बठिडा : सिविल अस्पताल प्रबंधन व पुलिस द्वारा थैलेसीमिया एसोसिएशन के प्रधान सुरेश पाल गर्ग पर दर्ज किए गए केस को रद करवाने की मांग को लेकर शनिवार को बठिडा की तमाम समाजसेवी व धार्मिक संस्थाओं ने अपनी सभी सेवाएं बंद कर नान गवर्नमेंट आर्गेनाइजेशन (एनजीओ) के बैनर तले स्थानीय फायर ब्रिगेड चौक के बाहर धरना दिया। इस मौके पर सिविल सर्जन बठिडा समेत जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद संस्थाओं का प्रतिनिधिमंडल सिविल सर्जन बठिडा सिंह सिद्धू से मिलने गया। इस दौरान संस्थाओं ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर दर्ज करवाए केस पर जताया। उन्होंने उक्त केस को रद करने की मांग रखी। वहीं थैलेसीमिया बच्चों व महिला को एचआइवी रक्त चढ़ाने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा। इस दौरान डाक्टरों की एसोसिएशन ने भी सिविल सर्जन से बैठक की। इस दौरान डाक्टरों का कहना था कि वह सामाजिक व धार्मिक संगठनों के साथ बात करने के लिए तैयार हैं। लेकिन इस दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि बैठक में हाजिर नहीं रहेंगे। वहीं डाक्टरों ने कहा कि पदाधिकारियों के खिलाफ दी गई शिकायत को वह वापिस ले लेंगे पर राजनीतिक दलों खासकर आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधियों के खिलाफ दर्ज शिकायत वापिस नहीं लेंगे।
शहर की समाजसेवी संस्था थैलेसीमिया सोसायटी पर दर्ज हुए मामले को लेकर शहर की सभी सामाजिक संस्थाओं ने हर प्रकार की सामाजिक गतिविधि पर रोक लगा दी थी, जिसके चलते संस्थाओं ने मजबूरन किसी भी ब्लड बैंक में रक्त देने, कोई भी दाह संस्कार करने या कोई भी कोविड सहायता करने अन्य गतिविधियों को रोक कर प्रशासन का बायकाट कर फायर ब्रिगेड चौक में धरना दिया था। उनका समर्थन करते हुए राजनीतिक दलों के अलावा पूरे पंजाब की सभी समाजिक संस्थाओं ने समर्थन दिया था और पूरे पंजाब में सेवा बंद करने का एलान कर दिया था।
संस्थाओं के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन के एक डेलीगेशन द्वारा संस्थाओं और डाक्टरों के बीच बैठक आयोजन किया। इसमें दोनों पक्षों की ओर से बातचीत की गई व दोनों पक्षों ने कहा कि किसी भी तरह से आज के समय में सेवा कार्य प्रभावित नहीं होने चाहिए। डाक्टरों ने आश्वासन दिलवाया कि वह किसी प्रकार की आगे की कार्रवाई नहीं चाहते। इसके बाद तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़, डीएसपी गुरजीत सिंह रोमाणा व एसएचओ कोतवाली दविदर सिंह ने धरनास्थल पर सभी को विश्वास दिलवाया कि अगले सप्ताह तक कानूनी प्रक्रिया पूरी करके मामले को रद कर दिया जाएगा, जिसके बाद सभी संस्थाओं ने सहमति से सेवाएं बहाल कर दी।
इस मौके पर नौजवान वेलफेयर सोसायटी, जीवन ज्योति वेलफेयर क्लब, समर्पण वेलफेयर सोसायटी, श्री गौशाला, आसरा वेलफेयर सोसायटी, श्री गणेश वेलफेयर सोसायटी, सहयोग वेलफेयर सोसायटी, श्री गोसेवा संभाल समिति, यंग ब्लड क्लब, लाइफ सेविग हेल्थ मिशन, किसान यूनियन उग्राहां, शक्ति वेलफेयर सोसायटी बुर्ज महिमा, मां अंगूरी देवी सोसायटी मलोट, शहीद जरनैल सिंह सोसायटी, थैलेसीमिया सोसायटी, शिव जागरण संघ, श्री बालाजी मेहंदीपुर सोसायटी, शिवसेना हिदुस्तान, श्री साई सेवा दल, श्री हनुमान सेवा समिति, साथी वेलफेयर सोसायटी, हिदू तख्त, एसोसिएशन ऑफ एक्टिव एनजीओज, सोशल वेलफेयर ग्रुप, बठिडा एसोसिएशन ऑफ एनजीओज, सहारा जन सेवा आदि शामिल हुए।
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