बठिंडा. अमरिक सिंह रोड पर एसएसडी गर्लज कालेज के साथ बनी एसबीआई ब्रांच में लगे एटीएम मशीन में देर रात तीन चोरों ने सेधमारी करने की कोशिश की। इस दौरान चोर गैस कटर से एटीएम को काटने की कोशिश कर रहे थे लेकिन बैंक के स्कोयरिटी ई सर्विलांस सिस्टम के एक्टिव होने से मामले की सूचना तत्काल पुलिस कंट्रोल रुम व नजदीकी थाने के पास पहुंच गई। इससे पुलिस ने बिना किसी देरी के मौके पर पहुंचकर एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया लेकिन दो मौके से भागने में सफल रहे। इस दौरान गैस कटर से निकली चिंगारी से एटीएम मशीन में आग लग गई लेकिन मौके पर पुलिस कारर्वाई के चलते नगदी व अन्य साजों सामान का नुकसान होने से बच गया। जानकारी अनुसार बठिंडा के अमरिक सिंह रोड पर एसएसडी गल्रज कालेज नजदीक मेला राम अस्पताल पर स्टेट बैंक आफ इंडिया का एटीएम लगा है। इस एटीएम में सोमवार-मंगलवार की देर रात तीन बजे के करीब तीन चोरों ने सेधमारी की। उन्होंने गैस कटर से एटीएम मशीन को काटने की कोशिश की। उक्त चोरी करते चोर इस बात से अनभिज्ञ थे कि बैंक के एटीएम के आटो स्कोयरिटी ई सर्विलांससिस्टम लगा है। चोरी की तरफ से एटीएम से छेड़खानी करते ही आटो मैसेज जहां बैंक अधिकारियों के पास पहुंचा वही पुलिस कंट्रोल रुम व नजदीकी थाने में भी अलार्म बज गया। पुलिस ने बिना किसी देरी के मौके पर पहुंचकर एटीएम में दाखिल चोरों को घेर लिया लेकिन इस दौरान दो लोग जो बाहर खड़े थे वह भागने में सफल रहे जबकि अंदर कटर से एटीएम काट रहे व्यक्ति को पुलिस ने धर दबोचा। इसके बाद मामले की जानकारी एसबीआई ब्राच के अधिकारियों को मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गए। बैंक के ब्रांच मैनेजर अनुरुद्ध शुकला ने बताया कि ई सर्विलांस सिस्टम व पुलिस की सतर्कता से बड़ी लूट व चोरी होने से बच गई। इस दौरान एटीएम को थोड़ा नुकसान हुआ है लेकिन अंदर रखा लाखों रुपए का कैश चोरी होने से बच गया है। वही पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार किए आरोपी से पूछताछ की जा रही है व जल्द ही दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
क्या है ई सर्विलांस सिस्टम जिससे लाखों की चोरी रुकी
यह एक छोटा सा यंत्र है जो एटीएम में कहीं भी सीसीटीवी की तरह लगाया जाता है। ई-सर्विलांस के लग जाने से एटीएम के साथ छेड़छाड़ करते ही बैंक अधिकारियों को इसकी जानकारी मिल जाती है। ई-सर्विलांस के तहत तीन स्तरीय सिक्योरिटी सिस्टम होता है। अगर कोई एटीएम मशीन पर हाथ पटकता है या पैर मारता है तो तेज से बीप की आवाज आती है। इसके तत्काल बाद बैंक के कंट्रोल रूम में एक मैसेज चला जाता है। अगर फिर एटीएम से छेड़छाड़ हुई तो स्पीकर से तेज आवाज आती है। ऐसा ही बठिंडा में एसबीआई के एटीएम में हुआ था। संबंधित मैनेजर व पुलिस को भी यह उपकरण एसएमएस से अलर्ट भेजता है। एटीएम को तोड़ने और काटने में करीब आधे घंटे का समय लगता है। इतनी देर में चोर को पकड़ा सकता है। ई सर्विलांस के सिस्टम में यह आवाज पहले से फीड रहती है कि कोई व्यक्ति है जो एटीएम से छेड़छाड़ कर रहा है। उस एटीएम के संबंधित थाने के नंबर भी वहां के कंप्यूटर में फीड रहते हैं। वहां से अपने आप पुलिस को फोन चला जाता है।