बठिंडा। सीआईए-1 के एएसआई गुरविंदर सिंह की जबरदस्ती का शिकार पीड़ित विधवा महिला व उसके बेटे को इंसाफ दिलाने की जिम्मेवारी भारतीय जनता पार्टी ने ली है। शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश सचिव सुखपाल सरां ने पीड़िता को साथ लेकर प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अगर पीड़िता को इंसाफ न मिला तो भाजपा सोमवार को बठिंडा बंद कर पुलिस की इस धक्केशाही के खिलाफ संघर्ष करेगी। इस दौरान पीड़िता महिला ने कहा कि उसके बेटे को सीआईए-1 की पुलिस ने झूठे केस में फंसाया है।
मामले में एसआईटी बनाकर उसके बेटे को इंसाफ दिलाया जाए। प्रेस कांफ्रेंस में दौरान पीड़ित महिला ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें उसके साथ दुष्कर्म करने वाला एएसआई गुरविंदर सिंह ये बात मान रहा है कि 6 मई को उन्होंने उसके घर से ही उसके बेटे को उठाया था और एक थानेदार अंदर तलाशी के दौरान मिले पैसे ले गया था। वहीं एसएसपी ने इस मामले में एसपी एच के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया है जो मामले की जांच करेगी।
चिल्ड्रन पार्क में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भाजपा के प्रदेश सचिव सुखपाल सरां ने कहा कि आरोपी थानेदार लंबे समय से विधवा को परेशान कर रहा था जब उसने विरोध किया तो उसके 20 साल के बेटे को अफीम के झूठे केस में फंसा दिया। उन्होंने बताया कि थाना कैंट में सीआईए-1 की ओर से पीडित के बेटे मनप्रीत सिंह पर 6 मई को 400 ग्राम अफीम का केस दर्ज किया। सरां ने बताया कि पुलिस ने एफआईआर में बताया कि मनप्रीत सिंह को अफीम के साथ भुच्चो के पास से बाइक पर गिरफ्तार किया जब कि दुष्कर्म करते रंगे हाथों पकड़ा गया पूर्व एएसआई गुरविंदर सिंह ने वीडियो में ये बात स्वीकार की है कि उन्होंने पीड़िता के बेटे को 6 मई को सुबह 10 बजे के करीब उसके घर से ही उठाया था। उन्होंने कहा कि भाजपा पीड़ित महिला और उसके बेटे को इंसाफ दिलाएगी। उन्होंने एसएसपी से मांग की है कि एसआईटी बनाकर उसमें दो पब्लिक के लोगों को शामिल किया जाए।
पांच मुलाजिम आए थे घर, 60 हजार रुपए ले गए
पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि 6 मई को उनके घर में चार-पांच मुलाजिम आए थे। उन लोगों ने घर की तलाशी के दौरान अंदर से 60 हजार रुपए ले गए और मुलाजिमों ने उसे मोबाइल नंबर देते हुए कहा कि थाने आ जाना, किसी को साथ मत लेकर आना। लेकिन वो अपने भांजे को थाने में ले गई। जहां उक्त मुलाजिम मौजूद थे। जहां उन्होंने उससे बेटे को छोड़ने के लिए दो लाख रुपए मांगे लेकिन वो सिर्फ एक लाख रुपए की दे पाई। मुलाजिमों ने एक लाख रुपए लेकर कहा कि इतने पैसे में सिर्फ उनकी गाड़ी को ही छोड़ेंगे बेटे को नहीं।
केस की जांच के लिए एसआईटी गठित
थाना कैंट में 6 मई को एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज एफआईआर नंबर 40 की जांच के लिए एसपी एच के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी में एसपी एच, डीएसपी इन्वेस्टिगेशन व थाना कैंट के एसएचओ को शामिल किया गया है। कमेटी को पूरी तथ्यों के आधार पर मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा एफआईआर नंबर 68 के तहत वायरल वीडियो में उठाए गए नुक्तों संबंधी जांच रिपोर्ट दफ्तर को भेजी जाए।
भूपिंदरजीत सिंह विर्क, एसएसपी बठिंडा
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