फतेहगढ़ साहिब। बस्सी पठाना में गत 30 जनवरी की रात को सतपाल सिंह की बेरहमी से मारपीट के बाद तीन फरवरी को उसकी मौत के मामले में नामजद एक परिवार के पांच सदस्यों में शामिल युवती हाकी की राष्ट्रीय खिलाड़ी निकली।
गगनप्रीत कौर दो बार पंजाब की हाकी टीम में खेलते हुए राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग ले चुकी है। वह एक रजत व एक कांस्य पदक जीत चुकी है। हाल ही में वह उड़ीसा में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी कर रही थी और आठ फरवरी को उसने उड़ीसा के लिए रवाना होना था। इससे पहले गुस्से ने गगनप्रीत कौर का भविष्य की खराब कर दिया और उसका पूरा परिवार भी अब गगनप्रीत कौर के साथ जेल की हवा खाएगा।
जिस हाकी के साथ ओलंपिक जाने का था सपना, उसी से ले ली जान
गगनप्रीत कौर पटियाला के डडियाल खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बारहवीं कक्षा की छात्रा है और साईं सेटर पटियाला में प्रेक्टिस करती थी। जिस हाकी से गगनप्रीत कौर ने ओलंपिक जाने का सपना देखा था, उसी हाकी की बदौलत अब वो सलाखों के पीछे रहेगी। शनिवार को जब गगनप्रीत कौर को फतेहगढ़ साहिब में न्यायाधीश के सामने पेश किया गया।
शिकायतकर्ता सोमा सिंह निवासी जरखेला खेड़ी के अनुसार 30 जनवरी को उसके बेटे सतपाल को गगनप्रीत कौर व उसके परिवार के सदस्यों ने बुरी तरह पीटा। इसी बीच हाकी से सतपाल के सिर पर कई वार किए गए। जिससे सतपाल के सिर में गहरी चोटें लगने से उसकी मौत हुई। उधर, पुलिस ने गगनप्रीत के साथ ही उसकी माता गुरिंदर कौर, भाई अमृतपाल सिंह को भी गिरफ्तार किया। तीनों को अदालत ने दो दिनों के रिमांड पर भेजा है। इनके साथ एक नाबालिग लड़के को गिरफ्तार किया गया, जिसे अदालत ने बाल सुधार गृह भेज दिया है। इससे पहले गगनप्रीत कौर के पिता स्वर्ण सिंह को चार फरवरी को गिरफ्तार किया गया था, जो तीन दिनों के पुलिस रिमांड पर है।