- आईएमए व सेहत विभाग के अधिकारियों से डीसी ने की बैठक, नई एडवाइजरी की दी जानकारी
- चीन के बाद लप्रशासन हाई रिस्क वाले अन्य 15 देशों के यात्रियों पर भी नजर रख रहा
बठिंडा. देश भर में करोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन मुस्तैद हो गया है। इसे लेकर डीसी बी श्रीनिवासन ने सेहत विभाग, आईएमए व अन्य मेडिकल संस्थाओं के साथ बैठक कर आपातकालीन व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान सभी प्राइवेट अस्पतालों को करोना के मामले सामने आने की स्थिति में अपने इन्सोलेशन वार्ड और वेंटिलेटर रुम को दुरुस्त करने के लिए कहा है। सिविल अस्पतताल के पास करीब 20 बिस्तर वाला इन्सोलेशन वार्ड तो है लेकिन उसके पास वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या वेंटिलेटर की है। इसके चलते उन्होंने प्राइवेट अस्पतालों का सहयोग लेने का फैसला लिया है।
करोना बीमारी में वेंटिलेटर एक ऐसी मशीन है जो उपचार में सर्वाधिक अहम मानी जाती है। यह रोगी को सांस लेने में मदद करती है। इसके लिए मुंह, नाक या गले में एक छोटे से कट के माध्यम से एक ट्यूब श्वास नली में डाली जाती है। इसे मैकेनिकल वेंटिलेशन भी कहा जाता है। यह एक जीवन सहायता उपचार है। मैकेनिकल वेंटिलेशन की जरुरत तब पड़ती है जब कोई रोगी प्राकृतिक तरीके से अपने आप सांस लेने में सक्षम नहीं होता है।
फिलहाल प्रशासन को हिदायत दी गई है कि चीन, ईरान, इटली, दक्षिण कोरिया में यात्रा कर वापिस लौटने वालों पर नजर रखी जाए। वही प्रशासन हाई रिस्क वाले अन्य 15 देशों के यात्रियों पर भी नजर रख रहा है व इसके लिए एयरपोर्ट आथार्टी दिल्ली, चंडीगढ़, मोहाली, अमृतसर के संपर्क में है। इन एयरपोर्ट में पहुंचने वाले बठिंडा के लोगों की लिस्ट एयरपोर्ट आथार्टी सीधा जिला प्रशासन को भेज रहा है ताकि इन लोगों पर नजर रखी जा सके व रुटीन में उनकी जांच की जा सके।
सिविल एविएशन के डिप्टी डायरेक्टर सुनील कुमार ने एडवाइजरी जारी करते हुए एयरपोर्ट को निर्देश दिया है कि वे इटली, ईरान, चीन, जापान, वियतनाम, दक्षिण कोरिया, हॉन्गकॉन्ग, नेपाल, मलेशिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया, थाईलैंड से आने वाले सभी यात्री की स्क्रीनिंग करें। यह एडवाइजरी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के बाद जारी की गई है, ताकि कोरोनावायरस को रोका जा सके।
कोरोना वायरस को लेकर तमाम सतर्कता व तैयारियों के बावजूद दहशत का माहौल है। लगातार संदिग्ध मरीज बढ़ रहे हैं। इसका असर जिले में भी देखने को मिल रहा है। चीन से शुरू होकर पूरी दुनिया में मेडिकल इमरजेंसी की वजह बने कोरोना वायरस को लेकर बठिंडा में भी हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट मोड पर आ गया है।
क्या है कोरोना वायरस
सीएमओ आफिस से दी गई सूचना के मुताबिक कोरोना वायरस का इंफेक्शन ऊंट, बिल्ली और चमगादड समेत कई तरह के जानवरों से मिल सकता है। डब्लूएचओ ने इस वायरस को सी फूड से भी जोड़ा है। इस वायरस का अटैक हमारे इम्यून सिस्ट पर पड़ता है। खास तौर पर हमारी सांस लेने की प्रणाली को यह सबसे ज्यादा प्रभावित करता है।
स्वाइन फ्लू की तरह की कोरोना वायरस
कोरोना वायरस का इंफेक्शन स्वाइन फ्लू की ही तरह खांसी के जरिए या इससे संक्रमित किसी शख्स के छींकने या उसके पास जाने से होता है। ऐसे लोगों के पास जाते वक्त सावधानी बरते। या फिर मुंह ढक हर ऐसे लोगों के पास जाएं।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए सिविल हॉस्पिटल में आईसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। इसके अलावा एन-95 मास्क, जांच किटें व जरूरी दवाएं भी मंगाई गई है। अगर इस वायरस से संक्रमित पेशेंट आता है तो उसके इलाज के लिए डॉक्टर्स की टीम भी बनाई गई है।
कोरोना वायरस के लक्षण
-सिर दर्द,नाक बहना,खांसी,गले में खराश,बुखार,छींक का आना, थकान महसूस करना,निमोनिया, फेफड़ों में सूजन
क्या करें क्या न करें-
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
- खांसी जुकाम, बुखार होने पर मास्क लगाए या मुंह में रुमाल बांधें
- बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न खाएं
- घर के आसपास अगर कोई चीन या पूर्वी एशिआई देशों की यात्रा करके आया है तो स्वास्थ्य विभाग को सूचना दें