बरनावा/ सिरसा। गुरू पूर्णिमा का पर्व डेरा सच्चा सौदा की करोड़ों साध-संगत ने ऑनलाइन हर्षोल्लास, अद्भुत गुरु भक्ति और देशभक्ति के साथ मनाया। इस अवसर पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने दो नए मानवता भलाई कार्य शुरू करवाए, जिनमें साध-संगत ने अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज 'तिरंगा' स्थापित करने की शपथ ली। वहीं देश में स्वच्छ भारत मुहिम को गति देने के लिए हाइवे और बड़े शहरों में मोबाइल टायलेट का प्रबंध करने का प्रण लिया। इसके साथ ही मानवता भलाई कार्यों की संख्या 142 पहुंच गई।बुधवार सायं गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पूज्य गुरु जी के पावन सान्निध्य में देश-विदेश में सैकड़ों स्थानों पर डेरा सच्चा सौदा की करोड़ों साध-संगत ने ऑनलाइन गुरु महिमा का गुणगान किया। इस अवसर पर गुरु महिमा को दर्शाते भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। वहीं सतगुरु पर दृढ़ विश्वास को दर्शाती एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। इस अवसर पर पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि गुरु शब्द अपने आप में बहुत बड़ा शब्द है। 'गु'' का मतलब अंधकार और 'रू' का मतलब प्रकाश होता है। जो अज्ञानता रूपी अंधकार में ज्ञान का दीपक जला दे और बदले में किसी से कुछ ना ले वही सच्चा गुरु होता है। गुरू की जरूरत हमेशा से थी, है और हमेशा रहेगी। खास करके रूहानियत, सूफियत, आत्मा, परमात्मा की जहां चर्चा होती है, उसके लिए गुरू तो अति जरूरी है।
इस अवसर पर साध-संगत ने प्रण किया कि हमें अपने देश हिन्दुस्तान पर गर्व है। आज गुरु पूर्णिमा के दिन हम सब अपने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा दिखाए देशभक्ति के रास्ते पर चलते हुए ये कसम खाते हैं कि हम अपने 'तिरंगे' की आन, बान और शान को हमेशा ऊँचा रखेंगे। अपने देश की महान संस्कृति को बचाएंगे और अपने देश का झंडा अपने घर में स्थापित करेंगे। इसके साथ ही पूज्य गुरु जी ने स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए आह्वान किया कि बहुत लम्बी रोड़ के किनारों पर या बड़े-बड़े शहरों में मोबाइल टायलेट का प्रबंध किया जाए, जहां सीवरेज की पाइप हों। ताकि हमारा देश स्वच्छ रहे, इस आह्वान पर साध-संगत ने दोनों हाथ खड़े करके संकल्प लिया और अपने-अपने क्षेत्रों में इस पर जल्द कार्य शुरू करने की हामी भरी। इसके साथ ही पूज्य गुरु जी ने प्रशासन की अनुमति से कानूनी रूप से इस कार्य को करने के लिए कहा। पूज्य गुरु जी ने कहा कि इससे हमारा देश स्वच्छ रहेगा और कोई बाहर से आकर हमारे देश को डर्टी इंडिया भी नहीं कहेगा। अक्सर देखने में आता है कि कुछ लोग सड़क किनारे पर पेशाब या गंदगी फैलाते हैं तो बड़ा दु:ख होता है, ऐसा नहीं करना चाहिए। इसलिए ये मुहिम शुरू कर रहे हैं। इसके साथ ही पूज्य गुरु जी ने विदेश की साध-संगत से आह्वान किया कि वो अपने यहां जहां मोबाइल टॉयलेट का प्रबंध करें तो उस पर 'भारत' शब्द जरूर लिखें ताकि पता चले कि स्वच्छ भारत की मुहिम अकेले भारत में नहीं बल्कि विदेशों में भी चल रही है। इस अवसर पर साध-संगत को सर्व धर्म का प्रशाद बूंदी, हलवा, सेवईयाँ व केक का प्रशाद भी बांटा गया। इस दौरान पूज्य गुरु जी ने 'शाह सतनाम जी हो गया है मेरा' भजन व मैशअप भी सुनाया।