-सुखवीर समय आने पर हरसिमरत को देते हैं हरसंभव सहयोग
-एक दूसरे की प्रतिष्ठा बढ़ाने में देते हैं पूरा योगदान
बठिंडा। राजनीति में जहां एक दूसरे की टांग खीचकर आगे बढ़ने की होड़ रहती है व इसके लिए कुछ भी करने को नेता तैयार रहते हैं वहीं इन दिनों राज्य के उपमुख्यमंत्री सुखवीर बादल और उनकी पत्नी सांसद हरसिमरत कौर राजनीति की इन तमाम धारणाओं को पूरी तरह से निरस्त कर रहे हैं। पति और पत्नी राजनीतिक क्षेत्र में एक दूसरे से आगे निकलने की बजाय एक दूसरे को प्रमोट करने का काम कर रहे हैं। हरसिमरत कौर जहां उपमुख्यमंत्री पतिदेव की प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए दिनरात एक कर काम कर रही है व बादल सरकार की नीतियों को घर-घर तक पहुंचा रही है वही सुखवीर भी समय मिलने पर सांसद पत्नी के सम्मान के लिए हर समय तैयार रहते हैं। एक सप्ताह पहले सुखवीर बादल का बठिंडा दौरा था, इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में दौरा कर सुखवीर काफी थक गए थे लेकिन हरसिमरत कौर ने उनसे आग्रह किया कि प्रशासकीय व्यवस्था को लेकर लोगों की शिकायते आ रही है जिसके लिए जरूरी है कि कुछ विभागों की अचानक जांच की जाए। हरसिमरत के आग्रह पर सुखवीर एकाएक इसके लिए तैयार हो गए और उन्होंने एक नहीं तीन विभागों में उनके साथ छापामारी की व प्रशासकीय अधिकारियों को इसके लिए ताड़ना भी की। इसी तरह का पति-पत्नी के बीच तालमेल की एक मिशाल आज बुधवार को उस समय देखने को मिली जब लगातार आठ दिन तक संसदीय क्षेत्र का दौरा करने के बाद सांसद हरसिमरत की तबियत अचानक खराब हो गई। इसमें सुखवीर ने दौरा रद्द करने की बजाय स्वयं उन सभी स्थानों पर जाने का फैसला लिया जहां हरसिमरत ने लोगों की समस्या सुननी थी। इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने न सिर्फ लोगों की समस्या सुनी बल्कि सहजता से प्रशासकीय अधिकारियों को इन समस्याओं के तत्काल हल के लिए आदेश भी दिया। इस दौरान भी लोगों को संबोधित करते हुए सुखवीर ने सांसद हरसिमरत की तरफ से किए जा रहे कार्यों की सराहना की व उन्हें हरसंभव सहयोग देने का आग्रह किया।