-ट्रैफिक लाईटें होने के बावजूद भी जाम की स्थिति विकराल
बठिंडा। महानगरी में रोजाना लगते भारी जाम आम लोगों की परेशानी का सबब बने हुए हैं। हालांकि पूरा दिन ट्रैफिक पुलिस धूप व बरसात की परवाह न करते हुए अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद देखी जा सकती है, बावजूद जहां विभिन्न मार्गो पर विशेष कर श्री हनुमान चौक सहित रेलवे स्टेशन के साथ लगते क्षेत्र पर अकसर जाम जैसी स्थिति बनी रहती है। जाम लगने का मुख्य कारण हालांकि ट्रैफिक लाईटों का बंद होना है वही विभिन्न चौकों में निर्माणाधीन रेलवे ओवर ब्रिज तथा हर वाहन चालक को पहले जाने की जल्दी भी जाम जैसी विकट स्थिति बनते रहने का बड़ा कारण है। बस स्टेंड स्थिति विभिन्न चौक में कभी लाईट गुल होने से ट्रैफिक लाईन बंद रहती है तो कभी तकनीकि खराबी आने से कई दिनों तक ट्रैफिक लाईट नहीं जल पाती है। वर्तमान में हाजीरत्न चौक से डबवाली रोड़ की तरफ जाते रोड़, रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड के चौक, श्री हनुमान चौक के इलावा नहर पुल के पास हर समय जाम जैसी स्थिति बनी रहती है। जिसमें वाहनों को हार्न बजाते व एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ करते सुगमता से देखा जा सकता है। वैसे शहर की पुरानी बनावट भी रोजाना लगते जाम का एक कारण है। बठिंडा से बाहर जाने के लिए किसी भी हाईवे पर ट्रैफिक की तुलना में जरूरत से कहीं कम चौड़ा राजमार्ग है। शहर के भीतरी इलाकों में तो स्थिति इससे भी बदतर है जिसमें मोहना चौक, किला रोड, धोबी बाजार व किकर बाजार रोड में भारी वाहनों की रोक के बावजूद व्यापारी माल से लदे ट्रक खडे़ कर देते हैं जो पूरी सड़क को रोककर रखते हैं। डबवाली रोड पर तो हर ३० मिनट बाद रेलवे फाटकों का बंद होना जाम को बढ़ावा दे रहा है। यहां अकसर लगने वाले जाम में वीआईपी ही नहीं, बल्कि मरीजों को ले जाने वाली एंबूलेंस गाडिय़ां भी फंसी देखी जा सकती हैं। इन्हें पहले निकालने के चक्कर में ट्रैफिक पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है। ट्रैफिक पुलिस का कहना कि ट्रैफिक पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी पर पूरा दिन मुस्तैद रहते हैं लेकिन सख्ती के बावजूद जल्दी जाने के चक्कर में वाहन चालक सहयोग नहीं देते। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे ओवरब्रिज तथा बाईपास का निर्माण होने के बाद ही इस समस्या से स्थायी छुटकारा मिल सकेगा।
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