बठिंडा. नगर निगम चुनाव नतीजों में धांधली के आरोप लगा समूह विपक्षी दलों ने सड़कों में उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने सत्ताधारी दल पर चुनावों में धक्केशाही करने व ईवीएम मशीनों से छोड़खानी करने के आरोप लगाए। मामले में पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के साथ पंजाब चुनाव आयोग, राष्ट्रीय चुनाव आयोग को लिखित शिकायत भेजकर मामले में चुनाव रद्द करने की मांग की गई। प्रदर्शन में आप, भाजपा, आजाद व अकाली दल से संबंधित उम्मीदवारों के साथ उनके समर्थक हाजिर रहे। उन्होंने कहा कांग्रेस ने चुनाव प्रचार से लेकर चुनाव संपन्न होने तक लोगों को धमकाने, उन्हें प्रचार करने से रोकने, मतदान वाले दिन जाली वोट डलवाने व बाद में चुनाव परिणामों को प्रभावित करने के लिए मशीनों के साथ छोड़खानी की। इस बाबत मौके पर उम्मीदवारों ने विरोध जताया लेकिन उनकी एक न सुनी गई व उन पर मामले दर्ज करने की धमकी दी गई। इस संबंध में राजनीतिक दलों ने निष्पक्ष चुनाव फिर से करवाने व पहले घोषित नतीजों को रद्द करने की मांग रखी। नगर निगम चुनावों में कांग्रेस की हुई गुंडागर्दी के बाद मतगणना के दिन बड़ी धांधली सामने आने पर सभी पार्टियों में आजाद उम्मीदवारों द्वारा सांझे रूप से चुनाव कमीशन व कांग्रेस सरकार का पुतला दहन किया गया। 200 से करीब पार्टियों सेे जुुुड़े और आजाद उम्मीदवारों द्वारा इस मतगणना के खिलाफ माननीय उच्च अदालत में पिटीशन भी दायर की गई। सभी ने एक स्वर में कहा कि पहले तो चुनावों के दिन मौजूदा सरकार द्वारा जमकर गुंडागर्दी की गई और फिर मतगणना के समय सरेआम अबजर्वरो द्वारा व मौजूदा सरकार द्वारा लोकतंत्र की हत्या की गई किसी भी उम्मीदवार व काउंटिंग एजेंट को मशीनों की सीले चैक नहीं करवाई गई और मशीन में चुनाव की तारीख के बदले 16 फरवरी क्लोजिंग दिन दिखाया जा रहा था। जिसका एतराज करने पर मौजूदा अफसरों द्वारा कोई कार्रवाई करने की बजाय कैंडिडेट व उनके काउंटिंग एजेंट को वहां से बाहर निकलने के लिए कहा गया। जिसके खिलाफ उन्होंने तुरंत एतराज भी दर्ज कराया लेकिन मौजूदा प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। भाजपा के प्रदेश सचिव सुखपाल सिंह सरां ने कहा के प्रदेश प्रदेश सरकार बेनकाब हो चुकी है और गुंडागर्दी व सरकारी मशीनरी के बल पर निगम में कब्जा जमाने के लिए तैयारी कर रही है जो की सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरां ने कहा कि धांधली का इस बात से स्पष्ट होता है कि स्ट्रांग रूम में कोई सीसीटीवी कैमरों से निगरानी नही की गई, और न ही मतगणना की कोई वीडियोग्राफी हुई, जबकि उम्मीदवार बार बार एतराज जता रहे थे। उन्होंने मांग की की सभी मशीनों को केंद्र सरकार कब्जे में लेकर उच्च स्तरीय जांच करवाएं। सरां ने कहा उन्होंने पहले ही शंका जाहिर की थी कि इस तरह पंजाब पुलिस साफ सुथरे चुनाव नही करवा सकेगी सोो केंद्रीय सुरक्षा बल लगाए जाएं लेकिन कांग्रेस के दबाब में ऐसा नही हुआ। अब इसके खिलाफ माननीय हाईकोर्ट में केस किया जाएगा और इसे लेकर आजाद उम्मीदवारों सहित सभी पार्टियों के कैंडिडेट द्वारा पिटीशन दायर कर चुके हैं और इस पर सख्त नोटिस लिया जाएगा। अकाली दल के राकेश काका ने कहा कि चुनावो के समय जो गुंडागर्दी की गई व नतीजों में जो गड़बड़ की गई वो असहनीय है जिसने समाज को शर्मसार किया है। बठिण्डा सोशल ग्रुप के डॉक्टर तरसेम गर्ग ने कहा कि लोकतंत्र के लिए काला दिन है अगर ऐसे ही चुनाव धांधली करके जीतने थे तो चुनाव की जरूरत ही क्या थी। आजाद उम्मीदवार अलका चावला ने कहा कि उनकी आवाज दबाई गई बार बार शोर मचाने पर भी किसी ने कोई सुनवाई की गई।
फोटो -बठिंडा में फायर ब्रिग्रेड चौक में चुनावों में धांधली के आरोप लगा विरोध प्रदर्शन करते विपक्षी राजनीतिक दलों के उम्मीदवार।
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