- शहर में अकाली-भाजपा पार्षदों के वार्ड में विकास काम करवाने के लिए अधिकारी नहीं दे रहे इस्टीमेंट, एजेंडा नहीं मिलने से बैठक भी चल रही लंबित
- पांच दिन बाद समाप्त होने जा रहा है नगर निगम सदन का कार्यकाल
बठिंडा. नगर निगम बठिंडा के सदन का कार्यकाल पांच दिन बाद 8 मार्च को समाप्त होने जा रहा है। इससे पहले नगर निगम जरनल हाउस बैठक को लेकर पार्षदों के निशाने पर रहे मेयर बलवंत राय नाथ ने मंगलवार को अपना आक्रोश अलग ढंग से जाहिर किया। इस दौरान उन्होंने अपने दोनों हाथों में जंजीर बांध ली व गले में रस्सी डालकर निगम दफ्तर में चक्कर लगाया। इस दौरान उनके साथ अकाली दल व भाजपा के पार्षद भी हाजिर रहे। इस प्रदर्शन में गले में फंदा डालने पर मेयर बलवंच राय नाथ ने कहा कि कांग्रेस ने उनके हाथ जंजीर से बांध दिए है जिससे वह चाहकर भी लोगों के काम नहीं करवा पा रहे हैं। कांग्रेस सरकार अपने अधिकारियों के साथ मिलकर उन्हें जानबूझकर परेशान कर रही है व अकाली-भाजपा पाषर्दों के वार्डों में विकास काम करवाने में रोड़े अड़का रही है। कांग्रेस ने उनके हाथ बांधने के साथ गले में भी फंदा डाल रखा है। मेयर के इस प्रदर्शन का अकाली व भाजपा पार्षदों ने पुरजोर समर्थन किया।
गौरतलब है कि जनवरी में हुई जरनल हाउस की बैठक में शहर में कई पार्षदों के वार्ड में विकास काम नहीं करवाने के आरोप लगे थे। इसमें पार्षद हरविंदर शर्मा, गुरसेवक सिंह मान, निर्मल सिंह सिद्धू ने आरोप लगाया था कि नगर निगम की हाउस में जो एजेंडे रखे गए है वह कुछ कांग्रेसी नेताओं के वार्ड से संबंधित है जबकि अकाली दल व भाजपा पार्षदों के वार्ड में लंबे समय से लंबित कार्यों को भी शामिल नहीं किया गया है। इसके बाद हाउस में सहमती बनी थी कि चार फरवरी 2020 से पहले सभी पार्षद अपने वार्डों में होने वाले काम की लिस्ट अधिकारियों के पास जमा करवाएंगे व इसमें एक बार फिर से नया एजेंडा निकाला जाएगा व रहते कार्यों को पूरा करवाया जाएगा। इसमें मेयर बलवंत राय नाथ ने आरोप लगाया कि बैठक में जो फैसला लिया गया उसके तहत उन्होंने नगर निगम कमिश्नर व दूसरे अधिकारियों को कई बार पत्र लिखा व मौखिक तौर पर भी कहा कि वह ऐसे सभी कार्यों का एजेंडा तैयार कर उनके पास भेजे ताकि हाउस की बैठक बुलाई जा सके। इसमें कांग्रेसी नेताओं व पार्षदों ने एक साजिश के तहत बैठक होने नहीं दी व अधिकारियों को एजेंडे में शामिल होने वाले कार्यों की लिस्ट भी देने से मना कर दिया। इसके चलते सदन का कार्यकाल पूरा होने से पहले जो बैठक की जानी थी वह हो नहीं सकी। मेयर बलवंत राय नाथ ने कहा कि बठिंडा के विधायक मनप्रीत सिंह बादल राज्य के वित्त मंत्री भी है। विधानसभा में बजट रखने से पहले उन्होंने शहर के विकास को लेकर जनप्रतिनिधियों की बात तक नहीं सुनी वही बठिंडा के वार्डों की क्या जरूरत है इसे लेकर भी विचार नहीं किया। इससे शहर में लंबित प्रोजेक्टों के लिए किसी तरह का फंड भी जारी नहीं किया गया। एक विधायक के नाते मनप्रीत सिंह अपनी जिम्मेवारी से भागे हैं जिसका नुकसान शहर के लोगों को उठाना पड़ रहा है। डिप्टी मेयर गुरविंदर कौर मांगट, पार्षद हरविंदर शर्मा, अंजना रानी ने आरोप लगाया कि जब से राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी उनके साथ जमकर पक्षपात किया गया। नगर निगम में मेयर अकाली दल भाजपा गठजोड़ का होने के कारण तीन साल से किसी भी तरह की सरकारी ग्रांट नगर निगम को नहीं दी गई वही जो फंड मिले वह नगर निगम की बजाय इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से खर्च करवाए जा रहे हैं। इसमें कांग्रेसी नेता अपने वार्डों में काम करवा रहे हैं जबकि शहर में 25 से ज्यादा वार्डों को पूरी तरह से नजरअंदाज रखा जा रहा है। इसी के विरोध में उन्हें इस तरह का प्रदर्शन करना पड़ रहा है। इस दौरान अकाली दल व भाजपा के कई नेता भी हाजिर रहे। विजय कुमार एमसी ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लेते सरकार की पक्षपात नीति का विरोध जताया।
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