बठिंडा। पंजाब सरकार के लिए चुनावी साल में धान की खरीद बड़ी चुनौती बनने वाली है। राज्य की सरकार दावा कर रही है कि अप्रैल में तय समय सीमा में धान की खरीद मंडियों में शुरू कर दी जाएगी लेकिन वर्तमान में उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती भंडारण को लेकर पेश आने वाली है। जिले के अधिकतर गोदाम भरे पड़े हैं वही शैलरों में भी पैर रखने तक की जगह नहीं है इस स्थिति में खरीद किया स्टाक कहां रखा जाएगा यह सवाल अभी भी बरकरार है।
पिछले साल की गेहूं की बंपर फसल के होने व कोरोना लॉकडाउन लगने की वजह से गेहूं व चावल का स्टॉक बहुत सीमित मात्रा में क्लियर हो पाया है। ऐसे में एफसीआई सहित पांच बड़ी खरीद एजेंसियों के गोदाम पूरी तरह गेहूं व चावल से भरे हुए हैं।
वहीं बेहद सीमित संख्या में स्पेशल लगने के चलते गेहूं व चावल को दूसरे राज्यों में नहीं भेजा जा सका जिसका नतीजा यह है कि इस बार गेहूं की फसल आने पर खरीद से अधिक उसकी स्टोरेज एजेंसियों के माथे पर पसीने छुड़ा देगी। वहीं दूसरी तरफ जिले में करीब 350 शैलरों में अधिकांश जगह धान स्टोर है, ऐसे में उनके पास भी गेहूं की फसल स्टोर करने को बहुत अधिक स्थान नहीं बचा है।
एक अनुमानित जानकारी के अनुसार पनग्रेन सहित सभी एंजेसियों को मिलाकर करीब 4.42 लाख मीट्रिक टन स्टोरेज की कमी है जबकि अनुमानित खरीद 10.31 लाख मीट्रिक टन होने की संभावना है जबकि 5.88 लाख मीट्रिक टन जगह ही उपलब्ध है। वहीं डीएफएससी भी यह स्वीकार करते हैं कि गेहूं स्टोर करने को जगह की कमी है। ऐसे में मंडियों में इस बार गेहूं की बोरियों के ढेर दिखे तो अतिशयोक्ति नहीं होनी चाहिए।
कम लगी स्पेशल
2020 में मार्च 23 से देशव्यापी लॉकडाउन लगने के चलते पूरे देश में यातायात बंद हो गया। जहां एक साल में दर्जनाें स्पेशल अन्न लेकर दूसरे राज्यों को निकल जाती थीं, वहीं इस बार यह संख्या बेहद सीमित है। ऐसे में स्टोरेज खाली नहीं होने से किसी भी एजेंसी के पास फ्री होल्ड जगह नहीं है। जानकारी अनुसार एफसीआई के पास ही गेहूं स्टोर करने को 1.90 लाख एमटी जगह की कमी है। पनसप, पनग्रेन, मार्कफैड व पंजाब वेयरहाउस के भी हालात कुछ ऐसे ही हैं।
इस बार भी बंपर फसल होने की उम्मीद
नई फसल को लेकर केंद्र सरकार की पंजाब को गाइडलाइंस भी जारी कर दिए हैं जिसमें इस बार पंजाब सरकार ने पूरी खरीद करनी है। पिछली बार जहां गोदामों में बठिंडा से 1001076 लाख मीट्रिक टन गेहूं स्टोर होने पहुंचा था, वहीं इस बार सभी खरीद एजेंसियों ने गेहूं की अच्छी फसल को देखते हुए इसकी अनुमानित आवक 1031130 लाख मीट्रिक टन लगाई है जो पिछली बार के मुकाबले 30054 हजार मीट्रिक टन अधिक है।
अधिकारी बोले - स्टोरेज की कमी, हो सकती है दिक्कत
सरकार से गेहूं की फसल खरीदने के निर्देश किसी भी समय मिल जाएंगे, लेकिन वर्तमान में हमारे पास गेहूं की स्टोरेज की काफी कमी है। हालांकि इसके लिए एजेंसियों प्रयास कर रही हैं, लेकिन फिर भी थोड़ी दिक्कत हो सकती है। हालांकि स्पेशल एक तय संख्या तक लग रही हैं।
-जसप्रीत सिंह, डीएफएससी, बठिंडा