बठिंडा: प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत नए रोजगार के साधन पैदा करने वाले प्रोग्राम अधीन साल 2020 -21 के दौरान 348.00 लाख मार्जन मनी के साथ बठिंडा जिला राज्य भर में पहले स्थान पर रहा है। डिप्टी कमिश्नर बी. श्रीनिवासन की रहनुमाई और अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर परमवीर सिंह के आदेश पर जनरल मैनेजर जिला उद्योग केंद्र की तरफ से 707.75 लाख मार्जन मनी का लक्ष्य हासिल किया गया है जो कि प्राप्त हुए लक्ष्य का 203 प्रतिशत बनता है। इस मौके एडीसी परमवीर सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन करने की योजना के अंतर्गत पूरे पंजाब में से बठिंडा पहले स्थान पर रहा है। उन्होंने कहा कि 203 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करना जिला बठिंडा के लिए मान वाली बात है। इस मौके जैशंकर शर्मा, एल.डी.एम. (स्टेट बैंक आफ इंडिया), प्रीत महिंद्र सिंह बराड़, जनरल मैनेजर, जिला उद्योग केंद्र और समूह ज़िला कोआर्डिनेटरों का धन्यवाद भी किया।
स्कीम सम्बन्धित जिला उद्योग केंद्र के जनरल मैनेजर प्रीत महेन्दर सिंह बराड़ ने बताया कि भारत सरकार की तरफ से रोजगार के ज्यादा मौके उपलब्ध करवाने के लिए 15 अगस्त 2008 को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन करने के प्रोग्राम को अमल में लाया गया। यह योजना पंजाब राज्य में 3 एजेंसियों के.वी.आई.सी, पंजाब खादी बोर्ड और उद्योग विभाग की तरफ से लागू की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत मैनूंफैक्चरिंग इकाईयों के लिए 25 लाख और सर्विस क्षेत्र के लिए 10 लाख रुपए के कर्ज़े अलग-अलग नैशनललाईजड बैंकों के द्वारा दिलाने के साथ सरकार की तरफ से मार्जन मनी सब्सिडी के रूप में देने का उपबंध किया गया है।
इस प्रोग्राम के अधीन जनरल कैटागिरी के इंडस्ट्री को प्रोजेक्ट लागत की शहरी क्षेत्र में 15 प्रतिशत और रुरल क्षेत्र में 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। स्पैशल /रिज़र्व कैटागिरी के उधमियों को प्रोजेक्ट लागत की शहरी क्षेत्र में 25 प्रतिशत और रुरल क्षेत्र में 35 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। साल 2016 से इस प्रोगराम को आन-लाइन कर दिया गया है, जिसकी साइट www.kviconline.gov.in है पर इच्छुक उधमियों की आन-लाइन अर्जियां प्राप्त करके आन-लाइन ही बैंकों को भेजी जातीं हैं। इस स्कीम सम्बन्धित आर सैटी के दफ्तर की तरफ से सबंधित पेशो के साथ ई.डी.पी. की प्रशिक्षण दी जाती है।
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