बठिंडा. देश भर में अपनी काबलियत के दम पर लोहा मनवा चुके दिव्यांग यशवीर गोयल को दूसरी बार राष्ट्रीय आवार्ड के लिए चुना गया है। यह अवार्ड उन्हें दिव्यांग होने के बावजूद विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कारगुजारी के लिए प्रदान किया गया है। इससे पहले भारत सरकार की तरफ से सन 2019 में यशवीर गोयल को रोल माडल कैटागिरी में राष्ट्रीय पुरुस्कार दिया गया था।
यशवीर गोयल ने शैक्षिक, खेल, सूचना प्रौद्यौगिकी, मिशन फतेह, चित्रकला, भाषण मुकाबलों, लेखन और अन्य क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय स्तर, राष्ट्रीय स्तर, प्रदेश स्तर और जिला स्तर पर स्वर्ण, कास्य और रजत पदक हासिल किए हैं। यशवीर गोयल देश का एक मात्र ऐसा सुवक है जिसने चार साला के समय के दौरान चार महत्वपूर्ण अवार्ड हासिल किए हैं। सन 2018 में उसे पंजाब सरकार ने उसकी उपलब्धियों के लिए स्टेट अवार्ड के साथ नवाजा था।
इसी तरह ही पंजाब सरकार ने उसे सन विच स्टेट डिसएबीलिटी अवार्ड के साथ नवाजा। इसके बाद सन 2019 में भारत सरकार ने उसे राष्ट्रीय पुरुस्कार दिया वही अब यशवीर गोयल सन 2018 - 2019 साल के लिए के राष्ट्रीय अवार्ड के लिए चुना गया है। यशवीर को भारत सरकार की तरफ से एक मैडल, एक प्रमाण पत्र और 50 हजार रुपए की नकद राशि देगी।
यशवीर गोयल, पंजाब का एक मात्र ऐसा युवक है, जो कि राष्ट्रीय युवा अवार्ड के लिए चुना गया है। इससे पहले भारत के उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू की तरफ से बोलने और सुनने से असमर्थ यशवीर गोयल को राष्ट्रीय अवार्ड के साथ विज्ञान भवन, दिल्ली में सम्मानित किया गया था। राष्ट्रीय अवार्ड को हासिल करने के साथ यशवीर ने एक बड़ी उपलब्धी हासिल कर भारत का नाम रोशन किया है और ऐसे बच्चों के लिए प्रेरणा बन रहा है जो शारीरिक तौर पर विकलांग होने के बाद हिम्मत हारकर बैठ जाते हैं। कोरोना काल के दौरान यशवीर ने अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगों को कोरोना से बचने के लिए शिक्षित करने के लिए घर घर जा कर पैंफलैंट, मास्क और सैनेटाईज़र वितरित किए।
यही नहीं अपने समर्थता अनुसार उसने जरूरतमंदों के लिए मुफ़्त राशन का इंतजाम भी किया। यशवीर ने एक कविता पंजाबी में लिखकर लोगों को कोरोना से बचने के लिए प्रेरित किया। इससे अलग उसने कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पोस्टर भी बनाऐ और भारत सरकार के कोरोना प्रति चलाए गए प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी आयोजित किए। उन्होंने क्विज प्रोग्राम में भी हिस्सा लिया। उसे पंजाब सरकार ने डायमंड मैडीकल सर्टीफिकेट और गोल्ड मैडल सर्टीफिकेट के साथ उसकी अहम प्राप्तियें के सम्मानित किया है। यशवीर गोयल पंजाब का एक मात्र नौजवान है जिसने राष्ट्रीय सूचना तकनालोजी चैंपियनशिप 2017 में सोने का तमगा हासिल किया और ओवरआल ट्राफ़ी हासिल की। इस उपलब्धी के कारण यशवीर ने वियतनाम देश में ग्लोबल सूचना तक्नालोजी चैंपियनशिप 2017 में भारत की प्रतिनिधित्व की और अचीवमेंट अवार्ड हासिल किया। यशवीर के पिता चन्द्रप्रकाश पूर्व सूचना कमिश्नर और माता नीतू गोयल का कहना है कि उनका पुत्र चाहे सुनने और बोलने से असमर्थ है, परन्तु उसकी तरफ से हासिल की गई प्राप्तियों पर उन्हें मान है। उसने हर क्षेत्र साधारण विद्या, सूचना तक्नालोजी, चित्रकला, लेखन, खेल (शतरंज और बैडमिंटन) और डाक टिकटें इकट्ठी करने में कठिनाईयों के बावजूद मेहनत के साथ बुलन्दियों को हासिल किया है और इसी मेहनत के कारण ही आज उसे यह अवार्ड मिल रहा है। उसने इससे पंजाब का ही नहीं, बल्कि पूरे भारत का ही नाम रोशन कर दिया है। उन्हों उमीद है कि यशवीर गोयल इसी तरह लगातार दिन रात एक कर पहले की तरह हर क्षेत्र में बेहतर कारगुजारी कर दूसरों के लिए प्रेरणा बनेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे विशेष बच्चों की यदि हर क्षेत्र में मदद की जाए तो वह अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं और वह भी साधारण व्यक्तियों की तरह जीवन व्यतित कर सकते हैं। उनके अनुसार यशवीर को चाहिए कि वह विशेष बच्चों की मदद करे उनके लिए कुछ न कुछ करे। यशवीर को यह अवार्ड मिलने के साथ बहुत ज्यादा बल मिला है।
यशवीर गोयल की प्राप्तियां
यशवीर गोयल को लोकसभा चुनाव के दौरान भारत इलेक्शन कमीशन ने आपणा आईकन चुना था, इस दौरान उसके द्वारा वोटरों को वोट डालने के लिए जागरूक किया गया। साधारण विद्या के क्षेत्र में उसने सोने के दो तमगे, सूचना प्रौद्यौगिकी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अचीवमेंट अवार्ड, राष्ट्रीय स्तर पर सोनो का तमगा और ओवरआल ट्राफी भी हासिल की। इसके इलावा उसने खेलों के क्षेत्र में शतरंज और बैडमिंटन खेल में प्रदेश स्तर पर कई स्वर्ण, रजत व कास्य पदक हासिल किए। यही नही यशवीर ने फोटोग्राफी के क्षेत्र में भी स्वर्ण पदक हासिल किया।
यशवीर को दो बार स्टेट अवार्ड के साथ भी नवाजा गया
इन तमाम प्राप्तियों को देखते हुए 15 अगस्त 2018 में मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने यशवीर को स्टेट अवार्ड दिया, जबकि स्टेट डिसऐबिलटी अवार्ड के साथ भी उसे नवाजा गया। कई दर्ज़न सरकारी और गैर संस्था ने भी यशवीर गोयल को अलग अलग इनामों के साथ सम्मानित किया। इसके इलावा वह सिक्के, मोहरों इकठ्ठा करता है।
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