- 31 किसान संगठनों के आह्वान पर केंद्र सरकार के खेती कानूनों के प्रति किसानों को किया जागरूक, कपास की सरकारी खरीद शुरू न होने का जताया विरोध
सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए अर्धनग्न किसानों के इस अनोखे प्रदर्शन देखकर इलाका निवासियों ने हैरानी जताई, वहीं किसानों के ऐसे हालात के लिए सरकार को दोषी ठहराया। किसानों का काफिला अनाज मंडी पहुंचा जहां मार्केट कमेटी दफ्तर के सामने नरमे की ढेरी पर नारेबाजी की।
आज किया जाएगा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड का घेराव
भाकियू सिद्धूपुर के नेता बलदेव सिंह ने बताया कि उनका रेल चक्का जाम व कार्पोरेट घरानों का घेराव जारी रहेगा। कीरती किसान यूनियन के नेता अमरजीत हनी ने कहा कि बंद कमरों में बैठकर नीतियां बनाने वाले खेत में कड़ाके की ठंड व चिलचिलाती गर्मी में काम करते किसान का दर्द नहीं जानते और किसानी को भी व्यापार ही समझते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से धान की पराली जलाने से रोकने को बनाई नीतियों में जमीन में रेड एंट्री व कंबाइनों पर सुपर एसएमएस का विरोध जताते हुए 6 अक्टूबर को पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के मानसा रोड आईटीआई इंडस्ट्रियल एरिया में घेराव किया जाएगा।
पांचवें दिन भी बंद रहे रिलायंस पंप व टोल प्लाजा
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की ओर से 31 किसान संगठनों के संघर्ष से तालमेल करके कारपोरेट कारोबार का घेराव निरंतर जारी है, सोमवार को पांचवें दिन भी रिलायंस व एस्सार के पेट्रोल पंप, वॉलमार्ट का बेस्ट प्राइज शॉपिंग माल्स, जीदा व लहराबेगा टोल प्लाजा का कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। किसानों की ओर से बनांवाली के प्राइवेट थर्मल प्लांट का भी घेराव किया हुआ है। किसान नेताओं ने कहा कि रामपुरा में रिलायंस कंपनी के पेट्रोल पंप, भुच्चो खुर्द व संगत मंडी में एस्सार कंपनी के पेट्रोल पंप के अलावा बठिंडा-भुच्चो स्थित वालमार्ट के बेस्ट प्राइज माल को बंद तथा लहराबेगा व जीदा में टोल प्लाजा पर पर्चियां कटवाना बंद करके इन कारपोरेट घरानों की ओर से की जा रही लूट को बंद करवाया है।
वहीं बनांवाली थर्मल प्लांट के आगे भी अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है केंद्र सरकार की ओर से लाए जा रहे आर्डिनेंस सीधे तौर पर कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने वाले हैं, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के शॉपिंग माॅल्स से छोटे कारोबारियों को खत्म कर देंगे, वहीं रिलायंस व एस्सार के पेट्रोल पंप, टोल प्लाजा और प्राइवेट थर्मल बढ़ने से कारपोरेट घरानों की वर्चस्व बढ़ेगा और आने वाले दिनों में मनमर्जी से आम जनता को लूट सकेंगे। उन्होंने ऐलान किया कि वे खेती आर्डिनेंस को वापस करवाकर ही दम लेंगे और वे पंजाब में कारपोरेट घरानों के कारोबार को बढ़ने नहीं देंगे।