पटियाला : थाना सिविल लाइन के अंतगर्त आते इलाके में एक दंपती ने अपनी डीजीपी से पहचान होने की बात कहते हुए सब इंस्पेक्टर भर्ती कराने का झांसा देकर आठ लाख रुपये ठग लिए। ठगी दो साल पहले हुई थी लेकिन आरोपितों ने पैसा लौटाने के नाम पर टालमटोल करना शुरू कर दिया। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस को शिकायत की। थाना सिविल लाइन पुलिस ने मामले की पड़ताल के बाद अमरजीत सिंह निवासी खुड्डा रोड सनौर की शिकायत पर आरोपित गुरप्रीत सिंह संधू व उसकी पत्नी प्रीति वालिया निवासी अर्बन एस्टेट फेज वन व बलजीत सिंह सैणीमाजरा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल तीनों ही फरार हैं।
अमरजीत सिंह के अनुसार आरोपित गुरप्रीत संधू उनके साथ प्रापर्टी के काम को लेकर अक्सर मिलता रहता था। आरोपित ने उससे कहा कि उसकी जान पहचान डीजीपी के साथ है, ऐसे में वह युवकों को पुलिस में भर्ती करवा सकता है। डीजीपी के कोटे में एएसआइ व सब इंस्पेक्टरों की भर्ती करवा रहा है, इसके लिए युवकों का ग्रुप चाहिए। अमरजीत ने कहा कि उनके साले की मौत के बाद उसके बेटे को उन्होंने खुद पाला था, जिस वजह से वह भांजे के भविष्य को लेकर चितित था। ऐसे में उसने सोचा कि भांजा पुलिस में भर्ती हो जाएगा। उसने साल 2018 में आरोपित को आठ लाख रुपये दे दिए। पैसा लेने के बाद आरोपित ने भांजे को नौकरी नहीं दिलाई। जब पैसा लौटाने को कहा तो आरोपित टालमटोल करने लगा। इसी कारण पुलिस को शिकायत कर दी थी। 15 से अधिक लोगों को ठगा
अमरजीत सिंह ने बताया कि आरोपित गुरप्रीत संधू अपने ससुराल वालों की अर्बन एस्टेट स्थित कोठी में रहता था। उसने 15 से अधिक लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगा था। इनमें से कुछ लोगों ने केस भी दर्ज करवा दिया था। केस दर्ज होने के बाद ही उन्हें पता चला कि आरोपितों ने एक नहीं कई लोगों के साथ ठगी की है। मामले में गुरप्रीत की पत्नी प्रीति वालिया को पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है, जो बाद में जमानत पर बाहर आ गई थी।
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