-कई कैदियों की हालत खराब, जेल प्रशासन के सभी प्रयास विफल
बठिंडा। केंद्रीय जेल बठिंडा में १८ जुलाई से चल रही कैदियों की भूख हड़ताल नौंवे दिन भी जारी रही। इस दौरान कई कैदियों की हालत बिगड़ने से जहां जेल प्रशासन के हाथ पांव फूल गए है वही जिला प्रशासन की जान भी आफत में आई हुई है। जेल में कितने कैदी गंभीर है इसे लेकर प्रशासन किसी तरह का खुलासा नहीं कर रहा है। इसमें शनिवार की रात एक कैदी की मौत होने के बाद जेल प्रशासन ने रविवार की रात कैदियों को जबरन खाना खिलाने का प्रयास किया लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सके। वही जेल प्रशासन ने कैदियों को उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन भी दिया लेकिन कैदी प्रेक्टिकल तौर पर हर मांग को पूरा करने के बाद ही भूख हड़ताल समाप्त करने पर अड़े़ हुए है। इससे पहले पिछले सप्ताह शुक्रवार को भी कैदियों को प्रशासन ने मनाने का प्रयास किया था व इस दौरान कैदियों ने भूख हड़ताल तोड़ खाना खा लिया लेकिन इसमें जमीनी स्तर पर किसी तरह की कार्रवाई न होने पर कैदियों ने अगले ही दिन फिर से भूख हड़ताल शुरू कर दी।
इसमें शनिवार की रात एक हवालाती गुरसेवक सिंह पुत्र रूप सिंह गांव माड़ी थाना नथाना की शनिवार रात रहस्यमयी हालतों में मौत हो गई थी। इसके बाद जेल में कैदियों ने रविवार को पूरा दिन जमकर हंगामा बरपाया। इस दौरान प्रशासन को स्थिति कंट्रोल करने के लिए भारी मश्कत करनी पड़ी थी। इसमें रविवार की रात प्रशासन ने डाक्टरों का एक पैनल गठित कर भूख हड़ताल पर चल रहे आठ सौ के करीब कैदियों की मेडिकल जांच करवाने का प्रयास भी किया लेकिन सफलता नहीं मिली वही कैदियों को खाना खिलाने के लिए की गई कोशिश भी सफल नहीं हो सकी। गौरतलब है कि १८ जुलाई को ट्रायल पर चल रहे १२० के करीब कैदियों ने हाईकोर्ट के आदेश पर जमानत की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया था लेकिन तीन दिन बाद ही जेल के अन्य नौ सौ के करीब कैदी भी उनके साथ मिल गए। अब कैदी जेल में मूल सुविधा प्रदान करने की मांग कर रहे हैं। कैदियों का कहना है कि जेल में स्वच्छ पेयजल नहीं मिल रहा है वही खाना सही ढंग से नहीं मिलता है। जेल में स्वास्थ्य सेवाओं का भी बुरा हाल है। इन तमाम मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की जा रही है। जेल में कैदियों की मांगों को लेकर दौरा करने वाले एसडीएम केपीएस माही का कहना है कि कैदियों की मांगों को लेकर उन्होंने पूरी जांच की है व इसमें गंभीरता से विचार किया जा रहा है। इसमें कैदियों को पेश आ रही समस्या को जल्द हल कर दिया जाएगा।
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