गोवा, 9 अप्रैल (डॉ.ऋतेश श्रीवास्तव). शनिवार को शाम ब्रिगेजा हाल पंजीम गोवा मे 17 वें राष्ट्रीय आईपीसी अवार्ड का भव्य व रंगारंग आयोजन किया गया। कार्यक्रम मे 7 क्षेत्र से 17 राष्ट्रीय आईपीसी रत्न अवार्ड दिए गए गए। आईपीसी अवार्ड से सम्मानित होने वाले शिक्षा रत्न में नवनीत जयपुरियर नवी मुंबई, श्रीमती विंदिया गायश : गोवा, श्रीमती गीता खेरा : दिल्ली, मिस सबीना हुर्कडली गोवा व समाजसेवा रत्न के तौर पर पियूष गाँधी जळगाव महाराष्ट्र, श्रीमती शिल्पा गाँगुली गोवा के नाम रहे। जबकि चिकित्सा रत्न के तौर पर डॉ. अमित दायस गोवा और डॉ. सुरेंद्र पाण्डेय ठाणे, महाराष्ट्र ( देश में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति पर देश की पहली पीएचडी हासिल करने वाले ) को मिला। इसी तरह पत्रकारिता रत्न के तौर पर अशद बी. शेख इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पालघर महाराष्ट्र, प्रेम बाबू अम्बेश आज, प्रिंट मीडिया मैनपुरी उप्र के हिस्से अवार्ड आया।
इस दौरान कला रत्न बिपिन पाणिग्राही एक्टर फ़िल्म गोदाम मुंबई महाराष्ट्र, सागर मुले कलाकार, गोवा, संजय हामलकर पेंटिंग गोवा को अवार्ड दिया। साहित्य रत्न में श्रीमती जयश्री राय गोवा को सम्मान दिया गया। आईपीसी रत्न के तौर पर कृष्ण केशव पाण्डेय गोवा, कल्पनाथ शुक्ल थाने महाराष्ट्र ने अपना अवार्ड हासिल किया। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आयोजन टीम गोवा के. के. पाण्डेय, श्रीमती ज्योति राव, डॉ. संदीप प्रभुगाकर, श्रीमती सुनीता त्रिवेदी ने जी तोड़ मेहनत की। ब्रह्मकुमारी शोभा बहन व टीम के अति उत्कृष्ट प्रवचन व गीत से कार्यक्रम का आगाज किया गया। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री एडवोकेट रमाकांत घोलप मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे। उन्होंने इस बेजोड़ आयोजन की भूरी भूरी प्रशंसा की। गोवा के भविष्य उत्पल परीकर को युवा यंग लीडर सम्मान दिया गया। इस मौके बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सदानंद तनावड़े उपस्थित रहे। अंत में इंटरनेशनल प्रेस कम्युनिटी के अध्यक्ष डॉ परमिंदर एस. पांडेय ने सभी साथियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. परमिंदर पाण्डेय के अलावा महासचिव कृष्णा पाण्डेय, जळगाव अध्यक्ष रिकेश जैन, इंजीनियर मनोज पाण्डेय, इंजीनियर पूजा पाण्डेय, अकोला आईपीसी अध्यक्ष हेमेंद्र राजगुरु, मुंबई महिला अध्यक्ष श्रीमती सारु बेन भोकिया, वरिष्ठ समाज सेवक डॉ. नीरज दुबे, फ़िल्म डिवीज़न आईपीसी अध्यक्ष अजय कश्यप और आईपीसी प्रतिनिधि अवधेश कुमार ने अपनी बखूबी सेवा निभाई।
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