Wednesday, January 22, 2014

फेंसी नंबरों के शौकिनों को झटका: 0001 नंबर की बोली 5 लाख से होगी शुरू


भास्कर न्यूज | Jan 22, 2014, 07:54AM IST
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अमृतसर. राज्य सरकार ने फेंसी नंबरों के चाहवानों को खासा झटका दिया है। अब यह बोली खुले में होने की बजाय ऑनलाइन होगी। 0001 नंबर के लिए न्यूनतम बोली 5 लाख रुपए निर्धारित कर दी गई है, जबकि इससे पहले इसके लिए आरक्षित रकम 50 हजार थी। 
 
0002-0009 के लिए देने होंगे 2.5 लाख रुपए
 
0002 से 0009 नंबर लेने के लिए बोली 2.5 लाख रुपए से शुरू होगी। इससे पहले आरक्षित राशि 10 हजार रुपए थी। 0010 से 0099 नंबर के लिए आरक्षित राशि एक लाख रुपए कर दी गई है। इससे पहले यह राशि 3 हजार रुपए थी। इसी तरह 100-200-300-400-500 आदि नंबरों के लिए बोली 25 हजार रुपए से शुरू होगी। इससे पहले इन नंबरों की बोली 1000 रुपए से शुरू हुआ करती थी। इससे पहले बोली डीटीओ की देखरेख में होती थी और कई बार नेताओं के दबाव में फेंसी नंबर सस्ते में चला जाता था। इसीलिए सरकार ने नया तरीका अपनाया है।
 
अब प्रदेश में किसी भी जिले से अपनी मर्जी का नंबर लेने की सुविधा भी ग्राहक को दे दी गई है। मान लो आपने गाड़ी अमृतसर से खरीदी है और आपका लक्की नंबर 3366 है तो इसके लिए आप 5 हजार रुपए देकर नंबर को अपने नाम कर सकेंगे। यदि आपने गाड़ी तो जालंधर या किसी दूसरे जिले से खरीदी है और नंबर आप अमृतसर से लेना चाह रहे हैं तो इसके लिए आपको दोगुनी यानी 10 हजार रुपए खर्च करने होंगे। 

मौत से पहले सुनंदा ने बेहद गुस्‍से में मेहर तरार से की थी बात, थरूर से होगी पूछताछ


नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्‍नी सुनंदा पुष्‍कर की मौत स्‍वाभाविक थी या आत्‍महत्‍या या फिर किसी साजिश का नतीजा, इस बात की जांच पुलिस करेगी। मौत की वजह का पता लगाने के लिए पुलिस जल्दी ही शशि थरूर से पूछताछ कर सकती है। इस बीच, खबर आई है कि सुनंदा ने मौत से पहले पाकिस्‍तानी पत्रकार मेहर तरार से भी बात की थी। एक अग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सुनंदा पुष्कर ने बुधवार (15 जनवरी) को काफी गुस्‍से में मेहर तरार से फोन पर बात की थी। बातचीत के बाद भी वह बेहद तनाव में रहीं और सिगरेट पीती रहीं। थोड़ी देर बाद शशि थरूर आए। वह माफी मांगने की मुद्रा में थे, लेकिन सुनंदा का गुस्‍सा ठंडा नहीं हुआ। 
 
आगे क्या करेगी पुलिस?
सूत्रों का कहना है कि पुलिस पुलिस शशि थरूर के अलावा सुनंदा के पिता और भाई को भी समन जारी करेगी। साथ ही पुलिस नए सिरे से थरूर और अन्य लोगों के बयान दर्ज करेगी। एसडीएम ने अभी तक होटल की सीसीटीवी फुटेज नहीं देखी है। पुलिस अभी एसडीएम को दिए गए 11 लोगों के बयानों की जांच कर रही है। 
 
सूत्रों का कहना है कि फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट के बाद ही इस बात की पुष्टि होगी कि आखिर किस तरह के जहर के कारण सुनंदा की मौत हुई है। पोस्टमार्टम के दौरान लिए गए सैंपल लैब में भेजे जा चुके हैं। 
 
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 'जहर के कारण मौत' होने के संकते मिले हैं, इसके बाद एसडीएम ने पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो चीजे सामने आई हैं, उसी को आधार बनाते हुए मामले की आगे की जांच की जाएगी। सुनंदा की शुक्रवार को नई दिल्ली के होटल लीला में संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। 
 
सुनंदा के परिवार ने किसी पर शक से किया इंकार
बसंत विहार के एसडीएम आलोक शर्मा ने सरोजनी नगर थाने के एसएचओ को जांच रिपोर्ट सौंप दी है। सीआरपीसी की धारा 176 के तहत मजिस्ट्रेट द्वारा की गई शुरुआती जांच में निर्मता, प्रताड़ना और दहेज के कारण शोषण के सबूत नहीं मिले हैं। सूत्रों का कहना है कि परिवार के लोगों ने सुनंदा की मौत को लेकर किसी पर कोई शक जताने से भी इंकार किया है।
 
11 लोगों से की मजिस्ट्रेट ने पूछताछ
मजिस्ट्रेट ने अभी तक करीब 11 लोगों से  शुरुआती तौर पर पूछताछ की है। इनमें सुनंदा का भाई राजेश और आशीष पुष्कर, सुनंदा के बेटे शिव मेनन, निजी सचिव आरके शर्मा, कंसल्टेंट शिव कुमार, अटेंडेंट नारायण व बजरंगी, सुनंदा का उपचार करने वाले दो ड़ॉक्टर शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार नलिनी सिंह से भी पूछताछ की है, जिनसे सुनंदा ने मौत से पहले वाली आखिरी रात को बात की थी। 

निकोल शेर्जिगर


कैलिफोर्निया. सिंगर निकोल शेर्जिगर ने हाल ही में कैलिफोर्निया के पिंक मोटल में एक फोटोशूट कराया है। फोटोशूट के लिए निकोल ने सेक्सी ब्लैक जम्पशूट पहना हुआ था, जिसमें उनके क्लीवेज साफ दिखाई दे रहे थे।
निकोल ने अपनी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए ब्लैक आई लाइनर, नेचुरल लिपस्टिक और व्हाइट पेंट नेल का इस्तेमाल किया, जिसकी वजह से वह कुछ अलग ही नजर आ रही थीं। इसके बाद कुछ फोटोग्राफ्स में निकोल ब्लैक एंड व्हाइट लेपर्ड ड्रेस में दिखाई दे रही हैं।
पिंक मोटल और लॉस एंजिलस का कैडिलैक जैक कैफे अपने गुलाबी रंगत के लिए जाना जाता है। इसकी गुलाबी रंगत यहां होने वाले फोटोशूट को एक नया आयाम देती है। गौरतलब है कि 35 वर्षीय निकोल एक्स फैक्टर की जज भी रह चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि फार्मूला वन रेसिंग चालक लेविस हेमिल्टन से जून 2013 में अलग होने के बाद वेबसाइट ‘कांटेक्टम्यूजिक डॉट कॉम’ को बताया था कि उन्हें ऐसे पुरुष बिलकुल भी पसंद नहीं है जो खुद को उत्तेजक मानते हैं। शेर्जिगर ने कहा था कि मैं ऐसा लड़का चाहती हूं, जो मुझे हंसा सके और जो बहुत शांत हो।

धरना खत्‍म होने के वे चार कारण जो नहीं बता रहे केजरीवाल

रात में थी 'क्रैकडाउन' की तैयारी

नई दिल्ली. अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों और समर्थकों का दो दिनों का धरना मंगलवार शाम को खत्म हो गया। लेकिन केजरीवाल ने धरना अपनी मांग पूरी हुए बिना ही खत्म कर दिया। केजरीवाल के धरना खत्म होने की असली वजह कुछ और मानी जा रही है। इस धरने को लेकर खुद को अराजक कहने वाले केजरीवाल, उनकी सरकार और पार्टी की जमकर आलोचना हो रही है। केजरीवाल ने सबसे पहले दिल्ली के कुछ पुलिसवालों  को सस्पेंड करनी की मांग की थी। लेकिन बाद में उन्होंने इसमें ढील देते हुए कहा कि इन पुलिसवालों का तबादला कर दिया जाए। लेकिन केंद्र सरकार ने इनमें से कोई भी मांग नहीं मानी। मंगलवार को दिल्ली के मालवीय नगर थाने के एसएचओ और पहाड़गंज पीसीआर वैन के इंचार्ज को छुट्टी पर भेजते ही अरविंद केजरीवाल ने धरना खत्म कर दिया। केजरीवाल ने धरना खत्म होने पर कहा, 'लेफ्टिनेंट गवर्नर साहब ने हमारी मांगें आंशिक रूप से मान ली हैं। यह दिल्ली की जनता की बहुत बड़ी जीत है। दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य का दर्जा हासिल करने की दिशा में यह पहला कदम है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार वचनबद्ध है।' 
 
सुरक्षा तंत्र ने कर ली थी धरना खत्म करने की तैयारी
 
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश की राजधानी में मौजूद राजपथ के नजदीक शास्त्री पार्क में मंगलवार शाम पौने आठ बजे तक धरने पर बैठे हुए थे। 26 जनवरी को राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के मद्देनजर केजरीवाल का धरना सरकार के लिए बड़ी परेशानी बनता जा रहा था। यही वजह है कि केंद्र सरकार का शीर्ष नेतृत्व और सुरक्षा से जुड़े आला अफसर आम आदमी पार्टी समर्थकों के खिलाफ मंगलवार को निर्णायक कार्रवाई करने की योजना को अंतिम रूप देने लगे थे। बताया जाता है कि अगर मंगलवार को केजरीवाल का धरना खत्म नहीं होता तो रात में ही सुरक्षा बल धरना दे रहे लोगों पर धावा बोल देते। यह कार्रवाई कुछ वैसी ही हो सकती थी, जैसी कार्रवाई 4-5 जून की रात को दिल्ली के रामलीला मैदान में बाबा रामदेव और उनके समर्थकों के खिलाफ की गई थी। केजरीवाल का धरना खत्म होने की एक बड़ी वजह सुरक्षा बलों की तकरीबन निश्चित कार्रवाई भी थी। 

भुल्लर मामले में दिए अपने ही फैसले को पलटा सुप्रीम कोर्ट ने


नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को फांसी की सजा पाए दोषियों के पक्ष में ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा कि यदि सरकार दया याचिका पर फैसले में देरी करती है तो इस आधार पर फांसी को उम्रकैद में बदला जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने 15 कैदियों की फांसी को उम्रकैद में बदल दिया है। कोर्ट ने खालिस्तानी आतंकवादी देविंदर पाल सिंह भुल्लर के मामले में दिए अपने ही फैसले को भी पलट दिया है।
कोर्ट ने 12 अप्रैल 2013 को कहा था कि दया याचिका पर फैसले में देरी फांसी माफ करने का आधार नहीं हो सकता। मई 2011 में भुल्लर की दया याचिका खारिज हुई थी। फैसले से भुल्लर को भी राहत मिल सकती है। जिनको राहत मिली उनमें हरियाणा के पूर्व विधायक रेलूराम पूनिया के बेटी-दामाद के अलावा चंदन तस्कर वीरप्पन के बड़े 4 सहयोगी भी हैं।सबसे ज्यादा सात कैदी कर्नाटक के हैं। वहीं, उत्तरप्रदेश के चार, हरियाणा के दो और मध्यप्रदेश व उत्तराखंड के एक-एक कैदी शामिल हैं।
भुल्लर को भी मिल सकती राहत
26 मई 1965 को जालंधर में जन्मे और लुधियाना के गुरु नानक इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई का कोर्स करने वाले खालिस्तानी आतंकी दविंदरपाल सिंह भुल्लर की तमाम याचिकाएं खारिज कर सुप्रीम कोर्ट ने 12 मार्च 2013 को फांसी देने का आदेश दिया था।
1993 में विस्फोट
1993  में दिल्ली में भुल्लर पर ब्लास्ट का आरोप। धमाके में 9 लोगों की मौत। जर्मनी भाग गया था भुल्लर। 199४ में भारत लाया गया। 2001 में फांसी की सजा सुनाई गई। 2003 में दया याचिका लगाई जो 2011 में खारिज हो गई। सुप्रीम कोर्ट ने 12 मार्च 2013 को फांसी देने का आदेश दिया था।

Sunday, January 19, 2014

इंडो-पाक ट्रेड की आड़ में ड्रग तस्करी, कुछ कारोबारियों की हुई पहचान


इंडो-पाक ट्रेड की आड़ में ड्रग तस्करी, कुछ कारोबारियों की हुई पहचान
चंडीगढ़. पाकिस्तान से पंजाब आने वाली ड्रग्स को लेकर पंजाब पुलिस जल्द ही बड़ा खुलासा करने वाली है। पुलिस का दावा है कि ड्रग माफिया का धंधा इंडो-पाक ट्रेडर्स के सहारे भी चल रहा है। पुलिस ने अमृतसर के ऐसे कुछ ट्रेडर्स की पहचान कर ली है, जो इस धंधे में संलिप्त हैं। ये सीमेंट, ड्राइफू्रट, कपड़ा, चीनी और प्याज के कारोबारी हैं। पुलिस को ये जानकारी हाल के दिनों में पकड़े गए कुछ तस्करों से पूछताछ के दौरान मिली है। एक वरिष्ठ पुलिस अफसर का कहना है कि जल्द ही टे्रडर्स पर कार्रवाई हो सकती है।फिलहाल उनके खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं। इस पूरे नेटवर्क को जेल में बैठे कुछ अपराधी चला रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, कपूरथला जेल में बंद हरविंदर सिंह तय करता है कि हेरोइन कहां और कैसे सप्लाई होनी है। फिरोजपुर जेल में बंद दीपक कुमार, अमृतसर जेल में रोहित कुमार और कपूरथला जेल से रवि शंकर हरविंदर का साथ दे रहे हैं। इस संबंध में एडीजीपी जेल राजपाल मीना से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वे छुट्टी पर हैं। इसके बाद आईजी जगजीत सिंह से बात की गई। उन्होंने कहा कि वे पहले जांच करेंगे।
ट्रेडर्स के जरिए ही जाता है पैसा
पुलिस सूत्रों का दावा है कि अमृतसर के हॉल गेट के आस-पास के कुछ ट्रेडर्स हवाला के जरिए पैसा भेजने का काम करते हैं। उन्हें यहां पैसा दिया जाता है, जो कारोबार के आड़ में पाकिस्तान के व्यापारियों को भेज देते हैं। इसमें खास बात यह है कि पैसा पहले ही भेज दिया जाता है। उसके बाद ड्रग्स पहुंचती है। ड्रग्स पकड़ी जाती है तो पाकिस्तानी तस्करों को नुकसान नहीं होता।

दिखावा बंद करके सीबीआई जांच करवाएं मजीठिया: बाजवा

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दिखावा बंद करके सीबीआई जांच करवाएं मजीठिया: बाजवा
चंडीगढ़. पंजाब कांग्रेस पार्टी के महासचिव फतेह जंग सिंह बाजवा ने राजस्व मंत्री बिक्रम मजीठिया को ड्रग केस में अपने बच्चों की झूठी कसम खाने के बजाय सीबीआई जांच का सामना करने को कहा है। बाजवा ने कहा कि मजीठिया असामाजिक तत्वों के साथ मिलकर लोकतांत्रिक मूल्यों का दमन कर रहे हैं। बता दें कि शुक्रवार को अमृतसर में मजीठिया ने अपने बच्चों की कसम खाते हुए कहा था कि उनका ड्रग पैडलर जगदीश भोला के साथ संबंध नहीं हैं और मैं इसके लिए अपने बच्चों की कसम खाने को तैयार हूं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करेंगे भूख हड़ताल

कांग्रेस ड्रग रैकेट की जांच करने के लिए प्रदेश भर में धरने प्रदर्शन चला रही है। 19 जनवरी से पार्टी के चंडीगढ़ कार्यालय में पार्टी प्रधान प्रताप सिंह बाजवा भूख हड़ताल करेंगे। उन्होंने कहा कि लोग खोखली बयानबाजी में नहीं बल्कि तर्क और निष्पक्ष जांच में विश्वास रखते हैं। भोला ड्रग रैकेट की सीबीआई से जांच को सही और तर्कसंगत बताते हुए उन्होंने कहा कि ड्रग रैकेट के तार विदेशों से जुड़े हुए हैं, ऐसे में सीबीआई से जांच करवाने से ही इस मामले की सच्चाई सामने आएगी।

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