बठिंडा: भारतीय किसान यूनियन एकता (उग्राहां) और पंजाब खेत मजदूर यूनियन की तरफ से 21 फरवरी को बरनाला की दाना मंडी में मजदूर -किसान एकता रैली की जायेगी। यह ऐलान आज यहाँ प्रैस कान्फ्ऱेंस करते हुए भाकियू उग्राहां के महा सचिव सुखदेव सिंह कोकरी कलाँ और पंजाब खेत मजदूर यूनियन के जनरल सचिव लछमण सिंह सेवेवाला की तरफ से किया गया। उन्होंने बताया कि इस रैली को उक्त जत्थेबंदियों के नेताओं के इलावा संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेता संबोधन करेंगे। इस रैली की विशेषता यह होगी कि यह एक तरफ संघर्षशील किसान जत्थेबंदियों की एकजुट्टता को ओर ऊँचा ले जाने के लिए मील पत्थर बनेगी। रैली में किसान संघर्ष के राष्ट्र-व्यापक उभार को मात देने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से इस्तेमाल किए हाथ कंडो को बेनकाब किया जाएगा और कारपोरेट भक्ति का पदार्फाश किया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसानी संघर्ष के प्लेटफार्म को धर्म-निरपेक्ष और पार्टी रहित बनाई रखने के लिए लामबंद किया जायेगा। भाकियू उग्राहां के सीनियर सह प्रधान झंडा सिंह जेठूके और पंजाब खेत मजदूर यूनियन के सूबा प्रधान जोरा सिंह नसराली ने दावा किया कि एकता रैली में कुल 2 लाख का लक्ष्य है व किसान और खेत -मजदूर महिलाओं की संख्या का लक्ष्य 70 -80 हजार रखा गया है। उन्होंने पंजाब के समूह संघर्षशील और जागरूक वर्गों को रैली में शामिल होने का न्योता दिया। उग्राहां जत्थेबंदी की 1500 के करीब गाँव इकाईआं द्वारा घर -घर पहुँच करने का लक्ष्य रखा गया है। इस मकसद के लिए 5 लाख संख्या में दो वर्की, 50 हजार की संख्या में 25 पन्नों का पैंफलेट, बड़ी संख्या में पोस्टर और माँगों के चार्ट छापे गए हैं। संचार के लिए 16 जिलों में मीटिंग करवा कर 5000 के करीब वर्करों को तैयार किया जा रहा है।
फोटो- प्रेस वार्ता को संबोधन करते किसान नेता।