सोमवार, 25 जनवरी 2021

Kisan Tractor Parade: पंजाब से हजारों ट्रैक्टर दिल्ली रवाना, महिलाएं, बुजुर्ग व बच्चे भी शामिल


जालंधर।
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली में होने वाली ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए पंजाब-हरियाणा सीमा पर स्थित शंभू बैरियर से पंजाब से हजारों ट्रैक्टरों पर सवार होकर किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए। शंभू बार्डर से करीब तीस से चालीस ट्रैक्टर ट्रालियों के काफिले निकले। कई किसान एक ट्रैक्टर के साथ तीन-चार ट्रैक्टर टोचन कर लेकर गए। कई किसानों ने ट्रालियों पर भी ट्रैक्टर लादे हुए थे। प्रदेश के अन्य जिलों से भी किसान काफिले में ट्रैक्टर लेकर दिल्ली रवाना हुए। 

दिल्ली में किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए ट्रैक्टरों पर सवार महिलाएं, बुजुर्ग, युवा व बच्चे पूरे जोश के साथ किसान आंदोलन के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। पटियाला शहर से गुजरते हुए कहीं भी ट्रैफिक जाम की समस्या नहीं आई, क्योंकि सभी एक साइड से एक साथ निकल रहे थे। किसी भी ट्रैक्टर ट्राली को हरियाणा पुलिस की ओर से रोका नहीं गया।

भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के प्रदेश सदस्य हरजीत टहलपुरा, मान सिंह व उजागर सिंह धमौली ने बताया कि शहरों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी दिल्ली की ट्रैक्टर परेड में शामिल होने का काफी उत्साह है। हर गांव से उम्मीद से ज्यादा ट्रैक्टर दिल्ली कूच कर रहे हैं। किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब से हजारों ट्रैक्टर दिल्ली रवाना हो रहे हैं। सोमवार को भी शंभू बैरियर व अन्य बैरियरों से ट्रैक्टरों के काफिले दिल्ली के लिए निकलेंगे।

नाभा के गांव कल्याण निवासी मुख्तयार सिंह ने बताया कि वह कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए अपनी बाइक पर रविवार दोपहर गांव से चले हैं। वहीं, पटियाला और राजपुरा के गांवों से भी सैकड़ों किसान आंदोलन समर्थक स्कूटरों और मोटरसाइकिलों पर सवार होकर दिल्ली गए। किसान आंदोलन के समर्थन में रविवार को प्रदेशभर में ट्रैक्टरों और मोटरसाइकिलों पर रोष मार्च भी निकाले गए।

अमृतसर से 170 व नवांशहर से 300 ट्रैक्टरों का काफिला गया

अमृतसर जिले से रविवार दोपहर तीन बजे तक करीब 170 ट्रैक्टर ट्रालियों का जत्था दिल्ली रवाना हुआ। तहसील अजनाला से 90, अटारी से 50, कत्थूनंगल से 30 ट्रैक्टर ट्रालियों का जत्था दिल्ली गया। वहीं नवांशहर जिले से 300 ट्रैक्टर ट्रालियों में किसान दिल्ली रवाना हुए। इसके अतिरिक्त मानसा ने छह, कपूरथला से सुभानपुर से 11 और अन्य जिलों से भी किसान ट्रैक्टर ट्रालियों के जत्थे में दिल्ली रवाना हुए।

किसान संगठनों और दिल्ली पुलिस के बीच 26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड पर सहमति बनने के बाद सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर तैयारियां जोरों पर हैं। पंजाब और हरियाणा से ट्रैक्टरों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। सूत्रों के मुताबिक, रविवार की रात तक टीकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर करीब 20 हजार ट्रैक्टर पहुंच चुके हैं। किसान नेताओं का दावा है कि 26 जनवरी की सुबह तक एक लाख ट्रैक्टर आ जाएंगे।

टीकरी बॉर्डर पर एक साइड से रोड खोली गई
रविवार की शाम को रूट पर सहमति बनने के बाद दिल्ली पुलिस ने टीकरी बॉर्डर से दिल्ली की तरफ आने वाली सड़क पर एक साइड से बैरिकेडिंग हटा दी है। आंदोलन स्थल से करीब एक किलोमीटर आगे सीमेंट के बैरिकेड्स और लोहे के बड़े कंटेनरों को हटाकर सड़क खाली कर दी गई है। साथ ही तय रूट पर दिल्ली पुलिस और CRPF के जवानों ने भी सुरक्षा व्यवस्था संभाल ली है। परेड में सबसे ज्यादा ट्रैक्टर टीकरी बॉर्डर से ही दिल्ली में आएंगे। इसीलिए यहां व्यवस्था सबसे ज्यादा चाक-चौबंद है। पुलिस ने शर्त रखी है कि एक ट्रैक्टर पर तीन से ज्यादा लोग नहीं बैठेंगे। दूसरी चीजें तय करने के लिए किसान संगठन और पुलिस सोमवार को भी बाचतीत करेंगे।

किसान परेड को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की पूरी तैयारी की गई। पुलिस ने बैरिकेड्स हटाने शुरू कर दिए थे।
किसान परेड को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की पूरी तैयारी की गई। पुलिस ने बैरिकेड्स हटाने शुरू कर दिए थे।

मार्केट बंद रहेगा, सड़कें भी खाली होंगी
टीकरी से दिल्ली वाले रूट पर 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान सुरक्षा बलों और किसानों के अलावा कोई नहीं होगा। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, 25 जनवरी की शाम को ही सारी दुकानें बंद करवा दी जाएगी। ऐसा इसलिए, ताकि कुछ गड़बड़ी हो तो वाहनों और दुकानों को नुकसान न पहुंचे। टीकरी बॉर्डर के आसपास जहां किसान जुटे हैं, वह रिहायशी इलाका है। इसलिए यहां भारी सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए हैं। परेड के तय रूट के अलावा आसपास की सड़कों पर भी डायवर्शन का प्लान तैयार किया गया है।

किसान सोशल आर्मी के 1000 वॉलियंटर्स भी तैनात रहेंगे
टीकरी बॉर्डर से दिल्ली आने वाली ट्रैक्टर परेड के लिए किसान सोशल आर्मी के एक हजार वॉलियंटर्स भी तैनात रहेंगे। ये सूची पुलिस से भी साझा की जाएगी। इन वॉलियंटर्स को लीड कर रहे अजीत सिंह ने बताया, 'वॉलियंटर्स ड्रेस कोड में होंगे। इनमें फर्स्ट एड, पानी-चाय मुहैया कराने वालों के अलावा ट्रैक्टर मैकेनिक भी होंगे। हम इसके लिए उन्हें बाकायदा ट्रेनिंग भी दे रहे हैं।'

तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर पिछले दो महीने से बैठे किसान 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालेंगे।
तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर पिछले दो महीने से बैठे किसान 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालेंगे।

ट्रैक्टरों पर लगे झंडों को लेकर चर्चा
परेड में शामिल होने वाले ट्रैक्टरों पर तीन तरह के झंडों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसमें किसान संगठन, तिरंगा (राष्ट्रीय ध्वज) और खालसा पंथ का झंडा शामिल हैं। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से ऐलान किया गया है कि कोई संगठन अपने ट्रैक्टर पर तिरंगे का इस्तेमाल भले ही न करे, लेकिन उसका अपमान नहीं करेगा। हरियाणा और यूपी से आए किसानों ने अपने ट्रैक्टरों पर किसान संगठन के साथ तिरंगा लगा रखा है। वहीं, पंजाब से आए ट्रैक्टरों पर किसान संगठन और खालसा का झंडा लगा है।

गड़बड़ी हुई तो वरिष्ठ किसान नेता होंगे जिम्मेदार
किसानों नेताओं से बाकायदा इस बात की गांरटी ली गई है कि परेड के दौरान कोई भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश न करे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अगर परेड के दौरान कहीं कुछ गडबड़ी हुई तो इसके लिए वरिष्ठ किसान नेता जिम्मेदार माने जाएंगे और उन पर कार्रवाई होगी।

किसानों के लिए परेड के तय रूट के अलावा आसपास की सड़कों पर भी डायवर्शन का प्लान तैयार किया गया है।
किसानों के लिए परेड के तय रूट के अलावा आसपास की सड़कों पर भी डायवर्शन का प्लान तैयार किया गया है।

किस रूट पर कितने किलोमीटर की अनुमति
टीकरी बार्डर से 63 से 64 किलोमीटर, सिंघु बार्डर से 62 से 63 किलोमीटर और गाजीपुर बार्डर से 46 किलोमीटर का ट्रैक्टर रैली का रुट तय किया गया है। किसान सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर से ही दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे। पलवल और शाहजहांपुर सीमा पर बैठे किसानों को उस रूट से दिल्ली में प्रवेश की इजाजत नहीं मिलेगी। यहां बैठे किसान बदरपुर बॉर्डर से होकर आश्रम तक आना चाहते हैं। लेकिन पुलिस का कहना है कि अगर वे परेड में शामिल होना चाहते हैं तो तय रूट से ही आएं।

करीब 32 किलोमीटर के क्षेत्र में फैली है ट्रैक्टर-ट्राली बस्ती
आंदोलन के दौरान किसानों की सबसे बड़ी संख्या टीकरी बॉर्डर पर ही है। यहां करीब 32 किलोमीटर के एरिया में किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ दो महीने से जमे हैं। टीकरी बॉर्डर पर ही ट्रैक्टरों की संख्या भी सबसे ज्यादा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, टीकरी पर 10 से 12 हजार ट्रैक्टर हैं।

दिल्ली में जन संसद में कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू पर हमले में गरमाई सियासत, भाजपा-शिअद ने निंदा के साथ दी नसीहत


लुधियाना।
 कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों के समर्थन में दिल्ली में धरना दे रहे लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू पर रविवार को दिल्ली स्थित गुरु तेग बहादुर मेमोरियल में जन संसद के दौरान हुए हमले के बाद पंजाब में सियासत गरमा गई है। बिट्टू को बड़ी मुश्किल से वहां से सुरक्षित निकलना पड़ा था।कांग्रेस ने बिट्टू पर हमले के पीछे आम आदमी पार्टी का हाथ बताया है, जबकि भाजपा व शिअद ने भी घटना की निंदा की है। साथ ही बिट्टू को नसीहत भी दी। 

बता दें, बिट्टू अपने तीन वरिष्ठ कांग्रेसी साथियों के साथ गुरु तेग बहादुर मेमोरियल में पहुंचे थे। जब उन पर हमला हुआ उस समय उनके साथ कोई सुरक्षाकर्मी नहीं था। भीड़ ने बिट्टू की पगड़ी उतार दी और मारपीट की। बिट्टू ने कहा कि वे किसानों के साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे। हमलावरों का क्या लक्ष्य था, वह नहीं समझ पाए।

आम आदमी पार्टी की साजिश की बू : कांग्रेस

कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि यह एक निंदनीय घटना है। किसान कभी भी इस तरह की हरकत नहीं कर सकते। भाजपा पहले से ही किसानों के आंदोलन को बदनाम करना चाहती थी। घटना में आम आदमी पार्टी की साजिश की बू आ रही है।

लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं: भाजपा

भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुभाष शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई जगह नहीं है। रवनीत बिट्टू जनता की ओर से चुने हुए सांसद हैंं। भाजपा उनके साथ हुए दुर्व्यवहार की निंदा करती है। वहीं यह उम्मीद भी करती है कि किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन करने के क्या परिणाम हो सकते हैं, बिट्टू शायद इस बात को समझेंगे।

घटना निंदनीय, ड्रामेबाजी न करते बिट्टू : शिअद

शिअद के प्रवक्ता डा. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि किसान संगठन नहीं चाहते कि उनके आंदोलन में कोई राजनीति पार्टी हस्तक्षेप करे तो बिट्टू को इस तरह की ड्रामेबाजी नहीं करनी चाहिए थी। ये निंदनीय घटना है। इसे टाला भी जा सकता था। किसान आंदोलन में सभी पार्टियों के किसान कार्यकर्ता शामिल हैं, लेकिन कोई यह नहीं चाहता कि उनके आंदोलन को राजनीतिक रंगत दी जाए। ऐसे में बिट्टू को भी ये समझना चाहिए था।

क्राइम का आकड़ा कम दिखाने के लिए एफआईआर ही नहीं दर्ज कर रही बठिंडा पुलिस, कुछ मामलों को गुमशुदगी का रूप देने में जुटे

 


बठिंडा। 
बठिंडा पुलिस ने सरकारी आकड़ों में क्राइम कम दिखाने के लिए नया काम शुरू कर दिया है। पुलिस अब झपटमारी की वारदातों में एफआईआर दर्ज करने की बजाए उक्त मामलों को गुमशुदगी का रूप देकर शिकायतकर्ताओं को पुलिस सांझ केंद्र भेजा जा रहा है। ऐसा कोई सरकारी आदेश नहीं हैं। पुलिस ही अपने स्तर पर ऐसी कार्रवाई को अंजाम दे रही है।

हाल ही में हुई दो झपटमारी की वारदातों में पुलिस ने थाने में शिकायत या एफआईआर दर्ज करने की बजाए दोनों ही मामले में शिकायतकर्ताओं को पुलिस सांझ केंद्र में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करने के लिए भेज दिया और शिकायतकर्ताओं ने भी ऐसा ही किया क्योंकि थाने में उनकी शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया था।

वहीं एसपी सिटी जसपाल सिंह का कहना था कि ऐसा क्यों हो रहा है इसकी जांच करवाएंगे। जिले में आपराधिक घटनाओं के संबंध में जो भी एफआईआर दर्ज होती हैं, उसका रिकार्ड डीजीपी पंजाब को प्रतिदिन भेजा जाता है। ऐसे में पुलिस उच्चाधिकारियों के रिकार्ड में क्राइम का आकड़ा कम दिखाने के लिए अधिकतर मामलों में एफआईआर ही नहीं दर्ज करती और कुछ मामलों को गुमशुदगी का रूप दे देते हैं।

हनुमान चौक से बैग झपटा, थाने में नहीं लिखी शिकायत
शहर निवासी कैलाश गर्ग ने बताया कि वो 20 जनवरी को हनुमान चौक के पास झपटमार बैग छीनकर फरार हो गया। बैग में उनका आधार कार्ड, आरसी, पत्नी का पैन कार्ड, मेरा पासपोर्ट, मेरे बेटे वनीत गर्ग का पासपोर्ट और श्री रामजन्म भूमि अयोध्या के नाम से रसीद बुक थी। वो थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज करवाने के लिए गए थे तो वहां पुलिस ने बताया कि झपटमारी की शिकायत दर्ज नहीं होगी। आप शिकायत दो कि बैग चोरी हुआ था। उनको सांझ केंद्र भेज दिया गया।

अध्यापिका से पर्स झपटा, पुलिस ने सांझ केंद्र भेज दिया
एक निजी कालेज की अध्यापिका का कहना था कि 5 दिन पहले शिव कालोनी से घर जा रही थी। एक झपटकर पर्स लेकर फरार हो गया। उसके बैग में 10 हजार के करीब नकदी के अलावा अन्य जरूरी दस्तावेज थे। थाने में शिकायत दर्ज करवाने के लिए गईं तो कहा गया कि आपको शिकायत में ये लिखना होगा कि पर्स गुम हुआ है। जब वो इस बात पर राजी हो गई तो उनको सांझ केंद्र में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाने के लिए भेज दिया।

पिस्ताैल दिखाकर दो वेटरों से 8400 रुपए व मोबाइल लूट
करीब 8 दिन पहले भागू रोड पर दो वेटरों को दो लुटेरों ने पिस्तौल के बल पर लूट लिया। जब वो दोनों भागू रोड के चौराहे के पास पहुंचे तो एक बाइक पर सवार दो युवकों ने उनको घेर लिया और छीना झपटी शुरू कर दी। जब उन्होंने विरोध किया तो एक युवक ने उन पर पिस्तौल तान दी और हथियार के बल पर उसकी जेब से 8 हजार रुपए, साथी से 400 रुपए और दोनों के मोबाइल फोन लूटकर फरार हो गए थे।

क्राइम के ये मामले अभी तक अनट्रेस

  • 4 जनवरी को अजीत रोड पर राजिंदर कौर से दो बाइक सवार पर्स छीनकर फरार हो गए। इसी दिन पर्स और मोबाइल छीनने की दो और वादतातें हुई।
  • 7 जनवरी को गांव जोधपुर में रिलायंस के पेट्रोल पंप से तेल डलवाने के बहाने तीन लुटेरे सेल्समैन गुरतेज सिंह से 10 हजार लूटकर फरार हो गए।
  • 11 जनवरी काे रात पौने 12 के तिकोनी के पास कुछ लुटेरे स्वीगी के डिलीवरी ब्वाय का बाइक छीन लिया और फरार हो गए।
  • 15 जनवरी को मौड़ मंडी के गांव घुम्मन कलां-कोटली कलां लिंक रोड पर गुरदीप सिंह पर हमला कर उसकी टाटा सियागो नंबर पीबी31वी2936 गाड़ी लूटकर मानसा की तरफ भाग गए।
  • 18 जनवरी को थाना कैंट क्षेत्र कमला नेहरू कालोनी के पास दो लुटेरों ने पिस्तौल के बल पर सब्जी विक्रेता विजय कुशला से एक्टिवा छीनकर फरार हो गए।

मैं इसकी जांच करवाऊंगा : एसपी सिटी
झपटमारी की वारदातों में एफआईआर दर्ज करने की बजाए उसे गुमशुदगी का रूप देकर सांझ केंद्र में भेजने के मामले में एसपी सिटी जसपाल सिंह का कहना था कि अगर ऐसा हुआ है तो वो इसकी जांच करवाएंगे।


मजदूर मुक्ति मोर्चा ने रविवार से वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर के आगे पक्का मोर्चा लगाया


बठिडा :
मजदूर मुक्ति मोर्चा ने रविवार से वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर के आगे पक्का मोर्चा लगा लिया गया है। हालांकि पुलिस ने वित्त मंत्री के दफ्तर के आगे बेरिकेडिग कर दी है, लेकिन प्रदर्शनकारी वहीं जीटी रोड पर डेरा लगाकर बैठ गए हैं। इसके चलते जीटी रोड की एक सड़क को बंद करना पड़ गया है। इस दौरान वह महिलाओं के कर्ज माफ करने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राज्य सरकार और मनप्रीत बादल के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे। प्रदर्शनकारियों के अनुसार वे तब तक नहीं उठेंगे, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती।

मजदूर मुक्ति मोर्चा पंजाब के अध्यक्ष भगवंत समाओ, सचिव हरविदर सेमा, प्रेस सचिव प्रदीप गुरु, प्रदेश कमेटी मेंबर परमजीत कौर तथा सतनाम सिंह ने कहा कि पंजाब की कैप्टन सरकार दलितों व गरीबों के साथ वादा खिलाफी कर रही है। इसके कारण मजदूरों को अपने अधिकारों के लिए आंदोलन तेज करना पड़ा है। चुनाव में किया एक भी वादा पूरा नहीं किया है। कैप्टन अमरिदर सिंह कृषि कानूनों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोल कर अपनी नाकामियों को छुपाना चाहते हैं।

नेताओं ने महिलाओं के सिर चढ़े प्राइवेट फाइनेंस कंपनियों के कर्जे समेत गरीबों के सभी कर्जे माफ करने, गरीबों को आए हजारों रुपए के घरेलू बिजली बिल माफ करने, दलितों व गरीबों को रिहाइश बनाने के लिए जमीन वह फंड दिए देने, खेती कानूनों की तरह लेबर कानूनों में किए गए संशोधन भी रद करने की मांग की। इस मौके पर कामरेड निक्का सिंह, प्रितपाल सिंह, जसवंत पुहली, हरमन सिंह, सुखजीत, सुखजीवन, गुलाब खीवा, भोला झब्बर, कृष्णा मानसा, मनजीत कौर जोगा, जरनैल सिंह मानसा आदि भी शामिल थे। धरने में सर्वाधिक गिनती महिलाओं की है।

नगर निगम चुनाव के दौरान पूजां वाला मोहल्ला में विकास की अनदेखी को लेकर उम्मीदवार और चुनाव का विरोध


बठिडा :
शहर के बीचो बीच स्थित पूजां वाला मोहल्ला की बदहाली को लेकर लोगों में गहरा रोष है। लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर इस गली में वोट मांगना सख्त मना है की पोस्टें डालनी शुरू कर दी हैं। इसके साथ ही गली में लोगों ने कुछ पोस्टर भी चिपका दिए थे, जिन्हें बाद में किसी ने उतार दिया।

गली के निवासी खुशदियाल गाबा, रिकू, भारत भूषण, इंदिरा, मनोहर भाटिया, संजीव कुमार आदि ने कहा कि पूजां वाला मोहल्ला में पिछले पांच सालों के दौरान कोई विकास नहीं हुआ है। मिनी सचिवालय रोड पिछले लंबे समय से निर्माण के इंतजार में पड़ी हुई है। जिसके चलते यहां से गुजरना दूभर हुआ पड़ा है। इसके अलावा सीवरेज अकसर ओवरफ्लो होता रहता है। सीवरेज का गंदा पानी निर्माण के इंतजार में इस सड़क पर भरा रहता है। खुशदियाल गाबा ने बताया कि उक्त तमाम बातों के कारण ही लोगों में राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन के खिलाफ भारी रोष है। इसीलिए लोग उक्त तरह की पोस्टें डाल रहे हैं। उधर, सूत्रों के अनुसार इस पोस्ट से न केवल कांग्रेस प्रत्याशी, बल्कि वरिष्ठ नेताओं की चिता भी बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि संभवत आज सोमवार को क्षेत्र के विधायक एवं राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल इस इलाके का दौरा करने की चर्चा हो रही है। पूजां वाला मोहल्ला की बदहाली को लेकर लोगों ने कहा कि सरकार को उनकी मांगों पर जल्द ही ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नेता चुनाव में वादे कर जीत जाते हैं लेकिन बाद में कोई सुध नहीं लेते हैं।

बठिंडा निकाय चुनाव में जिले के 224 वार्डों के लिए 377 पोलिग बूथों पर होगा मतदान, 73 बूथ संवेदनशील




बठिडा :
स्थानीय निकाय चुनावों का बिगुल बज चुका है। राजनीतिक पार्टियों के साथ-साथ अब प्रशासन ने भी चुनाव करवाने की तैयारियां कर ली हैं। चुनावों को संपन्न करवाने के लिए जिले में 2200 मुलाजिमों की ड्यूटी लगाई गई हैं। हालांकि 50 फीसद स्टाफ को रिजर्व में रखा जाएगा। वहीं चुनावों को लेकर नोडल अधिकारियों की अगुआई में पोलिग स्टाफ को ईवीएम भी अलाट कर दी गई हैं, जिनको 5-5 रिहर्सल के बाद पोलिग के लिए रवाना किया जाएगा।

जिले में इस समय एक नगर निगम के अलावा पांच नगर कौंसिलों व 9 नगर पंचायतों के चुनाव होने हैं। इसके तहत जिले के 224 वार्डों के लिए 377 पोलिग बूथ बनाए गए हैं। इसमें 73 पोलिग बूथ संवेदनशील व अति संवेदनशील हैं। जहां पर अतिरिक्त पुलिस मुलाजिमों की ड्यूटी लगाई जाएंगी।

चुनावों को लेकर 30 जनवरी से नामांकन पत्र दाखिल किए जा सकेंगे, जिनका समय 3 फरवरी तक होगा। इसके बाद चार फरवरी को कागजों की पड़ताल की जाएगी तो पांच फरवरी को नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे। जबकि इसी दिन उम्मीदवारों को चुनाव निशान भी अलाट किए जाएंगे। 12 फरवरी को शाम पांच बजे चुनावी शोर थम जाएगा। इसके बाद 14 फरवरी को सुबह 8 से शाम 4 बजे तक मतदान होगा और 17 फरवरी को चुनावों का नतीजा आ जाएगा। इस बार चुनावों में महिलाओं के लिए 50 फीसद आरक्षण रखा गया है। चुनावों के लिए इवीएम मशीनों को भी तैयार करने की कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके तहत बठिडा के लिए आइएचएम व पैस्को में स्टाफ को ट्रेनिग दी जाएगी तो भुच्चो के लिए सरकारी पालिटेक्निल कालेज में रिहर्सल होगी। इसके अलावा रामपुरा व मौड़ हल्के की ट्रेनिग वहीं पर होगी। इस संबंध में एडीसी डी कम अतिरिक्त चुनाव अफसर परमबीर सिंह ने बताया कि चुनाव के लिए 2200 के करीब मुलाजिमों को लगाया जाएगा। जबकि ईवीएम को तैनात किए गए नोडल अधिकारियों की अगुआई में पोलिग स्टाफ को हैंडओवर कर दिया है।

यहां पर इतनी हैं ईवीएम

बठिडा नगर निगम के अलावा नगर कौंसिलों व नगर पंचयातों के चुनावों के लिए 640 ईवीएम को तैयार किया गया है। इसके तहत बठिडा नगर निगम के लिए 340, कोठागुरु के लिए 20, भगता के लिए 20, मलूका के लिए 20, भाईरूपा के लिए 20, मेहराज के लिए 20, मौड़ के लिए 40, रामा के लिए 30, भुच्चो मंडी के लिए 20, लहरा मोहब्बत के लिए 20, नथाना के लिए 20, गोनियाना के लिए 20, संगत के लिए 15, कोटशमीर के लिए 20 व कोटफत्ता के लिए 15 ईवीएम मशीनों को दिया गया है। इन मशीनों के लिए रीजनल ट्रांसपोर्ट अथार्टी सचिव, एडिशनल एक्साइज व टैक्सेशन अफसर बठिडा, तहसीलदार बठिडा, तहसीलदार रामपुरा, एसडीएम रामपुरा, एसडीएम मौड़, एसडीएम तलवंडी साबो, लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन मंदर सिंह व तहसीलदार तलवंडी साबो को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। जबकि अकेले बठिडा शहर के तीन नोडल अधिकारी लगाए गए हैं। 

बठिडा नगर निगम

  • कुल वोट- 2,09,777
  • पुरुष- 1,10,312
  • महिला- 99,462
  • थर्ड जेंडर- 3
  • बूथ- 193
  • वार्ड- 50
  • नगर कौंसिल, भुच्चो
  • कुल वोट- 11,447
  • पुरुष- 6008
  • महिला- 5439
  • थर्ड जेंडर- 0
  • बूथ- 13
  • वार्ड- 13
  • नगर कौंसिल, गोनियाना
  • कुल वोट- 11,610
  • पुरुष- 6133
  • महिला- 5477
  • थर्ड जेंडर- 0
  • बूथ- 13
  • वार्ड- 13
  • नगर कौंसिल, कोटफत्ता
  • कुल वोट- 5797
  • पुरुष- 3009
  • महिला- 2788
  • थर्ड जेंडर- 0
  • बूथ- 11
  • वार्ड- 11

  • नगर पंचायत, कोटशमीर
  • कुल वोट- 7273
  • पुरुष- 3850
  • महिला- 3423
  • थर्ड जेंडर- 0
  • बूथ- 13
  • वार्ड- 13

  • नगर पंचायत, नथाना
  • कुल वोट- 6461
  • पुरुष- 3391
  • महिला- 3070
  • थर्ड जेंडर- 0
  • बूथ- 11
  • वार्ड- 11

  • नगर पंचायत, लहरा मोहब्बत
  • कुल वोट- 5322
  • पुरुष- 2785
  • महिला- 2537
  • थर्ड जेंडर- 0
  • बूथ- 11
  • वार्ड- 11

  • नगर कौंसिल, रामा
  • कुल वोट- 15,999
  • पुरुष- 8556
  • महिला- 7443
  • थर्ड जेंडर- 0
  • बूथ- 16
  • वार्ड- 15

  • नगर पंचायत, भगता भाईका
  • कुल वोट- 9412
  • पुरुष- 4959
  • महिला- 4451
  • थर्ड जेंडर- 2
  • बूथ- 13
  • वार्ड- 13

  • नगर पंचायत, कोठागुरु
  • कुल वोट- 6746
  • पुरुष- 3556
  • महिला- 3189
  • थर्ड जेंडर- 1
  • बूथ- 11
  • वार्ड- 11
  • नगर पंचायत, भाईरूपा
  • कुल वोट- 10,030
  • पुरुष- 5323
  • महिला- 4707
  • थर्ड जेंडर- 0
  • बूथ- 13
  • वार्ड- 13
  • नगर पंचायत, मलूका
  • कुल वोट- 3723
  • पुरुष- 1941
  • महिला- 1782
  • थर्ड जेंडर- 0
  • बूथ- 11
  • वार्ड- 11

  • नगर पंचायत, मेहराज
  • कुल वोट- 9470
  • पुरुष- 4980
  • महिला- 4490
  • थर्ड जेंडर- 0
  • बूथ- 13
  • वार्ड- 13

रविवार, 24 जनवरी 2021

किसान संसद में पहुंचे कांग्रेस MP रवनीत बिट्टू की गाड़ी पर अन्नदाताओं ने चला दीं लाठियां


 नई दिल्ली। Congress के सांसद रवनीत बिट्टू रविवार को दिल्ली में सिंघु बॉर्डर पर किसान संसद में हिस्सा लेने पहुंचे। पर वहां उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। टीवी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ अन्नदाताओं ने उनकी गाड़ी पर लाठियां तक चला दी थीं। 
रिपोर्ट्स की मानें तो इस दौरान बिट्टू भी किसानों द्वारा धक्का-मुक्की का शिकार हुए। उनकी गाड़ी पर भी हमला किया गया। बिट्टू के साथ इस दौरान विधायक कुलबीर जीरा थे। कहा जा रहा है कि हमले के दौरान उनकी पगड़ी भी खींचकर उतार दी गई थी।
दरअसल, शुरुआत में उन्हें आंदोलनस्थल पर जाने से कुछ युवाओं ने रोका था। कहा था, “किसानों को राजनेताओं की जरूरत नहीं है, पर बिट्टू ने उनकी बात को नजरअंदाज किया और आगे बढ़ते गए।” युवा इसी को लेकर ‘गो बैक’ (वापस जाओ) के नारे लगा रहे थे।
बता दें कि मोदी सरकार के लाए तीन कृषि कानूनों पर विवाद फिलहाल थमा नहीं है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बॉर्डर्स पर कई सूबों के किसान (मुख्यतः पंजाब और हरियाणा से) ‘दिल्ली चलो’ के नारे के तहत करीब 60 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। वे इन काले कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं।
किसान यह कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि यह पूर्ण रूप से किसानों का आंदोलन है और वे इसे और इसके मंच को किसी भी सियासी दल को इस्तेमाल नहीं करने देंगे। केंद्र और किसानों के बीच 11 दौर की बातचीत हो चुकी है, मगर अब तक कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है।


बठिंडा में 239 सेहत कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई , 12156 हेल्थ वर्करों में से अब तक 1183 लोगों की वैक्सीनेशन लगी

 


बठिंडा. जिले में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए सेहत विभाग की ओर से सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में 12 सेशन सेंटरों पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 7वें दिन 239 सेहत कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई गई। इसी तरह 12156 हेल्थ वर्करों में से अब तक 1183 लोगों की वैक्सीनेशन हो चुकी है, यानी विभाग ने वैक्सीनेशन प्रक्रिया के तहत 56.33 प्रतिशत का लक्ष्य पूरा कर लिया है।

दूसरी ओर सरकार द्वारा सेहत विभाग को वैक्सीन की दूसरी खेप भी भेज दी है। दूसरी खेप में सेहत विभाग को वैक्सीन की 11210 डोज मिली है। वैक्सीन की दूसरी खेप मिलते ही विभाग की ओर से 1010 डोज आर्मी और 360 डोज सेंट्रल कर्मचारियों के लिए निश्चित सेशन सेंटर पर सुरक्षित भेजी जाएगी।

शनिवार को वैक्सीनेशन प्रक्रिया के 7वें दिन 10 सेशन सेंटरों पर 239 सेहत कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई, जिसमें दो सेशन सेंटरों पर एक भी सेहत कर्मचारी वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं पहुंचे। जिला टीकारकण अफसर डा. मीनाक्षी सिंगला के अनुसार सरकारी सेशन सेंटर सिविल अस्पताल में 13, एम्स अस्पताल 56, तलवंडी साबो 20, नथाना 5, भगता 10, मौड़ मंडी 10, रामपुरा फूल 19, गोनियाना 0 - संगत 0 और निजी अस्पताल के सेशन सेंटर मैक्स अस्पताल में 60, आदेश अस्पताल 9, दिल्ली हार्ट 37 कुल 239 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।

जबकि इससे पहले 6 दिनों में कुल 944 लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी। इस तरह अब तक जिले में कुल 1183 सेहत कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है और अभी तक इनमें से किसी को भी किसी तरह के साइड इफेक्ट की सूचना नहीं है। उधर, कोरोना वैक्सीन लगवाने से पहले मल्टीपर्पज हेल्थ इंप्लाइज यूनियन सेहत विभाग से शर्त रख रहा है।

जिला प्रधान गगनदीप सिंह, जसविंदर शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में हेल्थ वर्करों ने पहली कतार में खड़े होकर बीमारी से जंग लड़ी व सरकार के हर निर्देश की पालना की, लेकिन कर्मचारियों की लंबित मांगों को पूरा करने की मांग अब नजरअंदाज की जा रही है, कहा जा रहा है कि मांग पूरी होने पर ही टीका लगवाएंगे। कहा जा रहा है कि शर्त पर ही टीका लगवाएं।

पर इनको टीका लगवाने को प्रेरित करने को इनकी यूनियन से बात की है और इनको मोटिवेट कर रहे हैं। प्रत्येक अस्पताल में मीटिंग भी कर रहे हैं और जागरूक कर रहे हैं। सिविल सर्जन बठिंडा डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो ने बताया कि शनिवार को जिले के 12 सेशन सेंटरों पर कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण की शुरुआत की गई। 239 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। 7 दिनों में अब तक 1183 लोगों की वैक्सीनेशन हो चुकी है। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से वैक्सीन की दूसरी खेप भी पहुंच चुकी है।

टीके लगवाने के लिए आगे आकर करें पहल
जिला टीकाकरण अफसर डा. मीनाक्षी सिंगला ने सभी सेशन सेंटरों का निरीक्षण किया, लेकिन किसी भी सेशन सेंटर पर साइड इफेक्ट की सूचना नहीं मिली। कोरोना वैक्सीन सुरक्षित है। सरकारी अस्पताल व निजी अस्पतालों के डाक्टरों ने वैक्सीन लगवाने के प्रति अच्छी पहल की है।

अब धीरे-धीरे अभियान गति पकड़ रहा है। जिले को 11210 डोज मिली है। इसमें से 1010 डोज आर्मी और 360 सेंटर कर्मचारियों के लिए भेजी जाएगी। जिन लोगों के मोबाइल पर वैक्सीनेशन के संबंध में मैसेज आए हैं, वे बताए गए हेल्थ सेंटर में जाकर टीका जरूर लगवाएं।

कोरोना वैक्सीन के सातवें दिन शनिवार को 239 डाक्टरों व हेल्थ वर्करों ने टीका लगवाया। शनिवार को पहली बार प्राइवेट की बजाएं सरकारी हेल्थ कर्मियों ने सबसे ज्यादा टीकाकरण करवाया, जबकि पिछले छह दिनों के टीकाकरण में प्राइवेट अस्पताल सबसे आगे चलते आ रहे थे। शनिवार तक कुल 1185 लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगा चुका है। इसमें प्राइवेट अस्पताल के 785 (63 प्रतिशत), तो 427 (37 प्रतिशत) सरकारी अस्पताल के हेल्थ वर्करों ने वैक्सीन लगवाई है। कुल मिलाकर अब तक प्राइवेट अस्पताल वैक्सीन लगवाने में सबसे आगे चल रहे है। शनिवार को सेहत विभाग की तरफ से 12 सेंटरों पर वैक्सीन लगाई गई, जिसमें 9 सेंटर सरकारी, तो तीन प्राइवेट अस्पताल शामिल थे। जिला टीकाकरण आफिसर डा. मीनाक्षी सिंगला ने बताया कि शनिवार को सरकारी 9 अस्पतालों में 133 लोगों ने टीका लगवाया है, जबकि तीन प्रावेट अस्पतालों में 106 लोगों ने टीका लगवाया है।

16 जनवरी से शुरू हुई वैक्सीनेशन मुहिम के सात दिन हो चुके है। हालांकि रविवार को टीकाकरण मुहिम बंद रहेगी। उधर केंद्र सरकार की तरफ से सिविल अस्पताल बठिंडा को 11 हजार 260 कोरोना वैक्सीन की दूसरी खेप की डोज भी सिविल अस्पताल बठिंडा को भेज दी है। सिविल सर्जन बठिंडा डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो ने बताया कि शुक्रवार को डोज की दूसरी खेप उनके पास पहुंच चुकी है। इसमें 9740 डोज सरकारी अस्पतालों के लिए है, जबकि 1010 डोज आर्मी अस्पताल और 360 एम्स बठिंडा की डोज शामिल है। यह डोज 28 दिन बाद उन मुलाजिमों को लगेगी जिनको पहली डोज लग चुकी है। सिविल सर्जन डा. ढिल्लो ने दावा कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए हेल्थ वर्करों में रुझान बढ़ने लगा है। आने वाले दिनों में सभी सेंटर चलाए जाएंगे। सरकारी मुलाजिमों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

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कोविशील्ड वैक्सीन का कवच पहनने के लिए निजी अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मी रुचि दिखा रहे हैं, पर सरकारी स्वास्थ्य कर्मी आगे नहीं आ रहे। शनिवार को जिले के 12 प्राइवेट एवं सरकारी केंद्रों में टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू की गई। शाम पांच बजे तक 239 कर्मियों का टीकाकरण हुआ, जबकि लक्ष्य 1200 का था। सर्वाधिक टीकाकरण मैक्स व एम्स अस्पताल में हुआ। इन दोनों सेंटरों में 116 स्वास्थ्य कर्मियों ने टीका लगवाया। एम्स अस्पताल में 56 कर्मियों को कवर किया गया। सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण की रफ्तार धीमी रही। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में जितने भी हेल्थ वर्करों ने टीका लगवाया है, उनमें से 70 फीसद डाक्टर हैं। जिले के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में 427 व निजी अस्पतालों में 758 कर्मियों ने टीकाकरण करवाया।

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आज इन सेंटरों पर इतने लोगों ने लगवाया टीका

  • सिविल अस्पताल बठिंडा- 13
  • तलवंडी साबो 20
  • गोनियाना मंडी -0
  • नथाना -5
  • भगता भाईका- 10
  • मौड़ मंडी- 10
  • रामपुरा-19
  • संगत मंडी-0
  • एम्स अस्पताल-56
  • मैक्स अस्पताल-60
  • दिल्ली अस्पताल-37
  • आदेश अस्पताल-9
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  • सात दिनों में हुआ इतना- टीकाकरण
  • 16 जनवरी- 36
  • 18 जनवरी47
  • 19 जनवरी 94
  • 20 जनवरी 138
  • 21 जनवरी 223
  • 22 जनवरी 408
  • 23 जनवरी 239
  • कुल -1185
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