बठिंडा. मरीजों से ट्रिटमेंट के नाम पर ओवरचार्ज वसूली के मामले में सेहत विभाग की टीम ने लगातार तीसरे दिन शहर के प्राइवेट अस्पतालों में दबिश दी। इस दौरान मानसा रोड स्थित मैक्स सुपरस्पेसलिटी अस्पताल में छापामारी कर विभाग की टीम ने रिकार्ड अपने कब्जे में लिया। वही बीबी वाला रोड स्थित एमजी अस्पताल की भी जांच की गई। इस दौरान मौके पर हाजिर मरीजों व उनके परिजनों से भी बात कर अस्पताल की तरफ से किए जा रहे चार्ज की जानकारी हासिल की गई।
इससे पहले मानसा रोड स्थित आईबीवाई अस्पताल, माल रोड स्थित ग्लोबल हेल्थ केयर सेंटर में सेहत विभाग ने मरीजों से एवरचार्जिग वसूली को लेकर छापा मारा था व दोनों अस्पतालों का मरीजों संबंधी रिकार्ड जब्त किया था। शहर में उक्त अस्पतालों के खिलाफ शिकायत मिल रही थी कि वह कोविड मरीजों के उपचार को लेकर सरकार की तरफ से तय किए रेट से अतिरिक्त वसूली की जा रही है। इसमें कई अस्पताल तो प्रतिदिन का 25 हजार रुपए की वसूली की जा रही थी जबकि सरकार ने अस्पताल के लेबल व मरीज को दी जाने वाली सुविधा के हिसाब से रेट फिक्स किए है। वीरवार को सेहत विभाग के सहायक सिविल सर्जन डा. अनुपमा शर्मा, जिला नोडल अफसर डा. मनीष गुप्ता, मेडिकल अफसर डा. सुशांत कुमार ने अस्पताल प्रबंधन से दाखिल मरीजों का रिकार्ड लिया व पिछले एक माह में अस्पताल में दाखिल मरीजों का रिकार्ड, उनकी फाइले, वसूली गई राशि व दी गई रसीद व टेस्ट के रिकार्ड तलब किए।
पंजाब सरकार की तरफ से प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से कोविड-19 के मरीजों से हो रही लूट को रोकने के लिए जहां सख्ती के आदेश दिए थे वही अब सभी अस्पतालों को इलाज के लिए वसूली जाने वाली तय फीस वसूलने के आदेश दिए है। पंजाब सेहत व परिवार भलाई विभाग ने इस बाबत सभी सिविल सर्जनों को लिखित पत्र जारी कर कोरोना संक्रमित ऐसे मरीजों का तय रेट पर उपचार करने के निर्देश दिए है। वही हिदायत दी है कि अगर कोई अस्पताल तय रेट से अधिक राशि वसूल करता है तो उसके खिलाफ बनती सख्त कारर्वाई की जाए।
सेहत विभाग की तरफ से कोविड उपचार के लिए चार केटागरी तय की है। इसमें पहली केटगरी स्पोर्टिंग केयर आक्सीजन, दूसरी मोडरेट सिकनेस आइसोलेशन बेड, तीसरी केटागिरी सैबर सिकनेस आईसीयू विदाउट नीड वेल्टीनेटर व चौथी कैटागिरी वेरी सैबर सिकनस आईसीयू विद वेंल्टीनेटर केयर रखी गई है। वही हर कैटागिरी में तीन तरह के अस्पतालों को शामिल किया है। इसमें प्राइवेट इंस्टीच्यूट विद टीचिंग प्रोग्राम, एनएबीएच एकरीटेंड होस्पिटल, नान एनएबीएच एक्रीटेड हास्पिटल शामिल है। सरकार ने पहली केटगरी स्पोर्टिंग केयर आक्सीजन के प्राइवेट इंस्टीच्यूट विद टीचिंग प्रोग्राम में 6500 रुपए प्रतिदिन, एनएबीएच एकरीटेंड होस्पिटल के लिए 5500 रुपए प्रतिदिन व नान एनएबीएच एक्रीटेड हास्पिटल के लिए 4500 रुपए प्रतिदिन तय किया गया है। वही दूसरी मोडरेट सिकनेस आइसोलेशन बेड केटागिरी में प्राइवेट इंस्टीच्यूट विद टीचिंग प्रोग्राम अस्पतालों के लिए 10 हजार रुपए प्रतिदिन, एनएबीएच एकरीटेंड होस्पिटल के लिए 9 हजार रुपए प्रतिदिन, नान एनएबीएच एक्रीटेड हास्पिटल के लिए 8 हजार रुपए प्रतिदिन तय किया है।
इसमें सभी वर्ग के अस्पतालों में 1200 रुपए पीपीई का खर्च भी शामिल रहेगा जिसे अस्पताल प्रबंधक अलग से वसूल नहीं कर सकेंगे। तीसरी केटागिरी सर्विस सिकनेस आईसीयू विदआउट नीड वेंटीलेटर अस्पतालों में प्राइवेट इंस्टीच्यूट विद टीचिंग प्रोग्राम मं 15000 रुपए प्रतिदिन, एनएबीएच एकरीटेंड होस्पिटल में 14000 रुपए प्रतिदिन, नान एनएबीएच एक्रीटेड हास्पिटल के लिए 13 हजार रुपए प्रतिदिन वसूल कर सकेंगे जिसमें दो हजार रुपए पीपीई खर्च भी शामिल रहेगा जिसे अलग से वसूल नहीं किया जा सकेगा। इसी तरह चौथी कैटागिरी वेरी सैबर सिकनस आईसीयू विद वेंल्टीनेटर केयर अस्पतालों में प्राइवेट इंस्टीच्यूट विद टीचिंग प्रोग्राम अस्पतालों में 18 हजार रुपए प्रतिदिन, एनएबीएच एकरीटेंड होस्पिटल में 16 हजार 500 रुपए प्रतिदिन, नान एनएबीएच एक्रीटेड हास्पिटल में 15 हजार रुपए प्रतिदिन ही वसूल किया जा सकेगा व इसमें दो हजार रुपए पीपीई खर्च भी शामिल होगा। वही अस्पतालों को हिदायते दी गई है कि वह कोविड मरीजों को जरूरी टेस्ट ही करेंगे। वही जिन टेस्टों की जरूरत नहीं हो उसे करने से गुरेज किया जाए। वही इसमें सरकार की तरफ से पहले तय रेट की ही वसूली होगी। सरकार ने बकायदा कोविड मरीजों के लिए जरूरी टेस्ट को लेकर पहले ही लिस्ट व हिदायतें जारी कर रखी है। इन हिदायतों की पालना नहीं करने वाले अस्पतालों के खिलाफ सख्त कारर्वाई करने के लिए कहा गया है।
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