पंजाब में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस समय सूबे में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 20 हजार पार हो चुकी है। इसमें 2800 से ज्यादा मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। इनमें 2100 ऐसे मरीज हैं, जिन्हें इंटरमिटेंड ऑक्सीजन सपोर्ट यानी रुक-रुक कर ऑक्सीजन की सहायता और 569 को रेगुलर ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत है। प्रदेश के पांच बड़े जिले जालंधर, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला और बठिंडा के सिविल अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन सप्लाई और डिमांड की पड़ताल की तो पता चला कि इन सेंटरों में पहले की तुलना में ऑक्सीजन की डिमांड में 5 गुना का इजाफा हो गया है।
सिलेंडर की सबसे ज्यादा मांग पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में देखी गई। यहां पर पहले प्रतिदिन 100 सिलेंडर की खपत होती थी, जो बढ़कर 800 से 900 सिलेंडरों की हो गई है। वहीं, लुधियाना में पहले 300 सिलेंडर रोज लगते थे अब 1300 तक लग रहे हैं। दूसरी तरफ, ऑक्सीजन सपोर्ट वाले कोविड रोगियों की संख्या में हो रही वृद्धि को देखते हुए पंजाब सरकार ने ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए जिलों में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। जरूरत पड़ने पर पड़ोसी राज्य हिमाचल, हरियाणा और उत्तराखंड से सप्लाई होती है।
रोजाना 4000 सिलेंडरों की डिमांड, हम 1800 ही दे पा रहे: ऑक्सीजन सप्लायर
जालंधर, कपूरथला, नवांशहर आदि में ऑक्सीजन की सप्लाई देने वाले विकास हजूरिया और राजन गुप्ता कहते हैँ कि कोविड से पहले रोज हम 500 से 800 सिलेंडरों सप्लाई करते थे। अब डिमांड 4000 सिलेंडरों तक पहुंच गई है। फिलहाल केवल कोविड-19 का इलाज कर रहे सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में ही सप्लाई दे रहे है।
पटियाला राजिंदरा हॉस्पिटल: खुद के प्लांट से पूर्ति नहीं, बाहर से ले रहे सप्लाई
पटियाला में राजिंदरा के कोविड केयर सेंटर में 225 मरीज भर्ती है, 144 ऑक्सीजन सपोर्ट व 4 वेंटिलेटर में हैं (14 सितंबर दोपहर 12 बजे तक)। यहां कोविड मरीजों के लिए एक ऑक्सीजन जनरेटर लगा हुआ है, जिसमें करीब रोजाना 60 सिलेंडर ऑक्सीजन जनरेट होती है। बाकी 900 से ज्यादा सिलेंडर की सप्लाई बाहर से हो रही है।
ऑक्सीजन सप्लाई पर सरकार के 3 कदम
1. सीएम ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि ऑक्सीजन की मौजूदा सप्लाई को बढ़ाने के लिए मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन राज्य के अंदर ही करें। पंजाब ऑक्सीजन की खरीद उत्तराखंड, हिमाचल और हरियाणा समेत अन्य राज्यों से कर रहा है।
2. स्वास्थ्य विभाग ने अब तक पंजाब में ऑक्सीजन के निर्माण के लिए एक औद्योगिक ऑक्सीजन सप्लायर को लाइसेंस दिया है, जबकि छह पैकिंग ईकाइयों को मेडिकल प्रयोग के लिए ऑक्सीजन पैक करने की अनुमति दी गई है। राज्य में रोज 800 मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडरों के उत्पादन हो रहा है।
3. कोरोना मामलों में वृद्धि के चलते सरकार ने मेडिकल ऑक्सीजन की मांग और सप्लाई पर निगरानी रखने के लिए नोडल अफसर नियुक्त किए हैं। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राज्य में निर्माण और पैकिंग को और बढ़ाना यकीनी बनाए जाने के आदेश जारी किए जा चुके हैं।
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