बठिंडा। इलेक्ट्रोहोमियोपैथी प्रणाली की मान्यता देने के लिए चलाई गई मुहिम के तहत विभिन्न राजनीतिक दलों, विधायकों व सांसदों की तरफ से सरकार को पत्र लिखकर इसे पंजाब में मान्यता देने की मांग की जा रही है। इस मुहिम के तहत भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश युवा मोर्चा प्रधान व पूर्व प्रधान मोहित गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इलेक्ट्रोहोमियोपैथी प्रणाली को मान्यता देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह इस पत्र के माध्यम से ध्यान में लाना चाहता हूं कि इलेक्ट्रोहोमोपैथी दवा प्राकृतिक चिकित्सा पर आधारित प्रणाली है। इसका आविष्कार 1865 में इटली के डॉक्टर काउंट सीजर मैटी ने किया था और एक सदी से भी अधिक समय से भारत में इसका अभ्यास कर रहे हैं। हमारे पास इस बात के प्रमाण हैं कि सभी पुरानी और गंभीर बीमारी का इलाज इलेक्ट्रोहोमियोपैथी से सफलतापूर्वक किया गया है। पंजाब में 25 हजार से अधिक इलेक्ट्रोहोमोपैथी चिकित्सकों के लिए यह प्रणाली नई नहीं है, जिसमें 2 लाख से अधिक डक्टर शामिल हैं। पूरे देश में 5 लाख से अधिक इलेक्ट्रोहोमोपैथी चिकित्सक हैं, जो गरीब क्षेत्रों में दिन रात सेवा कर रहे हैं।
इलेक्ट्रोहोमोपैथी के समर्थन में निम्नलिखित आधार पर मांग की गई है-
1. इलेक्ट्रोहोमियोपैथी चिकित्सा की एक नई प्रणाली है और इलेक्ट्रोहोमोपैथी की मान्यता भारत सरकार द्वारा विचाराधीन है और सर्वोच्च न्यायालय के हालिया आदेश के अनुसार इलेक्ट्रोहोमियोपैथी में अभ्यास, शिक्षा और अनुसंधान पर प्रतिबंध नहीं है। O1 मई 2018 और उच्च न्यायालय द्वारा विभिन्न आदेश में भी इसकी पुष्टी हुई है।
3-
चिकित्सा की इलेक्ट्रोहोमियोपैथी प्रणाली विशुद्ध रूप से संयंत्र आधार दवा है
जो पुरानी और गंभीर बीमारी के खिलाफ बहुत प्रभावी है।
4-
इलेक्ट्रोहोमियोपैथी ने आज तक कोई
मृत्यु दर नहीं दिखाई और इलेक्ट्रोहोमियोपैथी चिकित्सा के कारण लोगों को लाभ मिला
है।
5-
हमारे राज्य पंजाब में इलेक्ट्रोहोमियोपैथी चिकित्सक ग्रामीण और शहरी क्षेत्र
में स्वास्थ्य और जागरूकता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
वही इलेक्ट्रो होम्योपैथी फाऊंडेशन के पंजाब प्रधान डॉ प्रो हरविंदर सिंह ने भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश प्रधान व भाजपा के वरिष्ठ सदस्य मोहित गुप्ता का सहयोग के लिए धन्यवाद किया है।
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