अबोहर। 38 साल से किराया न देने पर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की मुख्य ब्रांच को नगर निगम अबोहर ने सील कर दिया। निगम की बिल्डिंग का 1982 से कोई किराया नहीं दिया जा रहा था। जिससे अब तक करीब 1 करोड़ रुपए बकाया हो गया था। इसको लेकर निगम अफसरों ने करीब 77 नोटिस निकाले लेकिन बैंक अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुुआ। ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार राम कृष्ण कंबोज के नेतृत्व में बैंक को
सील करवा दिया गया। बैंक मैनेजर और अधिकारियों के बीच हुए समझौते के बाद नकदी व लॉकर वाले कमरों को बैंक की देखरेख में छोड़ दिया गया। निगम अधिकारी एसई संदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि 1939 में जब बिल्डिंग बनी थी तो उस समय से इसे भारतीय स्टेट बैंक को किराये पर दिया गया है। 1982 को बैंक का किराया करीब 18000 रूपए प्रति महीने था। लेकिन बैंक द्वारा अपना किराया नहीं दिया गया।
वर्तमान में 5 लाख महीना है किराया...एसई गुप्ता ने बताया कि एसबीआई के किराये वाली जगह 1200 स्क्वायर फीट है और किराया करीब 5 लाख महीना है। कहा, बैंक द्वारा किराया न दिए जाने पर कोर्ट में केस किया। 15 दिसंबर को बैंक केस हार गया। उसके बाद भी उन्होंने बैंक को खाली कराने को कई बार नोटिस निकाले, लेकिन बैंक अधिकारियों पर कोई असरा नहीं हुआ। वहीं बैंक के मैनेजर गौरव अग्रवाल ने कुछ भी जवाब देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, वो प्रेस को कोई भी बयान देने के लिए सक्षम नहीं है।
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