भुच्चो मंडी. लहरा बेगा टोल प्लाजा के कर्मचारियों की तरफ से बकाया तऩख्वाह न देने और नौकरी यकीनी न बनाने के विरोध में पिछले 35 दिनों से चल रहा पक्का मोर्चा और 16 दिनों से द़फ्तर का किया घेराव जारी है। धरनाकारियों ने वीके मलक कंपनी और ठेकेदार के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके टोल प्लाजा संघर्ष कमेटी के नेता दविंदर चांदी, रमनदीप सिंह, गोगी पूहला, मनजीत कौर और गुरप्रीत कौर ने कहा कि उनकी किसी ने भी कोई सुनवाई नहीं की। उन्होंने बताया कि 23 फरवरी को लेबर कोर्ट ने दोनों पक्षों को बुलाया है, शायद कोई मसला हल हो जाये। मुलाजिम नेताओं ने कहा कि दिसंबर महीने से तऩख्वाह न मिलने के कारण मुलाजिम बेहद परेशान हैं। उन्होंने मांग की कि उनकी बकाया तऩख्वाह दी जाये और नौकरी यकीनी बनाई जाये।
कृषि कानूनों के खिलाफ पक्के मोर्चे जारी, केंद्रीय मंत्री तोमर के बयान की निंदा की
भुच्चो मंडी, 22 फरवरी (अरुण) केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर की तरफ से भीड़ इकट्ठी करने के साथ कृषि कानून रद्द नहीं होंगे के दिए बयान के कारण किसानों में भारी गुस्सा पैदा हो गया है। भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां की तरफ से कृषि कानूनों के खिलाफ 145 दिनों से लहरा बेगा टोल प्लाजा और भुच्चो के बेस्ट प्राइस माल के आगे चल रहे मोचरें में भारी संख्या में शामिल महिलाओं ने केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और प्रधानमंत्री नरिंदर मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष प्रदर्शन किया। इस मौके महिला किसान नेता शिंदरपाल कौर नथाना और अमरजीत कौर तुंगवाली ने किसानी गीत पेश किए। इस मौके किसान नेता मोठू सिंह, दर्शन सिंह, बलजीत सिंह, सिमरजीत सिंह, अवतार सिंह और बलतेज सिंह ने केन्द्रीय मंत्री तोमर की स़ख्त शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि नरेंद्र तोमर की तरफ से किसानों के संघर्ष को भीड़ बता कर कानून रद्द न करने का दिया बयान अहंकारी और गैर लोकतंत्रीय है। केंद्र सरकार ने ऐसे बेहूदे बयान दे कर किसानों के संघर्ष को खत्म करने का भ्रम पाला हुआ है, जिस को किसान भाव जन आंदोलन पूरा नहीं होने देगा।
हादसों से बचाव के लिए लटक रही चाइना डोर हटाई
बठिंडा: अशोक कुमार चौहान, सिवल जज (स.ड.)/ सी.जे.ऐम-कम-सचिव, जिला कानून सेवा अथारटी, बठिंडा व उनके साथ राकेश कुमार नरूला, समाज सेवी और जिला कानून सेवा अथारटी, बठिंडा के स्टाफ सदस्यों की तरफ से कोर्ट कंपलैक्स, बठिंडा और कोर्ट के बाहर मेन रोड में जो भी चायना डोर और उसके गुच्छा लटक रहे थे, उन्हें इकट्ठा करके कूड़ेदान में डाला गया और कोर्ट कंपलैक्स और इसके आस आसपास सड़क और, वृक्षों पर लटकते हुए गुच्छों को एकत्रित किया और कूड़ेदान में डाला। अशोक कुमार चौहान ने आम लोगों से अपील की कि वह भी इस नेक काम में योगदान डाले यदि आस पास के इलाके में चायना डोर लटक रही है तो उसको इकट्ठा करके कूड़ेदान में फेंका जाए जिससे कोई घटना न घट सके। अंत में उन्होंने बताया कि तारीख 10.04.2021 को राष्ट्रीय लोग अदालत का आयोजन किया जा रहा है जिस में हर तरह के मामलों का निपटारा किया जायेगा। इस तरह दोनों धड़ो की जीत होती है और पैसे /समय की भी बचत होती है। इस के साथ ही उन्होंने टोल फ्री नंबर 1968 के बारे भी जानकारी देते हुए बताया कि अगर किसी को भी मु़फ्त कानूनी सहायता की जरूरत है तो वह टोल फ्री नंबर 1968 और संपर्क कर सकता है।
माता वैष्णो देवी मन्दिर पटेल नगर बठिंडा के प्रधान सोमराज गर्ग, जरनल सेक्रेट्री पवन शर्मा व खजानची सुशील गोयल सर्वसमिति से चुने गएबठिंडा. गत सांय माता वैष्णो देवी मन्दिर पटेल नगर बठिंडा में परमजीत सिंह, दीपक कुमार तथा रमेश गुलाटी की निगरानी में मन्दिर पदाधिकारियों जिनमें प्रधान पद, जरनल सेकेट्री, तथा खजानची पद के लिए चुनाव करवाए गए। उक्त पदों के लिए जरनल हाऊस में सर्वसमिति से मन्दिर के प्रधान सोमराज गर्ग को पुन: प्रधान चुना गया। जबकि पवन शर्मा को जनरल सेकेट्री तथा सुशील गोयल को खजानची चुना गया।
यहां उल्लेखनीय है कि यह चुनाव दो वर्षों 2021-2022, 2022-2023 के लिए हुए है। उक्त पदों के लिए उपरोक्त सोमराज गर्ग, पवन शर्मा, सुशील गोयल के अलावा किसी ओर मंदिर ट्रस्ट अधिकारियों ने फार्म नहीं भरे। जिसके चलते चुनाव अधिकारियों परमजीत सिंह ने चुनाव प्रक्रिया के अनुसार विजेताओं की घोषणा की।वहां मौजूद सभी मन्दिर ट्रस्ट के अधिकारियों मास्टर मेहर चन्द सिंगला, डाक्टर वरिन्दर शर्मा, चिमन लाल गोयल, कुलवंत शर्मा, कृष्ण कुमार, जी.डी. गोयल, सुदर्शन शर्मा, सतीश गोयल, अमरजीत अग्रवाल आदि ने अपनी सहमति जताते हुए तालियों से स्वागत किया। जीत की घोषणा होने के बाद सभी अधिकारियों ने माता वैष्णो देवी के चरणों में शीश झुकाते हुए प्रण लिया कि वो अपने तन मन और धन के साथ सभी मंदिर ट्रस्ट अधिकारियों को साथ लेकर निष्ठापूर्वक कार्य करेंगे। मन्दिर के मुख्य पुजारी विजय गौड़ ने सिरोपा देकर आशीर्वाद दिया। नवनिर्वाचित जनरल सेक्रेटरी पवन शर्मा ने बताया कि जल्दी ही जनरल हाऊस की मीटिंग बुलाकर कार्यकारणी कमेटी का गठन किया जायेगा। जिससे मन्दिर का कार्य सुचारू रूप से किया जा सके।
सीयूपीबी का 12वां स्थापना दिवस- आठ दिन जारी रहेगी सेलिब्रेशन
बठिंडा: पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) के 12वें स्थापना दिवस को चिह्न्ति करने के लिए विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारीयों, अधिकारीयों, शोधार्थी, छात्रों और पूर्व छात्रों ने 21 से 28 फरवरी 2021 तक आयोजित होने वाले आठ-दिवसीय समारोह की शुरूआत मातृभाषा दिवस के विशेष कार्यक्रम के साथ की। समारोह के पहले दिन अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत, भाषाई, सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषावाद के बारे एक ऑनलाइन व्याख्यान सत्र का आयोजन किया, जिसमें कुलाधिपति प्रो. जगबीर सिंह ने इस व्याख्यान में भाग लिया। वैबिनार के मुख्य वक्ता शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी थे, जहां उन्होंने विद्यार्थी के समग्र विकास में मातृ भाषा में शिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में भी महत्व दिया गया है। गौरतलब है कि प्रख्यात शिक्षाविद डॉ. रेणु स्वरूप (सचिव, डीबीटी), पद्म विभूषण प्रो. एम.एम. शर्मा (पूर्व निदेशक, रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई) और पद्म भूषण प्रो. विजय पी. भटकर (कुलपति, नालंदा विश्वविद्यालय) क्रमश: 23 फरवरी, 25 फरवरी और 28 फरवरी को ऑनलाइन संबोधन करेंगे। इसके अलावा, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर एक ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान प्रश्नोत्तरी आयोजित की जाएगी जिसमें प्रो. शेखर सी. मांडे, डीजी, सीएसआईआर उद्घाटन भाषण देंगे। कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने कहा कि सीयूपीबी देश का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ नव स्थापित केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसने अपनी स्थापना के 12 वर्षों के भीतर कई मील के पत्थर हासिल किए हैं। उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय को मिनी इंडिया के रूप में भी जाना जाता है।
विभिन्न कलात्मिक व जानकारी भरपूर मुकाबलों का हो रहा आयोजन
आठ-दिवसीय समारोह के दौरान भाषण प्रतियोगिता, कलात्मक लेखन, नीतिवचन लेखन, विभिन्न भारतीय भाषाओं में अभिवादन और मुहावरों तथा लोकोक्तियाँ का संग्रह आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। अन्य प्रमुख प्रतिस्पर्धी कार्यक्रमों में रंगोली और बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट प्रतियोगिता, आईडियाथोन, स्पोर्ट्स मीट, फूड कार्निवल, गायन प्रतियोगिता और नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। स्पोर्ट्स मीट के दौरान, भारतीय परंपराओं और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय खेलों का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह के दौरान वृत्तचित्र बनाने, फोटोग्राफी, कैप्शन लेखन, इंस्टा स्टोरी, निबंध लेखन और अन्य विषयों पर पर ऑनलाइन प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।