बठिंडा, 10 मार्च. बठिंडा में आम आदमी पार्टी ने सभी छह विधानसभा सीटों में जीत हासिल कर विरोधियों को परास्त करने का काम किया। चुनाव परिणाम में जिस तरह से अकाली दल, कांग्रेस जैसी बड़ी पर्टियों के उम्मीदवारों को आप ने हार का मुंह दिखाया उसे लेकर भी राजनीति रणनीति बनाने वालों को आशचर्य में डाल दिया है। आप ने दिल्ली की तर्ज पर चुनावी रणनीति बनाई जो पंजाब के नौजवानों व महिलाओं के समर्थन से पूरी कामयाब भी रही। चुनाव नजदीक आते ही आप उम्मीदवारों ने अपना लोक लुभावना कैंपेन शुरू किया जिसमें बड़े स्तर पर युवा वर्ग जुड़ा व उन्होंने आप को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया। इसके विपरित कांग्रेस शासनकाल के अंतिम तीन माह में किए काम व घोषणाओं को लेकर अति आत्मविश्वास से भर गई जबकि कांग्रेस का अंतर्कलह इस कदर हावी रहा कि उनके अपने नेता ही कांग्रेसी उम्मीदवारों को हराने में जुट गए। यही कांग्रेस की हाल का सबब बनी। वही शिरोमणि अकाली दल जहां लंबे समय तक तिसान आंदोलन के चलते भाजपा के साथ लोगों व किसानों के निशाने पर रही वही अंतिम समय में पार्टी के स्टार प्रचारक व दिग्गज प्रकाश सिंह बादल की तबीयत खराब होने व सुखबीर के बाद दूसरा प्रभावी प्रचारक नहीं होने का खामियाजा भी अकाली दल को भुगतना पड़ा। भाजपा इस बार जीत के लिए नहीं लड़ी बल्कि वह अकाली दल से गठजोड़ टूटने के बाद विधानसभा सीटों में पैर जमाने की कोशिश में रही। इसका फायदा उन्हें मिलता भी दिखा व बठिंडा शहरी जैसी सीट में 11 हजार के करीब वोट भी हासिल किए। इन प्रस्थितियों का आप ने जमकर चुनावी लाभ लिया। उन्होंने लोगों से वायदा किया कि उन्हें अच्छे सरकारी स्कूल और बेहतर अस्पताल मिलेगे। फिर 400 यूनिट मुफ्त बिजली और 18 साल से बड़ी हर महिला को प्रतिमाह एक-एक हजार रुपए देने की घोषणा ने हर वर्ग को अपनी तरफ आकर्षित करने का काम किया। यही नहीं घर-घर से गारंटी कार्ड भरवाए गए जिससे आप ने गरीब और दलित भाईचारे में अपनी पैठ बनाने का काम किया। गांवों में लोग आप के समर्थन में थे, इसलिए प्रभावी चेहरों को टिकट दिए। शहरों में थोड़ी मुश्किल लग रही थी, ऐसे में खुद का आधार रखने वाले दूसरे दलों के करीब नेताओं को पार्टी में शामिल कर उन्हें टिकट दिया।
नतीजा यह हुआ कि गांव के साथ शहरों से भी आम आदमी पार्टी जीती। बठिंडा शहरी सीट से कांग्रेस के ही दिग्गजों में शामिल रहे जगरूप सिंह गिल को उम्मीदवार बनाया तो बठिंडा देहांती से अकाली दल में चुनाव लड़ चुके व्यापारी व इंजीनियर अमीत रत्न आप की पसंद के उम्मीदवार बने। इसमें रामपुरा में गायक व कलाकार बलकार सिंह सिद्धू तो भुच्चों में शिक्षा में पैठ रखने वाले मास्टर जगसीर सिंह आप के उम्मीदवार बने। आप ने पार्टी में लंबे समय से काम कर रही प्रोफेसर बलजिंदर कौर को तलवंडी साबों में प्राथमिकता दी वही मौड़ मंडी में सुखबीर सिंह मनसाहिया नया चेहरा होने के बावजूद लोगों में अपना प्रभाव जमाने में सफल रहे। इसी का नतीजा रहा कि आप ने जिले की सभी छह विधानसभा सीटों में जीत हासिल कर दूसरे दलों के दिग्गजों को पटखनी देने का काम किया। चुनाव जीतने के बाद विधायक बनने जा रहे नेताओं ने एक स्वर में कहा कि चुनाव के दौरान जो वायदे लोगों के साथ किए गए उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पांच सालों में पूरा करने का एजेंडा बनाकर काम करेंगे।
बठिंडा जिले की सभी छह सीटों पर आप ने फहराया परचम, मनप्रीत बादल व गुरप्रीत कागड़ जैसे दिग्गज हारे
बठिंडा, 10 मार्च(जोशी). बठिंडा जिले की छह विधानसभा सीटों में आम आदमी पार्टी ने जीत का परचम लहराते सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। आप की आंधी में कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे दो दिग्गज वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और पूर्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कागड़ भी हार गए। मनप्रीत बादल की हार का अंतर 62 हजार 319 वोट का रहा जबकि गुरप्रीत कागड़ तीसरे नंबर पर रहे।
जानकारी अनुसार जिले में सबसे अहम बठिंडा शहरी सीट मानी जा रही थी जिसमें आम आदमी पार्टी के जगरूप सिंह गिल को 91 हजार 508 मत पड़े जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस के मनप्रीत सिंह बादल रहे जिन्हें 29 हजार 190 वोट पड़े जबकि तीसरे नंबर पर अकाली दल गठजोड़ के सरुपचद सिंगला रहे उन्हें 23 हजार 906 वोट पड़े।भाजपा गठजोड़ के राज गर्ग नंबरदार को 12618 वोट मिले।
बठिंडा देहांती सीट में आप के अमित रत्न 65 हजार 625 वोट हासिल कर विजेता बने। वही कांग्रेस के हरविंदर सिंह लाड़ी को 22 हजार 642 वोट मिले जबकि अकाली दल के प्रकाश सिंह भट्टी को 30 हजार 486 वोट मिले। भुच्चो विधानसभा सीट में आप के जगसीर सिंह ने 85 हजार 30 वोट हासिल कर जीत हासिल की जबकि अकाली दल के दर्शन सिंह कोटफत्ता को 35 हजार 366 व कांग्रेस के प्रीतम सिंह कोटभाई को 20 हजार 581 वोट पड़े। मौड़ विधानसभा सीट में आप के सुखवीर सिंह मनसाहिया को 62 हजार 547 वोट मिले व विजेता घोषित किए गए।
वही अकाली दल के जगमीत सिंह बराड़ को 23 हजार 196 वोट व कांग्रेस के डा. मनोज बाला बांसल को 14 हजार 890 वोट मिली। इसी तरह तलवंडी साबो विधानसभा सीट में आप की बलजिंदर कौर को 45 हजार 319 वोट पड़ी व उन्हें विजेता घोषित किया गया। वही अकाली दल के जीत महिंदर सिंह सिद्धू को 31 हजार 160 व कांग्रेस के खुशबाज सिंह जटाणा को 24 हजार 605 मत पड़े। बठिंडा जिले की दूसरी हाट सीट रामपुरा विधानसभा में अंतिम राउंड तक काटे की टक्कर रही इस दौरान कई राउड में जहां अकाली दल के सिकंदर सिंह मलूका आगे रहे वही अंतिम राउड में आप के बलकार सिंह सिद्धू बाजी मारते दिखे।
इस दौरान आप के बलकार सिंह सिद्धू को 55 हजार 715 वोट मिलने पर विजेता घोषित किया, सिकंदर सिंह मलूका को 45 हजार 386 वोट तो कांग्रेस के पूर्व मंत्री गरप्रीत सिंह कागड़ को 28 हजार 77 वोट मिले।
आप उम्मीदवारों की जीत के बाद सड़कों में समर्थकों ने वाहनों में आप का झंडा लगाकर गुलाल उड़ाते खुशी का इजहार किया। वही जिला प्रशासन की तरफ से परिणाम घोषित होने के बाद उम्मीदवारों की तरफ से निकाले जाने वाले विजयी जलूस पर कोरोना की वजह से प्रतिबंध लगाया था इसके चलते विजयी उम्मीदवारों ने समर्थकों के साथ किसी तरह का जश्न सार्वजनिक तौर पर नहीं मनाया बल्कि काउटिंग स्टेशन के बाहर ही फूल माला पहनाकर विजेताओं का सम्मान कर विभिन्न हिस्सों में समर्थकों ने लड्डू वितरित किए।
वही बठिंडा पश्चिम वेलफेयर आर्गनाइजेशन की ओर से जगरूप सिंह की जीत की बधाई देते हुए उम्मीद जाहिर की गई की बठिंडा पश्चिम में इलाका निवासियों को भारी मांग स्पोर्ट्स स्टेडियम बनने की आस बंधी है। मुख्य प्रवक्ता देसराज छतरी वाला ने कहा की आज ही सी एम बनने जा रहे भगवंत मान ने अपने पहले संबोधन में स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने की बात करते हुए पंजाब में स्पोर्ट्स स्टेडियम बनवाने की बात कही।
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