Punjab Ka Sach Newsporten/ NewsPaper: 2020

Thursday, December 31, 2020

बठिंडा में अमरीक संधू सेवानिवृत्त, डा. तेजवंत आज संभालएंगे सिविल सर्जन का पद्भार



बठिडा : नए साल के पहले दिन सिविल अस्पताल बठिडा में नया बदलाव होने वाला है। शुक्रवार को बठिडा सिविल अस्पताल को नया सिविल सर्जन मिलने वाला है। डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो अब नए सिविल सर्जन होंगे। वह शुक्रवार को अपना पद संभालेंगे, जबकि डा. अमरीक सिंह संधू वीरवार को सिविल सर्जन पद से सेवानिवृत्त हो गए है।

उनके सम्मान में समूह सिविल अस्पताल व सिविल सर्जन आफिस की तरफ से वीरवार दोपहर बाद एक विदायी पार्टी का आयोजन किया गया। इसमें जिले के सभी सीनियर मेडिकल आफिसर के अलावा बठिडा सिविल अस्पताल के तमाम डाक्टर व अन्य स्टाफ शामिल हुआ और डा. संधू की तरफ से दी गई अपनी सेवाओं की प्रशंसा करते हुए उन्हें विदायगी दी। इससे पहले डा. संधू ने सेहत विभाग की तरफ से बठिंडा को दी गई नई एंबुलेंस को हरी झंडी देकर उन्हें अस्पताल प्रबंधक को सुपुर्द की। वहीं समूह स्टाफ की तरफ से डा. संधू को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। डा. संधू ने कोरोना काल के दौरान काम करने वाले सभी डाक्टर से लेकर हर सेहत कर्मी का आभार प्रकट किया।

लोगों को अच्छी व सस्ती सेहत सुविधाएं देना होगा उद्देश्य : डा ढिल्लो

डा. ढिल्लो का कहना है कि उनका पूरा परिवार ही लोगों की सेवा करते आ रहे है और उनका मकसद केवल लोगों की सेवा करना है। डा. ढिल्लो बताते है कि उन्होंने साल 1991 में बतौर मेडिकल आफिसर भुच्चो मंडी से अपने करियर की शुरूआत की। इसके बाद वह 1998 में सिविल अस्पताल बठिडा में बतौर मेडिकल स्पेशलिस्ट अपनी सेवाएं देनी शुरू की, जोकि करीब दस साल तक यानि साल 2007 तक दी। इसके बाद वह नथाना व बुलढाड़ा में अपनी सेवाएं दी। इसके बाद साल 2013 में बतौर सीनियर मेडिकल आफिस भुच्चो मंडी में अपनी सेवाएं दी। इसके बाद साल 2018 में नथाना सिविल अस्पताल में बतौर एसएमओ और मार्च 2020 में बतौर डिप्टी डायरेक्टर अपनी सेवाएं दी। अब एक जनवरी 2021 से बठिडा सिविल अस्पताल में बतौर सिविल सर्जन अपनी सेवाएं देंगे। उन्होंने बताया कि बतौर सिविल सर्जन उनका पहला मकसद होगा लोगों को अच्छी व सस्ती सेहत सुविधाएं देना। इसके लिए वह अस्पताल की खामियों व समस्यों को दूर करने की कोशिश करेंगे और जिन चीजों की जरूरत होगी, उन्हें पूरा करेंगे।

Bathinda /भगता में डेरा प्रेमी हत्या के बाद दो बदमाश इलाके के व्यापारियों को दे रहे थे मारने की धमकियां

 



-पकड़े गए आरोपितों से 315 बोर का एक पिस्तौल, 3 जिंदा कारतूस, तीन मोबाइल फोन व एक मोटरसाइकिल बरामद

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बठिंडा । बीती 20 नवंबर को भगता के डेरा प्रेमी मनोहर लाल की हत्या की जिम्मेवारी लेने वाले गैंगस्टर सुक्खा गिल ग्रुप के दो सदस्यों को बठिंडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि उनका एक साथी अभी फरार है। डेरा प्रेमी की हत्या के बाद यह तीनों आरोपित इलाके व्यापारियों व पैसे वाले लोगों से फिरौती मांगते थे और नहीं देने पर डेरा प्रेमी मनोहर लाल की तरह हत्या करने की धमकी देते थे।

आरोपितों ने कई लोगों के नंबर लेकर उन्हें पैसे देने के लिए धमकियां भी दी, लेकिन इनकी दहशत के कारण कोई भी व्यक्ति या व्यापारी इनके बारे में कुछ भी बताने को तैयार नहीं था। एसएसपी भूपिंदरजीत सिंह विर्क ने बताया कि बीती 24 दिसंबर को थाना दयालपुरा के एसएचओ को हुई के आधार पर थाना दयालपुरा में एक एफआईआर दर्ज की गई। लोगों में आरोपितों की व गंभीर होने के चलते मामले की जांच सीआईए स्टाफ टू के इंचार्ज इंस्पेक्टर राजिंदर कुमार सौंपी गई।

इंस्पेक्टर राजिंदर कुमार ने अपनी टीम के साथ मामले की जांच करते हुए यह पता लगाया कि भगता के रहने वाले कुछ युवक गैंगस्टर ग्रुप के साथ हुए है, जोकि इलाके के व्यापारियों व पैसे वाले लोगों की जानकारी ग्रुप को दे रहे है। सूचना के आधार पर सीआईए टू की टीम ने गत 28 दिसंबर को 28 वर्षीय आरोपित विष्णु कुमार उर्फ गोलू नेपाली निवासी नजदीक भूत वाला भगता भाईका, 21 वर्षीय सिंह उर्फ निवासी पत्ती भाई स्कूल भगता व लखवीर सिंह निवासी जिला मोगा को नामजद किया गया।

इसके बाद पुलिस टीम ने गत 30 दिसंबर को आरोपित विष्णु कुमार व सिंह को गांव से मोटरसाइकिल समेत गिरफ्तार किया। इस दौरान पुलिस ने दोनों आरोपितों से 315 बोर का एक व 3 जिंदा कारतूस व 3 विभिन्न कंपनियों के मोबाइल फोन बरामद किए। जिनके जरिए वह गैंगस्टर सुक्खा गिल वासी ग्रुप के साथ तालमेल करते और भगता के पैसे वाले की जानकारी देते थे।
एसएसपी विर्क ने बताया कि आरोपितों से की गई पूछताछ के मुताबिक उन्होंने ग्रुप से प्रभावित होकर वह उनके साथ फेसबुक के जरिए तालमेल किया। जिसके बाद वह अक्सर उनके साथ बातचीत करते थे। उन्होंने अक्टूबर 2020 को उन्हें तीन भी दिए थे, ताकि वह उनके जरिए जगराओं के राजा ढाबे वाले की हत्या करवा सके, लेकिन उनकी यह करने की हिम्मत नहीं हुई। इसके बाद 20 नवंबर को इस ग्रुप ने फोन के जरिए मृतक डेरा प्रेमी मनोहर लाल की फोटो आरोपित सिंह को के जरिए भेजकर मनोहर लाल की शिनाख्त करवाई थी।

इसके बाद ने दो असला व कुछ कारतूस वापस कर दिए थे और एक 315 बोर का पिस्तौल व तीन जिंदा कारतूस अपने पास रख लिए थे। पुलिस के मुताबिक गए दोनों आरोपित आपस में दोनों दोस्त है और सिंह भगता के बस स्टैंड पर स्थित अपने पिता की मोबाइल शाप पर बैठता है, जबकि आरोपित कुमार अपने भाई के साथ चिकन चलता है। दोनों प्लस टू पास है और असला रखने का रखते है।

ग्रुप ने उन्हें अमीर बनाने का लालच देकर अपनी में फंसाया था, ताकि वह इनके जरिए लोगों से फिरौती मांग सके। गए दोनों आरोपितों को वीरवार को अदालत में पेश कर दो दिन का रिमांड हासिल किया है।

बठिंडा में हर एक का अपना घर का सपना पूरा करने जा रही है कांग्रेसी सरकार

 



वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने साल 2017 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान शहर की गरीब बस्तियों में रह रहे लोगों को मालिकाना हक देने का वायदा किया था यह वायदा अब नगर निगम चुनाव से पहले पूरा होने वाला है ।

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बठिंडा। पंजाब सरकार की ‘बसेरा स्कीम के तहत झुग्गी झोपडिय़ों में रहने वाले गरीबों व जरूरतमंदों को मालिकाना हक देने की योजना तैयार की है। नगर निगम चुनाव से पहले योजना काफी सार्थक साबित होने वाली  है । वित्त मंत्री  मनप्रीत सिंह बादल ने साल 2017 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान शहर की गरीब बस्तियों में रह रहे लोगों को  मालिकाना हक देने का वायदा किया था यह वायदा अब नगर निगम चुनाव से पहले पूरा होने वाला है । मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्द्र सिह द्वारा इसके लिए एक हाई पॉवर कमेटी का गठन भी किया है जो पंजाब के कुछेक जिलो में स्र्वेक्षन कर झुग्गी झोपडिय़ों को कॉपी राईट के अधीन मालिकाना हक देगी। बङ्क्षठडा भी इसमें शामिल है दिसम्बर के पहले सप्ताह में इस योजना का श्रीगणेश किया था तभी से नगर निगम के कर्मचारी, अधिकारी झुग्गी झोपड़ी बस्तियों व जरूरतमंदों की पहचान करने में जुटे थे। 31 दिसम्बर को स्र्वेक्षन पूरा हुआ जिसके तहत शहर की 6 कालोनियों में कुल 180 प्लाट अलाट किए जाएंगे। इसके लिए प्रक्रिया पूरी कर ली गई है ओर 50-50 गज प्रत्येक काब्ज को रहने के लिए दिए जाएंगे। निगमायुक्त का कहना है कि सबसे अधिक उडिय़ा कालोनी में झुग्गी झोपड़ी वासी लंबे समय से रह रहे है सरकार की स्कीम के तहत वहां पर काब्ज लोगों को प्लाट अलाट किए जाएंगे।
इन कालोनियों में स्र्वेक्षण पूरा करने के बाद रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है, हाई पॉवर कमेटी इस पर अध्यण कर गरीबों को बसेरा स्कीम के तहत प्लाट अलाट देगी। मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्द्र ङ्क्षसह 8 जनवरी 2021 को वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा इस स्कीम के तहत पहचान किए गए 180 परिवारों को प्लाट आबंटन करेंगे।
मकान बनाने के लिए प्रधान मंत्री निवास योजना में आवेदन कर 1.50 लाख रुपए प्रत्येक लाभपतियों को मिलेंगे। इन कालोनियों में मूलभूत सुविधाएं नगर निगम पूरा करेगी जिसमें सड़कें, सीवरेज, जल प्रणाली, स्ट्रीट लाइटें आदि शामिल होगा। यह पहला मौका है कि नर्क की ङ्क्षजदगी में रहने वाले गरीबों को भी अपना आशियाना मिलेगा। इससे पहले धोबीआना बस्ती में सरकार द्वारा 25-25 गज के फ्लैट दंगा पीडि़तों को आबंटन किए गए थे। झुग्गी झोपडिय़ों की पहली बार पंजाब सरकार ने सुनवाई की और उन्हें 50-50 गज के प्लाटों का मालिकाना हक दिया जा रहा है।
मालिकाना हक देने के किए गए वादे को अब राज्य सरकार पूरा करने जा रही
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से सरकारी जमीनों पर बसी स्लम बस्तियों में रहने वाले गरीब लोगों को मालिकाना हक देने के किए गए वादे को अब राज्य सरकार पूरा करने जा रही है। राज्य के वित्तमंत्री एवं क्षेत्र के विधायक मनप्रीत सिंह बादल के विधानसभा हलके में ऐसी छह स्लम बस्तिया हैं, जोकि सरकारी जमीनों पर बसी हुई हैं और वर्षों से यहां पर सैकड़ों घर बसे हुए हैं। राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार नगर निगम की ओर से वीरवार से इन स्लम बस्तियों का सर्वे शुरू कर दिया गया है। इसमें पता लगाया जा रहा है। किस बस्ती में कितने घर बसे हुए हैं और कब से हैं। पहले दिन उड़िया बस्ती का दिन भर सर्वे चलता रहा है। इसकी अगुआई नगर निगम के सेक्रेटरी अमरदीप सिंह गिल कर रहे थे। उनके साथ सुपरिटेंडेंट प्रदीप सिंह, भोला सिंह, दिनेश गर्ग आदि भी शामिल थे। बताया जा रहा है कि स्लम बस्तियों में रहने वाले इन लोगों को जल्दी ही मालिकाना हक दिए जा रहे हैं। संभवत आठ जनवरी से मालिकाना हक देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए।
एक घर को मिलेगा 30 से 50 स्कवायर फीट का प्लाट

राज्य सरकार के निर्देश पर बसेरा योजना के तहत यह सर्वे शुरू किया गया है। जिसमें सरकारी जमीनों पर वर्षों से रहने वाले लोगों को 30 स्कवायर फीट के प्लाट के मालिकाना हक दिए जाएंगे। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान गरीब लोगों के साथ यह वादा भी किया था कि जो लोग सरकारी जमीनों में बसी हुई स्लम बस्तियों में रह रहे हैं उन्हें जमीनों के मालिकाना हक दिए जाएंगे। क्षेत्र के विधायक व वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल शहर में स्लम बस्तियों के दौरे के दौरान अकसर जल्दी ही मालिकाना हक देने की बात कहते रहे हैं। लेकिन इसके लिए सर्वे की यह प्रक्रिया आज शुरू की गई है।

उड़िया बस्ती में 187 घरों को मिलेंगे मालिकाना हक

नगर निगम सचिव अमरदीप सिंह गिल की अगुआई में टीम दिन भर उड़िया बस्ती में यह सर्वे करती रही। सर्वे के दौरान 187 घर पाए गए हैं, जिन्हें यह हक दिए जाएंगे। इसके अलावा बठिडा शहर में पांच और बस्तियां भी हैं। जिनमें कच्चा धोबीआना, बंगी नगर, मदरासी झुग्गियां, हरदेव नगर आदि शामिल हैं। उड़िया बस्ती का सर्वे लगभग मुकम्मल हो गया है। अगले दिनों में अन्य एक-एक कर बस्तियों का सर्वे किया जाएगा। यहां की निवासी काजल कहती है कि उसे बहुत खुशी हो रही है, उन्हें अपने मकान के लिए प्लाट मिल जाएगा। हालांकि यह वादा तो उनसे बहुत देर से ही हो रहा है, लेकिन अब सर्वे से लगता है कि उन्हें अपना प्लाट मिल जाएगा। इसी बस्ती की ही निवासी अंबिका का भी ऐसा ही कहना है। उसने कहा कि अधिकारी बोल तो रहे हैं कि आपको प्लाट दिए जाएंगे। इसीलिए ही यह कागजी कार्रवाई की जा रही है। बाकी देखो क्या होता है। लेकिन बहुत देर से उन्हें इस दिन का इंतजार हो रहा है।

मालिकाना हक देने के लिए शुरू किया सर्वे

नगर निगम के एक्सईएन गुरप्रीत सिंह बुट्टर ने कहा कि राज्य सरकार की योजना के अनुसार सरकारी जमीनों पर रह रहे गरीब लोगों को मालिकाना हक दिए जाएंगे। उन्हें 30 स्कवायर फीट का प्लाट दिए जाएगा। इसके लिए ही सर्वे शुरू किया गया है।

मंत्री से मुलाकात के बाद मेहरबानी : जालंधर में कॉलोनाइजरों को छोड़ अब जमीन मालिकों के खिलाफ अवैध कॉलोनी की FIR

 


  • भोगपुर व करतारपुर में पकड़ी गई दो अवैध कॉलोनियां, एक केस में छह परिवारों तो दूसरे में जमीन मालिक के नाम पर दर्ज करवाया केस
  • जालंधर। शहरी विकास मंत्री सुखबिंदर सिंह सुख सरकारिया से कुछ दिन पहले जालंधर के कॉलोनाइजरों की मुलाकात के बाद जालंधर डेवलपमेंट अथॉरिटी (JDA) ने अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई की दिशा बदल दी है। पहले आवेदन के बावजूद रेगुलराइजेशन से मुकरने वाले कॉलोनाइजरों पर केस दर्ज किया जा रहा था लेकिन अब जमीन मालिकों पर ही पर्चे दर्ज किए जाने लगे हैं। ऐसे ही दो केस थाना भोगपुर व करतारपुर में दर्ज किए गए हैं।

    भोगपुर में 6 परिवार के 18 मेंबर किए नामजद

    जालंधर डेवलपमेंट अथॉरिटी(JDA) के जेई नवप्रीत सिंह के बयान पर चार भाईयों गुरजिंदर सिंह, बलवीर सिंंह, हरभजन सिंह व परविंदर सिंह, विजय पत्नी मनजीत व उसके बेटे विनाश, गुरदेव सिंह व उसके भाई अमरीक सिंह, सतनाम सिंह व मांं नसीब कौर, तरसेम सिंह व उसके भाई वरिंदर सिंह, सर्बजीत कौर व उसके बेटों जगदीप सिंह व संंदीप सिंह, दविंदर कौर व उसके बेटों जुझार सिंह व अमरजीत सिंह के खिलाफ यह केस दर्ज किए गए हैं। इन पर आरोप है कि भोगपुर के गांव नाहल में 7 कनाल 18 मरले पर अवैध कॉलोनी काट दी। इसके लिए पंंजाब अपार्टमेंट एंड प्रॉपर्टी रेगुलेशन एक्ट 1995 की धारा 5 के तहत कोई लाइसेंस नहीं लिया गया। इस अवैध कॉलोनी में अलग-अलग व्यक्तियों के नाम पर रेजिडेंशियल व कॉमर्शियल प्लॉट की रजिस्ट्री करवा दी गई।

    करतारपुर में जमीन मालिक के नाम से केस

    करतारपुर के गांव बल्ल में भी JDA को ऐसी अवैध कॉलोनी मिली है। इसमें कॉमर्शियल व रेजिडेंशियल के साथ इंडस्ट्रियल प्लॉट काटकर भी बेच दिए गए। इसके मालिकों का पता नहीं चल सका है लेकिन पुलिस ने थाना करतारपुर में जमीन के खसरा नंबर के रिकॉर्ड में दर्ज मालिक के नाम से केस दर्ज कर लिया है।

    कॉलोनाइजरों के खेल में फंसी JDA

    इस रूख के बाद चर्चा है कि जालंधर डेवलपमेंट अथॉरिटी व सरकार कॉलोनाइजरों के खेल में फंस गई है। वैसे भी, कहीं भी अवैध कॉलोनी काटी जाती है तो कॉलोनाइजर कहीं भी ऑन रिकॉर्ड नहीं होता। जिसकी जमीन होती है, उसी के जरिए खरीदने वाले के नाम पर कॉलोनाइजर रजिस्ट्री करवा देते हैं। कॉलोनाइजर बीच में से अपनी कमाई कर निकल जाता है। यही वजह है कि JDA के पास यह बढ़िया मौका आया था कि जिन कॉलोनाइजरों ने अवैध कॉलोनी को अपनी मानते हुए रेगुलराइजेशन के लिए आवेदन किया था, उन पर कार्रवाई कर रेवेन्यू इकट्‌ठा कर सकती थी लेकिन अब कार्रवाई की पूरी दिशा ही बदल दी गई है। ऐसे में जमीन मालिकों के लिए ही मुसीबत खड़ी होगी क्योंकि सरकारी रिकॉर्ड में उनका ही नाम है।

जालंधर में 'हनीट्रैप':दोस्ती के जाल में फंसाकर लड़की ने स्टूडेंट को मिलने बुलाया, साथियों के साथ मिलकर मारपीट की; फिर कार, ब्रेसलेट और दो I Phone लूटकर भागी

 


  • BCA की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट से सोशल मीडिया पर की दोस्ती, होशियारपुर से रात के अंधेरे में मिलने बुलाया था जालंधर

     जालंधर। शहर के मशहूर कॉलेज में BCA की पढ़ाई कर रहे अमीर स्टूडेंट को पहले सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती के जाल में फंसाया गया। इसके बाद उसे मिलने के बहाने रात के अंधेरे में होशियारपुर से जालंधर बुलाकर उसकी कार, दो I Phone और चांदी का ब्रेसलेट लूट लिया गया। फिर उसे अधमरा कर लुटेरा गिरोह फरार हो गया। मारपीट इतनी की गई कि स्टूडेंट पुलिस को बयान देने तक की हालत में नहीं था। बुधवार को पुलिस ने लड़की समेत छह अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 379B IPC के तहत केस दर्ज कर लिया है।

    इंस्टाग्राम पर हुई दोस्ती, कार से पहुंचा जालंधर कुंज
    BMC चौक के नजदीक APJ कॉलेज में BCA की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट ने पुलिस को बताया कि वह आर्य नगर होशियारपुर का रहने वाला है। उसकी इंस्टाग्राम पर रवीना अग्निहोत्री-8 नाम से बने प्रोफाइल वाली लड़की से दोस्ती हो गई। इसके बाद लड़की ने उसे मिलने के लिए होशियारपुर से जालंधर बुलाया। सोमवार को वह अपनी होंडा सिटी कार से वह जालंधर कुंज पहुंचा।

    एक्टिवा-बाइक सवारों ने लोहे की राड़ से किया हमला

    स्टूडेंट ने बताया कि जब वह लड़की के बताए पते पर पहुंचा तो एक लड़की और एक लड़का साथ खड़े थे। उस लड़की ने कहा कि उसके साथ का लड़का उसका भाई है। लड़की ने कहा कि वह उनके घरवालों से मिल ले। इतनी देर में दो लड़के एक्टिवा व दो लड़के बाइक पर सवार होकर वहां पहुंच गए। लोहे की रॉड लेकर पहुंचे चारों लड़कों ने आते ही उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोपियों ने स्टूडेंट के सिर, पैर, पीठ व अन्य जगहों पर ताबड़तोड़ वार किए। स्टूडेंट को बुरी तरह जख्मी करने के बाद आरोपियों ने कार की चाबी छीन ली। हाथ में पहना चांदी का ब्रेसलेट भी उतार लिया। इसके बाद उसकी जेब से I Phone X और I Phone 6 भी निकाल ले लिया। रात करीब 7:30 बजे हुए वारदात के बाद आरोपी स्टूडेंट की कार, ब्रेसलेट और दोनों मोबाइल लेकर भाग निकले।

    पहली बार मिलने गया, भरोसे में लेकर लूट लिया

    स्टूडेंट के मुताबिक, इंस्टाग्राम पर रवीना अग्निहोत्री नाम से बने प्रोफाइल वाली लड़की ने उससे संपर्क कर दोस्ती की। फिर भरोसे में लेकर पहली बार मुलाकात के लिए बुलाया। यहां पहुंचने के बाद उसने अपने साथियों के साथ मारपीट की और कार, मोबाइल, ब्रेसलेट लूट लिया।

    पुलिस पहुंची तो बयान देने की हालत में नहीं था स्टूडेंट

    तीन दिन पहले हुई वारदात को लेकर पुलिस ने बुधवार देर शाम केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, मारपीट के बाद स्टूडेंट को उसके पिता ने निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था। इसकी जानकारी के बाद पुलिस जब सोमवार को बयान लेने पहुंची तो स्टूडेंट बयान देने की हालत में नहीं था। इसके बाद पुलिस वापस लौट आई। बुधवार को बयान दर्ज करने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है।


Bathinda/ दुकान में कब्जा करने पर दर्ज करवाया था केस, रंजिशन 13 लोगों को साथ लेकर जान से मारने की कोशिश



बठिंडा. दो माह पहले दुकान में कब्जा करने व सामान से तोड़फोड़ करने के मामले में सिविल लाइन पुलिस के पास आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करवाने वाले व्यक्ति पर करीब 13 लोगों ने मिलकर जानलेवा हमला कर दिया। इसमें अब कोतवाली पुलिस ने हमलावरों पर केस दर्ज किया है। मामले में प्रभावित व्यक्ति संदीप पाठक वासी थर्मल कालोनी ने शिकायत दर्ज करवाई कि बठिंडा वासी नरिंदरपाल सिह, साधू सिंह, अजैब सिंह, राजनदीप सिंह, गुरजीत सिंह भाटी, तजिंदर कुमार, जगसीर सिंह मान के साथ गणेशा बस्ती गोनियाना रोड पर एक दुकान को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसमें आरोपी दुकान पर कब्जा करना चाहते थे व पिछले दिनों उक्त लोगों ने दुकान में रात के समय दाखिल होकर कब्जा करने की कोशिश की थी व साजों सामान भी चोरी कर लिया था। इसमें उसने आरोपी लोगों पर सिविल लाइन थाने में केस भी दर्ज करवाया था। इसी रंजिश में उक्त आरोपियों ने करीब 9 अन्य साथियों के साथ मिलकर गत दिवस उसे गोनियाना रोड पर उस समय रोकने की कोशिश की जब वह अपनी कार में सवार होकर घर की तरफ जा रहा था। दो कारों में सवार आरोपियों ने पिस्तोल निकालकर उसकी तरफ तान ली व मार देने की नियत से हमला करने लगे तो वह अपनी कार लेकर भागने लगा लेकिन रास्ते में उन्होंने लोहे की हत्थी से उसकी कार पर वार कर शीशे तोड़ दिए व उसे कार से बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन वह किसी तरह अपनी जान बचाकर मौके से भागने मे सफल रहा। इसमें आरोपी काफी दूर तक उसका पीछा करते रहे। फिलहाल पुलिस ने मामले में सभी आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया है व गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिए है।

21 हजार नशीली गोलियों, हेरोइन व लाहन की तस्करी करने वाले चार नामजद, तीन गिरफ्तार

बठिंडा.  जिला पुलिस ने नशीली गोलियों, हेरोइन व लाहन की तस्करी करने वाले चार लोगों को तीन स्थानों में नामजद किया है। इसमें तीन लोगों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया है। सिविल लाइन पुलिस के सहायक थानेदार कुलविंदर सिंह ने बताया कि राहुल मिड्डा वासी गुरु तेगबहादुर नगर बठिंडा को घर के पास एक कार में जाते शक के आधार पर रोका गया जिसमें जांच के दौरान 21 हजार नशीली गोलियां आरोपी के पास से जब्त की गई है। आरोपी को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया है। फूल थाना के इंस्पेक्टर हरबंस सिंह ने बताया कि गुलविंदर सिंह वासी जोगानंदर रोड बठिंडा व अमनदीप सिंह वासी नेशनल कालोनी को कार में जाते फूल रोड चोटियां पर रोककर तलाशी ली गई जिसमें दोनों आरोपी के पास 5 ग्राम हेरोइन बरामद की गई है दोनों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया। बालियावाली पुलिस के सहायक थानेदार चमकौर सिंह ने बताया कि हाकम सिंह वासी बालियावाली के पास से 70 लीटर लाहन जब्त की गई। यह लाहन कच्ची अवैध शराब बनाने के लिए इस्तेमाल की जानी थी। आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

गली को लेकर झगड़े में तीन लोगों ने रास्ते में रोक पीटकर किया गंभीर घायल

बठिंडा. गांव बाजक में गली संबंधी झगड़े में तीन लोगों ने मिलकर एक व्यक्ति को घेरकर मारपीट की व गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। नंदगढ़ पुलिस थाना ने तीनों आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। नंदगढ़ पुलिस के पास गुरप्रीत सिंह वासी बाजक ने शिकायत दी कि गांव के गेजा सिंह, काला सिंह, राजू सिंह के साथ गली को लेकर लंबे समय से झगड़ा चल रहा था व इसी बात को लेकर ए दिन तकरारबाजी होती थी। गत दिवस उक्त तीनों लोगों ने रंजिशन उसे रास्ते में रोककर लाठियों व तेजधार हथियारों से हमला कर घायल कर दिया व मौके से फरार हो गए। गांव के लोगों ने घायल को अस्पताल में दाखिल करवाया। जहां पुलिस ने घायल व्यक्ति के बयान पर तीन लोगों पर केस दर्ज किया है।

पंजाब में 20 जिलों में मोबाइल टावरों पर तोडफ़ोड़, FIR केवल एक और गिरफ्तारी कोई नहीं

 


चंडीगढ़ । मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मोबाइल टावरों को नुकसान न पहुंचाए जाने के आदेशों के बावजूद मोबाइल टावरों पर तोडफ़ोड़ की घटनाएं नहीं थमीं। इसका एक बड़ा कारण पंजाब पुलिस की चुप्पी भी रही। पंजाब में जहां भी मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाया गया वहां ऐसा करने वालों को गिरफ्तार करना तो दूर उनके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज नहीं कर पाई। पूरे पंजाब में केवल लुधियाना में एक एफआइआर दर्ज की गई और वह भी अज्ञात लोगों के खिलाफ। इस मामले के आरोपित भी अब तक ट्रेस नहीं हो पाए हैैं।

मोबाइल कंपनियों के सूत्रों के अनुसार मोबाइल टावरों पर तोडफ़ोड़, बिजली कनेक्शन काट दिए जाने या अन्य तरीके से नुकसान पहुंचाए जाने के सबसे ज्यादा 370 मामले बठिंडा टेलीकाम सर्किल में सामने आए। वहीं लु्धियाना सर्किल में 320 तो अमृतसर सर्किल में यह संख्या 250 के करीब रही। इसके अलावा अन्य सर्किलों में भी बड़ी संख्या में टावर बंद करने की घटनाएं सामने आईं। पूरे प्रदेश में 1624 जगह टावरों को नुकसान पहुंचाया गया है।

इन आंकड़ों को देखा जाए तो यह बात स्पष्ट हो जाती है कि पुलिस की ढीली कार्रवाई के कारण ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ती रहीं। पुलिस अधिकारी किसान संगठनों के नेताओं से यह तो कह रहे हैैं कि वह अपने लोगों को इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने से रोकें लेकिन खुद कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

खास बात यह भी है कि टावरों को नुकसान पहुंचाने वाले, वहां से जेनरेटरों को ले जाने वाले अपने पोज फोटो खिंचवाकर और वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर शेयर कर रहे हैैं। इसके बावजूद पुलिस टावरों को नुकसान पहुंचाने वालों की पहचान न होने की बात कहती है, लुधियाना में दर्ज हुई एक मात्र एफआइआर इसका उदाहरण है जिसमें अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है।

गौरतलब है कि तीन कृषि सुधार कानूनों के लिए रिलांयस समूह को जिम्मेदार मानते हुए आल इंडिया किसान संघर्ष समिति के नेताओं ने जिओ के कनेक्शन का बहिष्कार करने का आह्वान किया था। जिसके बाद इसकी आड़ में पंजाब में पिछले पांच दिनों से किसान जिओ टावरों को ही नुकसान पहुंचाने में जुट गए।

भाकियू (उगराहां) के प्रधान जोङ्क्षगदर सिंह उगराहां और भाकियू (चढ़ूनी) के प्रधान गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने किसानों से कहा है कि वह मोबाइल टावरों को नुकसान न पहुंचाएं। किसानों को नुकसान करने के लिए नहीं कहा गया है। इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने वाले किसान आंदोलन को कमजोर कर रहे हैं।

70 फीसद टावरों ने दोबारा शुरू किया काम

मोबाइल कंपनियों के सूत्रों के अनुसार जिन टावरों को नुकसान पहुंचाया गया है उनमें से 70 फीसद टावरों (करीब 1150) ने दोबारा काम करना शुरू कर दिया है। टावरों को दोबारा संचालित करने के लिए टीमें लगातार काम कर रही हैैं। एक दो दिन में सभी टावरों के दोबारा शुरू हो जाने की उम्मीद की जा सकती है।

कार्रवाई के दिए निर्देश : डीजीपी

पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता का कहना है कि पुलिस अधिकारियों से इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। अब ये घटनाएं कम हो गई हैं। जहां जहां भी टावरों के बिजली कनेक्शन काटे गए थे वह रीस्टोर करवा दिए गए हैं। किसी भी इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

कोरोना अपडेट:वैक्सीनेशन की बड़ी तैयारी,350 टीमें रोजाना 35 हजार लोगों को लगाएंगी टीका


जालंधर. 
कोराेना महामारी से निपटने के लिए भले ही अभी आम लोगों को वैक्सीन का इंतजार है, मगर जिला प्रशासन ने जिले के सभी लोगों को वैक्सीन दिए जाने की तैयारी कर ली है। डीसी घनश्याम थोरी ने बताया कि टीका लगाने के लिए जिले में 350 टीमें बनाई गई हैं, वैक्सीन आने के बाद हर टीम रोजाना 100 लोगों को टीका लगाएगी। इस औसत से प्रतिदिन 35000 लोगों को टीका लगाने का प्लान तैयार किया गया है।

उनका कहना है कि यदि सब कुछ प्लान के मुताबिक चला तो 24 से 25 दिन में सभी लोगों को टीका लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि डीसी ने बताया कि वैक्सीन आने के बाद सबसे पहले हेल्थ डिपार्टमेंट के फ्रंट लाइन वर्करों को टीका लगाया जाएगा। अभी तक जिला प्रशासन को फ्रंट लाइन वर्करों के 12 हजार से अधिक आवेदन मिल चुके हैं।

इसमें सरकारी और प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सक और कर्मचारी शामिल हैं। इसके साथ ही फ्रंटलाइन वर्कर्स और सीनियर सिटीजंस को वैक्सीन देने की तैयारी चल रही है। उधर, सेहत विभाग के डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के केस चाहे कम हो रहे हैं लेकिन लोगों को अपना ध्यान रखना जरूरी है। घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें और लोगों से दूरी बनाकर अपना और अपनों की सुरक्षा करें।

बाएं बाजू में लगेगी वैक्सीन-काेरोना वायरस का टीका लोगों की बाएं बाजू लगाया जाएगा। बच्चों को सिरिंज से केवल 0.5 एमएल वैक्सीन लगेगी। इससे बच्चों को दर्द भी नहीं होगा। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक इसे आसानी से वैक्सीन की डोज ले सकेंगे। सेहत विभाग के मुताबिक टीका लगवाने में डरने की जरूरत नहीं है।

ब्लॉक लेवल पर टीमें-सरकार की तरफ से सुझाए गए प्लान के तहत जिस तरह से चुनाव में पोलिंग बूथ बनाए जाते हैं, वैसे ही वैक्सीन के बूथ बनाकर लोगों को वैक्सीन मुहैया कराई जाएगी। यही वजह है कि पोलिंग बूथ की तरह ही टीमों का गठन किया गया है। इन्हें ब्लाक लेवल पर तैयार किया जा रहा है। जरूरत पड़ी तो जनभागीदारी के लिए भी प्रयास किए जाएंगे।

टीकाकरण कार्यक्रम -सुबह 9 से शाम 5 बजे तक चलेगा। जिन लोगों को टीका लगाया जाना है, उन्हें अन्य लोगों से अलग समय पर बुलाया जाएगा ताकि भीड़ का हिस्सा न बनना पड़े। इसके अलावा वैक्सीनेशन साइट में तीन कमरों की व्यवस्था होगी, जिसमें- वेटिंग रूम, वैक्सीनेशन रूम और ऑब्जर्वेशन रूम बनाए जाएंगे।

Punjab /सेलिब्रेशन:आज रात 12 बजे तक जश्न में छूट नहीं, एक जनवरी से नाइट कर्फ्यू खत्म,नए साल में हुल्लड़ मचाया तो पकड़ लेगी पुलिस

 


चंडीगढ़। नए साल को लेकर जिला प्रशासन ने पहली जनवरी से नाइट कर्फ्यू खत्म कर दिया है। इसके बाद शहरवासी रात को जश्न मना सकेंगे। इसको लेकर होटल-क्लब, रेस्टोरेंट और कॉलोनियों में होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियां जोरों पर हैं। इसके साथ ही नववर्ष की पूर्व संध्या पर होने वाले कार्यक्रमों पर लगी पाबंदी भी कम कर दी हैं। जबकि लोगाें को मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा। वहीं पार्टी में शामिल होने वाले लोगों को कोविड

टेस्ट करवाना होगा। इसके अलावा गली-मोहल्ले में डीजे लगा सकेंगे। डीसी घनश्याम थोरी ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही लोगों को राहत दी गई है। लोग नियमों को ध्यान रखकर न्यू ईयर कार्यक्रम सेलिब्रेट कर सकते हैं। होटलों में प्रशासन और सेहत विभाग की टीमें भी विजिट करेंगी। होटल में जाने से पहले कोरोना टेस्ट करवाना पड़ेगा। वहीं हुल्लड़बाजी करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी।

कोरोना टेस्ट के बाद ही होटल में एंट्री, प्रशासन व सेहत विभाग की टीमें करेंगी विजिट

ज्यादातर होटल संचालकों ने रंगारंग प्रोग्राम नहीं करवाने का लिया फैसला-हालांकि सिटी के ज्यादातर होटल, रेस्टोरेंट और क्लब के संचालकों ने कोरोना के चलते रात के समय रंगारंग कार्यक्रम कराने से हाथ खड़े कर दिए हैं। इसके अलावा कुछ होटल संचालक, जो छूट मिलने की संभावना जता रहे थे, वे न्यू ईयर कार्यक्रम के लिए तैयारियां पूरी करने में लगे हैं। लोग सड़कों और गली मोहल्लों में नए साल का जश्न मनाने के लिए तैयार हैं।

कानून तोड़ने पर कार्रवाई-डीसीपी गुरमीत सिंह ने कहा कि 31 दिसंबर रात 12 तक नाइट कर्फ्यू का सख्ती से पालन करवाया जाएगा। इस दौरान किसी ने कानून तोड़ा तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। करीब 1100 मुलाजिम सड़कों पर तैनात रहेंगे। सिटी के अंदर करीब 36 जगह विशेष नाकाबंदी करके चेकिंग की जाएगी। एडीसीपी, एसीपी, एसएचओ भी सुरक्षा को लेकर सड़क पर ही रहेंगे।

नई गाइडलाइंस और छूट

रात का कर्फ्यू 31 की रात 12 बजे से खत्म। होटलाें व रेस्टोरेंट के इनडोर में 100 और आउटडोर में 200 लोगों के एकत्रित होने की पाबंदी में राहत। समारोहों के दौरान लोगों का मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखना जरूरी रहेगा। होटल, रेस्टोरेंट में कोविड टेस्ट के निर्देश दिए गए हैं।

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