मरीज की मौत के बाद अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करते मृतक के परिजन। |
बठिंडा. शहर में त्रिकोनी के पास उस समय भारी हंगामा हो गया जब पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में शादी करवाकर आए युवक व युवती को उसके ही परिजनों ने मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। युवती के भाई व मामा के लड़के ने उन पर जानलेवा हमला किया जिसमें बीच बचाव करते ट्रैफिक पुलिस के कर्मियों ने उन्हें बचाया लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गए। फिलहाल पुलिस ने घायल युवक व युवती को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया है। जानकारी अनुसार बठिंडा वासी अरविंद व राजबीर ने 30 नवंबर को घर से भागकर शादी कर पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में शादी रजिस्ट्रड की थी। इसके बाद वह बठिंडा पहुंचे थे। इसकी भनक लड़की के परिजनों को लग गई। इसके बाद लड़की के भाई व मामा के लड़के ने दोनों का कार से पीछा किया व त्रिकोनी के पास लाल बत्ती में जब जोड़े ने कार रोकी तो उन्होंने दोनों को कार से बाहर निकालकर मारपीट करना शुरू कर दिया। इस दौरान हमलावरों के पास तेजधार हथियार भी थे जिससे लड़की के सिर व बाजू में काफी चोटे पहुंची है। इसी दौरान चौक में खड़े ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर हमलावरों से लड़की को छुड़वायाव दोनों को अपनी सुरक्षा में लिया। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। पुलिस कर्मियों ने दोनों को अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल करवाकर मामले की जानकारी थाना सिविल लाइन पुलिस को दी है।
मरीज की मौत के बाद परिजनों ने किया अस्पताल के बाहर हंगामा, इलाज में लापरवाही का आरोप
बठिंडा. शहर के निजी अस्पताल में दाखिल मरीज की शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद मृतक मरीज के स्वजनों ने डाक्टर पर इलाज में लापरवाही दिखाने के आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया और रोष धरना देकर नारेबाजी भी की। इस दौरान स्वजनों ने लाश लेकर जाने से इंकार कर दिया, जबकि अस्पताल के बाहर वाहन खड़े कर सड़क को बंद कर दिया। हंगामे की सूचना मिलने पर थाना सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को रोष धरना उठाने की अपील की, जबकि मामले की शिकायत देने पर बनती कार्रवाई का भरोसा दिया, लेकिन देर शाम खबर लिखे जाने तक दोनों पक्षों में समझौते की बात चल रही थी।
मामले की जानकारी देते हुए बाबा दीप सिंह नगर निवासी व मृतक मरीज के भाई संदीप कुमार ने बताया कि गत 20 नवंबर को उसके भाई आनंद कुमार का भुच्चो मंडी के पास एक हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया। सिर में चोट लगने के कारण बठिंडा के एक निजी अस्पताल में उसे इलाज के लिए भर्ती करवाया गया। अस्पताल के डाक्टर ने बताया कि सिर में चोट लगने के कारण उसका आपरेशन करना होगा। जिसके बाद उसके भाई का आपरेशन हो गया और वह ठीक होने लगा, लेकिन अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही के कारण उसके भाई के गले में डाली हुई फूड पाइप ब्लाक हो गई, जिसके कारण उसकी छाती में इंफेक्शन हो गई और उसकी हालत गंभीर हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि उसके भाई की माैत होेने के बाद डाक्टर ने उसकी हालत नाजुक बताकर उसे रेफर करने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर डाक्टर इलाज में लापरवाही ना दिखाते तो, उसके भाई की मौत नहीं होती। उधर, अस्पताल के डाक्टर का कहना है कि उनके द्वारा इलाज में कोई लापरवाही नहीं दिखाई गई। मरीज की छाती में इंफेक्शन फैलने के कारण उसकी हालत गंभीर हुई और उसकी माैत हो गई। अगर स्वजनों का लगाता है, तो वह मृतक का पोस्टमार्टम करवाएं ले, जिसके बाद सच सबके सामने आ जाएगा और पता चल जाएगा उसकी मौत की सही वजह क्या है।
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