बठिंडा. एक तरफ जहां स्थानीय पंचायतें नशा सप्लाई की चैन को तोड़ने के लिए काम करने में जुटी है वही कई पंचायतों ने शिकायत की है कि इस काम में उन्हें कुछ पुलिस अधिकारियों व कर्मियों का सहयोग नहीं मिल रही है। इसके पीछे एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि वह पुलिस के आला अधिकारियों को ग्रामीण इलाकों में थाना स्तर के अधिकारी नशा तस्करो को जहां स्पोर्ट कर रहे हैं वही इसके खिलाफ आवाज उठाने की पंचायतों व उनके मैंबरों को बेइज्जत किया जा रहा है। इस मामले में बुधवार को बठिंडा की तीन ग्रामीण पंचायतों ने एसएसपी बठिंडा से मुलाकात की व नशा तस्करों को छोड़ने व पंचायत से अभद्रता करने वाले पुलिस अधिकारी व कर्मी के खिलाफ कारर्वाई करने की मांग की है। हालांकि इस मामले में एसएसपी अवनीत कौडल ने आश्वासन दिया है कि वह मामले में बनती कारर्वाई करेंगी लेकिन पंचायतों का कहना है कि वह इससे पहले भी तत्कालीन एसएसपी के सामने नशा तस्करी का मुद्दा उठा चुके हैं लेकिन उनके नजदीकी थाना नंदगढ़ में तैनात कर्मियों के खिलाफ कोई कारर्वाई नहीं हुई बल्कि लंबे समय से उन्हें एक ही जगह पर तैनाती दे रखी है। चक्क अतर सिंह वाला गांव के सरपंच कृष्ण लाल, बाजका गांव के सरपंच लक्षमण सिंह व कालझरानी के सरपंच व चक्क अतर सिंह वाला के पूर्व पंचायत मैंबर इंद्र सिंह ने बताया कि उनके गांवों के नजदीकी थाना नंदगढ़ लगता है। इस थाना में पुलिस अधिकारी नशा तस्करों को संरक्षण दे रहे हैं। गत दिवस चक्क अतर सिंह वाला सहित आसपास के दर्जनों गांवों ने नशा रोकने के लिए प्रस्ताव पारित किया था व तय किया था वह अपने गांवों में नशे की तस्करी किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे। वही नशा तस्करी करने वालों को मौके पर पकड़कर पुलिस के हवाले करेंगे। वही नशे की दलदल में फंसे नोजवानों को इससे बाहर निकालने के लिए प्रयास करेंगे। इसी कड़ी में गांव में पिछले पांच साल से स्मैक व दूसरे नशों की तस्करी करने वाले एक व्यक्ति को पकड़कर उन्होंने थाना नंदगढ़ पुलिस के हवाले किया था। इसके पास स्मैक भी बरामद की गई व गांव के करीब 40 गणमान्य लोगों की हाजिरी में उसे पकड़कर थाना लेकर गए लेकिन थाना में तैनात एक एएसआई ने उस पर किसी तरह की कारर्वाई करने की बजाय उसके पास जो नशा मिला था उसे पिला दिया व पंचायत मैंबरों को कहने लगे कि वह उस पर झूठा आरोप लगा रहे है कि नह तस्करी करता है। वही उस व्यक्ति को रिहा कर दिया गया। यही नहीं इस दौरान सरपंच कृष्ण लाल के साथ अभद्र व्यवहार कर जाति सूचक शब्द बोलकर बेइज्जत किया। ग्रामीणों ने इस बाबत विरोध भी जताया लेकिन कोई कारर्वाई नहीं हो सकी। इसके बाद समूह ग्राम पंचायतों के साथ स्थानीय लोग बुधवार को बठिंडा में एसएसपी बठिंडा से मिले व मांग रखी कि नशा तस्करों के खिलाफ कारर्वाई नहीं करने व पंचायतों से अभद्रता करने वाले अधिकारी के खिलाफ तत्काल कानूनी करार्वाई करे। वही ऐसा नहीं करने पर पंचायत ने विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।

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