फाजिल्का. भोले-भाले लोगों को सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाला सरकारी लेक्चरर आखिरकार डेढ़ साल बाद पुलिस की पकड़ में आ ही गया। आरोपी के खिलाफ इससे पूर्व श्री मुक्तसर साहिब, सिटी फाजिल्का, वेरो के और विभिन्न थानों में धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं। थाना गुरु हरसहाए पुलिस ने श्री मुक्तसर साहिब की जेल से आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर पहले 2 दिन का रिमांड लिया गया। इसके पूरा होने पर शनिवार को फिर से एक दिन का रिमांड लिया गया है। मुख्यारोपी शलिंद्र सेठी को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है मगर उसके तीन साथी, जिनमें उसकी पत्नी श्वेता, उसका ड्राइवर लखवीर सिंह व एजेंट हुक्म सामा अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
सरकारी नौकरी का थमा देता था जाली नियुक्ति पत्र
10 जून 2019 को लोगों ने शिकायत दी कि शलिंद्र सेठी व उसकी पत्नी और 2 आरोपियों ने उन्हें सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम ऐंठी लेकिन नौकरी नही लगवाई। आरोपी शलिंद्र सेठी पर पहले से कई थानों में केस दर्ज हैं। लोगों को सरकारी नौकरी के जाली नियुक्ति पत्र तक थमा दिया।
पिछले दिन मुक्तसर साहिब पुलिस ने ठगी के मामले में ही आरोपी को काबू किया। वहां से थाना गुरु हरसहाए पुलिस ने उसे प्रोडक्शन वारंट पर लिया है। जांच अधिकारी एएसआई दर्शन लाल ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपी ने माना कि वह 30 लोगों से नौकरी दिलवाने के नाम पर 90 लाख की ठगी कर चुका है।
दो किस्तों में 6 लाख रुपए दिए : बरिंद्रपाल
पीड़ित बरिंद्रपाल सिंह ने बताया कि उसके बेटा सुखमिंद्र सिंह के ससुराल परिवार के चाचा ससुर लाल चंद ने शलिंद्र सेठी से मिलवाया। आरोपी ने कहा कि 6 लाख लगेंगे, सरकारी नौकरी लगवा देगा। उन्होंने आरोपी को 2 किस्तों में 6 लाख रुपए दिए। शलिंद्र ने उन्हें 2 लाख का चेक दिया कि अगर नौकरी न लगी तो वह उनके पैसे ब्याज सहित वापस कर देगा।
ब्याज पर पैसे लेकर दिए थे आरोपी को...
बरिंद्रपाल सिंह ने कहा कि उसने आढ़ती गौरव बजाज निवासी जलालाबाद से पैसे ब्याज पर लेकर आरोपी को दिए थे। इसके बाद आरोपी ने खेतीबाड़ी विभाग का नियुक्ति पत्र 10 अक्टूबर 2016 को भेजा। जांच की तो पता चला कि जाली थी। पहले कहता था कि सरकारी लेक्चरर हूं कहां भागूंगा। अब फोन भी नहीं सुनता है।
सुमिंद्र को दिया टीचर लगवाने का झांसा...
आरोपी शलिंद्र सेठी ने पीड़ित सुमिंद्र को शिक्षा विभाग में टीचर के तौर पर नौकरी का नियुक्ति पत्र बनाकर दिया। सुखमिंद्र को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नियुक्ति का जाली पत्र तैयार करवाकर दिया वहीं राजविंद्र कौर को टैलेंट प्रो की ओर नियुक्ति पत्र तैयार करवाकर दे दिया। अनीता के नाम शिक्षा विभाग से जाली नियुक्ति पत्र दे दिया।
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