बठिंडा. बठिंडा में वीरवार को 6 कोरोना पोजटिव मरीजों की मौत हो गई। इस तरह से जिले में मृतकों की तादाद 306 पहुंच चुकी है। इस सप्ताह प्रतिदिन 6 से सात लोगों की मौत ने जिला प्रशासन को भी चिंता में डाल दिया है। जिले में मानसा रोड पर स्थिति आई.वी.वाई अस्पताल में दाखिल कोरोना पाजिटिव शशि बाला पत्नी अशोक कुमार निवासी मुक्तसर की मौत हो गई उन्हें 20 अप्रैल को अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। 21 अप्रैल की संध्या उनकी हालत बिगड़ने के बाद देर सांय उपचार दौरान मौत हो गई। सहारा जन सेवा की टीम ने पीपीई किटें पहन कर पूर्ण सम्मान सहित परिजनों की उपस्थिति में संस्कार कर दिया। इसी तरह दूसरी मौत बठिंडा के एक निजी अस्पताल में दाखिल कोरोना पाजिटिव चीमन लाल पुत्र डोगर राम उम्र 75 साल निवासी परसराम नगर गली नंबर 4 की हुई। जो 21 अप्रैल को पाजिटिव आने पर दाखिल हुआ था स्थिति बिगड़ने पर दूसरे अस्पताल में रैफर करने पर प्रात 1 बजे मौत हो गई। जिला प्रशासन द्वारा सूचना मिलने पर सहारा जनसेवा की कोरोना वारियर्स टीम मनी कर्ण व संदीप गोयल ने षव को बठिंडा के सिविल अस्पताल की मौर्चरी में पहुंचाया। 22 अप्रैल की प्रात टीम जग्गा, संदीप गिल व कमल गर्ग, हरबंस सिंह व तिलकराज ने स्थानीय श्मशान भूमि में पीपीई किटें पहन कर पूर्ण सम्मान सहित संस्कार कर दिया।तीसरी मौत स्थानीय पावर हाउस रोड पर निजी अस्पताल में दाखिल कोरोना पाजिटिव केसर सिंह पुत्र जगीर सिंह 67 निवासी दिल्ली की हुई। जो 21 अप्रैल को दाखिल हुआ। 22 अप्रैल को उपचार दौरान मौत हो गई। सूचना मिलने पर सहारा जनसेवा की कोरोना वारियर्स टीम जग्गा, संदीप गिल, कमल गर्ग, हरबंस सिंह व तिलकराज ने पीपीई किटें पहन कर शव का स्थानीय श्मशान भूमि दाना मंडी में पूर्ण सम्मान सहित परिजनां की उपस्थिति में संस्कार कर दिया।
चौथी मौत स्थानीय नामदेव रोड पर स्थित सत्यम हार्ट अस्पताल में दाखिल कोरोना संक्रमित बलजीत कौर पत्नी बलवीर सिंह 72 वर्ष निवासी फरीदकोटली संगत की हुई। जो 20 अप्रैल को कोरोना पाजिटिव के कारण दाखिल हुई थी। आज 22 अप्रैल को उपचार दौरान मौत हो गई। सूचना मिलने पर सहारा जनसेवा की कोरोना वारियर्स टीम टेक चंद, मनी कर्ण, गौरव कुमार ने नामदेव रोड से शव को फरीदकोटली संगत की श्मशान भूमि लेकर पहुंचे। जहां कोरोना वारियर्स टीम ने पीपीई किटें पहन कर शव का पूर्ण सम्मान सहित संस्कार कर दिया।
कोरोना कारण पांचवी मौत दिल्ली हार्ट अस्पताल में दाखिल कोरोना पाजिटिव संतोष ग्रोवर पुत्र सुरिंद्र कुमार 70 वर्ष निवासी रामपुरा की हुई जो 20 अप्रैल को कोरोना पाजिटिव के कारण दाखिल हुआ था। 22 अप्रैल को उपचार दौरान मौत गइ् सूचना मिलने पर सहारा जनसेवा की कोरोना वारियर्स टीम जग्गा, कमल गर्ग, संदीप गिल, संदीप गोयल, सुमीत ढींगरा ने पीपीई किट पहन कर शव का रामपुरा फूल की शमशान भूमि में परिजनों की उपस्थिति में संस्कार कर दिया।
स्थानीय बडियाल अस्पताल बीबी वाला रोड में दाखिल कोरोना पाजिटिव बलदेव सिंह पुत्र सरवण सिंह 62 वर्ष निवासी रामपुरा फूल जो 21 अप्रैल को दाखिल हुआ था कि 22 अप्रैल को उपचार दौरान मौत हो गई। सूचना मिलने पर सहारा जनसेवा की कोरोना वारियर्स टीम गौतम गोयल, सुमीत ढींगरा, संदीप गोयल, शाम मित्तल, दीपक गोयल रामपुरा फूल शव को लेकर पहुंचे। जहां टीम ने पूर्ण सम्मान सहित परिजनों की उपस्थिति में संस्कार कर दिया।
गौरतलब है कि अप्रैल माह के शुरू होने के बाद जिले में कोरोना संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हालात यह हैं कि अप्रैल में करीब-करीब हर दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तिहाई के आंकड़े में आ रही है तथा पिछले साल के मुकाबले 7 बार कोरोना केस 11 अप्रैल से अब तक पुराने रिकार्ड को ध्वस्त कर चुके हैं।
गत बुधवार को कोरोना के 271 केस आए थे। ऐसे में बठिंडा में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 15833 हो चुकी है जबकि 173 लोग ही ठीक होकर घर जा सके। अकेले अप्रैल के 21 दिनों में 50 मौतें हो चुकी हैं। वहीं जिले में 2746 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा 2238 कोरोना संक्रमित इलाज के लिए होम आइसोलेशन में हैं।
जिले में अभी तक 320 मरीज अभी तक गलत एड्रेस देने के चलते अनट्रेस चल रहे हैं। करीब 508 कोरोना मरीजों में से 292 मरीज अलग-अलग अस्पतालों में दाखिल जिसमें 64 मरीज लेवल 3 स्तर वाले हैं। इन दिनों सिविल अस्पताल के लेवल 2 स्तर वाले आइसोलेशन वार्ड में 21 मरीज दाखिल हैं। इनमें कुछ आक्सीजन सपोर्ट पर है और कुछ मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन भी दी जा रही है, लेकिन जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी किल्लत है।
सरकारी अस्पताल के ड्रग वेयर हाउस के स्टाक में मात्र 22 इंजेक्शन ही उपलब्ध हैं। विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर गुनदीप बांसल के अनुसार इन दिनों जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी कमी है। इसके अलावा टोसिलिजुमैब इंजेक्शन भी उपलब्ध नहीं हैं।