बठिंडा । बीती 20 नवंबर को भगता के डेरा प्रेमी मनोहर लाल की हत्या की जिम्मेवारी लेने वाले गैंगस्टर सुक्खा गिल ग्रुप के दो सदस्यों को बठिंडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि उनका एक साथी अभी फरार है। डेरा प्रेमी की हत्या के बाद यह तीनों आरोपित इलाके व्यापारियों व पैसे वाले लोगों से फिरौती मांगते थे और नहीं देने पर डेरा प्रेमी मनोहर लाल की तरह हत्या करने की धमकी देते थे।
आरोपितों ने कई लोगों के नंबर लेकर उन्हें पैसे देने के लिए धमकियां भी दी, लेकिन इनकी दहशत के कारण कोई भी व्यक्ति या व्यापारी इनके बारे में कुछ भी बताने को तैयार नहीं था। एसएसपी भूपिंदरजीत सिंह विर्क ने बताया कि बीती 24 दिसंबर को थाना दयालपुरा के एसएचओ को हुई के आधार पर थाना दयालपुरा में एक एफआईआर दर्ज की गई। लोगों में आरोपितों की व गंभीर होने के चलते मामले की जांच सीआईए स्टाफ टू के इंचार्ज इंस्पेक्टर राजिंदर कुमार सौंपी गई।
इंस्पेक्टर राजिंदर कुमार ने अपनी टीम के साथ मामले की जांच करते हुए यह पता लगाया कि भगता के रहने वाले कुछ युवक गैंगस्टर ग्रुप के साथ हुए है, जोकि इलाके के व्यापारियों व पैसे वाले लोगों की जानकारी ग्रुप को दे रहे है। सूचना के आधार पर सीआईए टू की टीम ने गत 28 दिसंबर को 28 वर्षीय आरोपित विष्णु कुमार उर्फ गोलू नेपाली निवासी नजदीक भूत वाला भगता भाईका, 21 वर्षीय सिंह उर्फ निवासी पत्ती भाई स्कूल भगता व लखवीर सिंह निवासी जिला मोगा को नामजद किया गया।
इसके बाद पुलिस टीम ने गत 30 दिसंबर को आरोपित विष्णु कुमार व सिंह को गांव से मोटरसाइकिल समेत गिरफ्तार किया। इस दौरान पुलिस ने दोनों आरोपितों से 315 बोर का एक व 3 जिंदा कारतूस व 3 विभिन्न कंपनियों के मोबाइल फोन बरामद किए। जिनके जरिए वह गैंगस्टर सुक्खा गिल वासी ग्रुप के साथ तालमेल करते और भगता के पैसे वाले की जानकारी देते थे।
एसएसपी विर्क ने बताया कि आरोपितों से की गई पूछताछ के मुताबिक उन्होंने ग्रुप से प्रभावित होकर वह उनके साथ फेसबुक के जरिए तालमेल किया। जिसके बाद वह अक्सर उनके साथ बातचीत करते थे। उन्होंने अक्टूबर 2020 को उन्हें तीन भी दिए थे, ताकि वह उनके जरिए जगराओं के राजा ढाबे वाले की हत्या करवा सके, लेकिन उनकी यह करने की हिम्मत नहीं हुई। इसके बाद 20 नवंबर को इस ग्रुप ने फोन के जरिए मृतक डेरा प्रेमी मनोहर लाल की फोटो आरोपित सिंह को के जरिए भेजकर मनोहर लाल की शिनाख्त करवाई थी।
इसके बाद ने दो असला व कुछ कारतूस वापस कर दिए थे और एक 315 बोर का पिस्तौल व तीन जिंदा कारतूस अपने पास रख लिए थे। पुलिस के मुताबिक गए दोनों आरोपित आपस में दोनों दोस्त है और सिंह भगता के बस स्टैंड पर स्थित अपने पिता की मोबाइल शाप पर बैठता है, जबकि आरोपित कुमार अपने भाई के साथ चिकन चलता है। दोनों प्लस टू पास है और असला रखने का रखते है।
ग्रुप ने उन्हें अमीर बनाने का लालच देकर अपनी में फंसाया था, ताकि वह इनके जरिए लोगों से फिरौती मांग सके। गए दोनों आरोपितों को वीरवार को अदालत में पेश कर दो दिन का रिमांड हासिल किया है।
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