नई दिल्ली। Congress के सांसद रवनीत बिट्टू रविवार को दिल्ली में सिंघु बॉर्डर पर किसान संसद में हिस्सा लेने पहुंचे। पर वहां उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। टीवी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ अन्नदाताओं ने उनकी गाड़ी पर लाठियां तक चला दी थीं। रिपोर्ट्स की मानें तो इस दौरान बिट्टू भी किसानों द्वारा धक्का-मुक्की का शिकार हुए। उनकी गाड़ी पर भी हमला किया गया। बिट्टू के साथ इस दौरान विधायक कुलबीर जीरा थे। कहा जा रहा है कि हमले के दौरान उनकी पगड़ी भी खींचकर उतार दी गई थी।
दरअसल, शुरुआत में उन्हें आंदोलनस्थल पर जाने से कुछ युवाओं ने रोका था। कहा था, “किसानों को राजनेताओं की जरूरत नहीं है, पर बिट्टू ने उनकी बात को नजरअंदाज किया और आगे बढ़ते गए।” युवा इसी को लेकर ‘गो बैक’ (वापस जाओ) के नारे लगा रहे थे।
बता दें कि मोदी सरकार के लाए तीन कृषि कानूनों पर विवाद फिलहाल थमा नहीं है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बॉर्डर्स पर कई सूबों के किसान (मुख्यतः पंजाब और हरियाणा से) ‘दिल्ली चलो’ के नारे के तहत करीब 60 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। वे इन काले कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं।
किसान यह कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि यह पूर्ण रूप से किसानों का आंदोलन है और वे इसे और इसके मंच को किसी भी सियासी दल को इस्तेमाल नहीं करने देंगे। केंद्र और किसानों के बीच 11 दौर की बातचीत हो चुकी है, मगर अब तक कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है।
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