Wednesday, January 22, 2014

नशा करने में लड़कियां भी किसी से कम नहीं


Meerut : क्या आपको पता है कि शहर की महिलाएं भी नशे की आदी हो रही हैं. अगर नहीं पता तो हमसे जान लीजिए. सिटी की युवतियों को भी नशे का चस्का चढऩे लगा है. अभी तक तो केवल युवाओं में नशे की बात सामने आई थी. इस खबर से आप चौंक जाएंगें कि युवतियां भी अब नशे की आदी हो रही हैं. पिछले पांच सालों की बात करें तो मेरठ में ही सौ से भी अधिक महिलाएं नशे के दम पर अपना जीवन गुजारने लगी हैं. नशा मुक्ति केंद्रों के अनुसार यह महिलाएं भी यंग एज की ही हैं.
साफ बताते हैं आंकड़े जागृति नशा मुक्ति केंद्र पर ही अब तक पचास से भी अधिक युवतियां रजिस्टर्ड हो चुकी हैं. वहीं, प्राइवेट नशा मुक्ति सेंटर शताब्दी नगर स्थित परिवर्तन और बाईपास नवोदय में भी अब तक पचास के आसपास युवतियों को नशे के लिए काउंसलिंग दी गई है.

कैसे लगती है लत यह लत कहीं और से नहीं लगती बल्कि इसकी शुरूआत अपने ही घर से होती है. घरेलू कलह और तनाव आने पर महिलाएं नशा करने लगती हैं. वहीं सोसाइटी में हाई दिखने के लिए भी नशा करना महिलाओं का शौक बनने लगा है.

कहां से होती है शुरुआतशुरुआती दौर में खुद नशा टेंशनमुक्त करने के लिहाज से हल्के तौर पर किया जाता है. तनाव में नींद नहीं आने के कारण महिलाएं नींद की गोलियां खाने लगती हैं. फिर धीरे-धीरे यहीं गोलियां इतनी आदत में आ जाती है. इसके बाद एक या दो गोलियों से काम नहीं चलता है.

इंजेक्शन व शराब का नशानशा मुक्ति केंद्रों के अनुसार महिलाएं इंजेक्शन और शराब से भी नशा करने में पीछे नहीं है. लेट नाइट पार्टी में युवतियां अब इंजेक्शन से लेकर शराब तक का नशा भी करने लगी हैं. पिछले दो तीन सालों में यह बात सामने आई है कि अब सिटी की दस प्रतिशत युवतियां हाई सोसाइटी में ढालने के लिहाज से डिं्रक तक करने लगी है.

25 उम्र की युवतियों को है चस्का सिटी की महिलाओं में नशा करने वाली सबसे कम उम्र की युवती 25 वर्ष की है. 25 वर्ष से 30 की उम्र में हाई सोसाइटी और घरेलू कलह के कारण नशे की आदत में आ जाती है. वहीं 30 से 40 वर्ष में नशे की आदी महिलाओं का मेन रीजन घरेलू कलह ही होता है.

नशे से खतरा नींद की गोलियां जो एक तरह से ड्रग्स का ही काम करती हैं. इनको अधिक खाने से डिप्रेशन की समस्या भी आ जाती है. वहीं शराब से मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है.
थिनर और बाम से भी नशा
नशा मुक्ति केंद्रों के अनुसार अब तो थिनर और बाम से भी नशा किया जाने लगा है. यह नशा तो हर घर में ही खुलेआम यूज किया जाता है.

दवाओं से इलाज सिटी से अक्सर नशे की शिकार महिलाएं भी काउंसिलिंग के लिए आती रहती हैं. जागृति नशा मुक्ति केंद्र के डायरेक्टर हसनैन जैदी ने बताया कि महिलाओं को काउंसिलिंग और दवाओं के जरिए ठीक करने का प्रयास किया जाता है. अगर मरीज एक परसेंट भी ठीक नहीं हो पाता तो दुबारा से इलाज किया जाता है.

"नशे की आदी महिलाओं को यह गोलियों का नशा डिपे्रशन तक का शिकार बना देता है. इंजेक्शन से नशा करना तो इससे भी भयंकर परिणाम देता है. इंजेक्शन से नशा करने पर शरीर पर घाव के निशान पड़ जाना और गु्रपिंग इंजेक्शन से नशा करने से एड्स तक की संभावना आ सकती है."
शालू, काउंसलर, नशामुक्ति केंद्र

"अधिकतर नशे की आदी महिलाएं नींद की दवाओं और इंजेक्शन से नशा करती पाई गई है."
हुसनैन जैदी, डायरेक्टर जागृति नशा मुक्ति केंद्र

"महिलाओं में भी नशे की शुरुआत हो चुकी है. अक्सर महिलाएं गोलियों का नशा करती है."
मनोज, परिवर्तन नशा मुक्ति केंद्र

"नशे से संबंधित अनेक तरह के जागरुकता कैंप व रैलियों का आयोजन किया गया है."
आलोक कुमार, जिला मद्यनिषेध अधिकारी क्षेत्रीय मद्यनिषेध एवं समाजोत्थान विभाग

"इस तरह की महिलाएं खुद को अकेला महसूस करने लगती हैं. नींद नहीं आने के कारण वह गोलियां खाने लगती हैं. धीरे धीरे यह आदत बन जाती है."
अनिता बजाज, काउंसलर

http://www.jagran.com/entertainment/controversy-biggest-films-of-the-year2014-10975384.html

2014 में ये 14 फिल्में देखना मत भूलना!


2014 में ये 14 फिल्में देखना मत भूलना!
मुंबई। साल 2013 बॉलीवुड के लिए जबरदस्त रहा। इस साल कई फिल्में जहां 100 करोड़ के क्लब में शामिल हुई, तो तीन फिल्मों ने 200 का आंकड़ा पार किया। कुछ फिल्में भले ही पिट गई, लेकिन उनके गाने और कुछ लम्हे लोगों के लिए यादगार बन गए। साल 2014 से भी ऐसी ही कुछ उम्मीद है। इस साल कई बड़ी फिल्में बॉक्स आफिस पर धूम मचाने का इंतजार कर रही है। आइए हम आपको उन फिल्मों से रू-ब-रू कराते हैं, जो नए साल में बॉक्स ऑफिस में दस्तक देने को तैयार हैं।
2013 के टॉप टेन एक्टर
1. बैंग बैंग
साल 2013 रितिक रोशन के लिए काफी उतार चढ़ाव भरा रहा। जहां उनके फिल्मी करियर ने एक नए आयाम को छुआ, वहीं उनके जीवन से प्यार ने अलविदा कह दिया। जी हां इधर उनकी फिल्म कृष थ्री ने बॉक्स ऑफिस में धूम मचा दी, उधर उनकी पत्नी सुजैन खान ने उनके तलाक ले लिया। लेकिन हम उम्मीद करेंगे कि साल 2014 रितिक के लिए अच्छा रहेगा। वैसे भी उनकी एक और बड़ी फिल्म बैंग बैंग इस साल बॉक्स ऑफिस पर धमाका करने आ रही है। फिल्म में इनके साथ कट्रीना कैफ नजर आएंगी।
2013 में इन हसीनाओं का बॉलीवुड में रहा दबदबा
2. जय हो
सल्लू मियां ने भले ही साल 2013 में एक भी फिल्म नहीं की, लेकिन उनका पिछला साल जबरदस्त रहा। सलमान के लिए 2014 भी बेसब्री से इंतजार कर रहा है क्योंकि साल के पहले ही महीने में सल्लू की फिल्म जय हो रिलीज हो रही है। 24 जनवरी को रिलीज होने वाली इस फिल्म में गणतंत्र दिवस को देखते हुए देशभक्ति का रंग भी दिया गया है। फिल्म जय हो का डिजिटल पोस्टर लांच हो चुका है।
3. पीके
आमिर के लिए साल 2013 का अंत धमाकेदार रहा। पूरा साल ही जैसे उनके नाम रहा, लेकिन साल 2014 भी कम नहीं रहने वाला है। इस साल आमिर की एक और बड़ी फिल्म पीके रिलीज होने वाली है। इस फिल्म में आमिर के अलग-अलग अवतार देखने को मिलेंगे। इसलिए भी लोगों का क्रेज जबरदस्त है। वे हर फिल्म में कुछ न कुछ नया करते हैं।
4. जग्गा जासूस
रणबीर कपूर का साल 2013 कुछ खास नहीं रहा। रणबीर की फिल्म बेशरम सुपर फ्लॉप रही, लेकिन उन्हें अपने इस साल से काफी उम्मीदें हैं। उनकी और अनुराग बसु की जोड़ी हमेशा से ही जबरदस्त रही है। इस साल भी ऐसा ही कुछ होने जा रहा है। इस साल उनकी फिल्म जग्गा जासूस आने वाली है।
5. मेरी कॉम
प्रियंका चोपड़ा ने अपने एग्जोटिक गाने से साल 2013 में जबरदस्त धूम मचाई और साल 2014 में भी वे ऐसे कुछ प्लान के साथ तैयार हैं। जी हां पीसी ने खिलाड़ी मेरी कॉम की जीवनी को पर्दे पर उतारने का बेड़ा उठाया है। वे मेरी कॉम पर फिल्म करने जा रही हैं। वे इस फिल्म को लेकर काफी उत्साहित हैं।
6. 2 स्टेट्स
यह फिल्म चेतन भगत के नॉवेल पर आधारित है। अर्जुन कपूर और आलिया भट्ट की यह फिल्म 18 अप्रैल को रिलीज हो रही है। करण जौहर और साजिद नाडियावाला इस फिल्म के निर्माता हैं और अभिषेक वर्मन इसका निर्देशन करेंगे। फिल्म में शंकर-अहसान-लॉय का म्यूजिक है और इसलिए फिल्म का संगीत भी इसे हिट कराने में अहम भूमिका निभा सकता है।
7. हैप्पी न्यू ईयर
साल 2013 पर शाहरुख का राज रहा। जी हां पिछले साल शाहरुख ने चेन्नई एक्सप्रेस जैसी सुपरहिट फिल्म दी और इस साल भी वे कुछ धमाका ही करने जा रहे हैं। साल 2014 में किंग खान की फिल्म हैप्पी न्यू ईयर आ रही है। इस फिल्म में फराह खान के साथ काफी दिनों बाद शाहरुख काम कर रहे हैं।
8. गुंडे
यशराज फिल्म्स की गुंडे वेलेनटाइन डे पर रिलीज हो रही है। फिल्म में रणवीर सिंह, अर्जुन कपूर, प्रियंका चोपड़ा और इरफान खान जैसे स्टार हैं। पिछले महीने रिलीज हुए इसके ट्रेलर को काफी पसंद किया जा रहा है।
9. गुलाबी गैंग
माधुरी दीक्षित भले ही फिल्मों से काफी दिनों से दूर हैं, लेकिन उनके प्रति लोगों का क्रेज जबरदस्त है। वे नए साल में महिलाओं के विकास पर आधारित फिल्म गुलाबी गैंग करने जा रही हैं।
10. फैंटम
कट्रीना ने साल 2013 में अपनी धूम-3 से धूम मचाई और अब वे साल 2014 में भी धमाका करने जा रहीं हैं। कबीर खान की फिल्में हमेशा ही अलग होती है। नए साल में भी वे कुछ नया करेंगे। सैफ अली खान, कट्रीना कैफ फिल्म फैंटम लेकर आ रहे हैं।
11. सिंघम-2
यह 2012 में रिलीज हुई अजय देवगन की फिल्म सिंघम का सीक्वल है। माना जा रहा है कि रोहित शेट्टी और अजय देवगन की जोड़ी एक बार फिर इस फिल्म के जरिए बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाएगी।
12. एक्शन-जैक्सन
राउडी राठौर जैसे फिल्म बनाने वाले प्रभु देवा की आखिरी फिल्म आर राजकुमार भले ही कुछ खास नहीं कर पाई, लेकिन एक्शन-जैक्सन से वे फिर कमाल कर सकते हैं। अजय देवगन की 2014 में रिलीज होने वाली यह पहली फिल्म होगी।
13. किक
इस फिल्म की शूटिंग को लेकर कई बार अड़चने आई, लेकिन अब फिल्म पटरी पर आ चुकी है। यह फिल्म ईद पर रिलीज होगी और सलमान तथा ईद का पुराना नाता है।
14. हाइवे
साजिद नाडियावाला और इम्तियाज अली की इस फिल्म में भले ही आलिया भट्ट और रणदीप हुड्डा जैसे युवा स्टार है, फिर भी इस फिल्म से बड़ी कामयाबी की उम्मीद की जा रही है। 21 फरवरी को रिलीज होने वाली इस फिल्म में ऑस्कर अवॉर्ड विजेता एआर रहमान का म्यूजिक है।
इन फिल्मों पर भी रहेगी नजर
इसके अलावा कई और बड़ी फिल्में हैं जो साल 2014 में दस्तक देने वाली हैं। फरहान अख्तर और विद्या बालन की शादी के साइड इफेक्ट्स को लेकर भी लोगों में काफी क्रेज है, ये फिल्म भी साल 2014 में आ रही है।
http://www.jagran.com/entertainment/controversy-biggest-films-of-the-year2014-10975384.html

सोशल मीडिया पर केजरी का उड़ा मजाक, दिल्लीवासियों ने जताई नाराजगी

नई दिल्ली। सोशल मीडिया के चहेते सितारे अरविंद केजरीवाल ने धरने पर बैठकर अपने लिए मुसीबत मोल ले ली है। ट्विटर पर तो उनका जमकर मजाक उड़ाया ही जा रहा है, फेसबुक पर भी उनकी लोकप्रियता घटने के संकेत मिले हैं। लोगों ने फेसबुक व ट्विटर पर केजरीवाल के धरने की खूब आलोचना की है। एक आंकड़े के अनुसार 13 जनवरी को उनके फेसबुक पेज पर 68 हजार लोग जुड़े। 20 जनवरी को यह संख्या 30 हजार ही दर्ज की गई।
पढि़ए सोशल मीडिया पर आए कुछ कमेंट..
मैंने कहीं पढ़ा है कि अगर आप भिखारी को सोने का कटोरा दे दो तो भी वह उसका इस्तेमाल भीख मांगने के लिए ही करेगा। -सर रवींद्र जडेजा
केजरीवाल की तारीफ की जानी चाहिए कि उन्होंने 3डी सिनेमा और वीडियो गेम्स के इस जमाने में नुक्कड़ नाटक का प्रचार करने की हिम्मत दिखाई। -द बैड डॉक्टर
मैं शर्त लगाता हूं कि अगर केजरीवाल प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो वह सेनाओं का मुखिया बनने के लिए राष्ट्रपति के खिलाफ धरना देंगे। -राजदीप चक्रवर्ती
आप के दो नियम हैं। पहला- केजरीवाल कभी गलत नहीं होते। दूसरा-अगर कोई संदेह हो तो पहला नियम देखें। -आरिफ अख्तर
आप राजनीति की आइटम ग‌र्ल्स बन गई है। उसने अपनी नौटंकी से मुझे निराश कर दिया। -चेतन भगत, एक टीवी चैनल पर
मुख्यमंत्री के धरने से असंतुष्ट दिखे लोग
पूर्वी दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस के तीन अधिकारियों के निलंबन की मांग को लेकर धरने पर बैठे अरविंद केजरीवाल ने भले ही दिल्लीवासियों के हितों के लिए लड़ने का दावा किया पर लोगों की राय इस बारे में बिल्कुल अलग है। लोगों के मुताबिक इसके चक्कर में दिल्ली सरकार जनता की मूलभूत जरूरतों से जुड़े मसलों को नजरंदाज कर रही है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि राजनीति से जुड़े लोगों को आत्ममंथन करने की जरूरत है कि आखिरकार एक मुख्यमंत्री को धरने पर बैठने की नौबत क्यों आई?
मुख्यमंत्री का पद एक संवैधानिक पद है। इसीलिए अरविंद केजरीवाल का इस तरह धरने पर बैठना शोभा नहीं देता है। अगर उन्हें पुलिस अधिकारियों को निलंबित कराना ही था तो संवैधानिक प्रक्रिया का पालन करना चाहिए था। पिछले एक सप्ताह से अतिथि शिक्षक स्थायी करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। सरकार को धरना देने के बजाए उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए था। - डॉ. जे एस सक्सेना राज, आनंद विहार
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के धरने की वजह से ऑफिस आने जाने वालों को काफी समस्या हुई। इसके चलते जगह-जगह जाम लगा। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री को सबसे पहले दिल्लीवासियों की बिजली, पानी की समस्या का समाधान निकालना चाहिए। -साजिद खान, दिलशाद कॉलोनी
दिल्ली की जनता को धरने से परेशानी तो जरूर हुई है, लेकिन इस बात पर भी विचार किया जाना चाहिए कि हर किसी को अपनी मांगों के लिए धरना-प्रदर्शनों का सहारा क्यों लेना पड़ा। -आयुष केसरी, मयूर विहार फेज-2
राजधानी का मुख्यमंत्री अपनी मांगों को लेकर धरना पर बैठा है। यह अपने आप में दिलचस्प है। लेकिन राजनीतिज्ञों को इस पर मंथन करना चाहिए कि आखिर इस तरह की नौबत क्यों आई कि मुख्यमंत्री को धरने का सहारा लेना पड़ा। -ममता सिंह, शकरपुर
मुख्यमंत्री को धरने पर बैठना पड़ रहा है। यह थोड़ा अजीब है, लेकिन केंद्र सरकार जिस तरह से पेश आ रही है, उससे तो लगता है कि अब धरना और प्रदर्शन ही एक मात्र विकल्प रह गया है। मुख्यमंत्री का यह कदम ऐतिहासिक है। -अस्मि पांडे, मयूर विहार फेज-3
धरना प्रदर्शन राजनीतिक फायदे के लिए किया जा रहा है। हमारे मुख्यमंत्री इसका लोकसभा चुनाव में फायदा उठाना चाहते हैं। -आदित्य प्रवेश, लक्ष्मीनगर
अरविंद केजरीवाल एच्च् अच्च्े मुख्यमंत्री हैं। अगर वे धरने पर बैठे हैं तो यह दिल्लीवासियों के हित के लिए हैं। -नगमा खान
धरना-प्रदर्शन के कारण लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ा। भले ही यह अस्थाई समस्या रही हो, लेकिन मुख्यमंत्री को जनता की दिक्कतों का भी ख्याल रखना चाहिए। -भारत भूषण
SPONSER--जागरण न्यूज नेटवर्क

फेंसी नंबरों के शौकिनों को झटका: 0001 नंबर की बोली 5 लाख से होगी शुरू


भास्कर न्यूज | Jan 22, 2014, 07:54AM IST
  Print Comment
अमृतसर. राज्य सरकार ने फेंसी नंबरों के चाहवानों को खासा झटका दिया है। अब यह बोली खुले में होने की बजाय ऑनलाइन होगी। 0001 नंबर के लिए न्यूनतम बोली 5 लाख रुपए निर्धारित कर दी गई है, जबकि इससे पहले इसके लिए आरक्षित रकम 50 हजार थी। 
 
0002-0009 के लिए देने होंगे 2.5 लाख रुपए
 
0002 से 0009 नंबर लेने के लिए बोली 2.5 लाख रुपए से शुरू होगी। इससे पहले आरक्षित राशि 10 हजार रुपए थी। 0010 से 0099 नंबर के लिए आरक्षित राशि एक लाख रुपए कर दी गई है। इससे पहले यह राशि 3 हजार रुपए थी। इसी तरह 100-200-300-400-500 आदि नंबरों के लिए बोली 25 हजार रुपए से शुरू होगी। इससे पहले इन नंबरों की बोली 1000 रुपए से शुरू हुआ करती थी। इससे पहले बोली डीटीओ की देखरेख में होती थी और कई बार नेताओं के दबाव में फेंसी नंबर सस्ते में चला जाता था। इसीलिए सरकार ने नया तरीका अपनाया है।
 
अब प्रदेश में किसी भी जिले से अपनी मर्जी का नंबर लेने की सुविधा भी ग्राहक को दे दी गई है। मान लो आपने गाड़ी अमृतसर से खरीदी है और आपका लक्की नंबर 3366 है तो इसके लिए आप 5 हजार रुपए देकर नंबर को अपने नाम कर सकेंगे। यदि आपने गाड़ी तो जालंधर या किसी दूसरे जिले से खरीदी है और नंबर आप अमृतसर से लेना चाह रहे हैं तो इसके लिए आपको दोगुनी यानी 10 हजार रुपए खर्च करने होंगे। 

मौत से पहले सुनंदा ने बेहद गुस्‍से में मेहर तरार से की थी बात, थरूर से होगी पूछताछ


नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्‍नी सुनंदा पुष्‍कर की मौत स्‍वाभाविक थी या आत्‍महत्‍या या फिर किसी साजिश का नतीजा, इस बात की जांच पुलिस करेगी। मौत की वजह का पता लगाने के लिए पुलिस जल्दी ही शशि थरूर से पूछताछ कर सकती है। इस बीच, खबर आई है कि सुनंदा ने मौत से पहले पाकिस्‍तानी पत्रकार मेहर तरार से भी बात की थी। एक अग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सुनंदा पुष्कर ने बुधवार (15 जनवरी) को काफी गुस्‍से में मेहर तरार से फोन पर बात की थी। बातचीत के बाद भी वह बेहद तनाव में रहीं और सिगरेट पीती रहीं। थोड़ी देर बाद शशि थरूर आए। वह माफी मांगने की मुद्रा में थे, लेकिन सुनंदा का गुस्‍सा ठंडा नहीं हुआ। 
 
आगे क्या करेगी पुलिस?
सूत्रों का कहना है कि पुलिस पुलिस शशि थरूर के अलावा सुनंदा के पिता और भाई को भी समन जारी करेगी। साथ ही पुलिस नए सिरे से थरूर और अन्य लोगों के बयान दर्ज करेगी। एसडीएम ने अभी तक होटल की सीसीटीवी फुटेज नहीं देखी है। पुलिस अभी एसडीएम को दिए गए 11 लोगों के बयानों की जांच कर रही है। 
 
सूत्रों का कहना है कि फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट के बाद ही इस बात की पुष्टि होगी कि आखिर किस तरह के जहर के कारण सुनंदा की मौत हुई है। पोस्टमार्टम के दौरान लिए गए सैंपल लैब में भेजे जा चुके हैं। 
 
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 'जहर के कारण मौत' होने के संकते मिले हैं, इसके बाद एसडीएम ने पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो चीजे सामने आई हैं, उसी को आधार बनाते हुए मामले की आगे की जांच की जाएगी। सुनंदा की शुक्रवार को नई दिल्ली के होटल लीला में संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। 
 
सुनंदा के परिवार ने किसी पर शक से किया इंकार
बसंत विहार के एसडीएम आलोक शर्मा ने सरोजनी नगर थाने के एसएचओ को जांच रिपोर्ट सौंप दी है। सीआरपीसी की धारा 176 के तहत मजिस्ट्रेट द्वारा की गई शुरुआती जांच में निर्मता, प्रताड़ना और दहेज के कारण शोषण के सबूत नहीं मिले हैं। सूत्रों का कहना है कि परिवार के लोगों ने सुनंदा की मौत को लेकर किसी पर कोई शक जताने से भी इंकार किया है।
 
11 लोगों से की मजिस्ट्रेट ने पूछताछ
मजिस्ट्रेट ने अभी तक करीब 11 लोगों से  शुरुआती तौर पर पूछताछ की है। इनमें सुनंदा का भाई राजेश और आशीष पुष्कर, सुनंदा के बेटे शिव मेनन, निजी सचिव आरके शर्मा, कंसल्टेंट शिव कुमार, अटेंडेंट नारायण व बजरंगी, सुनंदा का उपचार करने वाले दो ड़ॉक्टर शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार नलिनी सिंह से भी पूछताछ की है, जिनसे सुनंदा ने मौत से पहले वाली आखिरी रात को बात की थी। 

निकोल शेर्जिगर


कैलिफोर्निया. सिंगर निकोल शेर्जिगर ने हाल ही में कैलिफोर्निया के पिंक मोटल में एक फोटोशूट कराया है। फोटोशूट के लिए निकोल ने सेक्सी ब्लैक जम्पशूट पहना हुआ था, जिसमें उनके क्लीवेज साफ दिखाई दे रहे थे।
निकोल ने अपनी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए ब्लैक आई लाइनर, नेचुरल लिपस्टिक और व्हाइट पेंट नेल का इस्तेमाल किया, जिसकी वजह से वह कुछ अलग ही नजर आ रही थीं। इसके बाद कुछ फोटोग्राफ्स में निकोल ब्लैक एंड व्हाइट लेपर्ड ड्रेस में दिखाई दे रही हैं।
पिंक मोटल और लॉस एंजिलस का कैडिलैक जैक कैफे अपने गुलाबी रंगत के लिए जाना जाता है। इसकी गुलाबी रंगत यहां होने वाले फोटोशूट को एक नया आयाम देती है। गौरतलब है कि 35 वर्षीय निकोल एक्स फैक्टर की जज भी रह चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि फार्मूला वन रेसिंग चालक लेविस हेमिल्टन से जून 2013 में अलग होने के बाद वेबसाइट ‘कांटेक्टम्यूजिक डॉट कॉम’ को बताया था कि उन्हें ऐसे पुरुष बिलकुल भी पसंद नहीं है जो खुद को उत्तेजक मानते हैं। शेर्जिगर ने कहा था कि मैं ऐसा लड़का चाहती हूं, जो मुझे हंसा सके और जो बहुत शांत हो।

धरना खत्‍म होने के वे चार कारण जो नहीं बता रहे केजरीवाल

रात में थी 'क्रैकडाउन' की तैयारी

नई दिल्ली. अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों और समर्थकों का दो दिनों का धरना मंगलवार शाम को खत्म हो गया। लेकिन केजरीवाल ने धरना अपनी मांग पूरी हुए बिना ही खत्म कर दिया। केजरीवाल के धरना खत्म होने की असली वजह कुछ और मानी जा रही है। इस धरने को लेकर खुद को अराजक कहने वाले केजरीवाल, उनकी सरकार और पार्टी की जमकर आलोचना हो रही है। केजरीवाल ने सबसे पहले दिल्ली के कुछ पुलिसवालों  को सस्पेंड करनी की मांग की थी। लेकिन बाद में उन्होंने इसमें ढील देते हुए कहा कि इन पुलिसवालों का तबादला कर दिया जाए। लेकिन केंद्र सरकार ने इनमें से कोई भी मांग नहीं मानी। मंगलवार को दिल्ली के मालवीय नगर थाने के एसएचओ और पहाड़गंज पीसीआर वैन के इंचार्ज को छुट्टी पर भेजते ही अरविंद केजरीवाल ने धरना खत्म कर दिया। केजरीवाल ने धरना खत्म होने पर कहा, 'लेफ्टिनेंट गवर्नर साहब ने हमारी मांगें आंशिक रूप से मान ली हैं। यह दिल्ली की जनता की बहुत बड़ी जीत है। दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य का दर्जा हासिल करने की दिशा में यह पहला कदम है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार वचनबद्ध है।' 
 
सुरक्षा तंत्र ने कर ली थी धरना खत्म करने की तैयारी
 
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश की राजधानी में मौजूद राजपथ के नजदीक शास्त्री पार्क में मंगलवार शाम पौने आठ बजे तक धरने पर बैठे हुए थे। 26 जनवरी को राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के मद्देनजर केजरीवाल का धरना सरकार के लिए बड़ी परेशानी बनता जा रहा था। यही वजह है कि केंद्र सरकार का शीर्ष नेतृत्व और सुरक्षा से जुड़े आला अफसर आम आदमी पार्टी समर्थकों के खिलाफ मंगलवार को निर्णायक कार्रवाई करने की योजना को अंतिम रूप देने लगे थे। बताया जाता है कि अगर मंगलवार को केजरीवाल का धरना खत्म नहीं होता तो रात में ही सुरक्षा बल धरना दे रहे लोगों पर धावा बोल देते। यह कार्रवाई कुछ वैसी ही हो सकती थी, जैसी कार्रवाई 4-5 जून की रात को दिल्ली के रामलीला मैदान में बाबा रामदेव और उनके समर्थकों के खिलाफ की गई थी। केजरीवाल का धरना खत्म होने की एक बड़ी वजह सुरक्षा बलों की तकरीबन निश्चित कार्रवाई भी थी। 

भुल्लर मामले में दिए अपने ही फैसले को पलटा सुप्रीम कोर्ट ने


नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को फांसी की सजा पाए दोषियों के पक्ष में ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा कि यदि सरकार दया याचिका पर फैसले में देरी करती है तो इस आधार पर फांसी को उम्रकैद में बदला जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने 15 कैदियों की फांसी को उम्रकैद में बदल दिया है। कोर्ट ने खालिस्तानी आतंकवादी देविंदर पाल सिंह भुल्लर के मामले में दिए अपने ही फैसले को भी पलट दिया है।
कोर्ट ने 12 अप्रैल 2013 को कहा था कि दया याचिका पर फैसले में देरी फांसी माफ करने का आधार नहीं हो सकता। मई 2011 में भुल्लर की दया याचिका खारिज हुई थी। फैसले से भुल्लर को भी राहत मिल सकती है। जिनको राहत मिली उनमें हरियाणा के पूर्व विधायक रेलूराम पूनिया के बेटी-दामाद के अलावा चंदन तस्कर वीरप्पन के बड़े 4 सहयोगी भी हैं।सबसे ज्यादा सात कैदी कर्नाटक के हैं। वहीं, उत्तरप्रदेश के चार, हरियाणा के दो और मध्यप्रदेश व उत्तराखंड के एक-एक कैदी शामिल हैं।
भुल्लर को भी मिल सकती राहत
26 मई 1965 को जालंधर में जन्मे और लुधियाना के गुरु नानक इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई का कोर्स करने वाले खालिस्तानी आतंकी दविंदरपाल सिंह भुल्लर की तमाम याचिकाएं खारिज कर सुप्रीम कोर्ट ने 12 मार्च 2013 को फांसी देने का आदेश दिया था।
1993 में विस्फोट
1993  में दिल्ली में भुल्लर पर ब्लास्ट का आरोप। धमाके में 9 लोगों की मौत। जर्मनी भाग गया था भुल्लर। 199४ में भारत लाया गया। 2001 में फांसी की सजा सुनाई गई। 2003 में दया याचिका लगाई जो 2011 में खारिज हो गई। सुप्रीम कोर्ट ने 12 मार्च 2013 को फांसी देने का आदेश दिया था।

खबर एक नजर में देखे

Labels

पुरानी बीमारी से परेशान है तो आज ही शुरू करे सार्थक इलाज

पुरानी बीमारी से परेशान है तो आज ही शुरू करे सार्थक इलाज
हर बीमारी में रामबाण साबित होती है इलैक्ट्रोहोम्योपैथी दवा

Followers

संपर्क करे-

Haridutt Joshi. Punjab Ka Sach NEWSPAPER, News website. Shop NO 1 santpura Road Bathinda/9855285033, 01645012033 Punjab Ka Sach www.punjabkasach.com

देश-विदेश-खेल-सेहत-शिक्षा जगत की खबरे पढ़ने के लिए क्लिक करे।

देश-विदेश-खेल-सेहत-शिक्षा जगत की खबरे पढ़ने के लिए क्लिक करे।
हरिदत्त जोशी, मुख्य संपादक, contect-9855285033

हर गंभीर बीमारी में असरदार-इलैक्ट्रोहोम्योपैथी दवा

हर गंभीर बीमारी में असरदार-इलैक्ट्रोहोम्योपैथी दवा
संपर्क करे-

Amazon पर करे भारी डिस्काउंट के साथ खरीदारी

google.com, pub-3340556720442224, DIRECT, f08c47fec0942fa0
google.com, pub-3340556720442224, DIRECT, f08c47fec0942fa0

Search This Blog

Bathinda Leading NewsPaper

E-Paper Punjab Ka Sach 22 Nov 2024

HOME PAGE