बठिंडा.रेडक्रॉस की सहयोगी संस्था सेंट जॉन एंबूलैंस की ओर से ड्राईविंग व कंडकटर लाईसंस बनवाने के इच्छुक नौजवानों व नैनी कार्स करने वाली लडकियों को फस्र्ट एड का प्रशिक्षण देने हेतू रेड क्रास भवन में 4 दिवसीय फस्र्ट एड ट्रेनिंग कैंप आयोजित किया गया। जिसमें फस्ट एड के मास्टर ट्रेनर नरेश पठानिया ने युवाओं को प्राथमिक सहायता के गुर दिए।
स्थानिक रेडक्रॉस भवन में कोरोना संबंधी गाईडलाईनज की पालना करते हुए लगाए गए इस 4 दिवसीय फस्र्ट एड प्रशिक्षण कैंप के दौरान फस्र्ट एड ट्रेनर नरेश पठानिया ने शिक्षार्थियों को अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस अभियान, फस्र्ट एड का महत्व, घायलों को संभालने, बनावटी साँस देने, सीपीआर, जलने और झुलसने, जहरीले साँपों के डंसने, मिर्गी दौरों, गर्मी-लू या करंट लगने, डूबने और पागल कुतों के काटने आदि मौकों पर दी जाने वाली प्राथमिक सहायता के ढंग तरीकों की मौखिक और प्रैकिटकल ट्रेनिंग करवाई। पठानिया ने नौजवानों को संबोधन करते हुए कहा कि दुर्घटनाओं के दौरान पल पल कीमती होता है एैसे समय पर हम तुरंत फस्र्ट एड प्रदान करके पीडितों का जीवन बचा सकते हैं। ट्रेनिंग कैंप के आखरी दिन सचिव रेडक्रॉस सोसायटी दर्शन बांसल ने शिक्षार्थियों को अपील की कि फस्र्ट एड की यह जानकारी औरों के साथ भी सांझा की जाए तांकि किसी की समय रहते मदद की जा सके।
फोटो - फस्र्ट एड ट्रेनर नरेश पठानिया ट्रेनिंग देते।