यूनियन नेताओं ने समर्थन देने के लिए स्थानीय लोगों का किया धन्यवाद
बठिंडा, 12 दिसंबर (जसप्रीत): कृषि कानूनों की वापिसी के बाद दिल्ली बार्डर से मोर्चा ख़तम कर किसान मजदूरों का अपने घरों में वापिस पहुँचने के सिलसिला लगातार जारी है। इसी के चलते बठिंडा में भी दिल्ली मोर्चे से वापिस आने वाले किसानों का ज़ोरशोर से स्वागत किया जा रहा है। किसान खेत मजदूर एकता के नारों से शहर गूंजता रहा। बहुत जगह पर किसानों को सम्मानित करते हुए उनके ऊपर फूलों की वर्षा की गई व ढोल नगाड़े के साथ नाचते गाते हुए किसानों की जीत की ख़ुशी मनाई गई। इसके साथ ही लड्डू बांटते हुए लोगों ने ख़ुशी का इज़हार किया गया। इस मौके स्थानीय सर्कट हाउस के सामने, तीनकोनी चौंक
, बीबी वाला चौंक, व भाई घनैया चौंक सहित कई अन्य जगह पर किसानों का शानदार स्वागत किया गया। इस दौरान पटाखे चालते हुए ख़ुशी का प्रगटावा किया गया। बहुत से युवा किसानी गीत गाते हुए नाच गा रहे थे। इसके इलावा विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं ने भी संबोधन करते हुए किसानो के इस फ़तेह हुए मिशन की कहानी लोगों के साथ सांझा की एवं समस्त देशवासियों का किसानी संघर्ष में दिए गए योगदान के लिए धन्यवाद किया। इस मौके बठिंडा के नज़दीकी गाँव रामियाणा के रहने वाले देव औलख जो पूरे 1 साल 15 दिन के बाद किसानी संघर्ष में हिस्सा लेने के बाद वापिस आए थे। उनके स्वागत में ख़ुशी ख़ुशी से स्थानीय लोगों ने फूलों की वर्षा करते हुए स्वागत किया गया।
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