-एक दिन के संकेतिक प्रदर्शन में अधिकारियों की तरफ से कर्मचारियों को प्रताड़ित करने पर जताया रोष
बठिंडा, 28 जून(जोशी). सफाई कर्मचारी यूनियन नगर निगम के कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर नगर निगम कमिश्नर दफ्तर के बाहर एक दिवसीय संकेतिक हड़ताल की। इस दौरान यूनियन नेताओं ने चेतावनी दी कि उनकी जायज मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो वह अनिश्चतकाल के लिए हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे। यूनियन के प्रधान विक्रम कुमार विक्की की अगुवाई में इससे पहले समूह कर्मचारियों ने एक बैठक आयोजित कर निगम अधिकारियों को मांगों के संबंध में पूर्व में दिए अल्टीमेंट के बारे में विचार किया गया। वही फैसला लिया है कि आंदोलन शुरू करने से पहले निगम कमिश्नर को एक दिन का नोटिस दिया जाए। इसी कड़ी में समूह कर्मचारियों ने इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया व सरकार के साथ अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रधान विक्रम विक्की ने आरोप लगाया कि शहर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए रखे गए सफाई कर्मचारियों को अधिकारियों ने अपने घरों व कोठियों में तैनात कर रखा है जिससे जहां नियमों का उल्लघन हो रहा है वही शहर में सफाई व्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है। उन्होंने इस बाबत बिना किसी देरी के अधिकारियों के यहां लगा रखे कर्मियों को फिल्ड में उतारने की मांग रखी। वही पेंशन बहाल करने की मांग को लेकर कर्मचारी कई बार सरकार, जनप्रतिनिधियों व निगम अधिकारियों को मांग पत्र दे चुके हैं लेकिन इस बाबत आज तक कोई भी सार्थक कदम नहीं उठाया जा सका है। रैली के दौरान उच्च अधिकारियों की तरफ से कर्मचारियों को प्रताडित करने व मानसिक तौर पर परेशान करने पर कड़ी आपत्ति जताई गई। इसमें चीफ सेंटरी इस्पेक्टर सतीश कुमार पर कर्मचारियों को मानसिक तौर पर परेशान करने व उनके प्रति अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगा वर्तमान सीट से तबदील करने की मांग की गई। कर्मचारी नेता विक्रम कुमार, वरिंदर नाथ, राम सिंह, लक्षमण व शेखर डिक्का ने कहा कि उक्त अधिकारी पिछले 10 साल से एक ही सीट पर तैनात है जबकि सरकार की हिदायतों के अनुसार की भी अधिकारी व कर्मचारी एक ही सीट पर लंबे समय तक नहीं रह सकता है। यही कारण है कि उक्त अधिकारी मनमानी कर रहे हैं व कर्मचारियों को परेशान कर रहे हैं। हाल ही में एक अधिकारी की तरफ से मानसिक परेशान करने से आहत सेंटरी सुपरवाइजर राजिंदर कुमार नेगी ने आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में आज तक किसी तरह की कारर्वाई नहीं की गई है। उन्होंने इस घटना की निंदा करते पूरे मामले की निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग की है वही दोषी लोगों पर बनती कानूनी कारर्वाई करने के लिए कहा है। वही कर्मचारी संगठनों ने कहा कि जो कर्मचारी आउट सोर्स पर काम कर रहे हैं उन कर्मचारियों को नगर निगम के अधीन करने की प्रक्रिया शुरू की जाए। उक्त सभी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो कर्मचारी अनिश्चकाल के लिए आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
फोटो-बठिंडा नगर निगम में अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते सफाई कर्मचारी यूनियन के वर्कर व नेता।
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