पठानकोट । नए साल में आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। खुफिया एजेंसियों से मिले ऐसे इनपुट के बाद जिला पठानकोट व पाकिस्तान सीमा से सटे इलाकों में हाई अलर्ट कर दिया गया है। इस अलर्ट के कारण जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार माधोपुर में स्थित सैनिक छावनी में सुरक्षा प्रबंधों को पहले से ज्यादा बढ़ा दिया गया है।
गत दिनों बार्डर पर ड्रोन के संदिग्ध रुप से उड़ने, नशा व हथियार मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इनपुट दिए जाने के बाद ये सुरक्षा बढ़ाई गई है। मंगलवार को सेना के जवानों ने संदेह के आधार पर वाहनों को रोक कर खुद जांच की। इसके साथ ही क्यूआरटी टीमें भी छावनी के इर्द-गिर्द गश्त करती दिखी। उच्चाधिकारियों नेेइन टीमों को छावनी के आसपास स्थित दस किलोमीटर के एरिया में चौबीसों घंटे जांच शुरू किए जाने के दिशा निर्देश दिए हैं।
माधोपुर में सैनिक व अर्ध सैनिक बलों की यूनिटें हैं जिस कारण नववर्ष के बाद भी इस छावनी के एरिया में गश्त जारी रहेगी। सूत्रों के अनुसार दहशतगर्दों की प्राथमिकता रहती है कि ऐसे स्थलों के आसपास कोई बड़ी घटना को अंजाम दिया जाए, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हाईलाइट होने का मौका मिल सके।
उधर, पंजाब की सीमा के बिलकुल साथ सटे होने के कारण माधोपुर नाके पर भी पुलिस की सुरक्षा की तैयारियों को पहले की अपेक्षाकृत दोगुणा कर दिया गया है। माधोपुर स्थित टी-प्वाइंटों एवं अन्य विभिन्न जगहों पर नाके लगाकर लगातार वाहनों की तलाशी ली जा रही है। शहर में भी किसी भी गडबड़ी से निपटने के लिए पुलिस ने सारे शहर को अभी से सुरक्षा कवच पहना दिया है। जगह-जगह पर नाके लगाकर तथा असामाजिक तत्वों से निपटने के लिये चेकिंग की जा रही है।
पुलिस नाकों पर कागजात पूर न होने वालों के चालान और संदिग्ध दिखने वालों से संघन पूछताछ की जा रही है। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों, होटलों तथा शहर के भीड़भाड़ वाले स्थानों पर भी चेकिंग को शुरू किया गया है। एसएसपी गुलनीत खुराना से जब इस संबंधी बात की गई तो उन्होंने इसे सुरक्षा को लेकर उठाया गया कदम बताया। पूछे गए सवाल का जवाब देते उन्होंने कहा कि जनरल अलर्ट है, जिस आधार पर ही पुलिस व सेना द्वारा सुरक्षा को बढ़ाया गया है।