यूके से आए 25 लोगों की करवाई जा रही कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, 50 नए केस, 1 मौत
लुधियाना। ब्रिटेन में कोरोना का नया रूप सामने आने के बाद वहां से लौटे लोगों और उनके संपर्कों की स्क्रूटनी के लिए सेहत महकमे ने तैयारी कर ली है। लोगों और उनके संपर्कों को आइसोलेट करने के लिए अस्पताल और आइसोलेशन सेंटर तय कर लिए गए हैं। इन्हें 14 दिनों तक महकमा अंडर अॉब्जर्वेशन रखेगा। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि यूके से लौटे लोगों के करीबी, जो हाई रिस्क पर हैं, उन्हें अॉब्जर्वेशन में यूसीएचसी वर्धमान में रखा जाएगा। इनमें से जो पॉजिटिव आएंगे, उन्हें सिविल अस्पताल या उन निजी अस्पताल में जहां कोविड मरीजों का इलाज हो रहा है, वहां शिफ्ट किया जाएगा।
कम रिस्क वाले संपर्कों को इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन (होटल में) 7 दिनों के लिए रखा जाएगा। इसके बाद उनकी सैंपलिंग होगी, पॉजिटिव पाए जाने पर अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। निगेटिव आने पर घर में 7 दिनों तक रहना होगा। डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि लुधियाना में 25 लोग हैं, जो इंग्लैंड से आए हैं। इंग्लैंड से फ्लाइटें बंद होने के कारण ये दूसरे रूटों से पहुंच रहे हैं। उनकी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग हो रही है। 13 पॉजिटिव लोगों के संपर्कों की सूची हमारे पास है। वहीं, वैक्सीनेशन मॉक ड्रिल को सात सेंटर बनाए जाएंगे।
इधर, ब्रिटेन और रूस के लिए डाक सेवाएं पूरी तरह बंद
ब्रिटेन और रूस के लिए डाक सेवाएं पूरी तरह बंद कर दी गई हैं। इसे लेकर मुख्य डाकघर में लोगों की जानकारी के लिए नोटिस लगा दिया गया है। शुक्रवार को मुख्य डाकघर में 3-4 लोग ब्रिटेन के लिए डाक बुक करवाने आए, इन्हें लौटा दिया गया। मुख्य डाकघर के सीनियर सुपरिंटेंडेंट ऑफ पोस्ट ऑफिस हरिमोहन ने बताया कि अगले आदेशों तक कोई भी डाक बुक नहीं की जाएगी। जानकारी के मुताबिक कोरोनाकाल से पहले रोज 5-6 आर्टिकल ब्रिटेन भेजे जाते थे। मगर अब ये संख्या कम होकर 3-4 रह गई थी। वहीं, रूस के लिए 4-6 महीनों में सिर्फ 1 या 2 आर्टिकल ही बुकिंग के लिए आए हैं।
जिले में मरीजों की संख्या लगातार हो रही कम-जिले में 50 नए संक्रमित पाए गए। इनमें से 43 मरीज लुधियाना और 7 बाहरी जिलों-राज्यों से संबंधित हैं। वहीं, जिले से संबंधित एक मरीज की मौत भी हुई। जबकि 47 मरीज डिस्चार्ज कर दिए गए। जिले में अब तक 24 हजार 558 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब जिले में 429 एक्टिव केस हैं। अस्पताल दाखिल होने वाले मरीजों की तादाद में भी गिरावट आई है। सिविल अस्पताल में अब सिर्फ 11, निजी अस्पतालों में 54 मरीज दाखिल हैं। होम आइसोलेशन में 322 मरीज हैं।
39 साल के पुरुष की मौत, 2 हेल्थ वर्कर संक्रमित: मंसूरां पक्खोवाल के 39 वर्षीय पुरुष की मौत हुई, जोकि पॉजिटिव आने के अलावा हाईपरटेंशन के मरीज थे। 31 रैपिड रिस्पांस टीमों ने 105 शकी मरीजों की स्क्रीनिंग की। इनमें से 75 को होम क्वारेंटाइन किया गया। 1648 एक्टिव होम क्वारेंटाइन केस हैं। पॉजिटिव मरीजों के संपर्क के 4, ओपीडी के 9, आईएलआई के 24 मरीज, 2 हेल्थ केयर वर्करों की रिपोर्ट पॉजिटिव रही।
हर सेंटर में होंगे 5 मेडिकल अफसर, 25 लोग बुलाए जाएंगे-मॉक ड्रिल के लिए सिविल अस्पताल और डीएमसी को चुना गया है। सब डिवीजनल अस्पतालों में जगराओं, रायकोट, खन्ना और सीएचसी में माछीवाड़ा और पायल के गांव धनोट को चुना गया है। हर सेंटर में 3 रूम बनाए जाएंगे। हर सेंटर में 5 मेडिकल अफसर होंगे और ड्रिल के लिए 25 लोगों को बुलाया जाएगा।
पहला मेडिकल अफसर लिस्ट से नाम इत्यादि की जांच कर सेंटर में एंट्री देगा, दूसरा अफसर कोविन एप के जरिए सत्यता की जांच करेगा। तीसरा लाइन को मैनेज करेगा। चौथा अफसर वेक्सीनेटर होगा, जो इंजेक्शन लगाएगा। 5वां अफसर अॉब्जर्वेशन रूम में रहेगा, जो 30 मिनट तक वैक्सीनेशन लगवाने वाले को निगरानी में रखेगा। पहले दिन कोविन पोर्टल पर सारी रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन लगवाने वाले को टाइम
स्लॉट जारी किया जाएगा। दूसरे दिन वैक्सीन लगाने की ड्रिल होगी। वहीं, सेना, पुलिस, निगम और प्रशासन में कार्यरत फ्रंट लाइन वर्करों की भी सूची तैयार हो रही है। हेल्थ केयर वर्करों के बाद फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन लगेगी। वैक्सीनेशन के समय में सेंटर में एक समय में 5 ही लोगों की एंट्री होगी। करीब 30 हजार हेल्थ वर्करों की रजिस्ट्रेशन की गई है।