जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद संस्थाओं का प्रतिनिधिमंडल सिविल सर्जन बठिडा सिंह सिद्धू से मिलने गया। इस दौरान संस्थाओं ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर दर्ज करवाए केस पर जताया। उन्होंने उक्त केस को रद करने की मांग रखी। वहीं थैलेसीमिया बच्चों व महिला को एचआइवी रक्त चढ़ाने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा। इस दौरान डाक्टरों की एसोसिएशन ने भी सिविल सर्जन से बैठक की। इस दौरान डाक्टरों का कहना था कि वह सामाजिक व धार्मिक संगठनों के साथ बात करने के लिए तैयार हैं। लेकिन इस दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि बैठक में हाजिर नहीं रहेंगे। वहीं डाक्टरों ने कहा कि पदाधिकारियों के खिलाफ दी गई शिकायत को वह वापिस ले लेंगे पर राजनीतिक दलों खासकर आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधियों के खिलाफ दर्ज शिकायत वापिस नहीं लेंगे।

शहर की समाजसेवी संस्था थैलेसीमिया सोसायटी पर दर्ज हुए मामले को लेकर शहर की सभी सामाजिक संस्थाओं ने हर प्रकार की सामाजिक गतिविधि पर रोक लगा दी थी, जिसके चलते संस्थाओं ने मजबूरन किसी भी ब्लड बैंक में रक्त देने, कोई भी दाह संस्कार करने या कोई भी कोविड सहायता करने अन्य गतिविधियों को रोक कर प्रशासन का बायकाट कर फायर ब्रिगेड चौक में धरना दिया था। उनका समर्थन करते हुए राजनीतिक दलों के अलावा पूरे पंजाब की सभी समाजिक संस्थाओं ने समर्थन दिया था और पूरे पंजाब में सेवा बंद करने का एलान कर दिया था।

संस्थाओं के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन के एक डेलीगेशन द्वारा संस्थाओं और डाक्टरों के बीच बैठक आयोजन किया। इसमें दोनों पक्षों की ओर से बातचीत की गई व दोनों पक्षों ने कहा कि किसी भी तरह से आज के समय में सेवा कार्य प्रभावित नहीं होने चाहिए। डाक्टरों ने आश्वासन दिलवाया कि वह किसी प्रकार की आगे की कार्रवाई नहीं चाहते। इसके बाद तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़, डीएसपी गुरजीत सिंह रोमाणा व एसएचओ कोतवाली दविदर सिंह ने धरनास्थल पर सभी को विश्वास दिलवाया कि अगले सप्ताह तक कानूनी प्रक्रिया पूरी करके मामले को रद कर दिया जाएगा, जिसके बाद सभी संस्थाओं ने सहमति से सेवाएं बहाल कर दी।

इस मौके पर नौजवान वेलफेयर सोसायटी, जीवन ज्योति वेलफेयर क्लब, समर्पण वेलफेयर सोसायटी, श्री गौशाला, आसरा वेलफेयर सोसायटी, श्री गणेश वेलफेयर सोसायटी, सहयोग वेलफेयर सोसायटी, श्री गोसेवा संभाल समिति, यंग ब्लड क्लब, लाइफ सेविग हेल्थ मिशन, किसान यूनियन उग्राहां, शक्ति वेलफेयर सोसायटी बुर्ज महिमा, मां अंगूरी देवी सोसायटी मलोट, शहीद जरनैल सिंह सोसायटी, थैलेसीमिया सोसायटी, शिव जागरण संघ, श्री बालाजी मेहंदीपुर सोसायटी, शिवसेना हिदुस्तान, श्री साई सेवा दल, श्री हनुमान सेवा समिति, साथी वेलफेयर सोसायटी, हिदू तख्त, एसोसिएशन ऑफ एक्टिव एनजीओज, सोशल वेलफेयर ग्रुप, बठिडा एसोसिएशन ऑफ एनजीओज, सहारा जन सेवा आदि शामिल हुए।


कोरोना पर ऑल पार्टी मीटिंग:मोदी 4 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग लेंगे; कोरोना की मौजूदा स्थिति पर चर्चा होगी



 नई दिल्ली। सरकार ने कोरोना के मुद्दे पर 4 दिसंबर यानी शुक्रवार को ऑल पार्टी मीटिंग (सर्वदलीय बैठक) बुलाई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस मीटिंग की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। सरकार ने कोरोना पर दूसरी बार ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है।

मोदी कोरोना की स्थिति के साथ ही वैक्सीन डेवलपमेंट पर भी लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जेनोवा बायोफार्मा, बायोलॉजिकल ई और डॉ. रेड्डीज की टीमों से चर्चा की। प्रधानमंत्री ने इन्हें सलाह दी कि आम लोगों को वैक्सीन के असर जैसी बातों के बारे में आसान शब्दों में समझाने के लिए एक्स्ट्रा एफर्ट करें। इससे पहले शनिवार को पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट, अहमदाबाद के जायडस बायोटेक पार्क और हैदराबाद में भारत बायोटेक फैसिलिटी का दौरा किया था।

देश में कोरोना से अब तक 94.32 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं, 88.46 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 1.37 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है। राजस्थान की पूर्व शिक्षा मंत्री और राजसमंद से भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी (59) का रविवार देर रात कोरोना की वजह से निधन हो गया। उनका गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। वे 2004 में उदयपुर से लोकसभा सांसद भी चुनी गई थीं।


ब्रेन स्ट्रोक के बाद राहुल रॉय की हालत स्थिर, नानावटी अस्पताल में हैं एडमिट






आशिकी फेम एक्टर राहुल रॉय को फिल्म की शूटिंग के दौरान ब्रेन स्ट्रोक आया था. फिलहाल वो मुंबई के नानावटी अस्पताल में भर्ती हैं. उनकी कंडीशन अभी स्थिर बताई जा रही है. वो रिकवर कर रहे हैं. बता दें कि राहुल करगिल में फिल्म LAC: Live the Battle की शूटिंग कर रहे थे, शूटिंग के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में एडमिट करवाया गया. 
  
सबसे पहले नाना पाटेकर और उनके बेटे मलहार ने राहुल की मदद की थी. उन्होंने राहुल रॉय को अस्पताल में भर्ती कराने में मदद करने के लिए फोन किया. 

को-एक्टर निशांत ने कहा ये
फिल्म LAC: Live the Battle में बिग बॉस फेम एक्टर निशांत मलकानी भी हैं. उन्होंने राहुल रॉय के जल्द ठीक होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. निशांत ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा- ये सब मंगलवार को हुआ. वो ठीक थे जब हम सभी सोमवार की रात सोने गए. मुझे लगता है कि मौसम से उन्हें ईश्यू हुआ. करगिल में तापमान -15 डिग्री सेंटीग्रेड है, जहां हम शूटिंग कर रहे हैं. 



आगे उन्होंने कहा- मंगलवार को राहुल की तबियत थोड़ी ठीक नहीं थी. हमने नोटिस किया कि वो डायलॉग सही से नहीं बोल पा रहे. वो डायलॉग भूल नहीं रहे थे, बल्कि उन्हें सेंटेंस पूरा करने में दिक्कत हो रही थी. शाम तक उनकी स्थिति खराब होने लगी थी. वो इधर-उधर देख रहे थे.


बता दें कि  एक्टर को करगिल के मिलिट्री हॉस्पिटल में भेजा गया था. राहुल की स्थिति समझने के लिए लिए बुधवार सुबह एक सीटी स्कैन किया गया था.सेना की मदद से उन्हें गुरुवार को श्रीनगर में एक हेलीकॉप्टर में ले जाया गया, जहां से उन्हें मुंबई के नानावटी अस्पताल के आईसीयू में ले जाया गया.

प्रोफेशनल फ्रंट पर, राहुल रॉय ने फिल्म आशिकी के जरिए अपना डेब्यू किया था. वो बिग बॉस में भी नजर आए और विनर बने. अब राहुल फिल्म LAC- Live the Battle में नजर आने वाले हैं.

किसान आंदोलन का 5वां दिन LIVE:किसान दिल्ली सील करने की तैयारी में; पुलिस ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर बंद किए


 

केंद्र के कृषि बिलों के खिलाफ किसानों केसा आंदोलन का आज 5वां दिन है। दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। आज वे दिल्ली के 5 एंट्री पॉइंट्स को सील करने की तैयारी में हैं। किसानों के जमावड़े को देखते हुए पुलिस ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर को आवाजाही के लिए बंद कर दिया है।

फोटो सिंघु बॉर्डर की है।
फोटो सिंघु बॉर्डर की है।

अपडेट्स

  • आज गुरूनानक जयंती भी है। ऐसे में किसान सड़कों पर ही अरदास कर रहे हैं।
  • बुराड़ी में निरंकारी समागम ग्राउंड पर मौजूद किसानों का प्रदर्शन जारी है। उधर, गाजीपुर-गाजियाबाद बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेड्स और सिक्योरिटी बढ़ा दी है।
फोटो गाजीपुर-गाजियाबाद बॉर्डर की है।
फोटो गाजीपुर-गाजियाबाद बॉर्डर की है।
  • कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि नए कृषि कानून APMC मंडियों को खत्म नहीं करते हैं। मंडियां पहले की तरह ही चलती रहेंगी।
  • सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि कृषि कानून पर गलतफहमी ना रखें। पंजाब के किसानों ने पिछले साल से ज्यादा धान मंडी में बेचा और ज्यादा MSP पर बेचा।

सरकार चाहती है कि सभी किसान बुराड़ी पहुंचें तो बातचीत की जाए, लेकिन किसानों ने रविवार को कहा था कि बुराड़ी नहीं जाएंगे और दिल्ली की घेराबंदी के लिए 5 एंट्री पॉइंट्स पर धरना देंगे। किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा बोले- हमारे पास इतना राशन है कि 4 महीने भी हमें रोड पर बैठना पड़े, तो बैठ लेंगे। गाजियाबाद बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों की पुलिस से हाथापाई हुई। हालांकि, बाद में यहां किसानों ने भजन भी गाए। उधर, सरकार अपनी स्ट्रैटजी बनाने में जुटी है। गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर रविवार रात बैठक की।

हाईवे पर मिनी पंजाब जैसा नजारा
किसान आंदोलन के चलते हाईवे का नजारा मिनी पंजाब जैसा हो गया है। ट्रॉलियों को ही किसानों ने घर बना लिया है। यहीं खाना बन रहा है तो यहीं नहाने और कपड़े धोने का इंतजाम है। जगह-जगह लंगर लगे हैं। धरने वाले धरने पर बैठे हैं। खाना बनाने वाले खाना बना रहे हैं। सभी को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है।

फोटो सिंघु बॉर्डर की है।
फोटो सिंघु बॉर्डर की है।

किसान संगठनों के 3 ऐलान
1. बुराड़ी ओपन जेल, वहां नहीं जाएंगे: किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा ने कहा- सरकार ने यह शर्त रखी थी कि हम हाईवे खाली कर बुराड़ी जाएं। शर्त अपमानजनक है। हम बुराड़ी मैदान में नहीं जाएंगे, क्योंकि वह ओपन जेल है। इसका सबूत भी है हमारे पास। उत्तराखंड के तेजिंदर सिंह विर्क की अगुआई में किसान दिल्ली के जंतर-मंतर जाना चाहते थे। दिल्ली के प्रशासन और पुलिस ने उनके साथ धोखा किया। उन्हें जंतर-मंतर न ले जाकर बुराड़ी पार्क में कैद कर दिया।

2. पांच एंट्री पॉइंट्स से करेंगे दिल्ली का घेराव, लंबी लड़ाई की तैयारी
सिरसा ने कहा- हम ओपन जेल में जाने की बजाय सोनीपत, रोहतक के बहत्तर गढ़, जयपुर से दिल्ली हाईवे, मथुरा-आगरा से दिल्ली हाईवे, गाजियाबाद से आने वाला हाईवे जाम करेंगे और दिल्ली की घेराबंदी करेंगे। 5 एंट्री पॉइंट्स पर धरना देंगे। हमने रहने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली को घर जैसा बना रखा है। हम लंबे दौर की तैयारी करके आए हैं।

3. हमारे मंच से कोई राजनीतिक दल स्पीच नहीं देगा
किसानों ने कहा कि हमने एक कमेटी बनाई है। यही पांचों पॉइंट्स पर धरने-प्रदर्शन का संचालन करेगी। किसी भी राजनीतिक दल को स्टेज पर बोलने की इजाजत नहीं है। कांग्रेस, आप या कोई भी राजनीतिक दल के लोग हमारे स्टेज पर स्पीकर के तौर पर नहीं बोलेंगे। इनके अलावा दूसरे संगठनों के जो संचालन कमेटी के तय नियमों को मानेंगे, उन्हें बोलने की इजाजत दी जाएगी।

बुराड़ी से अपने साथियों को वापस बुलाएंगे
इसके साथ ही किसानों ने यह भी कहा कि वे बुराड़ी में मौजूद अपने साथियों को वापस बुलाएंगे। बुराड़ी में किसानों का एक ग्रुप पहले से ही डेरा डाले हुए है। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि किसान बुराड़ी मैदान पर इकट्ठे हों। इसके बाद उनसे बात की जाएगी। किसान संगठन पहले ही कह चुके हैं कि वे दिल्ली घेरने आए हैं, न कि दिल्ली में घिर जाने के लिए।

सरकार ने फिर दिया बातचीत का प्रस्ताव
यूनियन होम सेक्रेटरी अजय भल्ला ने पंजाब के 32 किसान यूनियनों को बातचीत के लिए दिल्ली के बुराड़ी बुलाया था। उन्होंने बताया कि जैसे ही किसान बुराड़ी शिफ्ट होंगे, अगले ही दिन सरकार विज्ञान भवन में किसानों के प्रतिनिधिमंडल और मंत्रियों के बीच चर्चा के लिए तैयार है। इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा था कि सरकार तय दिन 3 दिसंबर से पहले भी किसानों से बातचीत के लिए तैयार है।

आत्महत्या:3 साल से थे प्रेम संबंध, प्रेमी की शादी के दिन प्रेमिका ने जहर निगल दी जान,मलोट का मामला-दो बच्चों की मां थी सुमन



 मलोट(मुक्तसर). स्थानीय शहर की गुरु नानक नगरी की एक विवाहिता महिला ने जहरीली वस्तू निगलकर खुदकुशी कर ली मृतका 18 साल की बेटी व 15 साल के बेटे की मां थी जिसके स्थानीय एक नौजवान से गत तीन सालों से अवैध संबंध थे। नौजवान का रविवार को विवाह था जिसने महिला के साथ जीने-मरने की कसमें खाई थी, परंतु नौजवान के विवाह को लेकर महिला परेशान थी, जिसके कारण उसने खुदकुशी कर ली। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर प्रेमी के खिलाफ धारा 306 के तहत मामला दर्ज करके लाश पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दी है।

बेटी बोली...मां को गलत काम करने से मना किया तो धमकाकर चुप करवाया

मलाेट के वार्ड नंबर 23 की गुरु नानक नगरी निवासी 36 वर्षीय महिला सुमन सोनी पत्नी राज कुमार सोनी की खुदकुशी के मामले में बेटी नैनसी ने पुलिस के पास दर्ज करवाए बयानों में आरोप लगाया कि उसके पिता के दोस्त दविंदर सिंह उर्फ लवली पुत्र गुरदीप सिंह वासी गुरु नानक नगरी मलोट का उनके घर आना जाना था, उसका पिता कुमार काम पर चला जाता था तो पीछे से दविंदर सिंह लवली उनके घर आ जाता था। यह सिलसिला गत तीन सालों से चल रहा था। दोनों के बीच संबंध बन गए थे, जिससे वह अपनी मां को अक्सर ही रोकती थी, परंतु उसे धमकाकर चुप रहने के लिए मजबूर किया जाता था।

जिसके कारण दविंदर सिंह लवली का आना जाना लगातार जारी रहा, कुछ दिन पहले दविंदर के घरवालों ने उसका विवाह करने की बात उसकी मां सुमन को पता चली तो सुमन ने दविंदर को विवाह करवाने से मना किया तो दविंदर सिंह ने विवाह न करवाने का वादा किया। इस दौरान उसकी मां सुमन सोनी को पता चला कि रविवार को दविंदर सिंह का विवाह है। उसकी मां ने जहरीली दवाई पी ली और उसकी मौत हो गई। सब इंस्पेक्टर हरविंदर सिंह ने बताया कि उक्त बयानों के आधार पर दविंदर सिंह उर्फ लवल पुत्र गुरदीप सिंह वासी मलोट के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।


खबर एक नजर में देखे

Labels

पुरानी बीमारी से परेशान है तो आज ही शुरू करे सार्थक इलाज

पुरानी बीमारी से परेशान है तो आज ही शुरू करे सार्थक इलाज
हर बीमारी में रामबाण साबित होती है इलैक्ट्रोहोम्योपैथी दवा

संपर्क करे-

Haridutt Joshi. Punjab Ka Sach NEWSPAPER, News website. Shop NO 1 santpura Road Bathinda/9855285033, 01645012033 Punjab Ka Sach www.punjabkasach.com

Popular Posts

हमारे बारे में

Find the latest breaking news and information on the  word top stories, weather, business, entertainment, politics, and more. For in-depth  ...Read Punjab Ka Sach in Google play store App.link......
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.punjabkasach  Click on
पंजाब का सच हिंदी में प्रकाशित होने वाला दैनिक अखबार है जो पंजाब के बठिंडा से प्रकाशित होता है। बेवसाइट में आपकों देश, विदेश, धर्म, राजनीति, संस्कृति, खेल, शिक्षा व रोजगार की तमाम खबरे सबसे पहले पढ़ने को मिलेगी। पंजाब का सच न्यूज बेवसाइट की अपनी गूगल प्ले एप है जिसे आप गूगल प्ले में जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। -Punjab Ka Sach Newspaper ( RNI Reg. No PUNBIL/2015/63534) contect-9855285033 punjab ka sach registration cr

Followers

Translate

आनलाईन रीडर

देश-विदेश-खेल-सेहत-शिक्षा जगत की खबरे पढ़ने के लिए क्लिक करे।

देश-विदेश-खेल-सेहत-शिक्षा जगत की खबरे पढ़ने के लिए क्लिक करे।
हरिदत्त जोशी, मुख्य संपादक, contect-9855285033

हर गंभीर बीमारी में असरदार-इलैक्ट्रोहोम्योपैथी दवा

हर गंभीर बीमारी में असरदार-इलैक्ट्रोहोम्योपैथी दवा
संपर्क करे-

Amazon पर करे भारी डिस्काउंट के साथ खरीदारी

संस्थापक एवं मुख्य संपादक

Haridutt JOshi
M.d PKs Group
9855285033
mail.punjabkasach@gmail.com
website-www.punjabkasach.com
google.com, pub-3340556720442224, DIRECT, f08c47fec0942fa0

Search This Blog

google.com, pub-3340556720442224, DIRECT, f08c47fec0942fa0

नशा छोड़ना चाहते हो या फिर किसी भी बीमारी से राहत तो करे संपर्क ...

नशा छोड़ना चाहते हो या फिर किसी भी बीमारी से राहत तो करे संपर्क ...
वट्सएप नंबर पर मेडिकल रिपोर्ट के साथ घर बैठे संपर्क करे-9855285033

Contact Form

Name

Email *

Message *

Search This Blog

Bathinda Leading NewsPaper

E-Paper Punjab ka Sach 02/05/2024