-परिजनों ने मौका दिखाते कंपनी के दावों को नकारा, गैस चूल्हा व गैस पाइप हो चुकी है पूरी तरह से क्षतिग्रस्त
बठिंडा. सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन प्रोजेक्ट के तहत बठिंडा में काम कर रही जीएसपीएल (गुजरात स्टेट पेट्रो नेट लिमिटेड) की तरफ से शुरू की गई रसोई गैस पाइपलाइन सुविधा फिर से विवादों में आ गई है। वीरवार की सुबह शहर के सबसे पाश इलाके नार्थ एस्टेट की एक कोठी में जोरदार धमाका हुआ जिससे पूरा इलाका दहश्त में आ गया।
परिजनों के अनुसार यह धमाका गैस पाइप लाइन फटने से कारण हुआ। हालांकि इस दौरान किसी तरह का जानी व माली नुकसान होने से बच गया लेकिन लोगों के अंदर गैस पाइप लाइन की सुरक्षा को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि गेल इंडिया लिमिटेड की तरफ से मौके पर जांच के लिए पहुंचे अधिकारियों ने गैस पाइप लाइन फटने या फिर पाइप में धमाका होने की बात से इंकार किया है। वही बताया कि उक्त धमाका घर में गैस सिलेंडर के ऊपर रखे कुक्कर के फटने से हुआ है। मौके पर उन्हें ढक्कन फटा एक कुक्कर भी मिला है।
वही परिजनों ने कहा कि गैस पाइप लाइन के फटने से हुए धमाके के बाद कुक्कर का ढक्कन टेढ़ा हो गया जबकि कुक्कर को देखने में उसमें ब्लास्ट होने जैसी कोई भी चीज दिखाई नहीं दे रही है। जिस तरह से जोरदार धमाका हुआ वह सामान्य कुक्कर के ढक्कर उखड़ने से नहीं हो सकता है। वही गैस चूल्हे में जहां से पाइप लाइन जुड़ी थी वह हिस्सा भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। फिलहाल इसी बीच इलाके के पार्षद बंत सिंह रंधावा ने मौके पर पहुंचकर मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है ताकि लोगों के सामने सच आ सके व पाइप लाइन की सुरक्षा को यकीनी बनाया जा सके।
जानकारी अनुसार नार्थ एस्टेट स्थित कोठी नंबर 137 में सुबह के समय जोरदार ब्लास्ट हुआ। इस दौरान घर की महिला गैस में खाना बना रही थी। ब्लास्ट से गैस चूल्हे का एक हिस्सा पूरी तरह से टूट गया जबकि उस पर रखे खाने व दूसरा सामान ऊपर छत्त तक बिखर गया। मनीष गर्ग ने बताया कि सुबह हुए इस ब्लास्ट में किसी तरह की जानी नुकसान होने से बच गया लेकिन इस घटना के बाद पूरे इलाके में लोगों के अंदर दहश्त का माहौल है व लोग इतने सहमे हुए है कि वह पाइप लाइन के मार्फत गैस जलाने से डर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी प्रबंधक दावा कर रहे हैं कि गैस चूल्हे में रखे कुक्कर से धमाका हुआ है जबकि कुक्कर का ढक्कन कुक्कर ही लगा हुआ है जबकि पाइप लाइन पूरी तरह से फटी हुई है वही गैस चूल्हा भी क्षतिग्रस्त है।
उन्होंने बताया कि सुबह गैस कंपनी के जांच अधिकारी आए थे लेकिन उन्होंने किसी तरह का तस्सली बख्श जबाव नहीं दिया है बल्कि कहा है कि अभी जांच चल रही है व जांच के बाद ही सही जानकारी दे सकेंगे। गौरतलब है कि शहर के 1500 से ज्यादा घरों को गैस पाइपलाइन का लाभ मिल रहा है। गेल इंडिया लिमिटेड की ओर से गैस पाइपलाइन सेवा शुरू की गई है। सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन प्रोजेक्ट के तहत बठिंडा में काम कर रही जीएसपीएल (गुजरात स्टेट पेट्रो नेट लिमिटेड) की शहर के एक चौथाई हिस्से में गैस पाइप लाइन बिछाई गई है। वही लोगों की मांग पर गैस कनेक्शन भी दिए जा रहे हैं।
आदर्श नगर से शुरू हुए प्रोजेक्ट के तहत शहर में प्रवेश करते हुए माता जीवी नगर, हजूरा कपूरा कॉलोनी, बैंक कॉलोनी, सुच्चा सिंह नगर, बल्लाराम नगर, गुरु गोबिंद सिंह नगर, माहेश्वरी कॉलोनी, माडल टाउन फेज 1 के अलावा नई बसी कॉलोनी ग्रीन सिटी, मॉडल टाउन फेज 4-5 व पार्क पनोरमा में भी गैस पाइप लाइन बिछा दी गई है। वहीं पश्चिम दिशा की ओर से मुल्तानिया पुल डीडी मित्तल टावर तक पाइप लाइन बिछाई गई है।
कंपनी का दावा है कि सिलेंडर से अधिक सुरक्षा पीएनजी में हैं। सिलेंडर फटने पर अधिक नुकसान होता है। पीएनजी में आग लगने की संभावना न के बराबर है। रेग्युलेटर से अधिक सुरक्षित वाल्व सिलेंडर में गैस प्रवाह को रोकने के लिए रेग्युलेटर का प्रयोग होता है। जबकि पीएनजी गैस पाइपलाइन में सुरक्षा के लिए तीन वाल्व लगे हैं, जहां से बंद किया जा सकता है।
फोटो - नार्थ एस्टेट में फटी गैस पाइप के बाद रसोई में बिखरा सामान व टूटा गैस चूल्हा।
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