अमेठी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी उन्हें प्रधानमंत्री बनाना चाहती है तो वे तैयार हैं, लेकिन पार्टी को इसका फैसला लोकसभा चुनाव के बाद करना होगा। अमेठी में कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव के बाद यदि पार्टी बहुमत में आती है और चुने हुए प्रतिनिधि [सांसद] यदि यह प्रस्ताव लाते हैं तो मैं इस पर विचार करूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में चुने गए सांसद ही प्रधानमंत्री का चुनाव करते हैं।
राहुल ने उदाहरण देते हुए कहा कि मनमोहन सिंह को भी हमारे चुने हुए सांसदों ने प्रधानमंत्री चुना था। कांग्रेस में पहले से ही प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुनने की व्यवस्था नहीं है। इसे लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं माना जा सकता, बल्कि यह व्यक्तिवादी व्यवस्था है। प्रधानमंत्री चुनना सांसदों का अधिकार है और यह उनके पास ही रहना चाहिए।
इससे पहले दिल्ली की कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में भी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की इच्छा थी कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया जाए मगर सूत्रों के अनुसार सोनिया गांधी ने पार्टी को ऐसा करने से मना कर दिया था। सोनिया ने कांग्रेस की परंपरा का हवाला देते हुए कहा था कि कांग्रेस में सांसदों द्वारा प्रधानमंत्री चुने जाने की परंपरा रही है।
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