-खबर प्रकाशित होने केञ् बाद प्रतिनिधियों को धमकाने का सिलसिला
-पुलिस मामले में बरत रही है ढिलापन, आरोपी गिरफ्त से बाहर
बठिंडा। भ्रष्टाचार के दलदल में धसी बठिंडा तहसील परिसर का कोई बालो बारिस नजर नहीं आ रहा है। वर्तमान में तहसील परिसर के अंदर गुंडागर्दी का नंगा नाच सरेआम खेला जा रहा है लेकिन इसे रोकने के लिए किसी तरह का प्रयास नहीं किया जा रहा है। तहसील परिसर में दलाली का धंधा करने वाले कुञ्छ असामाजिक तत्वों की हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि गत दिवस उन्होंने तहसील परिसर में भ्रष्टाचार संबंधी सामाचार प्रकाशित होने के बाद वहां बनाए गए पंजाब का सच के अस्थायी उपकार्यालय में तोड़फोड़ की व वहां रखे सामान को चोरी कर लिया। यही नहीं इसमें बैठने वाले प्रतिनिधियों को जान से मारने की धमकी दी गई। इस बाबत तहसील चौकी में मामला दर्ज करवाया गया जिसमें पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए मुहिम चलाने की बात कर रही है लेकिन खबर लिखे जाने तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था।
जानकारी अनुसार तहसील परिसर में प्रशासकीय अधिकारियों की मिलीभगत से रजिस्ट्री करवाने के नाम पर गौरखधंधा चल रहा है। इसमें सरकार को लाखों रुपये की चपत लगाई जा रही है जबकि मामले में सब कुछ जानकर भी किसी के खिलाफ कानूनी व विभागीय कार्रवाई नहीं की जा रही है। पंजाब का सच अखबार की तरफ से पिछले दो दिनों से तहसील परिसर में होने वाले घौटाले व भ्रष्टाचार को लेकर सामाचार प्रकाशित किया जा रहा है। इसके बाद परिसर में गौरखधंधा करने वाले लोगों में हड़कंप का माहौल बना हुआ है। तहसील में बिना जांच के नक्शा बनाने वाले कई लोग अपनी सीट से गायब है जबकि तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी इस गंभीर मामले में किसी तरह की जुबान खोलने को तैयार नहीं है। तहसील दफ्तर में कुछ लोगों ने लोगों की जेब काटने के लिए बकायदा एक गिरोह का निर्माण कर रखा है। इस गिरोह में शामिल लोग जहां बिना जांच पड़ताल के नक्शा पास करवाते है वही तहसील में पडे़ एक खाली प्लांट के सामने ही सभी रजिस्टरी करवाने वालों की फोटो खीचकर सरकारी दस्तावेज में लगा दिये जाते हैं। उक्त पूरा गौरखधंधा तहसीलदार व नायब तहसीलदार के सामने होता है लेकिन इसमें अभी तक किसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की हिमायत नहीं की गई है। फिलहाल इस गौरखधंधे का खुलासा होने के बाद वहां तैनात कुछ तत्वों ने पंजाब का सच अखबार के अस्थायी दफ्तर को निशाना बनाया व वहां लगे बोर्ड को हटाने के साथ दफ्तर में तोड़फोड़ की गई। वही वहां काम करने वाले प्रतिनिधि को जान से मारने की धमकी दी गई है। इसमें तहसील परिसर केञ् एक दो वकील, नक्शा नवीस व रजिस्टरी लिखने वाला एक व्यक्ति प्रत्यक्ष तौर पर शामिल है। मामले में संबंधित थाना केञ् अधिकारी दावा कर रहे हैं कि दफ्तर में बोर्ड हटाने व तोड़फोड करने वाले आरोपियों की तलाश के लिए जांच चल रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर मामले में किसी तरह की कानूनी कार्रवाई आज तक नहीं की गई है।
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