बठिंडा- यूनाईटेड वेलफेयर सोसायटी की ओर से चलाए जा रहे अभियान गांव गांव रक्तदान शिविर के तहत निकटवर्ती गांव पूहली में बाबा जीवन सिंह हैल्पर वेलफेयर क्लब की ओर से स्वेच्छा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें एक महिला रक्तदानी गुरजीत कौर के समेत 19 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया।
गांव की धर्मशाला में क्लब प्रधान जसमीत सिंह, उप प्रधान चमकौर सिंह व गुरसेवक सिंह के यत्नों से आयोजित रक्तदान शिविर का शुभारंभ डा. हरजिंदर कौर बीटीओ बरनाला ने रक्तदानियों के बैच लगाकर किया।
इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डा.कौर ने लोगों को रक्तदान की लहर में बढ़ चढ़कर योगदान देने के लिए प्रेरित किया और उनके मनों में रक्तदान को लेकर पैदा हुई गलत फहमियों को दूर किया। रक्तदान शिविर में विशेष तौर पर पहुंचे संस्था प्रधान विजय भट्ट ने आए हुए रक्तदानियों का आभार प्रकट किया व उनको रक्तदान के प्रति अन्य लोगों को प्रेरित किया। कैंप के दौरान राजकुमार और कृष्ण कोटशमीर ने अपनी अपनी जिम्मेदारियां बाखूबी निभाई।
कैंप के दौरान सबसे दिलचस्प बात थी बरनाला ब्लड बैंक की चुस्त दुरुस्त टीम, जो रक्तदानियों के साथ बड़े ही सलीके से पेश आ रही थी और मौके पर ही रक्तदान प्रमाण पत्र तैयार कर दे रही थी। इसके अलावा टीम का हर वर्कर हर रक्तदानी के साथ वार्तालाप करते हुए उसको रक्तदान के प्रति जागरूक कर रहा था।
सर्टिफिकेट वितरण समारोह
बठिंडा : स्थानीय इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट की ओर से अवार्ड ऑफ सर्टिफिकेट समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यातिथि के तौर पर गुरकृत कृपाल सिंह डिप्टी कमिश्नर बठिंडा पहुंचे।
इस मौके पर बोलते हुए श्री सिंह ने कहा कि आने वाले समय में होटल प्रबंधन कारोबार में रोजगार की बेहद संभावनाएं हैं। उन्होंने इस मौके पर सर्टिफिकेट हासिल करने वाले विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
समारोह के अतिरिक्त बातचीत में इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल श्री पियूश ने बताया कि जल्द से जल्द विद्यार्थियों की सुविधा के अनुसार उनको नौकरियां मुहैया करवाई जाएंगी और इसके लिए बड़े बड़े होटलों रेस्टोरेंटों से बातचीत चल रही है।
इस समारोह में अन्य लोगों के अलावा इंस्टीट्यूट प्रिंसिपल कमल पियूश, नगर निगम मेयर बलजीत बीड़ बह्मण, अशोक धुन्नीके, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन अशोक भारती आदि उपस्थित थे।
रहा आकर्षण का केंद्र भुच्चो का जसवंत : सबेसियाह को दिन में बदल नहीं सकते, जो दीपक तेज हवाओं में जल नहीं सकते मशहूर शायर अजीज अंसारी की उक्त पंक्ति उस समय एकाएक जुबान पर आ गई, जब विद्यार्थी जसवंत सिंह निवासी भुच्चो खुर्द अपना डिप्लोमा सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए अपनी एक वैसाखी के साथ स्टेज की तरफ बढ़ा। उसके चेहरे पर गर्व का जोश साफ झलक रहा था, वो भले ही जिन्दगी भर एक वैसाखी के सहारे से चले, लेकिन आजीविका के लिए वो किसी और के सहारे का इंतजार नहीं करेगा।
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