-मांगे पूरी न करने पर दिया आंदोलन तेज करने की चेतावनी
-शिक्षा विभाग पर छात्रों से भेदभाव करने का आरोप लगाया
बठिंडा। आईटीआई छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर मानसा रोड स्थित आईटीआई चौक परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्र परीक्षा प्रक्रिया में व्याप्त खामियों में सुधार करने की मांग कर रहे थे। छात्रों का कहना है कि आईटीआई छात्रों को दाखिला के दौरान एमसीबीटी प्रमाणपत्र जारी करने को कहा गया था लेकिन वर्तमान में एसबीटी प्रमाणपत्र दिया जा रहा है। इससे छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने इस भेदभाव को समाप्त करने व सभी छात्रों को एक समान एमसीबीटी प्रमाणपत्र दिया जाए। इन मांगों को लेकर छात्रों ने जिला प्रशासन को भी एक मांगपत्र दिया। इसमें उनकी मांगों को जल्द पूरा न करने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।
छात्र यूनियन के उपप्रधान गगनजीत सिंह ने बताया कि आईटीआई के किसी भी कोर्स को लेकर तकनीकि शिक्षा विभाग की तरफ से दो तरह के प्रमाणपत्र दिए जाते हैं। इसमें राष्ट्रीय स्तर पर कोर्स की मान्यता के लिए एमसीबीटी व प्रदेश स्तर पर मान्यता के लिए एसबीटी प्रमाणपत्र दिया जाता है। इसके लिए कोर्स में दाखिला लेने से पहले छात्रों से बकायदा फार्म में लिखवाया जाता है। वर्तमान में संस्थान के अंदर डेढ़ सौ के करीब छात्र ऐसे हैं जिन्होंने एमसीबीटी प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया था लेकिन अब उन्हें जो प्रमाणपत्र दिए जा रहे हैं वह प्रदेश स्तर ही मान्य है जिससे छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छात्र नेता बलविंदर सिंह, कुलविंदर जोशी और सुमीत सिंह ने आरोप लगाया कि आईटीआई प्रबंधक शिक्षा में तय नियमों को ताक पर रखकर छात्रों से भेदभाव कर रहे हैं जिसे किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा। इसमें जब स्थानीय प्रबंधकों से बात की जाती है तो वह इसमें राज्य तकनीकि शिक्षा विभाग से बात करने की बात कर पल्लू झांड लेते हैं जबकि छात्रों को किसी तरह का स्थायी हल नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने इसमें पेश आ रही परेशानी को तत्काल हल करने की मांग रखी है।
कनकवाल के पास मिले शव की पहचान हुई
-एक शव को दफनाया तो दो शवो का करवाया गया अंतिम संस्कार
बठिंडा। चार दिन पहले कनकवाल गांव के खेतों में बरामद की गई एक लाश का पहचान शाहमुहम्मद वासी किशनगंज बिहार के तौर पर हुई है। मृतक बिहार से बठिंडा में लगी तेल रिफायनरी में काम करने के लिए आया था। उक्त व्यक्ति की मौत के पीछे क्या कारण रहे इसका अभी खुलासा नहीं हो सका है। वही मृतक तेल रिफायनरी से कनकवाल खेतों में कैसे पहुंचा इसे लेकर भी मामले की जांच की जा रही है। दूसरी तरफ सहारा जन सेवा ने मृतक के परिजनों को इस बाबत सूचित कर राजधानी क्लाथ हाऊस के अनीश अहमद के सहयोग से दफना दिया। इस अवसर पर मृतक के परिजनों के इलावा अनीश अहमद, अबदुल अली, मौलवी रमजान, सहारा जन सेवा के कार्यकर्ता अशोक गोयल, गुरविंदर बंटी, मनी वर्मा भी उपस्थित रहे। इसके इलावा सहारा जन सेवा ने दो अन्य लावारिस शवों का भी अंतिम संस्कार कर दिया। इसमें फुलोखेरी के पास खेतों से एक अज्ञात शव व रेलगाड़ी के नीचे कटे एक अज्ञात बुजुर्ग का शव शामिल है।
बेटे की याद में लगाया वाटर कूलर
बठिंडा। एक साल पहले पानी की मोटर बंद करते हुए मौत का ग्रास बने सुखराज सिंह वासी कोटसमीर की याद में उसके पिता गुरदयाल सिंह ने सहारा जन सेवा को ठंडे पानी का वाटर कुलर दान दिया। यह वाटर कुलर सिविल अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड के बाहर लगाया गया है। इसका उद्घाटन गुरदयाल सिंह ने अपने करकमलों से किया। इसके लिए सहारा ने उक्त परिवार का धन्यवाद किया।
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