Sunday, March 14, 2021

कॉलेजों और संपूर्ण देश के छात्रों द्वारा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के निर्णय का स्वागत


अब
कॉमर्स के छात्र भी करेंगे इंजीनियरिंग, पुक्का एआईसीटीई के फैसले का स्वागत करता है

बठिडा . पूरे देश के छात्रों और कॉलेजों ने  अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), नई दिल्ली  के निर्णय का स्वागत किया है जो तकनीकी शिक्षा मे नए मानक स्थापित करेगा। नए निर्णय के अनुसार, इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए भौतिकी, रसायन और गणित (पीसीएम) पाठ्यक्रम अनिवार्य नहीं हैं।

 चार वर्षीय बी.टेक और बी.. कार्यक्रमों मे एआईसीटीई ने पूरे देश के इंजीनियरिंग उम्मीदवारों के लिए नए दरवाजे खोले हैं। एआईसीटीई की स्थापना के 70 वर्षों के बाद, यह पहला मौका है जब पीसीएम के बिना, छात्र रसायन विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, जीव विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, सूचना विज्ञान प्रथाओं, कृषि, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, व्यावसायिक अध्ययन और तकनीकी सहित अन्य तकनीकी पाठ्यक्रमों का अध्ययन कर सकते है जिसके तहत 12 वीं के विषय पेशेवर इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के छात्र भी योग्य है।

इस पहल का स्वागत करते हुए और एआईसीटीई को धन्यवाद देते हुए, डॉ अंशु कटारिया, अध्यक्ष, पंजाब अनएडेड कॉलेजेज एसोसिएशन (पुक्का) ने आज हुई एक बैठक में कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप उपरोक्त निर्णय लिया गया है जो तकनीकी शिक्षा की पहुंच में वृद्धि करेगा। विभिन्न छात्रों की आकांक्षाओं को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से, एआईसीटीई ने उन छात्रों के लिए सीमाओं और अवसरों की एक खिड़की खोली है, जिनके पास योग्यता, विचार प्रक्रिया और साथ ही इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी की कुछ शाखाओं में पृष्ठभूमि ज्ञान है, लेकिन विषयों की कठोर बाध्यताओं के कारण उच्च अध्ययन मे आगे बढ़ने के लिए विवश थे।

पुक्का के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमित शर्मा ने कहा कि एआईसीटीई द्वारा लिया गया निर्णय शिक्षा के वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि यह केवल उच्च शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए सरल योग्यता के साथ अन्य देशों की लीग में खड़े होने के लिए भारतीय शिक्षा को आगे बढ़ाएगा, बल्कि कुछ क्रेडिट ट्रांसफर कार्यक्रमों के साथ कई कैरियर विकल्पों को चुनने के लिए भी उम्मीदवारों की मदद करेगा।

संपूर्ण शिक्षा बिरादरी अध्यक्ष, एआईसीटीई, डॉ अनिल डी सहस्रबुद्धे , उपाध्यक्ष, एआईसीटीई, डॉ एम.पी. पूनिया और सदस्य सचिव, एआईसीटीई, प्रोफेसर राजिव कुमार के इस तरह के साहसिक निर्णय लेने के लिए और उनकी दूरदर्शिता के लिए आभारी है।

यह उल्लेखनीय कि कई प्रविष्टियां हमेशा लेटरल एंट्री के माध्यम से इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के डिप्लोमा और अंडर ग्रेजुएट स्तरों में होती हैं। बिना पीसीएम पास किए 10 वीं पास छात्र आइटीआइ में प्रवेश ले सकते है और डिप्लोमा के दूसरे वर्ष में सीधे प्रवेश ले सकते है, इसी तरह, डिप्लोमा उत्तीर्ण छात्र इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम के दूसरे वर्ष में प्रवेश ले सकते है, लेकिन अब भविष्य की नीति की घोषणा के बाद एआईसीटीई द्वारा, 12 वीं में विभिन्न तकनीकी पाठ्यक्रमों का अध्ययन करने वाले छात्र भी इसके पात्र होंगे।

पुक्का के सदस्य श्री अनिल चोपड़ा, सेंट सोल्जर ग्रुप, जालंधर; श्री रशपाल एवं एस धालीवाल, चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज, झांझेरी; एस गुरलभ एस सिद्धू, गुरु काशी विश्वविद्यालय, बठिंडा; एस गुरविंदर एस बहरा, बहरा विश्वविद्यालय, खरार; श्री गुरदीप सिंह, जीएनए ग्रुप, फगवाड़ा; एस गुरकीरत सिंह, गुलज़ार ग्रुप, लुधियाना; श्री अश्वनी गर्ग, श्री अशोक गर्ग, एसवीआईईटी, बनूर; डॉ आकाशदीप सिंह, ग्लोबल इंस्टीट्यूट, अमृतसर; एस चरणजीत सिंह चन्नी, सीटी ग्रुप, जालंधर; डॉ गुनिंदरजीत जवंदा, भाई गुरदास, जालंधर; श्री रमन भल्ला, अमन भल्ला इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेकनोलाजी, पठानकोट; श्री प्रेम गांधी, केसी ग्रुप, नवांशहर; श्री  मोहित महाजन, गोल्डन ग्रुप, गुरदासपुर; श्री राजेश गर्ग, भारत समूह, मनसा; डॉ गुरसिमरनजीत सिंह, सुखजिंद्र ग्रुप, गुरदासपुर; श्री परवीन गर्ग, आईएसएफ कॉलेज ऑफ फार्मेसी, मोगा; एस दविंदर सिंह रिम्पी, देश भगत, मोगा; श्री राजीव गुलाटी, एलजीसी, लुधियाना; श्री विजय गुप्ता, एलसीईटी, लुधियाना; श्री नलिनी चोपड़ा, के जे जे ग्रुप, पटियाल; श्री शिवोम वशिष्ठ, एफसीईटी, फिरोजपुर; डॉ डी जे सिंह, विद्या ज्योति एजुवेर्सिटी, चंडीगढ़; श्री कंवर तुषार पुंज, एसएसजीआई, बंगला; श्री नवीन ढिल्लों, आरआईईटी, फगवाड़ा; श्री विभा मित्तल, डॉल्फिन पीजी कॉलेज, मोगा; श्री वी एस पन्नू, पन्नू ग्रुप, गुरदासपुर; मोंटी गर्ग, केसीटी कॉलेज, फतेहगढ़; नवीन सिंगला, जीएमआइटी उपस्थित थे।

लुधियाना में किरायेदाराें की वेरिफिकेशन नहीं कराने पर छह मकान मालिक गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

 


लुधियाना । नौकर व किरायेदारों की वेरिफिकेशन करवाने के लिए पुलिस लंबे समय से अपील करती आ रही थी। मगर अब अपील का असर नहीं पड़ता देख पुलिस ने वेरिफिकेशन न करवाने वालों के खिलाफ सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। शनिवार काे विभिन थानों की पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। थाना डिवीजन नुंबर 2 पुलिस ने इस्लाम गंज निवासी अशोक कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया। दूसरे मामले में चंडीगढ़ रोड के सेक्टर 32 निवासी जसवीर सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया। जनक पुरी की गली नंबर 11 निवासी कैलाश गर्ग के खिलाफ केस दर्ज किया। थाना डिवीजन नम्बर 3 पुलिस ने फतेह गंज मोहल्ले की गली नम्बर 6 निवासी सुरिंदर कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया। थाना डिवीजन नंबर 4 पुलिस ने भाई मन्ना सिंह नगर की गली नंबर 4 निवासी जसवंत राय के खिलाफ केस दर्ज किया।

थाना डिवीजन नंबर 4 पुलिस ने सर्वानंद की गली नंबर 1 निवासी राकेश कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। गाैरतलब है कि शहर के एक बेहड़े में कुछ दिन पहले बिहार के एक युवक ने प्रेम प्रसंग में महिला के दाे बच्चाें की हत्या कर खुदकुशी कर ली थी। इसके बाद ही पुलिस ने किरायेदाराें की वेरिफिकेशन काे लेकर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।

Ludhiana 700 Crore GST Scam: दुबई में बैठे युवक के नाम पर बनाई फर्जी कंपनियां, चिकन सूप की रेहड़ी वाला भी आरोपित

 


लुधियाना। पंजाब में 700 करोड़ रुपये की बोगस बिलिंग (Bogus Billing) मामले में विभाग अभी पूरी जानकारी देने से बच रहा। कई ऐसी परतें हैं जिन्हें विभाग ने पर्दे के पीछे ही रखा है। अभी तक की जांच में एक ऐसा युवक भी सामने आया है कि जो विदेश में रहता है लेकिन उसके नाम से फर्जी कंपनियां बनाकर आरोपित बोगस बिलिंग कर रहे थे। आरोपित सूप की रेहड़ी लगाने वाले विनोद कुमार के नाम पर भी फर्जी कंपनी चला रहे थे। 

विदेश में रहने वाला युवक दुबई में रहता है। वह लाकडाउन के बाद से अब तक भारत नहीं आया है। जीएसटी विभाग का नोटिस मिलने पर वह विभाग के जालंधर स्थित कार्यालय में पेश हुआ। उसने विभाग को बताया कि आरोपितों ने उससे कागजात लिए थे। उन्हीं कागजात के आधार पर उन्होंने फर्जी कंपनियां बनाकर करोड़ों रुपये के बोगस बिल काट दिए हैं। परतें खुलने के साथ ही अधिकारियों को पूरा नेटवर्क समझ आ गया। बता दें कि इस मामले में आम आदमी पार्टी के नेता मनिंदर शर्मा उर्फ मनी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

सूप की रेहड़ी वाला भी आरोपित

विनोद कुमार अमलोह रोड पर चिकन सूप की रेहड़ी लगाता है। उसके नाम पर फर्जी फर्म बनाकर आरोपित उसे हर महीने कुछ पेमेंट देते थे। जरूरत पड़ने पर उसके हस्ताक्षर भी करवाए जाते थे। पूछताछ में उसने माना कि आरोपितों ने कापर स्क्रैप और होजरी की फर्जी कंपनियां पंजाब और दूसरे राज्यों में बनाई थीं। आरोपित को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

मनी को कांग्रेस से नहीं मिली टिकट तो आप से लड़ा चुनाव

मामले का मुख्य आरोपित मनिंदर शर्मा उर्फ मनी है। रेलवे लाइन पार ललहेड़ी रोड की नंदी कालोनी में रहने वाले मनी का नाम लाकडाउन में चर्चा में आया था। उसने लोगों को सैनिटाइजर बांटे और फिर कांग्रेस नेताओं के साथ नजदीकी भी बढ़ाई। वह खुद को वार्ड छह से कांग्रेस का इंचार्ज भी बताने लगा था। उसने सरकार से आना वाला राशन भी लोगों को खूब बांटा।

नगर कौंसिल चुनाव में जब उसे वार्ड छह से कांग्रेस ने टिकट नहीं दी तो उसने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली। आप की टिकट पर उसने पार्षद का चुनाव लड़ा। चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई और वह तीसरे स्थान पर रहा। मनिंदर शर्मा की कांग्रेस और आप नेताओं के साथ फोटो खूब वायरल हो रही है।

बोगस बिलिंग से सरकार को 700 करोड़ का चूना

शनिवार को सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स (CGST) की नौ टीमों ने लुधियाना के खन्ना में रेड की थी। इस दौरान पांच लोगों को कर चोरी के मामले में पकड़ा गया है। इनमें आम आदमी पार्टी के टिकट पर पिछले महीने ही खन्ना नगर कौंसिल चुनाव लड़ने वाला मनिंदर शर्मा भी शामिल है। विभाग के अनुसार कुल 700 करोड़ की बोगस बिलिंग इस गिरोह के सदस्यों ने की है। सभी को जेल भेज दिया गया है।

ऐसे पकड़ में आया जीएसटी स्कैम, दस हजार कमाने वाले के खाते में 13 करोड़ का लेनदेन

पंजाब में जीएसटी फर्जीवाड़े की परतें खुलनी शुरू हाे गई है। विभाग की जांच में हैरानीजनक खुलासे हाे रहे हैं। जीएसटी विभाग की जांच में सामने आया कि 10 हजार रुपये महीना कमाने वाले एक व्यक्ति के बैंक खाते में 13 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ था। इसके बाद मामले की परतें खुलती गईं। एक अकाउंटेंट के घर पर छापामारी कर दस्तावेज बरामद किए गए। उसके पास से जब्त किए गए सीपीयू की हार्ड डिस्क की जांच करने की कोशिश की जा रही है। उस हार्ड डिस्क से कई नाम सामने आ सकते हैं। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

44 फर्जी कंपनियां बनाकर 700 करोड़ रुपये की बोगस बिलिंग

आरोपितों ने 44 फर्जी कंपनियां बनाकर 700 करोड़ रुपये की बोगस बिलिंग कर विभाग को 122 करोड़ रुपये के टैक्स का चूना लगाया है। कार्रवाई के लिए विभाग की दूसरे जिलों से भी नौ टीमें खन्ना पहुंची थीं। शनिवार तड़के साढ़े चार बजे सभी टीमों ने एक साथ नौ ठिकानों पर छापामारी की। पांचों आरोपितों को पकड़ने के बाद उन्हें पीडब्ल्यूडी के भट्टियां स्थित रेस्ट हाउस ले जाया गया। पूछताछ के बाद पांचों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया जबिक दो अब भी फरार बताए जा रहे हैं।

ईटीओ कर रहे थे सभी टीमों को लीड

छापामारी करने के लिए होशियारपुर, लुधियाना, पटियाला, जालंधर, फतेहगढ़ साहिब सहित अन्य जिलों की टीमें भी खन्ना पहुंची थीं। एटीसी मनजीत चीमा, ईटीओ अमन गुप्ता, ईटीओ सौरभ सिंगला, ईटीओ रुद्र मनी शर्मा, ईटीओ डा. हरप्रीत सिंह, ईटीओ अरविंद शर्मा, ईटीओ बलदीप कर्ण सिंह, ईटीओ कमलप्रीत सिंह, ईटीओ करणवीर सिंह इन सभी नौ टीमों को लीड कर रहे थे।

ਸੰਘਰਸ਼ੀ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਆਵਾਜ਼ ਨੂੰ ਦਬਾ ਰਹੀ ਹੈ ਕਾਂਗਰਸ ਸਰਕਾਰ, ਪਟਿਆਲਾ ਅਤੇ ਬਠਿੰਡਾ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨਕਾਰੀ ਮਹਿਲਾਵਾਂ ਉੱਪਰ ਪੁਲਿਸ ਬਲ ਬੇਹੱਦ ਸ਼ਰਮਨਾਕ -ਵਿਧਾਇਕਾ ਪ੍ਰੋ ਰੁਪਿੰਦਰ ਰੂਬੀ


 ਬਠਿੰਡਾ। 
ਆਪਣੀਆਂ ਮੰਗਾਂ ਨੂੰ ਲੈ ਕੇ ਸੰਘਰਸ਼ ਕਰ ਰਹੀਆਂ ਸੂਬੇ ਦੀਆਂ ਵੱਖ ਵੱਖ ਜਥੇਬੰਦੀਆਂ ਨਾਲ ਕਾਂਗਰਸ ਦੇ ਰਾਜ ਵਿੱਚ ਪੁਲੀਸ ਵੱਲੋਂ ਕੀਤੀ ਧੱਕੇਸ਼ਾਹੀ ਦੀ ਨਿਖੇਧੀ ਕਰਦਿਆਂ ਵਿਧਾਇਕਾ ਪ੍ਰੋ ਰੁਪਿੰਦਰ ਕੌਰ ਰੂਬੀ ਨੇ ਸਾਰੀਆਂ ਜਥੇਬੰਦੀਆਂ ਨੂੰ ਇੱਕ ਸਾਂਝੇ ਫਰੰਟ ਹੇਠ ਇਕੱਠੇ ਹੋਣ ਦਾ ਸੱਦਾ ਦਿੱਤਾ ਹੈ। ਵਿਧਾਇਕਾ ਪ੍ਰੋ ਰੂਬੀ ਨੇ ਇੱਕ ਬਿਆਨ ਰਾਹੀਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਅਕਾਲੀ ਭਾਜਪਾ ਅਤੇ ਕਾਂਗਰਸ ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਸੰਘਰਸ਼ੀ ਲੋਕਾਂ ਨਾਲ਼ ਕੁੱਟਮਾਰ ਤੇ ਝੂਠੇ ਮਾਮਲੇ ਦਰਜ ਕਰਕੇ ਆਵਾਜ ਨੂੰ ਦਬਾਉਣ ਦੀ ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਕੀਤੀ ਹੈ। ਜਿਸ ਦੀ ਤਾਜ਼ਾ ਮਿਸਾਲ ਪਟਿਆਲਾ ਵਿੱਚ ਰੁਜ਼ਗਾਰ ਮੰਗਦੀਆਂ ਬੇਰੁਜ਼ਗਾਰ ਅਧਿਆਪਕ ਅਤੇ ਬਠਿੰਡਾ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨਕਾਰੀ ਆਂਗਣਵਾੜੀ ਵਰਕਰਾਂ ਤੇ ਪੁਲਿਸ ਵੱਲੋਂ ਬਲ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨਾ ਬੇਹੱਦ ਸ਼ਰਮਨਾਕ ਹੈ। ਜਿਸ ਬਾਰੇ ਉਹਨਾਂ ਨੇ ਬਜਟ ਸੈਸ਼ਨ ਦੌਰਾਨ ਵੀ ਕਾਂਗਰਸ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਖ਼ੂਬ ਫਟਕਾਰ ਲਗਾਈ ਸੀ। ਉਹਨਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਅੱਜ ਕਾਂਗਰਸ ਦੀ ਸਰਕਾਰ ਸਮੇਂ ਮੁਲਾਜ਼ਮ, ਮਜ਼ਦੂਰ, ਕਿਸਾਨ,ਵਪਾਰੀ, ਅਧਿਆਪਕ ਤੇ ਨੌਜਵਾਨ ਸੜਕਾਂ ਉੱਪਰ ਆਪਣੇ ਹੱਕ ਮੰਗ ਰਹੇ ਹਨ ਅਤੇ ਘਰ ਘਰ ਨੌਕਰੀ ਦਾ ਵਾਇਦਾ ਲੈ ਕੇ ਸੱਤਾ ਵਿੱਚ ਆਈ ਕਾਂਗਰਸ ਸਰਕਾਰ ਮਹਿਲਾਵਾਂ ਤੱਕ ਨਾਲ਼ ਕੁੱਟਮਾਰ ਕਰਕੇ ਡਰਾਉਣ ਦੀ ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਕਰ ਰਹੀ ਹੈ। 

ਉਹਨਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਕੈਪਟਨ ਅਮਰਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਦੀ ਅਗਵਾਈ ਵਾਲੀ ਸੂਬਾ ਕਾਂਗਰਸ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਸਬਕ ਸਿਖਾਉਣ ਲਈ ਕਿਸਾਨ ਜਥੇਬੰਦੀਆਂ ਦੀ ਤਰਜ਼ ਤੇ ਸਾਰੀਆਂ ਜਥੇਬੰਦੀਆਂ ਨੂੰ ਇੱਕ ਸਾਂਝੇ ਫਰੰਟ ਹੇਠ ਇਕੱਠੇ ਹੋਣ ਦੀ ਲੋੜ ਹੈ। ਤਾਂ ਜੋ ਤਾਨਾਸ਼ਾਹ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਸਬਕ ਸਿਖਾਇਆ ਜਾ ਸਕੇ। ਇਸ ਲਈ ਸਾਰੇ ਇਨਸਾਫ਼ ਪਸੰਦ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਇੱਕ ਹੋਣ ਦੀ ਲੋੜ ਹੈ। 
ਵਿਧਾਇਕਾ ਪ੍ਰੋ ਰੁਪਿੰਦਰ ਕੌਰ ਰੂਬੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਸ ਵਾਰ ਦੇ ਵਿਧਾਨਸਭਾ ਦੇ ਬਜਟ ਸੈਸ਼ਨ ਦੌਰਾਨ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਤੌਰ ਤੇ ਬੇਰੁਜ਼ਗਾਰ,  ਮੁਲਾਜ਼ਮ, ਕੱਚੇ ਕਾਮੇ,ਆਸ਼ਾ ਵਰਕਰ ਅਤੇ ਆਂਗਣਵਾੜੀ ਵਰਕਰਾਂ ਦੇ ਮੁੱਦੇ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਤੌਰ ਤੇ ਚੁੱਕ ਕੇ ਵਿਰੋਧੀ ਧਿਰ ਦਾ ਫ਼ਰਜ਼ ਨਿਭਾਇਆ ਹੈ।
ਉਹਨਾਂ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸੂਬੇ ਅੰਦਰ ਜਥੇਬੰਦੀਆਂ ਪਿਛਲੇ ਲੰਮੇ ਸਮੇਂ ਤੋਂ ਆਪਣੇ ਹੱਕ ਮੰਗ ਰਹੀਆਂ ਹਨ ਲੇਕਿਨ ਵੋਟਾਂ ਲੈਣ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਸਰਕਾਰਾਂ ਵੱਲੋਂ ਸੰਘਰਸ਼ੀ ਲੋਕਾਂ ਨਾਲ਼ ਕੁੱਟਮਾਰ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਉਹਨਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਢੁਕਵਾਂ ਸਮਾਂ ਆਉਣ ਤੇ ਨੌਜਵਾਨ ਵਰਗ ਲਈ ਰੁਜਗਾਰ ਦੇ ਅਵਸਰ ਪੈਦਾ ਕੀਤੇ ਜਾਣਗੇ, ਮੁਲਾਜਮਾਂ ਨੂੰ ਬਕਾਏ ਤੇ ਹੋਰ ਲਾਭ ਦਿੱਤੇ ਜਾਣਗੇ ਅਤੇ ਨਿਰੋਲ ਮਹਿਲਾ ਕਾਮੇ ਆਸ਼ਾ ਵਰਕਰ, ਆਂਗਣਵਾੜੀ ਵਰਕਰ ਤੇ ਮੀਡ ਡੇ ਮੀਲ ਕੁੱਕ, ਏ ਐਨ ਐਮ ਆਦਿ ਨੂੰ ਬਣਦਾ ਹੱਕ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇਗਾ।

बठिंडा में नहीं थम रहा है कोरोना वायरस का कहर लोगों की लापरवाही से 13 दिन में 310 कोरोना मरीज आए सामने


बठिडा. 
मार्च 2020 में कोरोना संक्रमण ने अपने पांव पसारने शुरू किए तो चंद दिन बाद ही देश में लाकडाउन लगाना पड़ा। ठीक एक साल बाद फिर से मार्च 2021 में बढ़ते तापमान के साथ कोरोना वायरस का असर भी बढ़ने लगा है। जिले में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। आलम यह है कि गत 12 दिन में 283 मरीज पाजिटिव मिल चुके हैं, जबकि शनिवार को भी 27 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद मार्च महीने के 13 दिन में कुल 310 मरीज मिल चुके हैं। इन हालात के बीच भी लोग लापरवाह हो रहे हैं और बिना मास्क सड़कों पर घूम रहे हैं।

मार्च माह के पहले दिन 35 नए कोरोना संक्रमित नए मरीज मिले थे। इसके बाद अब हररोज 20 से 25 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले रहे हैं। पूरे जनवरी व फरवरी माह में 300 के करीब कोरोना संक्रमित मरीज मिले थे, वहीं मार्च माह के 13 दिन में 310 कोरोना संक्रमित मरीज मिल गए हैं। इसके अलावा पंजाब पुलिस के एक एएसआइ समेत चार लोगों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है। मार्च माह में जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, उतने ही कम गति से कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो रहे हैं। पूर्व 12 दिन में 149 मरीज ठीक हुए हैं। 

अब कहीं नहीं हो रहा शारीरिक दूरी का पालन

दोबारा नए मामले आना चिंता का विषय बनता जा रहा है, क्योंकि अब सब कुछ खुल चुका है। कहीं भी शारीरिक दूरी की पालन तक नहीं हो रही है और न ही अब ज्यादातर लोग मास्क पहन रहे हैं। स्कूल, कालेज, यात्री वाहन, ट्रेनों के अलावा सार्वजनिक कार्यक्रम में भी शारीरिक दूरी का पालन तक नहीं हो रहा। आलम यह है कि सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में भी कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइनों की पालना तक नहीं की जा रही है। बाजारों सहित अब हर जगह भीड़ दिख रही है। ऐसे में एसओपी का पालन दूर की बात रही। सार्वजिनक एवं अन्य धार्मिक कार्यक्रम पहले की तरह शुरू हो चुके हैं। हर जगह लोग अब कोरोना से राहत मिलने पर अपनी जिदगी की रफ्तार को दोबारा दौड़ाना शुरू हो चुके हैं। अब प्रशासन एवं पुलिस ने पहले की तरह वहां कोई शारीरिक दूरी की पालन कराने की व्यवस्था तक नहीं कर रखी है। कोरोना टेस्ट सेंटर के बाहर भी मरीजों के टेस्ट कराने के लिए लाइन में एक दूसरे के साथ सटे देखे जाते हैं। ऐसा प्रतिदिन हो रहा है।

सैंपलिग से भी कतरा रहे लोग

कोरोना के बढ़ रहे मामलों के चलते सेहत विभाग चंडीगढ़ की तरफ से सभी जिला सिविल सजन को निर्देश जारी कर रोजाना आने वाले संक्रमित मरीजों की कांटैक्ट ट्रेसिग बढ़ाने के लिए कहा गया है। अब कांटैक्ट ट्रेसिग टीम को रोजाना नए संक्रमित आने वाले प्रत्येक मरीज के कम से कम 15 लोगों को ट्रेस करना होगा और उनकी सैंपलिग भी करवानी होगी। दूसरी तरफ वर्तमान में अभी प्रत्येक संक्रमित के 10 के करीब कांटैक्ट ट्रेस किए जा रहे हैं, लेकिन सैंपलिग के लिए लोग आगे नहीं आ रहे। वहीं विभाग ने संक्रमित मरीज के घर अगर कोई बुजुर्ग और कोमोरबिड मरीज है तो उसका विशेष तौर पर सैंपल करवाने के लिए कहा है। जिले में कोरोना के एक्टिव केस 217

सेहत विभाग की रिकार्ड अनुसार 13 मार्च तक 1,55,079 लोगों के कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं, जिसमें बठिडा जिले के 10,033 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव मिली है। 9583 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसी तरह 234 मरीज कोरोना के कारण दम तोड़ चुके हैं। जिले में 217 कोरोना के केस एक्टिव हैं, जिसमें 151 मरीज होम आइसोलेट हैं। तीन मरीज मिल्ट्री अस्पताल व 59 मरीज विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती है। वहीं शनिवार को जिले में 27 नए कोरोना मरीज मिले हैं, जबकि 15 मरीज ठीक हुए हैं।

मार्च में मिले कोरोना के नए और ठीक हुए मरीज

      तारीख/ पाजिटिव मरीज/ ठीक हुए

  • 1 मार्च  35 /  7
  • 2           8/   9
  • 3         15/  5
  • 4          5 / 12
  • 5         21/ 11
  • 6         27/  0
  • 7         24/ 31
  • 8         21/ 20
  • 9         38/ 16
  • 10       33/ 3
  • 11         8/ 12
  • 12       48/ 23
  • 13       27/ 15
  • कुल    310/ 164

फिरोजपुर जेल से बठिंडा जेल में शिफ्ट किए गए 2 गैंगस्टर से तलाशी के दौरान नशा व मोबाइल सिम बरामद


बठिंडा।
 फिरोजपुर जेल से बठिंडा जेल में शिफ्ट किए गए 2 गैंगस्टर से तलाशी के दौरान नशा व मोबाइल सिम बरामद हुआ है। आरोपी गैंगस्टरों की पहचान सागर बॉबी मल्होत्रा बांसी अमृतसर और कुलप्रीत सिंह उर्फ नीटा देयोल निवासी मोगा के तौर पर हुई है। दोनों के खिलाफ जेल अधिकारियों की शिकायत पर थाना कैंट में मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी अनुसार 13 मार्च शनिवार को फिरोजपुर जेल से गैंगस्टर सागर बॉबी मल्होत्रा और कुलप्रीत सिंह उर्फ नीटा देयोल को बठिंडा जेल में शिफ्ट किया गया था। फिरोजपुर से पुलिस टीम दोनों गैंगस्टरों को बठिंडा जेल में लेकर दाखिल हुई तो तलाशी के दौरान सीआरपीएफ के जवानों ने गैंगस्टर सागर बॉबी मल्होत्रा की तलाशी के दौरान उससे एक पुड़िया बरामद की जिसमें पिसा हुआ सफेद रंग का पाउडर था। प्राथमिक जांच में यह नशीला पदार्थ बताया जा रहा है जबकि जेल अधिकारियों का कहना है कि उक्त पदार्थ जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी वहीं गैंगस्टर कुलप्रीत सिंह उर्फ नीटा देयोल के पास से तलाशी के दौरान एक मोबाइल सिम जिओ कंपनी और एक पुड़िया पीसे हुए सफेद रंग के पाउडर की बरामद हुई वर्जित सामान आरोपी ने अपने गुप्तांग में छिपा रखा था। थाना कैंट में मामला दर्ज कर लिया है।

काेटफत्ता पुलिस ने जुआ खेलने के आरोप में तीन काबू

बठिंडा। थाना कोतवाली व काेटफत्ता पुलिस ने जुआ खेलते व दड़ा सट्टा लगवाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार कर नकदी बरामद की है। पकड़े गए आरोपितों पर जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें जमानत पर छोड़ दिया है। थाना कोतवाली के एएसआइ लाभ सिंह के अनुसार उन्हें सूचना मिली कि बीडीओ दफ्तर बैक साइड राजिंदरा कालेज के पास कुछ लोग जुआ खेल रहे है। मौके पर पहुंचकर पुलिस टीम ने आरोपित महेश कुमार निवासी पुराना थाना बठिंडा व मनोज कुमार निवासी मोहल्ला भुलेरिया वाला को जुआ खेलते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर उनके पास से 11995 रुपये की नकदी बरामद की गई। जिनके खिलाफ जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जमानत पर छोड़ दिया गया। इसी तरह थाना काेटफत्ता के एएसआइ गुरदेव सिंह ने भी गुप्त सूचना के आधार पर गांव कोटफत्ता निवासी सुखमंदर सिंह को दड़ा सट्टा लगवाते हुए गिरफ्तार कर 1400 रुपये की नकदी बरामद की और मामला दर्ज किया। जिसे बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।

बठिंडा जिले में नशीली गोलियां, शराब व लाहन की तस्करी करने वाले तीन गिरफ्तार 

बठिंडा। जिला पुलिस ने बीती शनिवार को विभिन्न जगहों से तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार कर 950 नशीली गोलियां, 30 लीटर लाहन व 9 बोतल देसी शराब बरामद की है। पकड़े गए आरोपितों पर संबंधित थानों में नशा विरोधी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। सीआईए स्टाफ के एसआइ हरजीवन सिंह के मुताबिक बीती शनिवार को वह पुलिस टीम के साथ गांव ज्ञाना में गश्त कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने शक के आधार पर आरोपित दर्शन सिंह निवासी गांव ज्ञाना को रोककर उसकी तलाशी ली, तो उसके पास से 950 नशीली गोलियां व 11 हजार रुपये की नकदी बरामद हुई। आरोपित को मौके पर गिरफ्तार कर थाना रामा में उसके खिलाफ एनडीपीसी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। इसी तरह थाना सदर बठिंडा के एएसआइ जगरूप सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर गांव कोटशमी में छापेमारी कर 30 लीटर लाहन समेत आरोपित कुलविंदर सिंह को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा थाना सिटी रामपुरा के हवलदार जगदेव सिंह ने गांव पत्ती काला महाराज से आरोपित दर्शन सिंह को 9 बोतल देसी शराब समेत गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया, जिसे बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।

18 माह में 59 हजार 403 मरीजों करवाया 98 करोड़ 89 लाख रुपये का इलाज -65 फीसदी प्राइवेट अस्पतालों में, तो 35 फीसदी सरकारी अस्पतालों से मरीजों ने करवाया इलाज


बठिंडा।
18 माह पहले पंजाब सरकार की तरफ से शुरू की गई आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना मरीजो के लिए काफी लाभदायक साबित हो रही है। योजना शुरू होने से लेकर 31 जनपरी 2021 तक 59 हजार 403 से मरीज इस स्कीम के तहत पांच लाख रुपये का अपना इलाज करवा चुके है। इसमें 65 फीसदी मरीजों ने प्राइवेट अस्पतालों में, तो 35 फीसदी मरीजों ने सरकारी अस्पतालों से अपना इलाज करवाया है। जिनका 98 करोड़ 89 लाख रुपये की अदायगी सरकार की तरफ से मरीजों का इलाज करने वाले सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों की जा चुकी है। आयुष्मान योजना की स्टेट हेल्थ एजेंसी के मैनेजर व डा. संजीव जैन ने बताया कि इतना ही नहीं सरकार की तरफ से काेरोना बीमारी को भी इस स्कीम में शामिल होने के बाद बठिंडा जिले के 2000 कोरोना पाजिटिव मरीजों ने अपना फ्री इलाज करवाया है। गौर होकि इस योजना में 1580 विभिन्न प्रकार की बीमारियों को कवर किया जाता है। इसमें मरीज पांच लाख रुपये तक इलाज इस योजना में बिल्कुल फ्री करवा सकता है।

14 हजार 475 मरीजों ने करवाया सरकारी अस्पतालों में इलाज

सेहत विभाग के अनुसार यह योजन 20 अगस्त 2019 को शुरू की गई थी। इसमें बठिंडा जिले के 14 सरकारी व 62 प्राइवेट अस्पतालों को इस योजना में शामिल किया गया है। 20 अगस्त से लेकर 31 जनवरी 2021 तक 59 हजार 403 मरीजों ने इस योजना के लाभ ले चुके है और 98 करोड़ 89 लाख रुपये का क्लेम सरकार की तरफ किया जा चुका है। 20 अगस्त 2019 से लेकर 19 अगस्त 2020 तक 14 सरकारी अस्पतालों में 10213 मरीजों ने अपना इलाज करवाया है, जिसका 8 करोड़ रुपये क्लेम किया जा चुका है। इसी तरह दूसरे साल 20 अगस्त 2020 से लेकर 31 जनवरी 2021 तक जिले के 14 सरकारी अस्पतालों में 4262 मरीजों ने अपना इस योजना के तहत इलाज करवाया है और 4 करोड़ 5 लाख रुपये का क्लेम किया जा चुका है। 

  • जिला में कुल कितने लोगों के आयुष्मान योजना के तहत कितने कार्ड बनने हैं : 251272
  • इस योजना के तहत जिले के कितने अस्पतालों में लोगों का इलाज हो सकता है: 76
  • इस योजना के तहत जिले में कुल कितने सरकारी व कितने प्राइवेट अस्पतालों : 62 प्राइवेट व 14 सरकारी अस्पताल
  • इस योजना के तहत कुल कितनी बीमारियों को कवर किया जाता है : 1580
  • अस्पतालों को इलाज के लिए अब तक कितना भुगतान हो चुकी है : 98 करोड़ 89 लाख रुपये
  • सरकारी व कितने प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवाने वाले मरीजों की संख्या : 59403- पाइवेट 44928, सरकाारी 14475

सरकारी अस्पताल के नाम

  1. एडवांस कैंसर अस्पताल बठिंडा
  2. जिला सिविल अस्पताल बठिंडा-
  3. सीएचसी बालियांवाली-
  4. सीएचसी भुच्चो मंडी-
  5. सीएचसी गोनियाना मंडी-
  6. सीएचसी मौड़ मंडी-
  7. सीएचसी महाराज-
  8. सीएचसी नथाना-
  9. सीएचसी रामा मंडी-
  10. सीएचसी संगत मंडी-
  11. एचडीएच घुद्दा-
  12. एचडीएच रामपुरा फूल-
  13. एचडीएच तलवंडी साबो

प्राइवेट अस्पताल

  1. पंजाब कैंसर केयर एंड रिचर्स अस्पताल बठिंडा -
  2. दयाल किडनी अस्पताल
  3. बठिंडा न्यूरोस्पाइन एंड टोरमा सेंटर-
  4. आईवीवाई अस्पताल-
  5. जिंदल हार्ट अस्पताल-
  6. मेजर गुप्ता अस्पताल-
  7. संजीवनी अस्पताल-
  8. प्रकाश अस्पताल-
  9. आर गगन गैस्ट्रो-
  10. दिल्ली हार्ट इंस्टीट्यूट एंड अस्पताल

30 रुपये देकर सेवा केंद्र में भी बनवा सकेंगे आयुष्मान योजना कार्ड

आयुष्मान भारत व सरबत सेहत बीमा योजना के कार्ड कामन सर्विस सेंटरों के अलावा सरकारी सेवा केंद्रों पर ही बन सकेंगे। यह सुविधा जिले के 32 सेवा केंद्रों पर शुरू हो चकी है। इसके लिए महज 30 रुपये की सरकारी फीस अदा करनी होगी। इस कार्ड के धारक 5 लाख तक का वार्षिक मेडिकल खर्च की सुविधा सरकार से ले सकते हैं। कार्ड किसानों, नीला कार्ड धारक, लेबर कार्ड धारक, पत्रकार, कम आमदन वाले परिवारों आदि के कार्ड बनेंगे।

विभाग कैंप लगाकर बनाएंगे मौके पर आयुष्मान कार्ड

आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी व डीएमसी डा. रमन सिंगला ने बताया कि जिले में अब तक 1 लाख 12 हजार 112 परिवारों के कार्ड बनाएं जा चुके है, जबकि सेहत विभाग की तरफ बठिंडा जिले का 2 लाख 51 हजार 272 परिवारों के कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। लोगों को इस योजना के प्रति जागरूक करने के लिए जिले में 21 मार्च तक एक जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों कैंप लगाकर मौके पर कार्ड बनाएं जा रहे है। ई -कार्ड गांव और शहर में बने कॉमन सर्विस सेंटरों से भी बनवा सकते हैं। जिन धारकों ने कार्ड नहीं बनवाया है वह बिना किसी देरी के सेवा केंद्र में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बनवा सकते हैं।

आयुष्मान योजना की स्टेट हेल्थ एजेंसी के मैनेजर व डा. संजीव जैन ने कहना है कि आयुष्मान योजना सभी जरूरतमंद लोगों के लिए अपना इलाज करवाने में काफी लाभदायक साबित हो रही है। इस योजना को शुरू हुए डेढ़ साल का समय बीत चुका है। बठिंडा जिले में इस योजना के तहत 59403 लोग जिले के विभिन्न सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में भर्ती होकर अपना इलाज करवा चुके है। इसमें 98 करोड़ 89 लाख रुपये की अदागी की जा चुकी है। इसमें 65 फीसदी मरीजों ने प्राइवेट और 35 फीसदी मरीजों ने सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाया है।


बठिंडा के डाक्टर वितुल गुप्ता ने मोबाइल फोन से होने वाले नुकसानों को लेकर शुरू किया अभियान, सर्वे में हिस्सा लेने की अपील


मोबाइल फोन का उपयोग करने वाले छात्र www.apimalwa.com या सीधे लिंक  http://apimalwa.com/Mobile_Phone_survey.aspx पर जाकर सर्वे में हिस्सा ले सकते हैं। 

बठिंडा. स्वास्थ्य और मानवाधिकार कार्यकर्ता और एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया (मालवा शाखा) के अध्यक्ष डा.वितुल कुमार गुप्ता ने एक शोध परियोजना शुरू की है। इसमें "मोबाइल फोन के उपयोग और उसके स्तर के मूल्यांकन करने के लिए एक सर्वेक्षण शुरू किया जा रहा है। उन्होंने डॉक्टर से अनुरोध किया कि आम लोगों की तरह, मोबाइल फोन का उपयोग करने वाले छात्र इस बाबत सीधे लिंक पर जाकर इस सर्वेक्षण में भाग ले सकते हैं। इससे देश भर का डेटा बनाने में मदद मिलेगी। डा. वितुल गुप्ता ने कहा कि कंप्यूटर, मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि ने हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया है, खासकर कोविड में लॉकडाउन के दौरान और बाद में घर से काम करने की स्थिति व इसके अत्याधिक इस्तेमाल के साथ कंप्यूटर से संबंधित बीमारियों, फेसबुक सिंड्रोम या इंटरनेट जैसी बीमारियों ने जगह बनानी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से नशे की लत हमारे शारीरिक, मनोवैज्ञानिक कार्य, मानसिक स्वास्थ्य और सामान्य कल्याण को प्रभावित करती है उसी तरह मोबाइल फोन के नशे ने खासकर युवाओं में बड़ों की तुलना में अधिक जोखिम पैदा किया है। डिजिटल मीडिया के उपयोग और मानसिक स्वास्थ्य के बीच संबंध, इसमें चिकित्सा, वैज्ञानिक और तकनीकी समुदायों के बीच काफी शोध, बहस और चर्चा की जरूरत है व देश में इसे लेकर काम भी हो रहा है। अत्यधिक मोबाइल के साथ इंटरनेंट के इस्तेमाल से हमारी सेहत पर पड़ रहे प्रभाव को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन और मानसिक विकार के डाक्टरों ​​और इस बाबत डैटा इकट्ठा करने वाले माहिरों ने रोगों के अंतर्राष्ट्रीय वर्गीकरण के रूप में अभी तक मान्यता नहीं दी गई है। माता-पिता और बच्चे घर पर विभिन्न स्क्रीन पर अधिक समय बिता रहे हैं जो उनके स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है। डा.वितुल ने कहा कि एक अध्ययन से पता चला है कि लगभग 65% बच्चे डिवाइस के इस्तेमाल में डूबने के कारण इसकी लत के शिकार हो चुके हैं व पूरे दिन में आधे घंटे भी इससे दूर नहीं रह पाते हैं। इसके कारण जब भी अभिभावकों की तरफ से उन्हें इसके ज्यादा इस्तेमाल करनी की मनाही की जाती है तो उनमें  गुस्सा करने, रोने, माता-पिता की बात नहीं सुनने, चिड़चिड़ा व्यवहार देखने को मिल रही है। शारीरिक समस्याएं, वजन बढ़ना, सिरदर्द / चिड़चिड़ापन और आंखों में दर्द और खुजली, व्यवहार संबंधी समस्याएं, लापरवाह, जिद्दी और कम ध्यान देने की स्थिति इसमें डूबने वाले बच्चों में देखने को मिल रही है। आधुनिक डिजिटल दुनिया में रहने के साथ, मानव जाति नई स्वास्थ्य चुनौतियों से जूझने लगी है। वास्तव में "21 वीं सदी की महामारी," चुपके से रिश्तों को नष्ट कर रही है, मानसिक विकारों को बढ़ा रही है, लोगों को आवेगी बना रही है, ध्यान केंद्रित करने में असमर्थ हो रहे है । इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट पैदा कर होने लगा है। मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य के लिए खतरे को ध्यान में रखते हुए डा. वितुल ने सभी से समाज में वास्तविक समस्या तक पहुंचने के लिए सर्वेक्षण में भाग लेने का अनुरोध किया है। मोबाइल फोन का उपयोग करने वाले छात्र www.apimalwa.com या सीधे लिंक  http://apimalwa.com/Mobile_Phone_survey.aspx पर जाकर सर्वे में हिस्सा ले सकते हैं। 

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