चंडीगढ। पंजाब में बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों के विरोध में शिरोमणि अकाली दल (SAD) विधायकों ने गुरुवार को अनोखा प्रदर्शन किया। वे MLA फ्लैट्स से बैलगाड़ियों से पंजाब विधानसभा के लिए निकले लेकिन, पुलिस ने उन्हें परिसर से दूर ही रोक दिया और उसके बाद सभी विधायक अपनी कारों से विधानसभा पहुंचे। पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया इस प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे थे।
सभी विधायक केंद्र और राज्य सरकार के नारे लगाते रहे। खास बात ये थी इन बैलगाड़ियों पर विधायकों की नेम प्लेट भी लगी थी। विधायकों ने मांग की कि राज्य और केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम कर आम लोगों को कुछ राहत दे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह महंगाई बढ़ रही है, हमें या लोगों को बैलगाड़ी की सवारी ही करनी पड़ेगी।
इसके बाद पंजाब विधानसभा में कांग्रेस और अकाली विधायकों के बीच कोरोना वायरस के इलाज को लेकर तीखी बहस हुई। आम आदमी पार्टी के विधायक मास्टर बलदेव सिंह ने यह मामला उठाया। उन्होंने पूछा कि बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को अपने मेडिकल कॉलेज पर भरोसा नहीं था क्या, जो उन्होंने अपना इलाज PGI से करवाया। इस पर स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि वह मीटिंग में चंडीगढ़ आए हुए थे। जहां उन्हें कोरोना का टेस्ट करवाने के बाद PGI में तुरंत दाखिल होना पड़ा।
इसके बाद SAD विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि सरकारी सुविधाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे करने वाले इन मंत्री जी का खुद का इलाज फोर्टिस अस्पताल में हुआ है। इनके अलावा कई मंत्रियों ने बड़े प्राइवेट अस्पतालों में ही अपने इलाज करवाए हैं। इस पर मंत्री सिद्धू ने कहा कि उन्होंने और अन्य जिसने भी प्राइवेट से इलाज करवाया है उसका खर्चा खुद किया है लेकिन बिक्रम मजीठिया क्या यह बता सकते हैं कि सुरेंद्र कौर बादल और प्रकाश सिंह बादल ने अपना इलाज अमेरिका के अस्पताल में क्यों करवाया और सारा खर्चा सरकार से क्यों लिया।