Tuesday, December 29, 2020

नए साल में बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में आतंकी, पंजाब में हाई अलर्ट, सेना ने बढ़ाई चौकसी

 


पठानकोट । नए साल में आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। खुफिया एजेंसियों से मिले ऐसे इनपुट के बाद जिला पठानकोट व पाकिस्तान सीमा से सटे इलाकों में हाई अलर्ट कर दिया गया है। इस अलर्ट के कारण जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार माधोपुर में स्थित सैनिक छावनी में सुरक्षा प्रबंधों को पहले से ज्यादा बढ़ा दिया गया है।



गत दिनों बार्डर पर ड्रोन के संदिग्ध रुप से उड़ने, नशा व हथियार मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इनपुट दिए जाने के बाद ये सुरक्षा बढ़ाई गई है। मंगलवार को सेना के जवानों ने संदेह के आधार पर वाहनों को रोक कर खुद जांच की। इसके साथ ही क्यूआरटी टीमें भी छावनी के इर्द-गिर्द गश्त करती दिखी।  उच्चाधिकारियों नेेइन टीमों को छावनी के आसपास स्थित दस किलोमीटर के एरिया में चौबीसों घंटे जांच शुरू किए जाने के दिशा निर्देश दिए हैं। 


माधोपुर में सैनिक व अर्ध सैनिक बलों की यूनिटें हैं जिस कारण नववर्ष के बाद भी इस छावनी के एरिया में गश्त जारी रहेगी। सूत्रों के अनुसार दहशतगर्दों की प्राथमिकता रहती है कि ऐसे स्थलों के आसपास कोई बड़ी घटना को अंजाम दिया जाए, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हाईलाइट होने का मौका मिल सके।




उधर, पंजाब की सीमा के बिलकुल साथ सटे होने के कारण माधोपुर नाके पर भी पुलिस की सुरक्षा की तैयारियों को पहले की अपेक्षाकृत दोगुणा कर दिया गया है। माधोपुर स्थित टी-प्वाइंटों एवं अन्य विभिन्न जगहों पर नाके लगाकर लगातार वाहनों की तलाशी ली जा रही है। शहर में भी किसी भी गडबड़ी से निपटने के लिए पुलिस ने सारे शहर को अभी से सुरक्षा कवच पहना दिया है। जगह-जगह पर नाके लगाकर तथा असामाजिक तत्वों से निपटने के लिये चेकिंग की जा रही है।


पुलिस नाकों पर कागजात पूर न होने वालों के चालान और संदिग्ध दिखने वालों से संघन पूछताछ की जा रही है। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों, होटलों तथा शहर के भीड़भाड़ वाले स्थानों पर भी चेकिंग को शुरू किया गया है। एसएसपी गुलनीत खुराना से जब इस संबंधी बात की गई तो उन्होंने इसे सुरक्षा को लेकर उठाया गया कदम बताया। पूछे गए सवाल का जवाब देते उन्होंने कहा कि जनरल अलर्ट है, जिस आधार पर ही पुलिस व सेना द्वारा सुरक्षा को बढ़ाया गया है।




नवजोत सिद्धू पंजाब में नए‍ विवाद में फंसे, धार्मिक निशान वाला शाल ओढ़कर किसानों के बीच पहुंचे



शाहकोट (जालंधर)। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू नए विवाद में फंस गए हैं। सिद्धू धार्मिक निशान वाला शाल ओढ़कर शाहकोट पहुंचने पर नया विवाद छिड़ गया है। वह धार्मिक निशान वाला शाल ओढ़कर किसानों के बीच पहुंच गए। इसके बाद वह लोगों के निशाने पर आ गए। उन पर सिखों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप लगाए जा रहे हैा और उनको श्री अकाल तख्‍त साहिब में बुलाने की मांग की जा रही है।

सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप, श्री अकाल तख्त साहिब में तलब करने की मांग

दरअसल सिद्धू हलका शाहकोट के गांव संढावाल में किसानों को एमएसपी के प्रति जागरूक करने आए थे। उन्होंने एक रुमाला साहिब की तरह शाल ओढ़ रखा था। इस पर खंडा व एक ओंकार छपा हुआ था। उनकी यह तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रही है जिस पर लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं।

इस संबंध में पंथक सेवा लहर के जिला प्रधान मेजर सिंह माणकपुर ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू कभी गुरबाणी की बेअदबी करते हैं तो कभी सिखों के धार्मिक चिन्हों की। सिद्धू ने ऐसा करके सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, जिसके लिए उन्हें सिख पंथ से माफी मांगनी चाहिए।

इस संबंध में पंथक सेवा लहर के जिला प्रधान मेजर सिंह माणकपुर ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू कभी गुरबाणी की बेअदबी करते हैं तो कभी सिखों के धार्मिक चिन्हों की। सिद्धू ने ऐसा करके सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, जिसके लिए उन्हें सिख पंथ से माफी मांगनी चाहिए।


उन्होंने कहा कि सिद्धू ने धार्मिक चिन्हों की शाल ओढकर क्या साबित करना चाहा कि वह खुद को सिख गुरुओं के बराबर समझते हैं या किसी साजिश के तहत धार्मिक चिन्हों की बेअदबी की है। उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत ¨सह को मामले का सख्त नोटिस लेते सिद्धू को श्री अकाल तख्त साहिब में तलब करने की अपील की है।


एसजीपीसी ने कहा, पंथ से माफी मांगें सिद्धू

इस घटना की शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने भी निंदा की है। एसजीपीसी से महासचिव भगवंत सिंह सियालका ने कहा कि सिद्धू की इस हरकत से सिख कौम की भावनाओं को ठेस पहुंची है। सिद्धू को बिना शर्त सिख पंथ से माफी मांगनी चाहिए। उनसे इस तरह की हरकत किए जाने की आशा नहीं थी।

आम आदमी पार्टी नगर निगम चुनाव में सभी वार्डों में उतारेगी उम्मीदवार, 30 दिसंबर तक चाहवान उम्मीदवारों के मांगे नाम



  •  निगम चुनावों में पूरी ताकत से लड़ कर अकाली कांग्रेसियों को करेंगे बाहर: जीदा / सिवीयां
  • चुनाव जीतने के बाद शहर की समस्याओं को पहल के आधार पर हल किया जाएगा- जीदा / सिवीयां

बठिंडा:  नगर निगम चुनाव के लिए आप ने कमर कस ली है। इसमें आम आदमी पार्आटी ने सभी 50 वार्ड में उम्मीदवार उतारने का फैसला लिया है। वही अपने सिंबल झाडू पर ही चुनाव लड़े जाएंगे। इसके लिए बकायदा संभावित उम्मीदवारों को 30 दिसंबर तक अपने नाम देने के लिए कहा गया है व जनवरी के पहले हफ्ते में उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी। आम आदमी पार्टी (आप) के बठिंडा से जिला प्रधान एडवोकेट नवदीप सिंह जीदा (शहरी) व गुरजंट सिंह सिवीया (देहाती) ने साझे तौर पर प्रेस वार्ता को संबोधन करते जानकारी दी कि आप पार्टी पंजाब में आने वाली नगर निगम और म्युनिस्पल चुनाव अपने चुनावी चिह्न झाड़ू पर लड़ेगी, पार्टी हैडक्वाटर की तरफ से इस का ऐलान किया जा चूका है। उन्होंने कहा कि आप की तरफ से होने वाले इन स्थानीय सरकारों के चुनाव में सभी सीटों पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ा जाएगा और शहरों में बदलाव के लिए लोगों के लिए यह सुनहरी मौका है। उन्होंने मतदान में काम करने वाले सरकारी आधिकारियों को बिना किसी दबाव के अपनी ड्यूटी करने को कहा, क्योंकि एक साल बाद यह कांग्रेस की सरकार बदल जायेगी। इस मौके उन्होंने कहा कि यदि बठिंडा में आप का मेयर बनता है तो बहुत समस्याएँ जैसे कि सीवरेज, पीने वाले साफ पानी, आवारा पशू, कुत्ते, शहर की सफाई को पहल के आधार पर हल किया जाएगा। जिला प्रधान ने कहा कि नगर निगमों, म्युनिसिपल समितियों में करोड़ों रुपए के घपले किये जाते हैं। ऐसे भ्रष्टाचार को रोकनो के लिए जरूरी है कि एक पढ़े लिखे और योग्य व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि चुना जाये। किसान आंदोलन बारे बोलते उन्होंने कहा कि उम्मीद करते हैं कि जल्दी ही केंद्र सरकार किसानों की मांग को मान लेगी क्यूंकि आज देश के किसान अपने हकों के लिए कड़ाके की ठंड में सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। इस मौके राकेश पुरी जिला जनरल सचिव, बलकार सिंह भोखड़ा जिला मीडिया इंचार्ज, एमएल जिन्दल जिला खजांची, विक्रम लवली जिला इवेंट इंचार्ज, बलजिन्दर सिंह जिला दफ़्तर इंचार्ज, एडवोकेट गुरलाल सिंह, बलजीत बल्ली ब्लाक प्रधान, गोबिन्दर सिंह ब्लाक प्रधान, प्रदीप कालिया, प्रदीप मित्तल, के इलावा अन्य नेता उपस्थित थे।


पंजाब में कानून व्यवस्था पर खड़े हो रहे सवाल, सरकार कांग्रेस के हाथों की बनी कठपुतली -सुखपाल सरां



बठिंडा. चल रहे किसानी आंदोलन के बीच जहाँ शरारती तत्वों द्वारा निजी कंपनी के टावरों व अन्य समान के साथ तोड़ फोड़ की जा रही है, वहीं उन पर प्रदेश सरकार द्वारा कोई कार्यवाही न करना सरकार की मंशा पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। वर्तमान में राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है बल्कि सरकार व प्रशासन कांग्रेसियों के हाथों की कठपुतली बनी हुई है। यह खुलासा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव सुखपाल सिंह सरां ने किया। उन्होंने कहा कि बीते कुछ दिनों से पंजाब को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के कांग्रेस व अन्य पार्टियों के गुंडों द्वारा जियो कम्पनी के टावरों व अन्य समान के साथ तोड़फोड़ कर खुर्द बुर्द किया जा रहा है। जबकि आंदोलन की अगुवाई कर रही किसान जत्थेबंदियों द्वारा बार बार ऐसा कुछ न करने की अपील की जा रही है और स्प्ष्ट किया जा रहा कि इस तरह की हरकत कोई भी जत्थेबंदी के कार्यकर्ता या कोई किसान नही कर सकता। सुखपाल सिंह सरां ने कहा कि ऐसी हरकत करने वालो पर कांग्रेस सरकार द्वारा कोई सख्त कार्यवाही न करना साफ करता है कि ये मौजूदा सरकार के कार्यकर्ता है जो कि पंजाब का माहौल खराब करना चाहते है ताकि पंजाब के कोई भी नई इंडस्ट्री न लग सके। क्योकि कोई भी बड़ा व्यपारी किसी भी तरह के आर्थिक नुकसान से बचेगा और इस तरह के माहौल में पंजाब में लगी हुई इंडस्ट्री भी प्रदेश छोड़कर बाहर चली जायेगी जिससे प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ने की समस्या पैदा हो सकती है, सरां ने कहा कि ऐसे माहौल से अराजकता फैलेगी, ऐसे अपराधियो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए,ताकि अमन शांति कायम रहा सके।


परसराम नगर में जानलेवा हमला करने वाले पर केस दर्ज होने के चार माह बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं करने पर किया प्रदर्शन


बठिंडा. गत दिनों परस राम नगर गली नंबर 29 के रहने वाले जसकरण सिंह पर घर में घुसकर जानलेवा हमला करने के आरोपियों को कैनाल पुलिस केस दर्ज करने के चार महीने के बाद भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है। जिसके रोष में पीड़ित परिवार ने मंगलवार को थाना कैनाल के आगे बैठकर एक घंटे प्रदर्शन किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। कैनाल थाने के आगे परिवार समेत धरने पर बैठी सुखजीत कौर ने कहा कि 16 सितंबर की रात साढ़े 9 बजे के करीब एक दर्जन के करीब हथियारों से लैस हमलावरों ने एक घर में घुसकर उसके पति जसकरण पर जानलेवा हमला कर दिया। आरोपी घर में तोड़फोड़ करने के बाद कार को भी बुरी तरह से तोड़कर फरार हो गए। सभी आरोपी घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। कैनाल पुलिस ने इस संबंध में ब्रॉन गिल उर्फ लक्खा,मनीश कुमार उर्फ मछी, राज कुमार, राजू समेत 8-10 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर लिया था। लेकिन पुलिस ने चार महीने के बाद भी आरोपियों को गिरफ़्तार नहीं किया। सुखजीत कौर ने कहा कि वो आरोपियों को पकड़ने के लिए चार महीने से उच्चधिकारियों के पास जाकर गुहार लगा चुकी है। उच्चधिकारी आरोपियों को पकड़ने के लिए आदेश दे देते हैं लेकिन थाने के मुलाजिम उन आदेशों को मानते नहीं। आरोपी सरेआम घूम रहे हैं। सुखजीत काैर ने बताया कि एक दिन पहले मामले की जांच कर रहा सब इंस्पेक्टर दो युवकों को लेकर उनके घर में समझौता करने का दबाव डालने के लिए आया था। इस संबंध में एसएचओ थाना कैनाल राजिंदर सिंह का कहना था कि मामला मेरे ध्यान में आ चुका है। इसमें एक आरोपी को अरेस्ट कर लिया था जबकि एक को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। जब कि बाकी फरार आरोपियों की तलाश जारी है, जल्द पकड़कर चालान पेश कर दिया जाएगा। एसएचओ ने कहा कि पीड़ित परिवारों का गुस्सा जायज है। 


तेज रफ्तार कार चालक ने मारी स्कूटी सवार को टक्कर, पुलिस ने दर्ज किया केस

बठिंडा. बस स्टेंड के पास स्थित पैट्रोल पंप के पास एक अज्ञात वाहन चालक की तरफ से एक्टिवा सवार चालक को टक्कर मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। मामले में कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के पास नरिंदर कुमार वासी धोबियाना रोड बठिंडा ने शिकायत दी कि गत दिवस वह अपनी एक्टिवा पर सवार होकर पावर हाउस रोड से फौजी चौक की तरफ जा रहा था कि रास्ते में पड़ते पैट्रोल पंप के पास एक अज्ञात वाहन चालक ने तेज गति से गाड़ी चलाते उसे पीछे से टक्कर मारी जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। कोतवाली पुलिस ने अज्ञात बलेरो गाड़ी चालक के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। 

पुरानी रंजिश को लेकर हुए झगड़े में तीन लोगों को 6 ने घेरकर पीटा, मामला दर्ज 

बठिंडा. जिले में दो स्थानों में आपसी रंजिश को लेकर हुए झगड़ों में छह लोगों ने मिलकर तीन लोगों को घायल कर दिया। इसमें सिविल लाइन पुलिस व नहियावाला पुलिस थाना ने आरोपी लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। सिविल लाइन पुलिस के पास संदीप सिंह वासी प्रीत नगर बठिंडा ने शिकायत दी कि चीड्डी, प्रनीत कुमार, संदीप व दीपू  के साथ उसका किसी बात को लेकर पुराना झगड़ा चल रहा था। उक्त सभी लोगों ने गत दिवस उसे प्रीत नगर बठिंडा में उस समय रोककर मारपीट की जब वह अपने दोस्त लवप्रीत सिंह के साथ जा रहा था। आरोपी लोगों ने उसके दोस्त के साथ भी मारपीट की। इसमें पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वही नहियावाला पुलिस के पास वरिंदर सिंह वासी जिंदा ने लिखित शिकायत दी कि जसकरण सिंह, हरभगवान सिंह वासी जिंदा के साथ गांव के एक मामले में विवाद चल रहा था। इसी विवाद में उक्त लोगों ने गांव में उसे रोककर हमला कर घायल कर दिया।  


हेरोइन तस्करी में भाई-बहन गिरफ्तार वही एक किलो अफीम सहित तीन धरे 

बठिंडा. जिला पुलिस ने दो स्थानों में हेरोइन व अफीम सहित पांच लोगों को नामजद किया है। कनाल कालोनी पुलिस के सहायक थानेदार जग्गा सिंह ने बताया कि सावन सिंह वासी नूरसाह वलेवाल जिला फाजिल्का व संतोष रानी वासी नरसिंह कालोनी बठिंडा को 20 ग्राम हेरोइन के साथ उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह मोटरसाइकिल पर सवार होकर लाल सिंह बस्ती बाईपास बठिंडा की तरफ जा रहा थे। गिरफ्तार आरोपी बाई-बहन है व पिछले कुछ माह से तस्करी के धंधे में पड़े थे। आरोपी हेरोइन डबवाली से लाकर बठिंडा में बेचते थे। इसमें संतोष रानी पर कुछ समय पहले भी नशा तस्करी के केस में संगत थाने में मामला दर्ज हुआ था। इस केस में वह 28 दिन तक जेल में रही व जमानत मिलने के बाद फिर से नशा तस्करी का धंधा करने लगी। इसी तरह सदर रामपुरा पुलिस थाना के एसआई कुलदीप सिंह ने बतायाकि राजवीर सिंह वासी गांव जैंद, जसपाल कौर वासी रामपुरा व गुलबंत सिंह वासी महिराज को मोटरसाइकिल पर गांल गिलकला के पास आते देखा व शक होने पर उन्हें रोककर तलाशी ली गई तो उनके पास एक किलोग्राम अफीम बरामद की गई। इसमें पुलिस ने मौके पर राजवीर सिंह व जसपाल कौर को गिरफ्तार कर लिया जबकि तीसरा आरोपी अभी फरार है। 



पुलिस कारर्वाई से संतुष्ट नहीं भाजपा, पुलिस प्रशासन को पांच दिन का दिया समय



-हमलावरों पर सख्त कारर्वाई नहीं करने पर सड़कों में उतरकर धरना देंगी भाजपा-विनोद बिंटा 

बठिंडा. 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस समारोह में किसान संगठनों के हंगामे के बाद जिले के साथ राज्य की राजनीति में उफान जारी है। इस मामले में हालांकि घटना के 48 घंटे बाद जिला प्रशासन ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था लेकिन प्रदेश व जिला भाजपा पुलिस की इस कारगुजारी को लेकर संतुष्ट नहीं है। इसी के चलते जिला भाजपा ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने पांच दिनों तक हमलावरों पर बायनेम मामला दर्ज नहीं किया तो जिले भर में धरना प्रदर्शन शुरू होंगे व इस दौरान किसी भी तरह की टकराव की स्थिति पैदा होने पर पूरी जिम्मेवारी प्रशासन व सरकार की होगी। यही नहीं भाजपा इस मामले में चुप्पी साधने के मूड में नहीं दिखाई दे रही है। उन्होंने हाल ही में वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल की तरफ से भाजपा को किसानों के मामले में सबक सिखाने के बयान पर भी कड़ा प्रतिक्रम जताते कहा कि भाजपा किसानों के साथ है व किसानों का उनकी केंद्र सरकार पर विश्वास है। वर्तमान में परिणाम भुगतने की उन दलों की चिंता होनी चाहिए जो किसानों को अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। जिला भाजपा शहरी प्रधान विनोद कुमार बिंटा ने कहा कि भाजपा अमन व शांति के साथ भाईचारक साझ बनाने वाली पार्टी हैजो सबको साथ लेकर चलती है व सभी को आगे बढ़ने का मौका देती है।

किसान बिल किसानों के हित में है व इस बात को देश का किसान समझ रहा है। जहां तक किसानों में बिल को लेकर आशंका का माहौल है उसे भाजपा के साथ केंद्र सरकार दूर कर रही है। गौरतलब है कि      अमरीक सिंह रोड पर उड़ांग सिनेमा के पास शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर भाजपा महिला मोर्चा की ओर से समागम का आयोजन किया गया  था। किसान आंदोलन के कारण समागम में कोई खलल न पड़े इसलिए भाजपा नेताओं ने जिला प्रशासन को इसकी जानकारी देकर पहले ही अनुमति ली थी। 

प्रशासन ने भाजपा की अनुमति और किसानों की चेतावनी को हलके में लिया जिस कारण यह समागम में हंगामा हुआ और तोड़फोड़ हुई। प्रबंध पुख्ता होते तो यह नौबत नहीं आती। इसके बाद मामला भड़क गया व भाजपा के प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा को स्वयं मौर्चा संभालना पड़ा। इसमें भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों ने गत दिवस डीजीपी पंजाब को मिलकर मामले में सख्त कारर्वाई की मांग रखी थी। वही अब भाजपा ने डीजीपी पंजाब के साथ स्थानीय पुलिस पर निरसता अपनाने व अमन कानून क स्थिति को बरकरार रखने में नाकाम होने का आरोप जड़ा है। 

फिलहाल राजनीतिक हालात तनावपूर्वक बने हुए है जिसे लेकर भाजपा के सहायक मीडिया कनवीनर सुनिल सिंगला ने कहा कि जनवरी फरवरी में होने वाले नगर निगम चुनावों से पहले कांग्रेस पंजाब का माहौल तनावपूर्व बनाकर लोगों के बीच भय का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं जिसे भाजपा किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगी व कांग्रेस की चाल का मुंहतोड़ जबाव देंगे। वही एसएसपी बठिंडा को दिए एक पत्र में जिला भाजपा ने जिला प्रशासन व पुलिस से समागम में हमला करने वाले लोगों को नामजद कर गिरफ्तार करने की मांग की है वही उन्हें इस बाबत पांच दिन का समय दिया है। इसके बाद भाजपा सड़कों में उतरकर धरना प्रदर्शन करेगी।  



नगर निगम ने साल भर से नहीं लिए यूजर्स चार्जेज, अब इकट्ठे करेगा वसूल



 बठिडा : नगर निगम की ओर से घरों और व्यापारिक संस्थानों से डोर टू डोर की जाती कचरा कलेक्शन के यूजर्स चार्जेस देने के लिए उपभोक्ता तैयार हो जाएं। नगर निगम यह चार्जेस एक माह के नहीं, बल्कि पिछले करीब एक साल के इकट्ठे ही वसूल करने जा रहा है। शहर में करीब 55 हजार रिहायशी और 10 हजार व्यापारिक यूनिट हैं। नगर निगम लगभग एक साल से 50 किलो से अधिक कचरा पैदा करने वाले संस्थानों से ही यूजर्स चार्जेस की वसूली कर रहा है। इसके अलावा अन्य किसी भी घर, दुकान या व्यापारिक संस्थान से चार्जेस नहीं ले रहा है। फिलहाल में मुफ्त में ही निगम की ओर से कचरा कलेक्शन की सेवा की जा रही है। जबकि तमाम घरों, दुकानों व व्यापारिक संस्थानों के रेट निगम हाउस की तरफ से निर्धारित हैं। लेकिन अब सबसे वसूली होने जा रही है। इसकी तैयारी कर ली गई है। यह वसूली भी निगम की ओर से खुद नहीं, बल्कि ठेकेदार की ओर से की जाएगी। चार्जेस वसूली के लिए नगर निगम ने टेंडर लगा दिया है। जोकि 11 जनवरी को खुलने जा रहा है। वसूली की प्रक्रिया शुरू होने पर निगम को प्रति माह 55 लाख रुपये की आमदन होने का अनुमान है।

पिछले करीब एक साल से ठप पड़ी है चार्जेस वसूली

नगर निगम की ओर से करीब दो साल पहले जब करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए 46 मिन्नी टिप्पर खरीदे गए थे, तो उस समय यही योजना बनाई गई थी कि प्रत्येक माह यूजर्स चार्जेज की वसूली की जाएगी। इस यूजर्स चार्जेस से न केवल मिन्नी टिप्परों की मेंटीनेंस और तेल का खर्चा निकलेगा, बल्कि मिन्नी टिप्परों के लिए ठेके पर रखे 300 ड्राइवरों और हेल्परों का वेतन भी निकलेगा। निगम की यह योजना कुछ हद तक वर्ष 2019 तक तक तो चलती रही, लेकिन उसके बाद उचित योजना के अभाव में बंद होकर रह गई। लेकिन अब यह वसूली फिर से शुरू की जा रही है। स्वच्छता सर्वेक्षण प्रतियोगिता के साथ भी यूजर्स चार्जेज की वसूली का नाता है। प्रतियोगिता में इसके बाकायदा अंक है और इसकी वसूली अनिवार्य है। पिछले बकाया समेत इकट्ठी

वसूली की योजना: एसई

नगर निगम के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर हरपाल सिंह भुल्लर ने कहा कि यूजर्स चार्जेस की वसूली के लिए टेंडर लगा दिया गया है। जोकि जल्दी ही खुलने वाला है। उन्होंने कहा कि फिलहाल जबसे वसूली बंद है, तबसे इकट्ठी ही की जाने की योजना है।

  • नगर निगम हाउस की ओर से पारित रेट
  1. रिहायशी प्रति घर मासिक
  2. 60 गज तक घर 20 रुपये
  3. 180 गज तक घर 30 रुपये
  4. 181 गज से ज्यादा घर 50 रुपये कमर्शियल
  5. दुकान अप टू 100 फीट 50 रुपये
  6. दुकान 100 से 200 फीट 100 रुपये
  7. दुकान 200 से 300 फीट 150 रुपये
  8. दुकान 300 से 500 फीट 200 रुपये
  9. दुकान 500 से 1000 फीट 250 रुपये
  10. दुकान 1000 फीट से ऊपर 500 रुपये
  11. पेट्रोल पंप 500 रुपये
  12. बैंक व वित्तीय संस्थान 1000 रुपये अस्पताल सिर्फ नान मेडिकल वेस्ट:
  13. अपटू 15 बेड 1000 रुपये
  14. 16 से 30 बेड 2000 रुपये
  15. 30 से 50 बेड 5000 रुपये
  16. 50 बेड से ऊपर 10000 रुपये होटल
  17. अपटू 10 कमरे 500 रुपये
  18. 11 से 20 कमरे 1000 रुपये
  19. 21 से ज्यादा कमरे 2000 रुपये
  20. बैंक्वेट हाल व रेस्टोरेंट का 1500 रुपये मिठाई की दुकानें
  21. एसी 1000 रुपये
  22. नान एसी 500 रुपये ढाबा
  23. एसी 1000 रुपये
  24. नान एसी 500 रुपये फैक्ट्री 50 रुपये प्रति गज
  25. शापिग माल 200 रुपये प्रति दुकान
  26. मल्टीपलेक्स, सिनेमा 1000 रुपये प्रति स्क्रीन
  27. प्राइवेट कालेज 1000 रुपये
  28. अन्य शैक्षणिक संस्थान 1000 रुपये
  29. यूनिवर्सिटी 5000 रुपये
  30. पेइंग गेस्ट हाउस 30 रुपये प्रति कमरा
  31. रेहड़ी, खोखा 30 रुपये
  32. सर्विस स्टेशन 150 रुपये मैरिज पैलेस अपटू 500 गज 1000 रुपये महीना
  33. 501 से 1000 गज 2000 रुपये महीना
  34. 1001 से ज्याद गज 3000 रुपये महीना
  35. शराब की दुकान 300 रुपये नोट: सरकारी शैक्षणिक संस्थानों को यूजर्स चर्जेस से मुक्त रखा गया है।


अब शहीदों के नाम पर स्कूल का नाम 14 दिनों के अंदर रखा जा सकेगा



बठिडा : अब किसी भी गांव व शहर में किसी स्कूल को शहीदों के नाम से करवाना है तो सालों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अब सिर्फ 14 दिनों के अंदर स्कूल का नाम बदला जा सकेगा। अब गांव पंचायतों को नाम बदलाने के लिए बार-बार शिक्षा विभाग के धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। अपनी फाइलें लेकर बार-बार शिक्षा विभाग नहीं जाना पड़ेगा। राज्य सरकार ने नाम बदलने की प्रकिया को नया रूप देते हुए सरल बना दिया है। 

अब इस प्रकार के सभी केस आनलाइन भेजे जाएंगे। इसका पूरा एजेंडा बनाकर बैठक रखी जाएगी। इस बैठक के बाद रिपोर्ट शिक्षा सचिव को भेजी जाएगी। इसके बाद शिक्षामंत्री से मंजूरी लेकर आनलाइन ही नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। इस प्रकिया के दौरान सारा कार्य आनलाइन होगा। गांव पंचायतों को कागज लेकर बार-बार धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। इस कार्य में करीब 14 दिन के अंदर ही जवाब देना होगा। शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने इस प्रक्रिया को लागू करने के लिए स्कूल प्रमुखों व जिला शिक्षा अधिकारियों को हिदायतें जारी कर दी हैं। इससे किसी स्कूल का नाम बदलने में देरी भी नहीं होगी। उन्होंने यह भी साफ किया है कि केवल शिक्षा विभाग के आनलाइन पोर्टल के केसों पर ही विचार किया जाएगा, जिसे स्कूल मुखी अपने लागइन आइडी से अप्लाई करेंगे। इसके लिए उन्हें पहले वाले दस्तावेज ही साथ लगाकर केस तैयार करना होगा। शहीद की जीवनी पांच सौ शब्दों में होगी

पहले स्कूल मुखी, पंचायत का मत, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी का मत, संबंधित शख्सियत का सर्टिफिकेट, अगर उसे अवार्ड मिला तो सुबूत, जीवनी आदि के साथ फाइल संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी को भेजी जाती थी। डीईओ की तरफ से जिला रक्षा सेवाएं भलाई विभाग, एसएसपी की रिपोर्ट व सिफारिश प्राप्त करने के बाद डीसी दफ्तर में सिफारिश की जाती थी। डिप्टी कमिश्नर की सिफारिश के बाद केस निदेशालय जाता है। वहां हर महीने के अंतिम शुक्रवार को पूरे हुए केसों पर कमेटी बैठक में विचार किया जाता है। आनलाइन प्रक्रिया से समय भी कम लगेगा और शहीदों का सम्मान भी होगा।

बेटियां ससुराल में पहुंची, सरकार का न शगुन मिला, न आशिर्वाद



बठिडा : आर्थिक तौर पर कमजोर लोगों को बेटी की शादी पर मदद देने के लिए शुरू की गई शगुन योजना के पैसों को लेने के लिए लोग सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। इस योजना के तहत लड़की की शादी से पहले यह सहायता राशि देने की योजना है। मगर इसको कई-कई महीने बीत जाते हैं, लेकिन लाभार्थियों के खातों में पैसे नहीं आते। पंजाब सरकार ने अब इस योजना का नाम बदल कर आशीर्वाद योजना कर दिया है।

जिले में 2017-18 के दौरान 2510 तो साल 2018-19 के दौरान 2432 लोगों ने अप्लाई किया था, जिनके केस नवंबर 2019 में क्लियर हुए हैं। साल 2019-20 के दौरान 2680 लोगों ने अप्लाई किया था। नवंबर तक के केस क्लियर होने के कारण 1149 केस ही पास हो पाए हैं, जबकि 1531 केसों के अभी पास होने का इंतजार है। इसी प्रकार साल 2020-21 के दौरान 230 लोग अप्लाई कर चुके हैं, जो सभी पेंडिग है। इसके अलावा 78 केस तो ऐसे हैं जो लाकडाउन के कारण घरों से बाहर न निकलने व दफ्तरों के बंद होने के कारण अप्लाई नहीं कर सके। जिनको अब स्पेशल मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा गया है।

पैसे आएंगे तो सीधे लाभार्थी के खाते में जाएं : सरदूल सिंह

इस मामले में जिला भलाई अफसर सरदूल सिंह ने कहा कि वह सभी केस सरकार को भेज देते हैं। जहां से पास होने के बाद पैसे सीधे लाभार्थी के खाते में आते हैं। परिवार में नहीं है

कोई भी कमाने वाला केस 1- बठिडा की लाल सिंह बस्ती के गुलाब सिंह की बेटी की शादी नवंबर 2019 में हुई थी। उसको आज तक कोई पैसा नहीं मिला। हालांकि गुलाब सिंह का बेटा बीटेक की पढ़ाई कर चुका है, लेकिन उसको नौकरी नहीं मिली। केस 2- बठिडा की अमरपुरा बस्ती के सेठी सिंह की बेटी की शादी 2019 में हुई थी। कई बार दफ्तर के चक्कर भी काट चुका है। हर बार भरोसा मिलता है। एक बेटी व एक बेटा पढ़ाई कर रहे हैं। दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार चला रहा है। केस 3- गांव महमा सवाई के जगसीर सिंह की बेटी की शादी नवंबर 2019 में हुई थी, मगर पैसे आज तक नहीं मिले। वह ड्राइवर है और उसका बेटा मजदूरी कर परिवार को चला रहे हैं। अगर उनको यह पैसे मिल जाते हैं तो परिवार की मदद हो जाती। आप नेताओं ने भी किया विरोध

आप के प्रवक्ता नील गर्ग ने बताया कि पिछली बादल सरकार की तरह सरकारी स्त्रोतों व खजाने को माफिया के हाथों लुटवा रही कैप्टन अमरिदर सिंह सरकार के पास गरीब घरों की बेटियों को विवाह के मौके शगुन तक देने के लिए पैसे नहीं हैं। उनका कहना है कि 2017 के चुनाव के दौरान कैप्टन अमरिदर सिंह व कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में 51 हजार रुपये शगुन स्कीम देने का लिखित वादा किया था, मगर सरकार 21 हजार रुपये का शगुन देने से भी भाग गई है। इसके खिलाफ वह संघर्ष भी करेंगे। यह लोग ले सकते हैं लाभ अनुसूचित जातियों, इसाई बिरादरी की लड़कियों, पिछड़ी श्रेणी/जातियों, आर्थिक तौर पर पिछड़े वर्ग की लड़कियों, किसी भी जाति की विधवाओं की लड़कियों के विवाह के समय व अनुसूचित जाति की विधवा व तलाकशुदा महिलाएं। परिवार में सभी साधनों से वार्षिक आय 32,790 रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। लड़की की शादी की तारीख निश्चित होने के बाद 30 दिन पहले या स्पेशल कारण से 30 दिन बाद तक आवेदन करना लाजिमी है।


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